जवान लड़कियों की लंड की प्यास, और लेज़्बीयन सेक्स

हेलो ऑल, मेरा नाम निक है. मैं आमेडबॅड गुजरात से बिलॉंग करता हू, आंड ये मेरी सेकेंड सेक्स स्टोरी है. कोई भी भाभी या लड़की मुझसे चूड़ना चाहे, या कोई लड़का किसी भाभी आंटी बेहन को सेट करना चाहे तो मैल मे अट 

पिछली स्टोरी का सर्प्राइज़ अब खोलते है.

धीरा: तुझे ये भी पता है?

मे: हा मैने दोपहर में तुम दोनो का क्विकी देखा था. तभी से मैं भी रुचिका का दीवाना हो गया. बुत सुन, जैसे मेरे लिए सर्प्राइज़ है, वैसे ही उसके लिए भी सर्प्राइज़ रखना.

धीरा: तो अभी तू क्या करेगा?

मे: लिव पॉर्न देख कर मास्टरबेट. बुत तू शरमाना मत, नही तो मुझे नही मज़ा आएगा. बे आ रियल वाइल्ड बेबी (आंड ई किस्ड हेर ओं थे लीप).

उसने मुझे 2 मिनिट का लिपलोक्क दिया, और वो चली गयी. फिर मैने मोबाइल को टीवी से लिंक किया, आंड सीक्ट्व का लिव वीडियो देखने लगा. मैने ऑलरेडी वहाँ स्पीकर लगा रखा था, तो मुझे सब सुनाई दे रहा था, सारी बातें.

तब रुकु दी किसी से बातें कर रही थी: यार क्या मस्त प्लान बताया था तूने, मज़ा ही आ गया. ये एपिसोड देख कर तो हम दोनो की छूट गील हो गयी है. धीरा को आने दे फिर हम तीनो एंजाय करेंगे.

मैं समझ गया वहाँ नेहा थी, पर वो मुझे दिख नही रही थी. उसकी आवाज़ बहुत मस्त थी, स्वीट सी. तभी डोरबेल बाजी, और नेहा खोलने आई, और मेरे को पीछे से दिखी. उसने ब्लॅक बटरफ्लाइ टॉप और शॉर्ट्स पहना था, आंड उसकी गांद भारी हुई 36″ की होगी, और कमर 32″ की.

क्या माल थी वो. अब चेहरा देखना था, फिगर तो मस्त छोड़ने लायक था. बाहर धीरा थी. दोनो ने हग किया, और वो अंदर आ गयी. 34″ के बूब्स होंगे अप्रॉक्स, आंड चेहरा भी क्या ग़ज़ब था. काली नशीली आँखें, ब्लॉंड बाल, और गुलाब की पंखुड़ी जैसे लिप्स. ऐसा लग रहा था की अप्रॉक्स 23-24 साल की होगी. मेरा तो वहीं खड़ा हो गया था वापस.

धीरा: तू कब आई?

नेहा: जब तू पर्दे के पीछे गयी तब रूम में आई मैं. इस कामिनी रुचिका को तो पता भी नही था की मैं अंदर आ गयी हू. इसने दरवाज़ा भी खुला रखा था.

धीरा: फिर?

नेहा: फिर क्या हमने देखते-देखते उंगली की, और जब रह नही पाई, तब तेरे को बुलाने आ गयी ये.

धीरा: अर्रे क्या मस्त लंड है उसका. हम तीनो को साथ में संभाल सकता है. बीटीयौ तू क्यूँ साद है दी?

रुचिका: पहले पता होता की इसके पास इतना बड़ा है, तो मैं इसके नीचे बहुत बार आ गयी होती.

धीरा: दी मुझे भी नही पता था, मैं तो आज ही मौका छ्चोढ़ कर आई हू. बीटीयौ जीजू का कितना लंबा है?

रुचिका: ध्रुव का सिर्फ़ 3.5 इंच लंबा और 1 इंच मोटा है.

नेहा: यार, मेरे तो जीतने ब्फ बने आज तक, उनका 3 इंच से बड़ा नही निकला.

धीरा: कितने घुमाए आज तक?

नेहा: 6.

धीरा: तो एक काम कर, इसी को बना ले अपना ब्फ.

नेहा: सोच तो यहीं रही हू पर पहले पर्फॉर्मेन्स तो देखने दे. बीटीयौ कल का सोचा है कुछ? ये तो ध्रुव के साथ होगी, हम दोनो निक को कैसे पटएँगे?

धीरा: पहले मैं 1 रौंद कर लूँगी, फिर दूसरा रौंद स्टार्ट करू तब तू आना (और पुर दिन तो तुम दोनो को मैं मिलवती रहूंगी).

नेहा: तो पहले मैं ही ना पत्ता लू उसको?

