जनमदिन पर BDSM का तोहफा

ही दोस्तों, चलते है गे सेक्स कहानी पर.

उस रात की पहली चुदाई के बाद हम दोनो भी बेड पर एक-दूसरे से लिपटे नंगे सो गये. सुबा 6 बजे मेरी आँख खुली. देखा तो मैं रोहित की बाहों में नंगी सोई थी. रोहित का हाथ मेरे कमर पर था, और हम दोनो एक-दूं चिपके हुए थे.

मैं पीछे मूडी तो देखा रोहित सोया हुआ था. उसके फेस पर स्माइल देख कर में खुश थी. मैने प्यार से उसके गालों पर हाथ रखा, और उसको एक लीप किस करने गयी.

मुझे लगा वो गहरी नींद में था, पर नही. जैसे ही मैने उसके होंठो पर होंठ रखे, वो अपना हाथ मेरे बालों में डालने लगा, और अपनी आँखें खोल कर मुझे पॅशनेट्ली किस करने लगा.

उसके अचानक जागने से मैं चौक गयी. मैं उम्म्म उम्म्म अम्म्म्म अम्म्म्म करते हुए उसका साथ देकर किस्सिंग करने लगी. 5 मिनिट की किस्सिंग के बाद हम रुके. मैं उठ कर बातरूम में जाने लगी. तभी रोहित ने मेरा हाथ पकड़ लिया और बोला-

रोहित: निकू अभी जाग गया है.

और इतना कह कर आँख मार दी. मैं शरमाई और उसको किस करके बोली-

मैं: बेबी 5 मिनिट बस, मैं बातरूम जेया कर आती हू. फिर तुम कर लेना जो चाहते हो प्लीज़.

और मैं वापस बातरूम में चली गयी. सबसे पहले मैने अपनी गांद सॉफ की. फिर बातरूम किया, और फिर बाहर आने लगी. जैसे ही मैने दरवाज़ा खोला, रोहित ने मुझे फिर अंदर धकेल दिया, और अंदर आके डोर क्लोज़ कर दिया. मैं उसको धक्का देकर बाहर जाने लगी, तो उसने दीवार से मुझे लगा दिया, और शवर के नीचे ही मुझे किस करने लगा. हम दोनो नंगे ही थे.

उम्म एम्म एमेम अम्म्म करते हुए हम एक-दूसरे को चूम रहे थे. 5 मिनिट बाद रोहित ने मुझे पलटा दिया, और नीचे बैठ कर 2 मिनिट मेरी गांद छाती. मैं पागल हो रही थी. मैने रोहित के बाल पकड़े, और प्यार से कहा-

मैं: रोहित एम्म प्लीज़ अब कर भी दो. तड़पाव मत बेबी. मैं बस तुम्हारी हू रोहित.

तभी रोहित खड़ा हो गया, शवर ओं किया, और चालू शवर में अपना लंड एक झटके में मेरी गांद में दिया. मैं झट से दीवार से लग गयी, और अम्म अम्म आह अहह उफफफफ्फ़ रोहित, आराम से रोहित. उफ़फ्फ़ उफफफ्फ़ ऐसी ही सिसकारी ले रही थी.

रोहित ने मेरी नेक घुमा दी, और फिर मेरे लिप्स पर किस करने लगा. कमर से हाथ निकाल कर मेरे बूब्स पर ले गया, और उनको दबाने मसालने लगा. मैं अब चिल्ला भी नही पा रही थी. बॅस उम्म्म उम्म्म अम्म्म्म अम्म्म्म रोहित अम्म्म्म आराम से प्लीज़, जान निकाल दोगे क्या अम्म्म अम्म्म्म ऐसी ही बातें करते हुए चुड रही थी.

20 मिनिट खड़े-खड़े छोड़ने के बाद उसने मुझे घोड़ी बना दिया, और बातरूम में ही छोड़ने लगा. उसके झटको से में झुकती जेया रही थी. अचानक मेरा पैर फिसला और हम नीचे गिर गये.

पर रोहित रुकने को तैयार नही था. वो बस ठप-ठप किए मेरी गांद मार रहा था. और मैं अम्म्म अम्म्म ह आराम से रोहित उफफफ्फ़ औच ऐसे ही कर रही थी.

अचानक रोहित की स्पीड बढ़ गयी, और वो मेरे कान के पास आया, और ई लोवे योउ निकू, तुम आज से मेरे लिए मेरी निकिता हो बेबी उम्म उम्म, ऐसे ही करते हुए छोड़ने लगा. वो 2 मिनिट में मेरी गांद में झाड़ गया.

फिर हमने साथ में रोमॅंटिक शवर लिया, और बाहर आ कर चेंज किया. टाइम देखा तो 8 बजने वाले थे. जल्दी से हम मेस में गये, और नाश्ता किया, और कॉलेज चले गये.

हमारे रिश्ते के बारे में किसी को पता ना चले इसलिए हमने हॉस्टिल छ्चोढ़ कर बाहर रहने का फैंसला किया था. बुत मैं घर कैसे बताती? रोहित ने बोला की उसकी फॅमिली उसको पर्सनल रूम देने के लिए तैयार थी.

तो मैने कॉलेज में पापा मम्मी के ड्यूप्लिकेट साइ किए, और हॉस्टिल रूम खाली करके रोहित के साथ उसके घर पर शिफ्ट हो गयी. अब हम पति-पत्नी की तरह रहने लगे. रोज़ साथ कॉलेज जाते, कॉलेज से आते, और घर आने के बाद मैं रोज़ लड़कियों के कपड़े, जैसे निघट्य, तो कभी बस ब्रा-पनटी, या कोई मॅक्सी, यहीं पहनती थी.

