मारवाड़ी भाभी को चोदा

हेलो फ्रेंड्स, कैसे हो आप सब. मैं फिर से अपनी न्यू सेक्स स्टोरी लेके आया हू. आप सब को हॅपी दीवाली. यह स्टोरी बहोट ही सेक्सी और प्यारी है. इससे पढ़ कर मैल ज़रूर करे और बताए की कैसे लगी मेरे स्टोरी.

यह स्टोरी मेरे और एक मारवाड़ी भाभी की सेक्स स्टोरी है. मैने उससे बहोट आचे संतुष्ट किया. वो बहोट ही ज़्यादा प्यासी थी और वो बहोट संस्कारी थी. क्यूकी मारवाड़ी औरत बहोट प्यारी और घर परिवार वाली होती है.

अब स्टोरी पेर आते है.

मैं आपको अपने बारे मे बता देता हू. मेरा नामे रोहित है, आगे 23 है, लंड का साइज़ 8इंच है और मैं कॉल बॉय हू.

मुझे मैल आया था कुछ दिन पहले. उसमे लिखा था की रोहित मैं एक मारवाड़ी फॅमिली से बिलॉंग करती हू. मुझे आपके साथ सीक्रेट सेक्स करना है जिसके बारे मे किसी को पता ना चले. मेरे सेक्यूरिटी की ध्यान आपको रखना होगा.

मैने उससे रिप्लाइ दिया की आपको बहोट मज़ा आएगा और बिना दर के सेक्स करो. आपकी सेक्यूरिटी का पूरा ध्यान मैं रखूँगा. आप बिना डरे आ जाओ. फिर मैने उसे अपना नंबर दिया.

उसने कहा की मैं नेक्स्ट वीक आ रही हू. मुझे आपके उपेर बहोट सोचने के बाद विश्वास हुआ है.

फिर वो होटेल आई और मुझे कॉल किया. उसने कहा की आप आ जाओ मैं आ गयी हू.

दोस्तो, मैं आपको मारवाड़ी भाभी के बारे मे बता देता हू. उसका नामे सरिता रातोरे उसका नामे था. वो राजपूत हाउसवाइफ थी. उसकी आगे 28 थी, सरिता राजस्थान की है.

फिर मैं उसके होटेल पहुच गया. उसने अछा होटेल बुक किया था. जब मैं उसके रूम मे गया तब उसको देखा तो देखते ही मज़ा आ गया. उसने मस्त रजपूती लहनगा और ओढनी पहें रखी थी.

सरिता की आँखे बहोट खूबसूरत थी और होतो पेर रेड लिपस्टिक थी. हाथो मे रेड 8 चूड़ीयान पहें रखी थी. वो एकद्ूम उपेर से नीचे तक रजपूती मारवाड़ी भाभी थी.

जब मे उसके रूम मे गया तो मैने उसको हेलो बोला.

सरिता:- हेलो रोहित, कैसे हो आप..?

मैने कहा की आपको देखकेर अब बिल्कुल अछा हो गया हू.

वो मेरे बात सुनके अपनी आँखे शर्मा कर नीचे कर ली और मुस्कुराने लगी और बोली.

सरिता:- थॅंक्स रोहित, आप भी बहोट हॅंडसम हो.

फिर मैने उससे पूछा आपकी मॅरीड लाइफ कैसी है?

उसने कहा:- क्या बतौ आपको सब बेकार है.

उसने इतना कहा और खूबसूरत फेस पेर चिंता की लाइन्स आ गयी.

मैने उसका हाथ पकड़ कर धीरे से अपनी और खींचा, और कमर को पकड़ कर अपने से चिपका लिया. जैसे ही मैने उससे अपने से चिपकाया तो वो तोड़ा शर्मा गयी और बोला-

मैं:- बेबी, आपके खूबसूरत फेस पेर तेनतीओं अछा नही लग रहा है. मेरे होते हुए आप अब तेनतीओं लो, तो मेरे आने का फयडा क्या..?

मैं:- जानू, अब मे हू आपके पास. अब आपको खुश करने का काम मेरा है.

सरिता मेरे बात सुनकर हासणे लगी और शर्मा कर बोली:- आप बहोट ही आचे है और आप मेरे पति से बिल्कुल अलग हो. वो मुझे टाइम नही देते है.

सरिता:- मेरे पति को मेरे कोई परवाह नही है. मैं मारू जा जियू. वो बस अपने काम से काम रखते है.

मैं:- कोई बात नही. अब मे हू मैं अब आपके खूबसूरती से अपना काम करूँगा.

वो बोली:- आप बाते बहोट अची करते हो. आप मुझे प्यार करो, मेरे पति बन जाओ आज.