धीरा: यार क्यूँ ऐसा कर रही है? तू मुझे आज चुड लेने देते.

नेहा: नही मैं.

रुचिका: तुम दोनो उसको तड़पाव सिर्फ़, पहले तो मैं ही चुड़ूँगी उससे.

धीरा: तो ध्रुव जीजू?

रुचिका: नही पहले निक फिर ध्रुव, और ये गिफ्ट मुझे तुम दोनो से चाहिए मेरी शादी का.

अब मेरे अंदर खुजली मचने लगी थी, और इतनी ही देर में रुचिका ने अपना टॉप उतार दिया, और सेडक्टिव वे में नेहा के पास जेया कर नेहा को चूमने लगी गले में. पीछे से धीरा ने रुचिका के बाल हटाए, और रुचिका के गले को चूसने लगी.

अब मेरा हाथ ऑटोमॅटिक मेरे लंड पे चला गया. लेज़्बीयन थ्रीसम मैं पहली बार देख रहा था. लेज़्बीयन पॉर्न बहुत देखे, पर मेरी जान पहचान में कहीं नही देखा था. अगर आपको फील देने के लिए समझोउ, तो रुचिका एलिया भट्ट जैसी लग रही थी, धीरा सोनाकशी सिन्हा जैसी, आंड नेहा कृति सनों जैसी. सोच लो ये तीनो का मिलन सोच लो.

और तभी रुचिका ने नेहा को लिपलोक्क मारना स्टार्ट कर दिया, आंड धीरा ने रुचिका की शॉर्ट्स उतार दी और गांद को अंडरवेर के उपर से चाटने लगी. तीनो बोल रहे थे काश निक यहाँ होता काश.

नेहा: उम्म्म्मम मैं तो उसका लंड देख कर ही पागल हो गयी हू. और उसी का फोरप्ले तुम लोगों में फील कर रही हू.

रुचिका: मैं निक समझ कर ही तुझे चूस रही हू. मैं तो उसका खड़ा लंड उसके पाजामे में देख कर भी आई हू. आहह निक ऑश निक.

धीरा: मैं तो पानी-पानी हो कर, उसका लंड मूह में लेकर, चूस कर आई हू. क्या भाई है मेरा.

अब मुझसे कंट्रोल नही हुआ, और मैं सेट-उप बंद करके उनका डोर नॉक किया. रुचिका ने दरवाज़ा खोला. टॉप और शॉर्ट्स पहनी थी उसने, आंड बिल्कुल नॉर्मल लग रही थी.

मे: दी मुझे आपसे कुछ बात करनी है.

रुचिका (आहें भरते हुए): अभी?

मे: एस.

और मैं अंदर गया. अंदर कोई नही था. मैं शॉक रह गया, ईवन बातरूम भी खुला था.

रुचिका: बोल ना निक क्या हुआ? जल्दी बोल, फिर कल दोपहर से फंक्षन्स है यार.

मे: मुझे आपके साथ सोना है.

रुचिका: वाइ? क्यूँ?

मे: बस ऐसे ही. फिर कब मौका मिलेगा, आंड धीरा कहाँ गयी?

रुचिका (सोचते हुए): पता नही, वो तो मेरे साथ बात करके चली गयी. रूम में नही आई?

मे: दी एक बात बोलू?

रुचिका: हा बोल ना

और मैं रुचिका की आँखों में देख, कर उसके गले पे हाथ रख कर, उसके लिप्स को चूसने लगा. वो पहले खुश हुई, फिर बोली-

रुचिका (गुस्से में) निक वॉट अरे योउ डूयिंग?

मे: आपने ही तो बोला की पहले पता होता तो आप बहुत बार मेरे नीचे आ चुकी होती.

रुचिका: तुझे कैसे पता?

मे: क्या कॅमरा लगाना आपको ही आता है?

आंड मैने लिव सीक्ट्व दिखा दिया. मुझे ये भी पता चला की वो दोनो पर्दे के पीछे एक रूम बना था वहाँ चली गयी थी. मैने रुचिका को चुप रहने को कहा.

रुचिका: यार तू पहले बता देता ना, इतना क्यूँ तडपया?

मे: आप तीनो तो मुझे पूरी रात तड़पाना चाहते थे.

रुचिका: तूने नेहा को रियल में देखा है या सिर्फ़ सीक्ट्व में?

मे: नेहा का तो पता नही, पर आपको सिर्फ़ सीक्ट्व में देखा है मैने, ओरिजिनल रुचिका.

रुचिका: कामीने तू तेरी होने वाली भाभी को तेरे भाई के पहले छोड़ना चाहता है?

मे: जब मेरी होने वाली भाभी मेरे लंड के लिए तड़प रही हो, तो क्यूँ नही?

रुचिका: तो उन दोनो का क्या करेंगे?

