कहानी खूबसूरत लड़की से नज़दीकी बढ़ने की

नमस्ते दोस्तों, ये मेरी पहली स्टोरी है. होप आप लोगों को अची लगे. चलिए स्टार्ट करते है कहानी. ये कहानी है 6 साल पहले की जहा मेरा पहला जॉब था इट में चेन्नई, तमिल नाडु.

मेरा नाम राजेश (नामे चेंज्ड), उमर 25, हाइट 5’3″, ग्रे स्किन, आवरेज लुकिंग हू आंड लोंग-लासटिंग फक्किंग सेशन करता हू.

मैं बहुत शाइ टाइप का लड़का था. मुझे जॉब में जाय्न करे 1 साल हो गया था आंड ऑफीस के सारे एंप्लायीस मुझे आचे से जानते थे. क्यूंकी जब भी सिस्टम/सॉफ्टवेर/नेटवर्क ओरियेनटेड कुछ काम नही करता, सब मुझे ही बुलाते थे आंड हुमारे ऑफीस में 150 प्लस एंप्लायीस थे.

तो एक दिन ह्र ने मुझे एमाइल में कहा था की एक न्यू असिस्टेंट मॅनेजर फॉर ट्रैनिंग आंड डेवेलपमेंट 2 दिन में जाय्न होंगे, तो मुझे उनके लिए न्यू सिस्टम रेडी करना था वित ऊज़रनाम आंड पासवर्ड तो लोजीन.

फिर 2 दिन बाद मुझे फिरसे ह्र ने बुलाया आंड न्यू ज़ोइने से मिलाया. उनका नाम था अनिता (नामे चेंज्ड), वो 35 एअर ओल्ड थी, अनमॅरीड, बहुत गोरी, सेक्सी लुक्स आंड पर्फेक्ट फिगर था. शी वाज़ डॅम ब्यूटिफुल. मैं उन्हे डेक्ता ही रह गया. फिर होश में आया आंड अपने आपको इंट्रोड्यूस किया.

मैं: हेलो, वेलकम तो क्षकशकश कंपनी. ई आम राजेश, इट सिस्टम अड्मिनिस्ट्रेटर.

अनिता: हेलो राजेश, नाइस तो मीट योउ आंड थॅंक्स फॉर थे वॉर्म वेलकम.

फिर ह्र ने मुझे उन्हे हेल्प करने के लिया कहा, तो मैने उन्हे उनका सिस्टम लोजीन करने में हेल्प की.

मैने उन्हे कहा: अगर आपको कुछ भी हेल्प चाहिए, तो आप मुझे बोल सकती हो.

फिर अनिता थॅंक योउ कहा. जब मैं वापस अपने प्लेस पर आया तो सारे कॉलीग्स ने पूछा कों है वो ब्यूटिफुल लड़की. मैने उनको सब बताया की असिस्टेंट मॅनेजर फॉर ट्रैनिंग आंड डेवेलपमेंट टीम से है. सब का दिल बस अनिता के उपर आ गया उस दिन से, और सब अनिता को लाइन मारते थे.

ज़्यादातर ऑफीस के लोग सब तमिल थे, आंड अनिता आक्च्युयली नॉर्थ इंडियन सेटल्ड इन चेन्नई थी. मुझे आचे से हिन्दी बोलनी आती थी, तो अनिता मुझसे ज़्यादा फ्रेंड्ली वे में हिन्दी में बात करती थी. मुझे भी अछा लगता था अनिता से डेली बात करना.

अब ऑफीस के सारे लड़के अनिता को लाइन मारते थे आंड जब भी वो चलती थी सब उसके बूम को देख के बस अपने-अपने लंड को कंट्रोल करते थे, इतनी खूबसूरत थी अनिता.

अब मेरा आंड अनिता का फ्रेंडशिप बहुत स्ट्रॉंग हो गया था. उसे कुछ भी डाउट होता तो वो मुझसे ही हेल्प लेती थी. एक दिन की बात है. उस का न्यू प्रॉजेक्ट साइन हो गया था. तो हमारी वाइस प्रेसीडेंट ने अनिता को कहा की योउ शुड ट्रेन थे न्यू गाइस फॉर थे प्रॉजेक्ट बेस्ड अपॉन थे रिक्वाइर्मेंट.

अब अनिता को नाइट शिफ्ट में लोजीन करना पड़ना था फॉर नेक्स्ट 1 मंत. अनिता ने मुझे कहा की कैसे वो अकेली नाइट में मॅनेज करेगी. क्यूंकी न्यू टीम वित मॅनेजर सब जेंट्स थे, आंड अनिता अकेली लड़की, और वो भी खूबसूरत लड़की.

तो मैने कहा: मैं ये कर सकता हू की अपने मॅनेजर को बोल कर अपनी शिफ्ट नाइट की करवा लेता हू. वैसे भी इट मॅनेजर की ज़रूरत पड़ेगी. आप भी एक एमाइल कर दीजिए मेरे मॅनेजर को की इस न्यू प्रॉजेक्ट के लिए डेडिकेटेड इट सपोर्ट चाहिए.

फिर ऐसे ही हुआ. अनिता ने मेरे मॅनेजर को एमाइल की. देन मेरे मॅनेजर ने मुझे भी नाइट शिफ्ट असाइन कर दी मेरे पूछने से पहले. उसके बाद अनिता ने मुझे कॉल की-

अनिता: हेलो राजेश, कैसे हो?

मैं: हेलो अनिता, ई आम गुड, हाउ अरे योउ?

अनिता: ई आम गुड आंड थॅंक योउ फॉर थे सपोर्ट.