फिर मैं उसको दीवार के सहारे टच किया और उसके सॉफ्ट लिप्स को किस करने लगा. सरिता के होत बहोट ही मुलायम और यम्मी थे. वो सिर्फ़ आँखे बंद करके खड़ी थी. मेरे स्मूच का आनंद ले रही थी.

वो बोली:- आह उहह आप मुझे ऐसे ही प्यार करते रहो. मैं कुछ नही बोलना चाहती आज, आप मुझे पति से ज़्यादा प्यार करो.

रोहित:- सरिता बेबी आप तेनतीओं मत लो, आपको बहोट आचे से प्यार करूगा.

फिर मई उसके लिप्स पेर अपनी उंगली फेरने लगा. उससे सिसक उठी. दोस्तो उसके बूब्स थोड़े छोटे थे. अपने दूसरे हाथ से उसके बूब्स को उसके ब्लाउस के उपेर से ही सहला रहा था.

सरिता बोली:- सुनिए ज़रा, आप ना मुझे धीरे से प्यार करना. मैने आज तक उतना सेक्स नही किया है.

मैं:- ओक जान.

फिर मैं उसको अपनी बाहो मे उठाया और बेड पेर धीरे से लेता दिया.

उसके बाद मे भी सरिता के खूबसूरत मिल्क जैसे बदन पेर आ गया और उसके लिप्स को मस्त प्यार से चूसने लगा. वो बस आँखे बंद किए हुए थी.

सरिता के लिप्स के बाद, उसके गुलाबी गालो को किस करने और चाटने लगा. और कभी नाक को चूस्ता तो कभी माथे पेर किस करता. उसको बहोट अछा लग रहा था.

वो बस मेरे रोमॅन्स का मज़ा आँख बंद करके और अपनी हल्की हल्की सिसकिया निकल कर ले रही थी.

सरिता:- उहह सस्शह…

उसके बाद मैने उसके बालो को खोल दिया. जो बहोट ही घने और खूबसूरत थे. सरिता के बालो मे अपना मूह डालकर उसको किस करने लगा. मेरे मूह से उहह आ निकल गया.

मैने बोला:- बेबी, आपके बालो की खुसबो मुझे मार देगी आज.

वो शर्मा के हासणे लगी.

फिर मैने उससे कहा बेबी अब आपको अपना यह ब्लाउस उतरना होगा और अपनी खूबसूरती के डरसन करवाने होंगे.

वो बोली:- मैने आज तक किसी के साथ यह सब नही किया है रोहित. प्लीज़ जो करना है आप खुद करे और प्यार से करे.

सरिता:- मैने आपकी स्टोरीस पड़ी है, जिसमे आप बहोट जोरदार करते हो. प्लीज़ मेरे साथ आराम से करना.

मैने कहा:- ठीक है मेरे जान अब आप मज़ा लो मेरे प्यार का.

अब मे उसको गले पेर किस करने और चाटने लगा. कभी गले पेर तो कभी होतो पेर किस करने लगा. वो बस स्ष उहह एयेए कर रही थी.

फिर मैने उसका ब्लाउस उतार दिया. अब सरिता मेरे सामने ब्रा मे थी, जो बहोट खूबसूरत थी. मैं उसके ब्रा के उपेर से ही, उसके बूब्स को चूसने लगा.

सरिता:- आह उहमा आराम से करो.

मई अपनी ज़ुबान से उसके ब्रा के उपेर से बूब्स को चाटने लगा और सरिता के बगलो को भी चाटने लगा. वो अपने हाथ मेरे बालो पेर रख के सहला रही थी. मुझे मज़ा आ रहा था

सरिता:- जान मज़ा आ रहा हाईईइ उहह म्माआ

अब मैने अपनी शर्ट निकाल दी और मे उपेर से नंगा हो गया. वो मुझे देखने लगी और शरमाने लगी फिर मुस्कुरा रही थी.

उसके बाद मैने सरिता की रेड ब्रा निकल दी. उसके बूब्स अब मेरे सामने थे और उसकी आँखे बंद थी. ज़ोर ज़ोर से साँसे लेने की वजह से बूब्स उपेर नीचे हो रहे थे.

मैने बूब्स के निपल पेर अपनी ज़ुबान धीरे से घुमाई और सिसक उठी.

सरिता:- आई माआअ उहह बाबयी…

उसको मज़ा आ रहा था. मई उसके बूब्स को धीरे धीरे से अपने होतो से चूसने लगा. वो मज़ा ले रही थी और सिसकिया लेने लगी. एक के बाद दूसरा बूब्स चूस रहा था.