फर्स्ट सेमिस्टेर बीट गया. हमारे रिज़ल्ट्स भी आचे आए थे. 2 दिन बाद रोहित का बर्तडे था. मैं उसको कुछ गिफ्ट देना चाहती थी. पर क्या देती वहीं सोच रही थी.

तभी मुझे याद आया की वो हमेशा से मेरे साथ ब्दसम सेक्स करना चाहता था. रोज़-रोज़ मुझे प्यार करता था. बुत उसकी भी इक्चा थी की हम कभी ब्दसम सेक्स करे. वो अपना सारा गुस्सा मेरे उपर उतारे, और मैं उसका सारा गुस्सा झेलु. यहीं मैं चाहती थी.

तो मैने डिसाइड किया की बर्तडे वाले दिन हम ब्दसम सेक्स करेंगे. उसके बर्तडे के दिन मैने उसको अकेले को कॉलेज भेज दिया. उसके बाद मैं तायारी में लग गयी. मैने ऑनलाइन ब्दसम सेक्स का सेट ऑर्डर किया था, जो रोहित के जाने के बाद मैने करियर ऑफीस से पिक किया. फिर मैने वाइन शॉप्स से कुछ ड्रिंक्स ली, और एक ब्लॅक कलर की सेक्सी सारी और ब्लॅक कलर की लाइनाये खरीद ली.

रोहित मेरा सारा खर्चा देखता था. उसकी वजह से पापा मुझे जो पैसे देते थे, वो सेविंग्स ही रह जाती, जिसको मैने मेरे यार के लिए उसे किया. मैं जल्दी से घर गयी, घर को सजाया, और रोहित का फॅवुरेट चिकन लॉलिपोप, ड्राइ चिकन, और रोटी बना कर रोहित का इंतेज़ार कर रही थी.

जैसे ही रोहित रूम में आया, मैने उसकी आखों पर हाथ रख दिया, और बोली: सर्प्राइज़ है बेबी. आँखें मॅट खोलना बिल्कुल.

मैं उसको केक काटने ले गयी. मैने 2 केक खुद ऑर्डर किए थे. केक पर 2 पिक्स थे जिसमे एक लड़का दूसरी लड़की को बेरेहमी से छोड़ रहा था, मार रहा था. और दूसरे पर उसको प्यार से छोड़ रहा था, चूम रहा था.

रोहित मेरी तरफ देख कर बोला: निकू ये क्या है?

मैने ब्लॅक सारी पहनी हुई थी. मैं रोहित के पास गयी, और उसकी आँखों में आँखें डाल कर बोली-

मैं: बेबी आज तुम्हारा दिन है. तुम हमेशा से ऐसे ही करना चाहते थे. आज तुम्हारा दिन है. देखो 2 केक्स है, तुम जो केक काटोगे आज उस तरीके से हमारे बीच प्यार होगा.

तभी रोहित ने मुझे हग किया, और मेरे हाथों में चाकू देकर मेरा हाथ पकड़ा लिया. फिर ब्दसम वाला केक काट दिया. उसके केक काटने के बाद मैने केक उसको खिलाया, और उसके फेस पर लगाया. उसको गुस्सा आया, और उसने मेरे फेस पर केक लगते हुए थप्पड़ जैसे मारा. मैं जानती थी ये ऐसे ही करेगा आज.

मैने फिर से प्यार से आँखों में देखा और बोली: दो इट आस योउ वॉंट बेबी. ई लोवे योउ रोहित. ई आम ओन्ली युवर्ज़.

फिर मैं उसको किस करने गयी, की उसने मेरा पल्लू खींचा, और मैं घूमती हुई बेड पर गयी. मेरी सारी खुल चुकी थी. जैसे ही बेड पर गिरी, रोहित ने देखा मैने अंदर एक लाइनाये पहनी हुई थी ब्लॅक, और बेड पर एक ब्दसम सेट भी पड़ा हुआ था. तभी रोहित मेरे पास आया. वो मेरे बूब्स पर ज़ोर-ज़ोर से काटने लगा, और मेरी गांद पर मारने लगा.

मैं: आ अहह फक बेबी आउच.

इतने में रोहित ने मेरे हाथ सर के उपर पकड़ लिए, और उन्हे हॅंडकफ्स से बाँध लिया. उसने मुझे ऐसे बाँधा जैसे वो मेरी टाँगें गले में लेकर छोड़ेगा.

मेरे दोनो हाथ-पैर बँधे हुए थे. तभी रोहित ने मेरी गांद पर उस बेल्ट से मारा. मेरे निपल्स पर उसने क्लिप्स लगा दिए. मुझे दर्द हो रहा था. पर रोहित को खुश देख कर में सब से रही थी, और बोली-

मैं: बस ह अहह फुक्कककक रोहित प्लीज़ आउच. मारो मुझे रोहित आह.

उसके बाद रोहित ने अपना लंड निकाला, और मेरी गांद में डाल कर मुझे छोड़ रहा था, और बेल्ट से मारता. वो कभी निपल के क्लिप्स दबाता, तो कभी यहाँ-वहाँ काट-ता. मेरी हालत खराब थी.

इतने में हमारे बेडरूम का डोर खुल गया, और एक लड़की गुस्से से अंदर आ गयी. हम दोनो नंगे एक-दूसरे को छोड़ रहे थे. मैं कुछ समझ पाती, इतने में रोहित ने मुझे छ्चोढा, एक साइड फेंक दिया, और उस लड़की को आवाज़ दी-

रोहित: निकू, तुम यहाँ क्या कर रही हो?

इसके आगे क्या हुआ वो जानने के लिए नेक्स्ट पार्ट ज़रूर पढ़ना. स्टोरी अची लगी तो रिप्लाइ करना

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