जेठ ने अपने छ्होटे भाई की बीवी की चुदाई की

हेलो दोस्तों, ये मेरी पहली कहानी है. इस कहानी को लिखने से पहले मैं अपने बारे में बता डू. मेरा नामे इशान गुप्ता है, और मैं देल्ही से हू. मैं ड्के का 8 सालो से रेग्युलर रीडर हू. सबकी कहानिया पढ़ने के बाद मैने सोचा की मैं भी अपने साथ बीते हुए कारनामो को सब के सामने रखू.

मेरी बॉडी नॉर्मल है, 5’3″ की हाइट है, और शरीर फिट है. ना ज़्यादा पतला और ना ही मोटा शरीर है. मेरे लंड की लंबाई कोई 7 या 9 इंच की नही है, जैसा अक्सर लोग अपनी कहानियों में लिखते है. वो 5.5 इंच लंबा और 2.5 इंच मोटा है, जो किसी की भी चुदाई करने के लिए एक-दूं पर्फेक्ट है.

और हा दोस्तों मुझे छोड़ने से ज़्यादा छूट चाटना पसंद है. इस तरह से चाटना की कोई भी लड़की, आंटी, या भाभी पानी छ्चोढ़ जाए. लंड और जीभ से किसी को भी 100% सॅटिस्फॅक्षन दे सकता हू.

अब आते है कहानी पर. बात आज से 6 महीने पहले की है. मेरा छ्होटा भाई और उसकी बीवी के बीच अक्सर कुछ ना कुछ लड़ाई झगड़ा शुरू होने लगा था, जब की शादी को सिर्फ़ 1 साल ही हुआ था. भाई ज़्यादा कुछ काम धनदा नही करता था, तो पैसे की दिक्कत रहती थी उसको. मैं 1 अची मंक में जॉब करता हू गुरगाओं में, तो मेरे साथ मेरी बीवी बहुत खुश थी.

भाई की आदते भी कुछ सही नही थी. वो बात-बात पर अपनी बीवी पर हाथ उठा देता था. 7 फेब्रुवरी 2023 मेरे ससुराल में बड़े सेयेल की शादी थी, तो उसमे मेरी वाइफ 20 दिन पहले ही चली गयी.

मुझे ऑफीस से इतनी लीव्स नही मिलती, तो मैने उसी दिन जाने का फैंसला किया. अगले दिन मैं वाइफ को रेलवे स्टेशन तक छ्चोढ़ आया था. घर आते हुए मुझे रात के 11 बाज गये थे. घर आया, तो भाई की बीवी ने गाते खोला, और मैं अपने रूम में आ गया.

जब उसने मुझे खाना ला कर दिया, तो उसके तेवर कुछ बदले हुए थे. उसने 1 नॉटी स्माइल के साथ मुझे खाना सर्व किया, और अपने रूम में सोने चली गयी. अगले दिन सुबा सब कुछ नॉर्मल था, और मैं ऑफीस निकल गया. शाम को 8 बजे मैं वापस आया तो नेहा ने गाते खोला, नेहा मेरे भाई की बीवी है.

मैने अपनी बिके पार्क की और अपने रूम में आके बैठ गया. थोड़ी देर बाद नेहा छाई बना कर ले आई, और फिर 1 स्माइल के साथ छाई दी. 9:30 बजे भाई पता नही कहा से शराब पी कर घर आया और बिना खाना खाए ही कमरे में जेया कर सो गया.

मैने और नेहा ने खाना खाया, और अपने-अपने रूम में चले गये. थोड़ी देर बाद मैने देखा नेहा मेरे कमरे के बाहर खड़ी थी. मैने देखा और पूछा-

मैं: क्या हुआ नेहा, यहा क्यूँ खड़ी हो?

नेहा: कुछ नही भैया. बस ऐसे ही.

ये बोल कर वो स्माइल करने लगी. बदले में मैने भी स्माइल पास की, और रूम में आ गया. फिर मैने रूम की लाइट ऑफ की, और बेड पर लेट गया मैं. 20 मिनिट्स के बाद मुझे फिर कुछ आहत हुई. मैं उठा तो देखा नेहा बातरूम जेया रही थी. मैने फ्रिड्ज से पानी की बॉटल निकली और पीने लगा.

जैसे ही मैने बॉटल अंदर रख कर फ्रिड्ज बंद किया, नेहा बातरूम से बाहर आई, और उसने मुझे देखा. वो फिरसे स्माइल देने लगी. मैं भी स्माइल दे कर अपने रूम में आ गया. पीछे देखा तो वो फिरसे देख रही थी.

फिर मैं आ कर लेट गया. लगभग रात के 1 बाज रहे थे. मुझे फील हुआ की कोई मुझे टच कर रहा था, और और मुझे हग करने की कोशिश कर रहा था. मैने एक-दूं से आँख खोली, तो देखा नेहा थी.

मैने बोला: ये क्या कर रही हो?

वो बोली: वही जो आप चाहते हो.

मैने बोला: लेकिन मैने ऐसा कुछ नही चाहा.

इससे पहले मैं कुछ और बोल पाता, वो मुझे लीप किस करने लगी ज़ोर-ज़ोर से. मैने उसको हटाने की कोशिश की, लेकिन उसकी लिप्स पर पकड़ बहुत ज़ोर की थी. धीरे-धीरे मुझे भी मज़ा आने लगा, और मैं भी उसको किस करने लगा और मेरा हाथ एक-दूं से उसके छ्होटे-छ्होटे चूचों पर चला गया. मुझे बहुत मज़ा आने लगा. फिर अचानक से याद आया की भाई घर में ही था.