सरिता:- उउउहह रोहित बेबी मज़ा आ रहा है आज पहलू बार सस्स्शह ऐसे ही करते रहो…

मई उसके बूब्स करीब 25मीं तक चूस्ता रहा जिससे बूब्स पेर मेरे लार लग गयी थी और बूब्स चमक रहे थे. उसके बूब्स पहले से ज़्यादा मोटे हो गये थे.

बूब्स को चूस्ते हुए मई धीरे धीरे उसके नाभि तक आ गया और उसकी सॉफ्ट और पतली नाभि को चाटने लगा. जिससे वो तड़पने लगी और मेरा सिर पेट मे दबाने लगी.

20 मीं नाभि को चूसने के बाद वो मुझसे बोली-

सरिता:- तुम बहोट ही ज़्यादा प्यार करते है, मज़ा आ गया है. मेरे पति ने कभी इतना प्यार नही किया.

मैं:- अछा हुआ नही किया फिर मुझे आप कैसे मल्टी, और आपका यह खूबसूरत बदन मुझे कैसे मिलता.

सरिता:- हन आपको तो मज़ा आ रहा है, बुत आपसे ज़्यादा मज़ा मुझे आ रहा है.

अब मैं उसका लहनगा खोलने लगा और धीरे धीरे उतरने लगा. वो शर्मा के अपना मूह छुपाने लगी और अपने पैर चिपका लिए. उसकी यह अदा मुझे पसंद आई.

मैने उससे कहा जान शरमाना छोड़ो और पैरो को खोलो. मुझे आपकी सबसे खूबसूरत जगह को प्यार करना है. सरिता कुछ नही बोली और और शरमाने लगी. फिर मैं उसकी छूट के उपेर धीरे से किस किया और वो मचल उठी.

सरिता:- उउउहह…

मई धीरे धीरे उसके छूट के उपेर अपनी ज़ुबान घूमने लगा और चाटने लगा. जिसके कारण सरिता ने अपने पैरो की पकड़ ढीली कर दी.

जिससे मैने अब उसके पैरो को डिलेस और छूट के पूरे डरसन किए तो उसकी छूट पेर हल्के बारीक बाल थे. जो छूट को खूबसूरत बना रहे थे. मैने उसकी छूट पेर अपनी ज़ुबान र्खी और चाटने लगा. वो मचल गयी और ज़ोर ज़ोर से गांद और पैर हिला रही थी.

सरिता:- उहह श ह रोहित क्या कर रहे हो तुम…

मैं छूट को ज़ोर ज़ोर से अंदर तक चाटने लगा और किस कर रहा था. मैने उसकी गांद के नीच तकिया रखा जिससे गांद उपेर हो गयी. मैं अपनी ज़ुबान छूट से लेके गांद के छेड़ तक ले गया जिससे वो मचल मचल के पागल हो गयी.

उसने अब अपना एक हाथ से मेरे सिर को छूट मे दबाया और झाड़ गयी और मे उसका पानी की गया और 10मीं तक ऐसे चाटने लगा.

फिर मे उठा और अपनी पेंट उतरने लगा और वो मुझे शरमाते हुए देख रही थी. मैने अपनी पेंट उतरी और फिर अपना अंडरवेर उतरा तो मेरा लंड गंगानगर हुए भर उछाल गया.

सरिता मेरे लंड बहोट गुर से देख रही थी और दर भी रही थी. डरते हुए मुझसे कहने लगी-

सरिता:- बाप रे इतना बड़ा है आपका! मेरे पति का इससे छोटा है. इससे मे कैसे ले पौगी, मैं अपने पति का नही ले पाती हू सही से.

मैं:- कुछ नही होगा बेबी, मैं प्यार से और आराम से करूगा.

सरिता:- प्लीज़ रोहित तुम तोड़ा ध्यान से करना जो करो. आपको पता ही होगा फिर मेरा क्या हाल होगा. मैने आज तक इतना बड़ा नही लिया है.

मैने कहा अब यह सब छोड़ो और इससे प्यार करो मूह मे लेके.

वो बोली:- मैने आज तक अपने पति का मूह मे नही लिया है. आपका तो बहोट बड़ा है मूह मे नही जाएगा.

मई:- बेबी कुछ नही होगा, जितना जाए उतना लेके देखो.

फिर वो मेरे लंड के पास आई और मैने अपना लंड उसके होतो पेर रख दिया.

उसने मूह मे खोला और लंड को पकड़ के धीरे से मूह मे लेने लगी. मुझे बहोट मज़ा आ रहा था. वो शरमाते हुए लंड को चूस रही थी. सरिता के मूह मे आधा लंड ही जा रहा था जिसे वो बड़े प्यार से चूस रही थी.

