फॅमिली सेक्स स्टोरी अब आयेज-
मैं और चाची चुदाई करके लेते रहते है. चाची बोली-
रेणु: तेरे से चूड़ने में बहुत मज़ा आता है सोनू. मॅन करता है बस हर टाइम तेरे से चुड्ती ही राहु.
सोनू: अगर आप हर टाइम मेरे से चुड्ती रहोगी, तो मम्मी और बड़ी मम्मी को कों छोड़ेगा?
रेणु: हा ये भी है.
फिर थोड़ी देर हस्सी मज़ाक करने के बाद हम लोग कपड़े पहन लेते है, और रूम से निकल जाते है. चाची अपने काम में बिज़ी हो जाती है, और बड़ी मम्मी और मम्मी दोनो कुछ औरतों के साथ बैठ के बात करते रहती है.
मैं भी हॉल में बैठ के कुछ मेहमआनो के साथ बात करते बैठ जाता हू. फिर कुछ घंटे के बाद खाना पीना हो जाता है, और चाची बुआ को दूध भी देके आ जाती है, और मेरे को बोलती है-
रेणु: सोनू मैं तेरी बुआ को दूध में सेक्स की गोली मिला के डेडी हू, और वो दूध पी भी ली है. अब आयेज का काम तू संभाल लेना.
सोनू: ठीक है चाची.
फिर चाची चली जाती है, और मैं अपने रूम में जाता हू. तो मम्मी रूम में फोन चलते हुए बैठी रहती है. मैं बाग से सेक्स की गोली निकालता हू, और खा लेता हू. मम्मी बोली-
मम्मी: तेरी बुआ को छोड़ने जेया रहा है?
सोनू: हा मम्मी, और आज आपको मेरे बिना ही सोना पड़ेगा.
मम्मी: सो तो जौंगी, पर मेरा मॅन तो अभी तेरे से चूड़ने का है. लेकिन आज मेरे को बहुत थकान महसूस हो रही है.
सोनू: मम्मी आज आप आचे से आराम कर लो.
मम्मी: हा सही बोल रहा है तू.
सोनू: हा.
मम्मी: हा चल ठीक है. तू जेया अपनी बुआ के पास, और ऐसा छोड़ना की वो भी तेरी दीवानी हो जाए.
सोनू: आप फिकर मत करो मम्मी.
मम्मी: चल ठीक है, तू जेया, मैं भी सो जाती हू. गुड नाइट, लोवे योउ.
सोनू: गुड नाइट, लोवे योउ टू.
फिर मैं और मम्मी एक-दूसरे के होंठो को चूमते है. मैं बुआ के रूम जाता हू, तो बुआ के रूम का दरवाज़ा बंद रहता है. मैं खत-ख़टता हू. फिर बुआ दरवाज़ा खोलती है, और बोली-
अमृता: हा सोनू?
सोनू: बुआ क्या मैं आज आपके साथ सो जौ प्लीज़?
अमृता: अर्रे बिल्कुल आजा-आजा.
फिर मैं रूम में जाता हू, और बुआ के बिस्तेर में लेट जाता हू, और मेरे बगल में बुआ लेट जाती है. रूम की लाइट ऑफ रहती है. मैं कुछ देर इंतेज़ार करता हू, और इसी बीच बुआ बार-बार करवट बदलते रहती है. मैं समझ जाता हू की बुआ को जोश आ चुका था.
फिर बुआ दूसरी तरफ करवट लेके लेते रहती है, और मैं बुआ के करीब जाके उनसे पीछे से चिपक जाता हू. मेरा लंड बुआ के बड़े छूतदों में टच होते ही खड़ा हो जाता है. फिर मैं अपना एक हाथ बुआ के पेट के उपर रख के बुआ को जाकड़ लेता हू, और बुआ की साँस तेज़ हो जाती है.
फिर मैं बुआ की गर्दन को चूमना शुरू करता हू, और बुआ पूरी काँप जाती है. उनकी साँस और तेज़ हो जाती है. लेकिन बुआ मेरे को कुछ नही बोलती है. अब मैं और आयेज बढ़ने का सोचता हू.
फिर मैं बुआ की निघट्य के अंदर हाथ डाल के बुआ के दूध को दबाने लगता हू. बुआ का दूध एक-दूं मखमल जैसा मुलायम रहता है. तभी मेरे को मेरे लंड पे कुछ महसूस होता है. मैं देखता हू बुआ अपने एक हाथ से मेरे लंड को सहला रही थी. अब कन्फर्म था की बुआ मेरे से चुड लेगी.
