खाली घर में सेक्स का मज़ा लेती बहनो की कहानी

हेलो दोस्तों, मेरा नाम रीना है, और मेरी उमर 20 है. मैं आमेडबॅड से हू. अगर कोई आमेडबॅड से है, और अगर लेज़्बीयन सेक्स में इंट्रेस्टेड हो, तो मैल या फीडबॅक ज़रूर देना. पिछली स्टोरी पर कोई फीडबॅक ही नही मिला है, तो इस कहानी पर फीडबॅक ज़रूर देना.

पिछली स्टोरी में आपने पढ़ा के कैसे मैने और पूजा ने ज़ोरदार, जाम कर लेज़्बीयन सेक्स किया. और मैने कैसे पूजा की छूट फाड़ के पानी निकाल दिया. अब इस कहानी में पढ़िए की कैसे मामा ने हम दोनो को सेक्स करते पकड़ा, और फिर हमारे साथ क्या किया.

फिर मैं और पूजा बिस्तर पर लेते रहे कुछ देर तक और बातें करने लगे. हम किस भी कर रहे थे.

मे: पूजा तेरे छूट बहुत सेक्सी है. मज़ा ही आ गया. मामी की छूट भी ऐसी ही है क्या?

पूजा: चुप कर रंडी, वो तेरी मामी है.

मे: चल मामी नही तो मामा का ही बता दे. उनके लंड के बारे में.

पूजा: मामा का लंड तो बड़ा ही होगा ना?

मे: ह्म कोई नही. तुझे मामा के लंड से चूड़ते देखने का मॅन हो रहा है. कैसे रंडी की तरह चूड़ेगी, तुझे मज़ा ही आ जाएगा.

फिर मैं बातरूम नहाने चली गयी. पीछे से पूजा भी आई और बातरूम में भी हमने शवर में सेक्स किया.

पूजा: अभी तक मॅन नही भरा तेरा छिनाल? एक नंबर की चुड़क्कड़ है तू. कितना चूसेगी? चूस-चूस के सारे रस्स निकाल देगी क्या? छ्चोढ़ भी दे ना अब, बहुत देर हो रही है. जान लेगी क्या छिनाल मदारचोड़?

मे: मेरा बस चले तो इसे काट के ले जौ मेरी रंडी बेहन. तू एक नंबर की रंडी है. कुत्ते की तरह छोड़ती तुझे अगर मेरे पास लंड होता तो.

पूजा: आह रीना धीरे-धीरे कर. भागी नही जेया रही हू मैं. धीरे कर कुटिया.

फिर हम दोनो ने ऐसे ही मज़ेदार सेक्स किया, और आ कर बिस्तर पर सो गये. फिर जब मेरी सुबह आँखें खुली, तो पूजा वाहा नही थी. वो उठ कर बातरूम में फ्रेश होने चली गयी थी. मैं फिरसे थोड़ी देर सो गयी, और फिर पूजा आई और बोली-

पूजा: उठ ना छिनाल, कितना सो रही है? अब उठ भी जेया मेरी बेहन.

मे: तूने जो हाथ डाला था, वो अब जाके दुख रहा है. आज रात तेरी छूट और गांद में दोनो हाथ डाल दूँगी. फिर पता चलेगा तुझे दर्द किया होता है मदारचोड़. रंडी कही की.

फिर मैं भी उठ कर फ्रेश होने चली गयी. और जेया कर मामा और मामी को प्रणाम किया. फिर हम दोनो नाश्ता करने बैठ गये. नास्था करने के बाद फिर हम दोनो घर का काम करने लगे, और मामा जी खेत में चले गये उनका काम करने के लिए.

हम दोनो और मामी ने पुर घर का काम करीब 12 बजे तक कंप्लीट किया, और फिर हम तैयार हो गयी बाहर घूमने जाने के लिए. हम बाहर गयी, और यहा-वाहा घूमने लगी. बहुत देर घूमने के बाद हम करीब 2 बजे के बाद घर वापस आई. तब मामी तैयार हो रही थी. लगता है कही बाहर जेया रही थी.

मामी ने कहा: मैं दूसरे गाओं जेया रही हू. अब मैं रात को अवँगी.

ये सुनते ही हम खुश हो गयी, क्यूंकी रात तक हमे डिस्टर्ब करने वाला कोई नही था. मैं जी भर के पूजा की छूट चाट सकती थी, और पूजा से मेरी गांद चटवा सकती थी. फिर मामी निकल गयी गाओं के लिए. और बोल के गयी-

मामी: खाना तैयार है, खा लेना.

