हेलो रीडर्स, काफ़ी टाइम बाद इस हॉट सेक्स सीरीस को कंटिन्यू कर रहा हू. कुछ पर्सनल रीज़न्स की वजह से स्टोरी पूरी नही कर पाया. पर स्टोरी पूरी लिख के रेडी है, और रेग्युलर उपलोआड हो जाएगी. आप सभी के प्यार की वजह से इस सीरीस को 10 लाख से ज़्यादा व्यूस मिल चुके है. पहली बार मैने कोई स्टोरी लिखी, और आप लोगों के सहयोग से ये सीरीस पॉपुलर हुई है. अब आयेज क्या होता है पढ़ते रहिए-
मैं बहुत खुश था की मैं अब टानू (मेरी गफ़) की छूट छोड़ूँगा. मैने टानू को मेसेज करके बताया की मैं उसे छोड़ना चाहता था. टानू तो मुझसे बहुत टाइम से चूड़ना चाहती थी. इसलिए वो मेरी बात सुन के पुर जोश में आ गयी. मैने उसे सारा प्लान बताया और उसे 2 दिन बाद मेरे घर आने को बोल दिया.
मैं टानू की छूट मारने के लिए तड़प रहा था, जब से मम्मी ने घर पे सेक्स के लिए हा कर दी. रात को मैने मनु दीदी की एक-दूं रफ हार्ड चुदाई करने लगा. मुझे टानू की वर्जिन छूट याद आ रही थी. उसकी सील पॅक छूट याद करके मेरे अंदर जोश आ गया, और दीदी की छूट की गहराई तक लंड डालने लगा. 2 दिन मैने दीदी के साथ ऐसे ही रफ और हार्डकोर सेक्स किया. दीदी की छूट बिल्कुल फटत गयी, और सूजन आ गयी थी छूट में.
दीदी को हार्डकोर चुदाई पसंद तो आई, पर बाद में दर्द से जान निकल गयी. मैने मम्मी को बताया की आज टानू घर आएगी तो मम्मी ने स्माइल की और बोली-
मम्मी: ठीक है, 10 बजे आने को बोल दे. पापा 9 बजे चले जाएगे, और मनु भी 10 बजे से पहले कॉलेज चली जाएगी. तब तक मैं सारा अरेंज्मेंट भी कर दूँगी.
मैं: कहा अरेंज्मेंट करना है?
मम्मी: अर्रे आएगी तो बिना सेक्स करे तो मानेगा नही. तो मैं कॉंडम रख दूँगी मेरे कमरे में, और सॉफ-सफाई कर दूँगी सारी.
मैं: आपके रूम में सेक्स? मेरे रूम में क्या प्राब्लम है?
मम्मी: अर्रे मेरे रूम में ज़्यादा सेफ है. अगर मनु घर जल्दी भी आ गयी तो सीधे तेरे रूम में जाएगी.
मैं: बात तो शी है. ठीक है आज आपके बेड में सेक्स करूँगा, जहाँ आप और पापा करते हो (मम्मी के मज़े लेते हुए).
मम्मी: चल जेया यहाँ से, और जाके नहा ले आचे से. और तेरे उसके बाल वग़ैरा काट लेना, अछा लगेगा उसको. एक्सपीरियेन्स से बोल रही हू.
मैने टानू को 10 बजे आने बोल दिया, और नहाने चला गया. मम्मी ने तब तक सारा रूम सॉफ कर दिया, और आयिल और कॉंडम का पॅकेट भी रख दिया बेड के पास. मैं नहा के आया, तो मम्मी मुझे देख-देख के स्माइल कर रही थी. उनके मॅन में भी यही चल रहा था, की आज मेरा बेटा मर्द बन जाएगा. मम्मी ने मुझे कॉफी बना कर दी और बोली-
मम्मी: ये पी ले, एनर्जी आएगी, और पर्फॉर्मेन्स भी बढ़ेगी कॉफी से.
30 मिनिट बाद ही घर की डोरबेल बाजी, तो टानू आ चुकी थी. मैने उसे घर के अंदर बुलाया. वो भी बहुत नर्वस थी क्यूंकी वो पहली बार मेरी मम्मी से मिले रही थी. मम्मी और टानू ने बातें की, और बहुत ही जल्दी आपस में घुल मिल गये.
मैं तो बस टानू को छोड़ने का इंतेज़ार कर रहा था. सोच-सोच के मेरा लंड मेरे लोवर को फाड़ के बाहर आने की कोशिश कर रहा था. मैने मम्मी की तरफ इशारा किया, की जल्दी बात ख़तम करो. मम्मी ने मेरे लोवर में टेंट को देखा और समझ गयी.