फिर मैं बुआ को सीधा कर देता हू, और बुआ के उपर चढ़ जाता हू. बुआ अपनी हवस भारी नज़रों से मेरे को देखते रहती है, जैसे वो कह रही हो छोड़ दे मेरे को.
फिर मैं बुआ के होंठो को चूसना शुरू कर देता हू, और बुआ भी मेरे होंठो को चूसने लग जाती है. बुआ अपने दोनो हाथो से मेरी पीठ को सहलाते रहती है. फिर मैं बुआ की गर्दन को चूमने लगता हू, और बुआ मेरी पीठ को सहलाते रहती है, और उनकी साँसे बहुत तेज़ चल रही होती है.
फिर एक-दूं अचानक से बुआ मेरे को लिटा देती है, और मेरे उपर चढ़ के बैठ जाती है. वो अपनी निघट्य को उतार के फेंक देती है. बुआ नीचे से चड्डी में होती है. वो नीले कलर की ब्रा और चड्डी में रहती है. निघट्य उतरते ही बुआ का बड़ा-बड़ा दूध ब्रा में दिखने लगता है.
फिर बुआ मेरी बनियान खींच के निकाल देती है, और मेरे होंठो को चूसने लग जाती है. कुछ देर होंठ चूसने के बाद मेरी गर्दन को चूमती है. मैं अपने दोनो हाथो से बुआ के चूतड़ को दबाते रहता है हू. मैं और बुआ ये सब मज़े और जोश से कर रहे थे. लेकिन दोनो एक-दूसरे से कुछ भी नही बोल रहे थे, बस मदहोशी और सेक्स के जोश में खोए हुए थे.
फिर मैं उठ जाता हू और बुआ मेरे गोदी में बैठे रहती है. मैं बुआ की ब्रा का हुक खोल के ब्रा उतार देता हू, और बुआ का बड़ा-बड़ा दूध मेरे सामने आ जाता है. बुआ के निपल्स मस्त गुलाबी रहते है. मैं तुरंत बुआ का एक दूध अपने हाथो में पकड़ के दबाने लगता हू, और दूसरे दूध को मूह से चूसने लगता हू.
बुआ अपनी आँखें बंद करके मेरे सर को सहलाते हुए एंजाय करते रहती है. अब बुआ के मूह से सिसकारी निकलनी शुरू होती है.
अमृता: उम्मह उम्मह श.
फिर मैं जान-बूझ कर बुआ के निपल्स को दाँत से काट लेता हू.
अमृता: अया काट मत, प्यार से पी, मज़ा आ रहा है उम्मह.
फिर मैं दूसरा दूध को दबा-दबा के पीटा हू. कुछ देर दूध चूसने के बाद मैं बुआ को बिस्तेर में लिटा देता हू. दूध को चूमते हुए पेट तक आता हू, और बुआ की नाभि को चूमता हू, और पुर पेट को चूमता हू.
फिर मैं बुआ की छूट के पास आता हू, और बुआ की नीले कलर की चड्डी को उतार देता हू. बुआ की काले बालों वाली गुलाबी छूट मेरे सामने आ जाती है, और मैं बुआ की छूट को जीभ से चाटने लग जाता हू. बुआ एक-दूं से मचलने लग जाती है, और मेरे बालों को सहलाने लग जाती है.
अमृता: अया अया अया अया अया.
मैं बुआ की छूट चाट-ते रहता हू, और बुआ मस्त एंजाय करते हुए सिसकारी लेने लगती है.
अमृता: अया अया और चाट अया अया श मज़ा आ रहा है और चांट अया आ.
अब बुआ अपनी कमर को उठा-उठा के अपनी छूट मेरे मूह पे रगड़ने लगती है.
अमृता: आ आ अया और चाट. आ पहली बार कोई मेरी छूट चाट रहा है आ.
मैं काफ़ी देर से बुआ की छूट चाट रहा होता हू.
अमृता: अया मैं झड़ने वाली हू अया आ आआआः.
फिर बुआ मेरे मूह में ही झाड़ जाती है, और मैं बुआ की छूट का सारा रस्स पी जाता हू. बुआ की छूट के रस्स का स्वाद बड़ा कमाल का होता है. फिर बुआ उठ जाती है, और मेरे को बिस्तेर में लिटा के मेरा शॉर्ट्स निकाल देती है. उसके बाद मेरी चड्डी निकाल देती है, और मेरे लंड को देख के बोलती है-
अमृता: वाउ कितना बड़ा है.
बुआ मेरे लंड को अपने कोमल हाथो में पकड़ लेती है.
सोनू: पहली बार इतना बड़ा लंड देख रही हो क्या बुआ?
अमृता: हा, तेरे फूफा का लंड तो छ्होटा सा है. लेकिन तेरा लंड बहुत बड़ा है.
