Group Sex Ki Nayi Jodidar- Part 1

फिर चूमते हुए विकास ने मेरे मम्मे दबाने शुरू किये।
मैंने कहा- कॉफ़ी ठंडी हो रही है!

तब ऐसे ही अंदर किये किये हम लोगों ने कॉफ़ी ख़त्म करी, कॉफ़ी का मग साइड में रखते ही विकास ने मुझे नीचे पटक दिया और मेरी टांगों को ऊपर करके जंगलियों की तरह मुझे चोदने लगा।

सच बताऊँ मुझे बहुत मजा आ रहा था… लग रहा था कि हम रोज ऐसे ही क्यों नहीं करते।
मैं दावे के साथ कह सकती हूँ कि जो लोग ग्रुप सेक्स करते हैं या अपने पार्टनर के अलावा अन्य से भी सेक्स करते हैं, उनकी सेक्स लाइफ बहुत रंगीन होती होगी।

सनी की बीवी से बात की
अगले दिन मैंने रोमा के घर जाने का प्रोग्राम बनाया।
मैंने सोचा देखती हूँ कि जो सनी ने कहा है क्या वो संभव है।

मैं दोपहर खाना खाने के बाद रोमा के घर गई।
उसकी माँ सुबह ही वापस गई थीं और वो दस दिनों के लिए रोमा के बेटे को भी अपने साथ ले गई थीं।

रोमा घर पर अकेली थी और चूंकि मैंने उसे बता दिया था कि मैं दोपहर में उसके पास ही रहूंगी तो उसने मेरे लिए दही वड़ा और फ्रूटचाट बना कर रखी थी।
मैं उसके लिए गिफ्ट में एक शॉर्ट्स वाला नाईट सूट ले गई थी।

खा पीकर जब हम बेड पर बैठी तो मैंने उससे कहा- मुझे नाईट सूट पहन कर दिखा?
उसे कुछ शर्म आ रही थी।
मैंने उससे कहा- रोमा, माना मैं तेरे से तीन चार साल बड़ी हूँ, पर इतनी बड़ी नहीं हूँ कि हम अच्छे दोस्त न बन पायें। और दोस्तों में शर्म कैसी?

यह कहानी भी पड़े  Bua Ki Beti Ki Choot Ki Pyas

खैर रोमा वो नाईट सूट पहन कर आ गई। गजब की प्यारी लग रही थी।
मैंने उसे प्यार से अपने पास बिठाया और पूछा- सच बताना, तुम दोनों की सेक्स लाइफ कैसी है?
वो चुप रही।

मैंने उसके दोनों गाल अपने हाथ में लिए और दोबारा पूछा।
वो रो पड़ी, बोली- भाभी बेटे के चक्कर में मैं सनी को बिल्कुल टाइम नहीं दे पाती हूँ और मुझे इसका बहुत अफ़सोस है। सनी सोचता है कि मैं ठंडी हो गई हूँ, पर पता नहीं क्यों, अब सेक्स में मन नहीं करता।

रोमा को समझाया मैंने कि वो अब मुझे नीता बोलेगी भाभी नहीं और मुझ से हर बात शेयर करेगी।
मैंने उससे कहा कि वो अभी ब्यूटीपार्लर जाए और आज रात कैसे रंगीन हो, इसकी प्लानिंग करे।

रोमा ये सब सुनकर खुश हो गई और मुझ से चिपट गई।
मैंने भी अपना अगला दाव चलते हुए उसके होंठों पर अपने होंठ रख दिये।

उसे अजीब तो लगा पर अगले ही पल हम दोनों की जीभ एक दूसरे की जीभों को चूस रही थी।
यह कहानी आप अन्तर्वासना डॉट कॉम पर पढ़ रहे हैं !

आज के लिए इतना ही काफी था।
मैंने उसके गाल थपथपा कर अलग होकर उससे विदा ली।

अगले दिन रोमा का फ़ोन आया कि वो मेरे पास आना चाहती है।
मैंने कहा कि बारह बजे तक आ जाना और खाना भी मेरे साथ ही खाना।

रोमा के आने से पहले सनी का फ़ोन आया, वो बोला- भाभी, तुमने क्या जादू कर दिया, ऐसी रंगीन बीवी और रंगीन रात मेरी जिन्दगी में पहली बार आई…

यह कहानी भी पड़े  Chut Chod Maje Dene Ki Naukri

वो बहुत खुश था।
मैं भी खुश थी यह सोचकर कि आज कावेरी के बाद दूसरी लड़की के साथ में हमबिस्तर होने वाली हूँ।

रोमा बारह बजे से पहले ही आ गई थी… नीचे मां-बाबूजी के पास आधा घंटा बैठकर वो ऊपर आ गई।

Pages: 1 2 3 4

error: Content is protected !!