Group Sex Ki Nayi Jodidar- Part 1

सनी की बात सुनकर मैंने कहा- चलो, आज तुम रोमा को लेकर आओ… आज चुदाई तो नहीं होगी पर रोमा की यह शिकायत दूर हो जाएगी कि तुम हमेशा अकेले ही विकास के घर जाते हो। हाँ, कोशिश करना की रोमा अच्छे मूड में आये और ड्रेस भी वेस्टर्न पहन ले।
किस्मत की बात, सनी की सास आई हुई थी, इसलिए रोमा ने मुझसे आने को मना कर दिया पर जब मैंने कहा कि मैंने तो सब्जी दोपहर को ही बना ली थी तो रोमा बोली कि वो तो नहीं आ पायेगी पर सनी आ जायेगा…

मेरे तो मन की हो गई… अब मेरा सनी मेरी बाँहों में होगा और समय की कोई पाबन्दी भी नहीं होगी।

बाथरूम में मेरी चूत गांड में दो लंड
शाम को सनी आया तो आज हम लोगों ने खाना नीचे ही खाया और विकास और सनी ऊपर चले गए।
रसोई का काम निबटा कर मैं भी ऊपर आ गई।

विकास बोला- चलो नहा लें!
सनी से विकास ने कहा- चल पहले तू और नीता नहा लो…
मैंने कहा- नहीं, मैं तुम लोगों के साथ नहीं नहाऊँगी, तुम दोनों नहाओ, मैं बाद में नहा लूंगी।

विकास और सनी नहाने चले गए।
अंदर से विकास ने आवाज दी- चलो नहाओ मत, कम से कम हमारी पीठ पर साबुन तो लगा दो…

मैं अपनी साड़ी उतार चुकी थी तो ब्लाउज और पेटीकोट में ही अन्दर चली गई।
अन्दर बाथरूम में अँधेरा था, शावर के नीचे दोनों खड़े थे नंग धड़ंग… विकास ने मुझे भी खींच लिया।

ऊपर से पानी और दोनों ओर दो नंगे बदन… मेरे भी कपड़े उतरते चले गए…
अब दोनों मेरे मम्मे चूस रहे थे और मेरे दोनों हाथों में उनके लंड थे।
मुझे कावेरी के साथ शावर की मोटी धार से चूत मालिश याद आ रही थी।
सनी नीचे बैठ कर अब मेरी चूत चूस रहा था और विकास मेरे पीछे आकर मेरे दोनों मम्मे दबा रहा था और उसने मेरा मुँह पीछे घुमाकर अपनी जीभ मेरे मुंह में डाल दी थी।

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अब मेरी चूत को लंड चाहिए था… मैंने अपनी एक टांग नल की टोंटी पर रख दी अब मेरी चिकनी चूत पूरी खुली हुई सनी के सामने थी।
उसने भी बात समझते ही अपना लंड मेरी चूत में घुसेड़ दिया।
मजा आ गया..
मैं भी सीत्कार करने लगी- मजा आ गया जानूं … बहुत दिनों बात दो दो लंड मिले हैं…

अब विकास की बारी थी… उसने अपने लंड पर पर थोड़ा सा टूथपेस्ट लगाया और मेरे न न कहने पर भी मेरी गांड में घुसेड़ दिया।
मेरी तो जान ही निकल गई… पर अब मजा बहुत आ रहा था।

मेरे मम्मे विकास मसल रहा था और चूत और गांड दोनों में ही लंड धकापेल कर रहे थे।
दो-तीन मिनट की उछल-कूद के बाद दोनों ने ही अपना माल मेरे मम्मों पर छोड़ दिया।

नहा धोकर हम बाहर आ गए।

सनी घर जाना चाहता था… मैंने भी रोकना उचित नहीं समझा, पता नहीं उसकी सास क्या सोचती और मुझे अभी विकास से और चुदवाना भी था।

मैं सनी के जाने के बाद नीचे जाकर कॉफ़ी बना लाई।

कमरे में आते ही विकास ने मेरी नाईटी उतार फेंकी… खुद तो वो पहले ही बिना कपड़ों के था।
मैंने कहा- कॉफ़ी तो पी लो!
तो वो बोला- अन्दर करके पियेंगे।
मैं समझ कर भी अनजान बन गई।

विकास ने बिस्तर पर अधलेटे होकर मुझे अपने ऊपर बिठाया और अपना लंड मेरी चूत में कर दिया।
मैं जोर से विकास से चिपक गई, उसका लंड अंदर दूर तक घुस गया।

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