कमर में चोट के बहाने भाभी को चोदा

मैंने कहा- भाभी मैं बाथरूम से गिर गया था.. तो मेरी कमर में चोट आई है। मुझे थोड़ा गरम पानी मिलेगा?
भाभी बोलीं- गरम पानी क्यों.. मूव लगा लो।
मैंने कहा- वो मेरे पास नहीं है।
भाभी बोलीं- मेरे पास है.. अन्दर आ जाओ।

मैं अन्दर गया और देखा कि घर में उनकी दो साल की लड़की सिवाए और कोई नहीं है।

तब मैंने भाभी से पूछा- भैया कहाँ हैं?
भाभी बोलीं- वो तो कनाडा में हैं। वो वहाँ जॉब करते हैं?

मैंने कहा- कब आएँगे भैया?
भाभी बोलीं- उन्हें गए हुए दो साल हो चुके हैं.. अब वे आने का नाम ही नहीं ले रहे हैं।
उनके स्वर में कुछ उदासी आ गई थी।

फिर भाभी अन्दर गईं और मूव लेकर आ गईं।
भाभी ने कहा- ये लो मूव लगा लो।
मैंने कहा- मेरे चार हाथ थोड़ी ना हैं कि खुद से लगा लूँ।
भाभी हँस कर बोलीं- तो मैं लगा दूँ क्या?
मैंने कहा- हाँ भाभी, आप लगा दो तो अच्छा रहेगा।

भाभी बोलीं- बदमाश हो तुम!
मैंने भी हँस कर कहा- वो तो पैदायशी ही हूँ।
भाभी बोलीं- सोफे पे लेट जाओ.. मैं लगा देती हूँ।

तब मैं सोफे पर लेट गया और भाभी मूव लगाने लगीं।

आहह हहा.. क्या मुलायम हाथ थे भाभी के.. भाभी के हाथ मेरे कमर को छूते ही मैं गरम हो गया।
मेरा लम्बा लंड एकदम से खड़ा हो गया।

उसके बाद भाभी धीरे-धीरे मेरी गाण्ड पर मूव लगाने लगीं।
फिर मैंने कहा- भाभी मुझे वहाँ पर दर्द नहीं हो रहा है।
भाभी बोलीं- कोई बात नहीं.. फिर भी लगा देती हूँ।

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तो मैंने धीरे से कहा- ठीक है लगा दो.. वैसे भी मज़ा तो आ ही रहा है.. तो मज़ा क्यूँ ना लूँ।
यह बात भाभी सुन ली और जानबूझ कर पूछने लगीं- क्या बोला?
मैं चुप रहा।

थोड़ी देर बाद भाभी उठ कर अन्दर के कमरे में चली गईं।
फिर थोड़ी देर बाद भाभी ने मुझे अन्दर से आवाज देकर बुलाया और कहा- अब बताओ.. दर्द कर रहा है या नहीं?
मैंने कहा- हल्का दर्द हो रहा है।
वो बोलीं- ठीक है.. बिस्तर पर सो जाओ।

तो मैं लेट गया.. भाभी फिर से मूव लगाने लगीं और बोलीं- तुम्हारी कमर तो बहुत अच्छी है।
मैंने कहा- हाँ भाभी.. मेरा और भी बहुत कुछ अच्छा है।
बोलीं- क्या मतलब?
मैंने कहा- कुछ नहीं…
भाभी बोलीं- मैं समझ गई।

तो मैंने कहा- आप बहुत समझदार हो।
वो बोलीं- मैं तेज भी हूँ..
मैंने कहा- जैसे कि..
भाभी बोलीं- कुछ नहीं..

मैं समझ गया था कि भाभी को मेरे में इंटरेस्ट है।
फिर मैंने कहा- भाभी आपके हाथ बड़े सॉफ्ट हैं।
तब उन्होंने भी मेरा डायलॉग मारा ‘मेरा और भी बहुत कुछ सॉफ्ट है।’
तब मैंने कहा- क्या मैं देख सकता हूँ.. क्या है वो सॉफ्ट चीज़?

भाभी पट गई
वो मुस्कुराती हुई उठ कर वहाँ से बाथरूम चली गईं।
मेरा हथियार तो वैसे ही गरम हो चुका था।
मैं भाभी के आने का इंतज़ार कर रहा था।

कुछ देर बाद वो बाहर आईं लेकिन कुछ अलग ही अंदाज़ में आईं।
उन्होंने सिर्फ़ नाइटी ही पहनी हुई थी अन्दर कुछ नहीं पहना था।

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दोस्तो आप सोच रहे होंगे कि ये मुझे कैसे पता चला.. क्योंकि उनके निप्पल साफ दिख रहे थे।
तब भाभी बोलीं- मैं कैसी दिख रही हूँ?
मैंने कहा- आप बुरा तो नहीं मानोगी ना.. आप बहुत हॉट लग रही हो।
भाभी बोलीं- तुम बहुत नाटी हो।
मैंने कहा- वो तो पहले से ही हूँ।

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