मेरा और मम्मी का प्लान था की जब टानू घर आएगी, तब मम्मी मार्केट का बहाना बना कर बेज़ार चली जाएँगी, और एक घंटे बाद आएँगी.
मम्मी ने टानू के सामने बोला की वो मार्केट जेया रही थी, और उनको लाते हो जाएगा, तो ध्यान से रहना. मम्मी के बाहर जाते ही टानू मुझे चिपक गयी, और मेरे होंठो को चूमने लगी. वो बस चूड़ने के लिए तड़प रही थी, और पहले से ही पूरी गरम थी. मैं भी उसे सीधा रूम में ले गया.
रूम में जाते ही वो तो जैसे पागल ही हो गयी, और मुझे धक्का देके बेड पे गिरा दिया, और मेरे उपर आ कर मेरे होंठ चूसने लगी. वो इतने जोश में थी की मेरे होंठो को काटना शुरू कर दिया, और मेरे मूह में अपनी जीभ घुसा रही थी.
मैं भी उसकी जीभ को अपने होंठो से पकड़ कर चूसने लगा. करीब 10 मिनिट तक हम ऐसे ही एक-दूसरे के मूह में अपनी जीभ घुसते रहे, और चूस्टे रहे. कभी उसका थूक मेरे मूह में जेया रहा था, कभी मेरा थूक उसके मूह में जेया रहा था.
हम इतने जोश में थे, की मम्मी के जाने के बाद गाते लॉक करना ही भूल गये. मेरे प्लान के अकॉरडिंग मम्मी चली तो गयी थी बाहर, पर मम्मी का इरादा शायद कुछ और ही था. मम्मी थोड़ी ही देर में चुपके से घर में आ गयी, और हमारे रूम में च्छूप के देखने लगी.
टानू किस तोड़ कर उठी, और मेरे उपर बैठ गयी, और अपनी गांद मेरे लंड पे रगड़ने लगी. मेरा लंड अब और सहन नही कर सकता था. मैने उसे अपने उपर से हटाया, और उसके उपर आ कर उसकी नेक पे किस करने लगा, और त-शर्ट के उपर से ही बूब्स पकड़ने लगा.
मम्मी हम दोनो को देख के गरम हो चुकी थी. वो भी अपनी जवानी के दिन याद करके हमे देखे जेया रही थी. मैं टानू की त-शर्ट निकालने ही वाला था, की उसने मुझे हटा दिया, और मेरे सामने खड़ी हो गयी. तब मुझे पता चला की टानू को डॉमिनेट करना पसंद था सेक्स में.
उसने एक-एक करके मेरे सामने अपने कपड़े निकाल दिए. मेरी और मम्मी की नज़र तो उसके बूब्स पर थी. 21 की उमर में उसके 30 साल की औरत जीतने बड़े बूब्स थे. इतने सेक्सी, इतने सॉफ्ट, और सॉलिड, एक-दूं पर्फेक्ट बूब्स थे उसके.
टानू मुझे गोल घूम के अपना पूरा जिस्म दिखाने लगी. उसके जिस्म पे एक भी निशान और कोई बाल नही था.
उसकी छूट भी बिल्कुल क्लीन और गोरी थी. उसकी छूट पूरी गीली थी, और बस ज़ोरदार चुदाई करना चाहती थी. उसने आयेज बढ़ कर मुझे लिटाया, और मेरे लोवर को दोनो हाथो से पकड़ के निकाल दिया. मैने कोई अंडरवेर नही पहनी थी, इसलिए मेरा लंड स्प्रिंग की तरह उछाल के बाहर आ गया.
मम्मी का तो जैसे मेरे लंड देखते ही पानी निकल गया हो. मेरा 6.5 इंच का लंड देखते ही उनकी धड़कन तेज़ हो गयी, और टांगे काँपने लगी. इधर टानू ने मेरे लंड को अपने हाथो में पकड़ लिया, और मेरे टॅटन (टेस्ट्स) को धीरे-धीरे सहलाने लगी. ये फीलिंग मनु दीदी के साथ सेक्स करने से काफ़ी अलग थी.