फिर हम दोनो फ्रेश हुए, और खाना खाने बैठ गये. खाना बड़ा ही स्वादिष्ट था. खाने में मज़ा ही आ गया. पर खाने से ज़्यादा स्वादिष्ट तो पूजा थी. हमने जल्दी-जल्दी खाना खाया, और प्लेट और बर्तन ढोने चली गयी.

(लेज़्बीयन गर्ल बेफिकर हो कर मेसेज कर सकती है, और अभी तक जिसकी छूट गीली हो चुकी है और लंड खड़ा हो चुका है, वो मुझे फीडबॅक ज़रूर देना).

हम बर्तन धो ही रहे थे, की मामा जी भी आ गये. हम तोड़ा शॉक हो गयी की मामा जी दोपहर में कैसे आ गये. क्यूंकी मामा जी जब खेत में जाते है, तो सीधा रात को ही लौट-ते है. पर खैर आ गये तो आ गये.

फिर हमने मामा जी को खाना दिया, और वो खाना खा कर चले गये. अब पुर घर पर मैं और पूजा अकेले थे. पूजा किचन में कुछ काम कर रही थी. मैं पीछे से गयी, और पूजा को ज़ोर से पकड़ लिया. वो दर्र गयी. फिर मैं उसके कानो को किस करने लगी.

मे: आ पूजा आ, पूरा दिन तेरा रस्स पियूंगी.

और उसके बूब्स को दबाने लगी. क्या बड़े-बड़े बूब्स थे आ.

पूजा: छ्चोढ़ ना यार, काम करने दे.

मे: चुप कर छिनाल रंडी. आज तुझे नही छ्चोधूंगी. तेरी चुचियों का सारा दूध निकाल कर उसकी छाई बनौँगी.

पूजा: अहह मदारचोड़, ऐसे ही कर. और कर मेरी छिनाल बेहन. बड़ी मदारचोड़ बेहन है. पहले क्यूँ नही मिली तू मुझे? अब तक कहा थी रंडी?

मे: हा यार, हम पहले क्यूँ नही मिले? लेकिन कोई नही, अब मिले है तो छ्चोधेंगे नही.

और हम ऐसे ही एक-दूसरे को सहलाने लगी. एक-दूसरे को किस करने लगे.

पूजा: आह ऑश रीना किस में यार, प्लीज़ किस मे. चूस लो मेरे होंठो को यार, किस में ना.

हम ऐसे ही रोमॅन्स कर रहे थे. पर मामा जी कुछ भूल गये थे घर से खेत में कुछ ले जाना, और इसीलिए वो वापस आए घर पर. वो जिस चीज़ के लिए आए, वो घर के पीछे पड़ी थी. फिर वाहा लेने गये. इधर हमारा रोमॅन्स चल रहा था. हम दोनो सिर्फ़ पॅंटीस में थी, और हमने सारे कपड़े उतार दिए थे.

मैं पनटी के उपर से पूजा की छूट मसल रही थी, और पूजा सिसकारियाँ निकाल रही थी. यही सिसकारियाँ मामा जी को सुन गयी. और वो खिड़की में से देखने लगे. फिर जब मामा जी ने हम दोनो एक-दूसरे के साथ रोमॅन्स करते देखा, तो वो शॉक हो गये.

पर हम हमारे काम में लगे हुए थे. फिर धीरे-धीरे मामा जी को भी मज़ा आने लगा. वो बाहर खड़े-खड़े अपना लंड हिलने लगे, और देख रहे थे की उनकी बेटी कितनी बड़ी चुड़क्कड़ थी.

मामा जी अपनी मूठ मार रहे थे. फिर मामा जी आयेज से दरवाज़ा खोल कर एक-दूं से अंदर आ गये. हम दोनो दर्र गयी, और अपने आप को अपने हाथो से च्छुपाने लगी.

आयेज की स्टोरी नेक्स्ट पार्ट में, की कैसे मामा जी ने हमे कुटिया की तरह छोड़ा.

इस स्टोरी का फीडबॅक आप क्राज़्ीबल्ल893@गमाल.कॉम इस ईद पर दे सकते है, और कोई लेज़्बीयन है आमेडबॅड में से, और सेक्स छत करना चाहती हो, तो ये ईद पर मैल कर सकती है. दोस्तों अगली कहानी के लिए फीडबॅक ज़रूर देना. बाइ.

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