मैं: मिस बात का थॅंक्स बोल रही हो अनिता?

अनिता: नाइट शिफ्ट में आने के लिए.

मैं: अर्रे अनिता, इट’स ओक. तुम्हारे लिए इतना तो कर ही सकता हू.

अनिता: थॅंक्स अगेन, इस ऑफीस में सिर्फ़ तुम ही हो जिससे मैं खुल के कुछ भी शेर कर सकती हू.

मैं: एस, सेम हियर. मुझे भी आपसे हिन्दी में बात करना अछा लगता है. वरना सब तो यहा तमिल में ही बात करते है.

अनिता: हाहाहा करेक्ट.

मैं: वैसे भी जब से आप ऑफीस जाय्न करी हो, सब इंग्लीश बोलना ज़्यादा चाह रहे है, आपसे बात करने के लिए.

अनिता: तो अछा है ना ऑफीस कल्चर के लिए.

मैं: हा करेक्ट, बुत इंग्लीश तो बहाना है. सब को आपकी ट्रैनिंग जाय्न करनी है तो सी योउ.

अनिता: तो सी मे. मैं कुछ समझी नही.

मैं: सब लोग ऑफीस में आपको लाइन मारते है.

अनिता: हा ये तो मैं जानती हू.

मैं: ओक.

अनिता: ईवन सारे मॅनेजर्स भी मुझे लाइन मारते है कम्यूनिकेशन ट्रैनिंग फॉर टीम के बहाने.

मैं: आपको तो सब पता है.

अनिता: हा, ओक चलो मुझे नींद आई है, बाइ.

मैं: बाइ, गुड नाइट.

फिर 1 मंत तक हम दोनो नाइट शिफ्ट किए आंड इस दौरान हम बहुत आचे दोस्त बन गये. अब हम दोनो टी ब्रेक आंड लंच एक साथ करते थे. अब दूसरे टीम के लड़के मुझसे पूछते थे की अनिता को क्या पसंद था, तो इंप्रेस हेर. कुछ मॅनेजर्स ने तो अनिता को डिन्नर के लिए भी पूच लिया था, जो मुझे अनिता ने बताया. और उसने उन्होने बड़े प्यार से माना कर दिया था.

अनिता के घर में सिर्फ़ उनकी मा थी, आंड दाद की डेत बहुत पहले ही हो गयी थी. उसकी एक छ्होटी बेहन भी थी, मगर उसकी छ्होटी बेहन ने लोवे मॅरेज कर ली थी, तो अनिता आंड उसकी मा ने छ्होटी बेहन से सारे रीलेशन कट कर दिए.

अब अनिता आंड मैं बहुत आचे दोस्त बन चुके थे आंड अनिता मुझे अपने घर भी इन्वाइट करती थी फॉर लंच आंड डिन्नर. क्यूंकी मैं दोस्तों के साथ रूम में रहता था. और उसको पता था की मैं बाहर से खाना खाता था. सो अनिता मुझे अपने घर लंच और डिन्नर के लिया बुलाती थी.

अनिता की मा से भी मेरा अछा बॉन्ड हो गया था. एक दिन रात को मैं अनिता से फोन पर कॉज़ल बात कर रहा था. तब मैने उसकी शादी ना करने का कारण पूछा.

अनिता: लंबी कहानी है, किसी दिन बतौँगी.

मैं: कल वीकेंड है तो आप अभी बोल सकती हो.

अनिता: तुम बोर हो जाओगे मेरी स्टोरी सुन के.

मैं: पहले स्टोरी तो बोलो, फिर ई विल डिसाइड बोरिंग है या एग्ज़ाइटिंग.

अनिता: अछा जी.

मैं: हा जी, अब बोलिया ना.

अनिता: जब मैं छ्होटी थी, तो दाद का अफेर चल रहा था. वो मों के साथ ज़बरदस्ती सेक्स करते थे, जो मुझे और मेरी बेहन को दूसरे रूम में सुनाई देता था. इस वजह से मुझे आदमियों से नफ़रत हो गयी थी.

अनिता: फिर दाद दूसरी लड़की के लिए हमे छ्चोढ़ गये, और सारी ज़िम्मेदारी मों पर आ गयी. उन्होने अपनी सारी लाइफ हमे बड़ा करने में गुज़ार दी. जब हम दोनो बहने जॉब करने लगी, तो मों को हमने रेस्ट दिया. बुत इस दौरान मेरी छ्होटी बेहन ने लोवे मॅरेज कर ली बिना हमारा सोचे. तो अब विश्वास नही होता किसी पे.

मैं: ओह ई सी. बुत सारे आदमी सेम नही होते है. कुछ आचे लोग भी है दुनिया में.

अनिता: करेक्ट, बुत मेरी लाइफ में सब बुरे लोग ही मिले है.

मैं: ह्म ई अंडरस्टुड. ईवन ऑफीस में सब ये बोल रहे थे की आपका लोवे फेल्यूर हुआ है, इसलिए आप अभी भी सिंगल हो.

अनिता: तू तुमने कन्फर्म करने के लिए मेरी स्टोरी पूछी?

मैं: अर्रे नही अनिता जी, हम आचे दोस्त है, तो मैने पूछा.

अनिता: ये इट’स ओक. बुत फ्यई, मेरा लोवे फेल्यूर हुआ है.

मैं: वॉट? रियली! कैसे?

आयेज की स्टोरी नेक्स्ट पार्ट में बतौँगा. अगर आपको आयेज की कहानी चाहिए, तो मैल करे [email protected]

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