मैने नेहा से कहा: अब इससे आयेज कुछ नही. रोहन घर पर ही है.

वो बोली: आप टेन्षन मत लो. मैने रूम बाहर से लॉक किया हुआ है, और वो दारू के नशे में सो रहे है.

ये कहते हुए उसका हाथ मेरे लंड पर पहुँच गया. उसने सिर्फ़ नाइटी पहनी हुई थी, और मुझे लिटा कर वो सीधा मेरे उपर आ गयी. मैं उसके चूचों को बारी-बारी से दबा रहा था, और चूस रहा था. वो कामुक आवाज़े निकाले जेया रही थी.

नेहा: आहह… ह… और चूज़ प्लीज़ आहह. आज बहुत दीनो के बाद इतना मज़ा आ रहा है.

ये कहते हुए उसने मेरा लोवर नीचे कर दिया, और लंड निकाल कर बाहर कर दिया. उसने एक-दूं से मेरे लंड को मूह में भर लिया, और उपर-नीचे करके चूसने लगी. मैं तो समझो जन्नत में था. उसकी जीभ की गर्माहट मुझे और ज़्यादा उत्तेजित कर रही थी.

5 मिनिट्स लंड चूसने के बाद मेरा निकालने वाला था. तो मैने उसको हटाने की कोशिश की. लेकिन वो नही हटी, और मेरी सारी मलाई उसके मूह में ही चली गयी. उसने फिर मेरा सारा वीर्या बाहर निकाल दिया और मूह धो कर वापस आ गयी.

अब बारी थी मेरी सबसे फॅवुरेट चीज़ की, छूट चाटने की. मैने नेहा को नीचे लिटाया, उसकी कमर के नीचे 1 तकिया रखा, और दोनो टांगे खोल कर चौड़ी की. स्की अंदर से एक-दूं लाल छूट खुल कर सामने आ गयी. छूट देख कर मुझसे रहा नही गया, और मैं भूखे शेर की तरह उस पर टूट पड़ा और जीभ लगा कर चाटने लगा.

नेहा मानो जैसे पागल हुई जेया रही थी. उसने आहह… आहह… उःम्मह की आवाज़े निकालना चालू कर दिया था, और वो अपनी कमर और ज़्यादा उपर उठाने लगी. वो मेरे बाल पकड़ कर मेरे मूह को छूट में दबाने लगी. 5 मिनिट्स तक छूट चाटने के बाद नेहा एक-दूं अकड़ने लगी.

मैं अपने मूह को साइड में रखता इससे पहले ही उसने पिचकारी मारी, और मेरा पूरा मूह उसके पानी से भीग गया था. मेरे होंठो पर खट्टा और नमकीन का मिक्सर बह रहा था और नेहा ज़ोर-ज़ोर से साँसे ले रही थी.

मैं भी वही लेट गया. थोड़ी देर बाद नेहा दोबारा से उठी, और मेरा लंड सहलाने लगी. मेरा लंड तंन कर एक-दूं टाइट खड़ा हो गया था. छूट चाटने की वजह से वो एक-दूं से चिकनी हो गयी थी. वो मेरे लंड के उपर बैठ गयी, और मेरा लंड सीधा उसकी छूट में चला गया.

वो इतनी ज़्यादा गरम थी, की मुझे लग रहा था की किसी सुलगती भट्टी में लंड डाल दिया हो. मैं उसको उपर से झुका कर किस करने लगा और चूचों को दबाने लगा और चूसने लगा. थोड़ी देर बाद मैने उसको नीचे किया, और उसकी ज़ोरदार चुदाई करने लगा.

वो बस आँखें बंद किए हुए आहह ह उफफफ्फ़ उम्म्म्मम की आवाज़े निकाले जेया रही थी. थोड़ी देर बाद वो फिरसे झड़ने वाली थी. मैने अपना लंड बाहर निकाला, और छूट को फिरसे चाटना शुरू कर दिया. 5 मिनिट चाटने के बाद वो फिरसे मेरे मूह में ही झाड़ गयी. उसको उठा कर मैने डॉगी स्टाइल में उसको छोड़ना शुरू किया. चुदाई करने के बाद मैं भी उसकी छूट में ही झाड़ गया था.

हम फिर ऐसे ही लेते रहे. 1 घंटे बाद मैने फिरसे उसकी छूट को खूब छाता, चूसा, और उसका पानी निकाला. अब जब भी टाइम मिलता था, हमारी छूट चटाई और चुदाई शुरू हो जाती थी. 1 दिन मैने पूछा-

मैं: नेहा, तुम एक-दूं से कैसे मुझसे चूड़ने को तैयार हो गयी?

तब उसने बोला: उस दिन आपने ही तो मुझे स्माइल देकर अंदर आने के लिए बोला था.

तब मैं समझा की ये तो ग़लतफहमी की शिकार हो गयी थी. बुत जो भी हुआ अछा हुआ. उसकी छूट बहुत मस्त है दोस्तों.

तो ये थी मेरी पहली और सॅकी कहानी. अगर आप लोगों का प्यार मिला, तो अपनी लाइफ की सारी घटनाए आप लोगों के साथ शेर करूँगा.

देल्ही न्क्र में अगर किसी भी भाभी, आंटी, गर्ल को अपनी छूट चटवानी हो, तो ज़रूर मुझे मैल करे. आपकी पहचान सीक्रेट रहेगी.

और प्लीज़ अपनी फीडबॅक ज़रूर शेर करे. थॅंक योउ सो मच.

यह कहानी भी पड़े  देवर ने मेरी चूत का घंटा बजाया


error: Content is protected !!