मे: बुला लो दोनो को. वेट, हम अंदर चलते है.

रुचिका वेट बोले, उससे पहले मैं अंदर चला गया, आंड अगेन सर्प्राइज़्ड. रूम में नेहा आंड धीरा वर्षा आंटी की छूट चूस रही थी (वर्षा आंटी मतलब धीरा आंड रुचिका की मों). वो शॉक हो गयी आंड उनका गाउन नीचे करने लगी. तब मुझे पता चला की ये तो प्यासी आंटी ज़ोरदार थी, और तब वर्षा आंटी बिल्कुल सुष्मिता सेन जैसी लग रही थी.

मे: ये क्या है आंटी?

वर्षा आंटी: निक बेटा, ह्म बेटा सुन मैं, वो मैं.

मे: चलो मेरे साथ बाहर, मुझे आपसे बात करनी है.

वर्षा आंटी (बाहर रुचिका के रूम में आ कर डरते हुए): निक समझ, मैं सालों से प्यासी हू. तेरे अंकल ने धीरा और रुचिका के बाद मुझे एक किस तक नही दी.

मे: तो लंड लो ना, ये लड़कियों के साथ क्यूँ?

आंटी: रेप्युटेशन भी चीज़ होती है ना बेटा? किसी को पता चल गया तो?

मे: तो ठीक है, आज से मैं आपकी प्यास बूझौँगा.

आंटी: क्या? सच में?

और उसकी आँख में एक अलग चमक दिख रही थी, जिसे देखते ही मैने उसको एक लिपलोक्क दी, और बोला-

मे: आज लड़कियों के साथ मज़े करो. पहले मैं आपकी बड़ी बेटी को सुख दे देता हू, फिर छ्होटी को, और फिर आपको.

आंटी: सुन.

मे: बोलो.

आंटी: नेहा मेरी बेहन की बेटी है, इसकी भी प्यास बुझा देना. मेरी छूट उसी की वजह से आज खुश है.

मे: ओक.

और फिर मैने नेहा की तरफ देखा. हमारी नज़रें मिली, वो शरमाई, और मैने आँख मारी उसे.

नेहा: निक, विल योउ बे मी ब्फ?

मे: शुवर्ली बेब, बुत डॉन’त रिस्ट्रिक्ट मे फॉर फक्किंग एनिवन.

नेहा: ई आम ओके. फक थे होल वर्ल्ड आंड मेक ऑल गर्ल्स हॅपी, आंड आंटीस आंड भाभिस टू (और आँख मार दी).

आंटी: नेहा को और तुझे आज मैं एक बात शेर करना चआह्ति हू.

मे: हा बोलो ना.

आंटी: नेहा भी मेरी बेटी है.

नेहा: हा वो तो हू ही, उसमे क्या?

आंटी: नही वैसे नही, फिज़िकली भी, मतलब नेहा के पापा जयेश जीजू, मेरी बेहन हीरल और मैं हमेशा थ्रीसम करते थे, आंड हीरल की और जयेश जीजू की लोवे मॅरेज थी. हीरल को बच्चा नही हो रहा था, तो हम तीनो ने मिल कर उसे नेहा गिफ्ट कर दी. वैसे देखा जाए तो नेहा हम तीनो की बेटी है.
पर जयेश जीजू की डेत के बाद हीरल भी अकेली पद गयी है, और मैं भी.

मे: तो आप प्रेग्नेंट हुई तो किसी को पता नही च्चला?

आंटी: नही क्यूंकी हमने एक प्लान बनाया था की उसे ठंडे देश में ही डेलिवरी करनी होगी. तो मैं, हीरल, जयेश जीजू, रुचिका जब 4 साल की थी, उसे उसके पापा के पास छ्चोढ़ कर पॅरिस निकल गये.

मे: बीटीयौ हीरल मौसी नही आई?

नेहा: सेयेल तू मेरी मा को भी छोड़ेगा?

मे: तेरी सग़ी मा तो चूड़ने ही खड़ी है. तेरी सौतेली मा अची होगी तो ज़रूर मज़े लूँगा.

नेहा (घूर कर): हम भी थ्रीसम करेंगे.

मे: यहाँ तो ग्रूप सेक्स दिख रहा है.

रुचिका: पर आज की रात सिर्फ़ मैं.

मे: आब्वियस्ली दी, अपनी शादी का गिफ्ट माँगा है. आज की रात आपके नाम.

रुचिका: दी बोल के छोड़ेगा?

मे: एस, आब्वियस्ली. आंड हम इसी रूम में एंजाय करेंगे. ताकि ये लोग हमारा लिव पर्फॉर्मेन्स मेरे रूम में देख सके, आंड आप जाओ कोई नया नाइट ड्रेस पहन लो.

रुचिका: ओक.

आयेज की सेक्स स्टोरी अगले पार्ट में.

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