मैने उससे कहा जान पूरा मूह मे लो मुझे मज़ा आ रहा है. वो लंड मूह लेने की कोसिस कर रही थी, लेकिन पूरा अंदर नही जेया रहा था. मैं उसे देख कर हासणे लगा और वो भी शरमाने लगी.

करीब 20 मीं सरिता ने मेरा आधा लंड बड़े प्यार से चूसा. फिर मैने उससे उठाया और बेड पेर लिटा दिया. तकिया उसकी छूट के नीचे रखा और मैं उसके उपेर आ गया.

वो बोली- बेबी प्लीज़ मुझे आराम से प्यार करना, आपका यह बहोट बड़ा है. मुझे दर्द होगा आज बहोट.

मैं:- कुछ नही होगा, सब कुछ आचे से हो जाएगा.

फिर मैं अपना बड़ा लंड उसकी छूट पेर फेरने लगा, जिससे वो सिसक उठी. सरिता को मज़ा आने लगा. अब मैने अपना लंड छूट के छोटे आए छेड़ पेर रखा और धक्का दिया. मेरा 2 इंच ही अंदर गया और सरिता चिल्लाने लगी.

सरिता:- ह उउउइमा धीरी से करो प्लेआसीए.

मैं उसको कस के पकड़ने लगा और लिप्स को ज़ोर्से किस करने लगा. उसने भी मुझे अपने दोनो हाथो से कस के पकड़ लिया और आँखो से आँसू आने लगे. छूट से खून निकालने लगा.

मैने उससे पूछा 5मीं बाद आपका पति आपको छोड़ता नही है क्या. आपकी छूट बहोट टाइट है. मई उससे लीप और गालो पेर किस करने लगा,उसने मुझे कासके पकड़ा हुआ था. दर्द बहोट हो रहा था उससे. अपना फेस मेरे सीने मे दादा लिया था. मेरे पूछने पेर बोली-

सरिता:- उहााअ मेरे पति ने मुझे 6 महीने पहले प्यार किया था. उसके बाद आज कर रही हू बस. मेरे पति का वो छोटा है जिससे मेरे बाकछे नही है अभी तक.

सरिता:- शादी को 2 साल हो गये है, पहली बार ऐसा दर्दनाक प्यार हुआ है.

फिर उसने अपने दोनो पैरो से, मेरे कमर को जाकड़ लिया. उसका दर्द कुछ कम हुआ. मैने एक झटका लगाया तो मेरा 5इंच लंड छूट मे चला गया और मैने उसके लिप्स अपने होतो से कासके दबा दिए और सरिता बहोट ज़ोर से झटपट आने लगी. वो ज़ोर ज़ोर से डिसेबल लगी लेकिन मैने उससे लड़के दबाए रखा.

सरिता:- गुऊु उहह रोहितत्त धीरे करो प्लेआस्ीई.

फिर मे उससे अपने नीचे दबाए रखा जिससे उसका दर्द कम हो. मैं किस करने और बूब्स चाटने लगा.

15 मीं बाद मैने उससे पूछा की अब दर्द केसा है आपका. तो उसने कहा की अभी तोड़ा कम है लकिन थोड़ी देर मत करना आप.

फिर 20 मीं मैं उससे किस करता रहा और उसके बूब्स चूस्ता रहा. उसको अब मज़ा आ रहा था. फिर मैने उससे पूछा बेबी अब कैसा काग रहा है आपको? उसने मुस्कुराते हुए कहा ठीक है अब.

अब मैं उसको धीरे धीरे छोड़ने लगा. सरिता को भी अब मज़ा आने लगा था. मेरा अभी उसकी छूट मे 5 इंच लंड था. अब मैने एक झटके मे अपना पूरा लंड छूट मे घुसा दिया.

उसको तोड़ा दर्द हुआ लकिन उसने सहें कर लिया. मैं उससे धीरे धीरे छोड़ता गया. वो धीरे धीरे सिसकियाँ लेने लगी.

सरिता:- उहह आअहह सस्शह.

करीब 40 मीं तक ऐसे छोड़ने के बाद दोनो एक साथ झाड़ गये. वो 3 बार झाड़ चुकी थी. उसके ब्लड से बेड खराब हो गया. पेर उसे मज़ा बहोट आया. उसने मुझे बताया की मे आज पहली बार सॅटिस्फॅक्षन मिला है.

मेरा लंड उसकी छूट मे रहा और वो मुझे कासके लिपट कर सो गयी. मे भी उससे चिपका कर सो गया उसके साथ. सरिता के फेस पेर बहोट ख़ुसी देखी दी मुझे.

थॅंक्स ड्के.

यह कहानी भी पड़े  मेरी बर्बादी की कहानी – पार्ट 2


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