टानू ने मेरे लंड को सीधा पूरा का पूरा अपने मूह में डाल लिया, और चूसने लगी. मेरा लंड उसके गले तक जेया रहा था. मेरी तो आँखें ही बंद होने लगी थी, इतना आनंद आ रहा था. टानू को इतना एक्सपीरियेन्स नही था, पर वो पॉर्न देख देख के लंड चूसने की प्राक्टिज़ करती थी. टानू तेज़-तेज़ मेरा लंड चूस रही थी की मैं झड़ने को हो रहा था.
वो बिल्कुल वाइल्ड हो चुकी थी, और बस चूज़ जेया रही थी, जैसे जन्मो की भूखी हो. मैं खुद को झड़ने से रोक रहा था. 5 मिनिट लंड चूसने के बाद उसने लंड मूह से निकाला. मेरा लंड उसकी थूक से भीगा हुआ था. शायद मम्मी का भी मॅन कर गया चूसने का. फिर उसने अपने दोनो बूब्स के बीच में मेरा लंड फ़ससा लिया, और हिलने लगी.
मेरे लंड को तो उसकी धड़क भी फील हो रही थी. उसने मेरे लंड को अपने बूब्स में इतना टाइट पकड़ लिया, की मुझसे और कंट्रोल नही हो रहा था, और मैं तभी के तभी झाड़ गया. मेरी पिचकारी इतनी तेज़ निकली की उसके मूह पे जेया गिरी. उसने मेरा पानी अपने मूह से हटाया, और अपने बूब्स पर लगा लिया.
मैं इतना जल्दी पहले कभी नही झाड़ा था. मुझे ध्यान आया की हमने गाते बंद नही किया था, तो मैने मैं गाते की जगह रूम का गाते बंद कर दिया. अब मम्मी हमारे रूम में नही देख पा रही थी. वो वहीं गाते के पास खड़ी होके बस हमारी आवाज़ सुनने लगी.
मैने टानू के बूब्स दबाने शुरू कर दिए, और एक-एक करके चूसने लगा. उसके बूब्स पे मेरा पानी लगा हुआ था, तो मुझे मेरे ही पानी का स्वाद आ रहा था, जो एक-दूं सॉल्टी था. मैने उसके निपल्स को लीक किया, और दबाने लगा. टानू की हल्की-हल्की आवाज़ निकालने लगी. मैं उसकी नाभि को चाट-ते हुए उसकी छूट के करीब पहुँचा.
उसकी छूट से पहले ही बहुत पानी निकल रहा था. मैने उसकी छूट के होंठो को फैलाया, और उसके च्छेद पर जीभ रख के चाटने लगा. अपना पूरा मूह खोल के मैने उसकी छूट को कवर कर लिया, और ज़ोर-ज़ोर से चाटने लगा. उसकी गीली छूट बहुत मीठी थी. अजीब सी खुश्बू आ रही थी. जैसे ही मैने उसकी क्लिट को चाटना शुरू किया, उसने अपने पैर मेरी गर्दन के चारों तरफ कर लिए, और अपने हाथो से मूह छूट पर दबाने लगी.
उसकी आवाज़ तेज़ हो गयी, और मम्मी को सुनाई दे रही थी. श यॅ राहुल, ऐसे ही करो राहुल आ हा. मैं भी ज़ोर-ज़ोर से चाटने लगा. अब उससे और रुका नही जेया रहा था.
टानू: राहुल मुझे अपना लंड देदे बस अब. अपना लंड डाल दे.
मैं बिना कुछ सुने बस चाट रहा था.
टानू: राहुल, और वेट नही हो रहा मुझसे. लंड चाहिए मुझे, अब जल्दी दे आ राहुल. मेरी छूट को लंड चाहिए तेरा.
मम्मी ये सब सुन रही थी, और गरम हो रही थी. मैं भी देर ना करते हुए सीधा उसके उपर आ गया, और कॉंडम लगाने लगा. तो टानू ने मुझे रोक लिया.
टानू: नही कॉंडम मत लगा. आज मेरा पहली बार है, तो मैं चाहती हू की तेरा लंड फील करू मैं. मुझे नॅचुरल सेक्स करना है.
कोई लड़का क्यूँ माना करेगा अगर उसकी बंदी कॉंडम लगाने को माना कर दे तो. मैने छूट पे लंड सेट किया, और च्छेद पर रब करने लगा. टानू बिल्कुल रेडी थी. मैने लंड पर हल्का-हल्का दबाव बनाना शुरू किया. उसे हल्का-हल्का दर्द हो रहा था, और दर्द की आवाज़ मम्मी सुन रही थी. मैने बीच-बीच में दबाव बढ़ाया, पर लंड अंदर नही जेया रहा था. उसका च्छेद बहुत छ्होटा और टाइट था, जैसा लड़कों को पसंद होता है.
मैने फिर टानू को कहा: 3 तक काउंट करते है, और फिर लंड से झटका मारूँगा. तू रिलॅक्स होज़ा.
वो मान गयी, और काउंट करने लगी. उसने जैसे ही 1.. 2.. कहा, तभी ज़ोर का झटका मार के लंड च्छेद में घुसा दिया. मेरे लंड का टिप अंदर चला गया. टानू भी ज़ोर से चिल्लाने लगी. उसने मुझे पुश करने की कोशिश की, तो मैने उससे पकड़ लिया, और कहा-
मैं: बस चला गया अंदर, ऐसे ही रह कुछ देर.
उसकी साँसे बहुत तेज़ चल रही थी. मूह से तेज़-तेज़ साँस ले रही. चिल्लाने से मम्मी समझ गयी की लंड अंदर डाल दिया. मम्मी मेरे रूम में चली गयी, और बेड पे लेट गयी. थोड़ी देर बाद मैं लंड छूट में आयेज-पीछे करने लगा. उसे अभी भी दर्द हो रहा था, पर वो सहन कर रही थी. कुछ ही मिनिट्स में उसे हल्का-हल्का अछा लगने लगा, तो मैं लंड और अंदर डालने के लिए झटके मारने लगा.
हर झटके के साथ लंड और अंदर जेया रहा था. 3/4त लंड अंदर जेया चुका था, तो मैने उसको पकड़ के एक ही झटके में पूरा लंड अंदर डाल दिया, और छोड़ने लगा. वो दर्द से चिल्ला रही थी, और तोड़ा रो भी रही थी. मुझे लगा घर पे कोई नही था, तो मैं तेज़-तेज़ उसे छोड़ने लगा. स्पीड बढ़ते ही उसकी आवाज़ भी तेज़ होने लगी. मम्मी को ये आवाज़ तडपा रही थी. वो अपनी सारी जांघों तक करके छूट मसालने लगी.
मम्मी का जोश भी हर झटके से बढ़ रहा था. मैने टानू को उपर आने को बोला. वो मेरे उपर आ गयी और उछालने लगी. उसे दर्द हो रहा था, पर वो चूड़ना चाहती थी. उसकी छूट से खून निकल के मेरे लंड पे बहने लगा. उसके खून को देख मुझे जोश आया और नीचे से ही छोड़ने लगा. फिर मैने उसे पेट की साइड लिटाया, और ज़ोर-ज़ोर से चुदाई की. उसकी छूट खुल चुकी थी.
5 मिनिट बाद ही मैं उसकी छूट में ही झाड़ गया. हम दोनो चिपक के लेट गये और किस की. मुझे प्यास लग रही थी, तो मैं किचन में पानी पीने गया. मम्मी मुझे मेरे रूम से देख रही थी. मैं उनके सामने बिल्कुल नंगा था. मेरे लंड पे खून लगा था. वो मुझे देख के ज़ोर-ज़ोर से छूट में उंगली करने लगी, और झाड़ गयी, और उनकी हल्की सी आवाज़ निकल गयी.
मैं रूम की तरफ चला, तो उन्होने अपनी सारी ठीक की, और अपने शरीर को च्छुपाने की कोशिश करने लगी. तभी मैं रूम में पहुँच गया, और मम्मी को देख लिया. मैं मम्मी के सामने बिल्कुल नंगा था. उनके सामने ऐसे नंगा आके मेरा लंड अपने आप खड़ा हो गया. मैं भाग के रूम से बाहर निकला, और मम्मी के रूम में चला गया.
थोड़ी देर बाद मैं और टानू कपड़े पहन के रूम से बाहर आए, तो मम्मी घर पे नही थी. वो बाहर चली गयी थी. थोड़ी देर में मम्मी घर आई, और हमारे लिए कुछ खाने का लेकर आई. फिर हमने खाना खाया, और मनु दीदी के आने से पहले मैं टानू को उसके घर के पास छ्चोढ़ आया, और रास्ते में उसे दवाई डेडी ताकि प्रेग्नेंट ना हो.
टानू की चुदाई की बाद मैं बहुत खुश था, की टानू की चुदाई के साथ-साथ मेरा प्लान भी सक्सेस्फुल हो गया. सीरीस का अगला पार्ट ज़रूर पढ़े. नेक्स्ट पार्ट भी रेडी है, और जल्दी उपलोआड हो जाएगा.