सोनू: बुआ मेरा लंड आपके अंदर जाएगा तो आपको बहुत मज़ा आएगा.
अमृता: हा मज़ा, और वो मज़ा मैं लेना चाहती हू.
फिर बुआ मेरे लंड को मूह में लेकर चूसने लग जाती है, और मैं बुआ के बालों को पकड़े रहता हू. बुआ एक-दूं मज़े से लंड चूस रही होती है.
सोनू: चूसो बुआ, और चूसो. मज़ा आ रहा है, और चूसो.
बुआ रंडी जैसे मेरे लंड को चूस रही होती है. बुआ का जोश ऐसा रहता है, जैसे वो मेरे लंड को खा ही जाएगी. कुछ देर लंड चूसने के बाद बुआ उठ जाती है, और मेरे लंड को अपनी छूट में घुसा के बैठ जाती है और बोलती है-
अमृता: तेरा लंड बहुत बड़ा है. मेरी छूट में ठीक से घुस भी नही रहा है आ.
सोनू: रूको, मैं अभी घुसा देता हू.
फिर मैं नीचे लेते-लेते ही अपनी कमर उठा के एक ज़ोरदार झटका मारता हू, और मेरा पूरा लंड बुआ की छूट में घुस जाता है, और बुआ बहुत ज़ोर से चिल्लती है-
अमृता: अया धीरे डालता ना, इतना ज़ोर से क्यूँ डाला? बहुत दर्द हो रहा है.
सोनू: अब एंजाय करो बुआ.
फिर मैं बुआ के चूतड़ को पकड़ के बुआ को उपर-नीचे उछालने लगता हू.
अमृता: अया अया अया बहुत दर्द हो रहा है अया आ.
सोनू: थोड़ी देर में मज़ा भी आएगा.
कुछ देर में बुआ खुद ही ज़ोर-ज़ोर से मेरे लंड पे उछालने लगती है.
अमृता: आ अया अया सोनू कितना मज़ा आ रहा है अया अया अया और छोड़ अया आ.
मैं भी अपनी कमर उठा-उठा के नीचे से धक्का मारते रहता हू. बुआ फुल एंजाय करते रहती है.
अमृता: अया अया अया अया कितना अछा लग रहा है अया आ ऑश.
कुछ देर ऐसे ही छोड़ने के बाद मैं बुआ को कुटिया बनने के लिए बोलता हू, और बुआ तुरंत कुटिया बन जाती है. जैसे बुआ कुटिया बनती है, तो बुआ का बड़ा सा चूतड़ कमाल का लग रहा होता है. फिर बुआ की छूट में अपना लंड घुसा के बुआ को छोड़ने लग जाता हू.
अमृता: अया अयाया अयाया बहुत मज़ा आ रहा है अया अया अया ऑश.
फिर मैं छोड़ते हुए ही बुआ के चूतड़ पर थप्पड़ मारता हू.
अमृता: अया और मार अया अया.
फिर मैं और थप्पड़ मारता हू.
अमृता: अयाया अयाया आआआः.
सोनू: कैसा लगा मेरी रंडी बुआ?
अमृता: बहुत अछा लगा अयाया अया मेरे मदारचोड़ भतीजे अयाया अयाया अयाया ऑश.
बुआ के मूह से गाली सुनते ही मैं और जोश में आ जाता हू, और अपनी स्पीड और तेज़ कर देता हू.
अमृता: अया अया बहुत मज़ा आ रहा है सोनू अया अयाया अया अया.
सोनू: बुआ अब मैं झड़ने वाला हू.
अमृता: मेरी छूट में ही झाड़ जेया, और मैं भी झड़ने वाली हू. दोनो साथ में झड़ेंगे.
कुछ और धक्के के बाद मैं बुआ की छूट में ही झाड़ जाता हू, और बुआ भी मेरे साथ ही झाड़ जाती है. फिर बुआ सीधा होके साइड में लेट जाती है, और बुआ के बगल में मैं लेट जाता हू. फ़ि,र बुआ मेरे उपर मेरे से चिपक के लेट जाती है, और बोलती है.
अमृता: आज बहुत मज़ा आया सोनू.
सोनू: आज आपको चुदाई का असली सुख मिला?
अमृता: हा आज मिला इतने सालों बाद. मेरे को कभी नही लगा था की मेरे को चुदाई का सुख मिलेगा. लेकिन आज तू मेरे को वो सुख दिया.
सोनू: बुआ अब आप जब चाहोगी आपको मैं चुदाई सुख दूँगा.
अमृता: हा बिल्कुल मैं तो तेरे से चूड़ने के लिए तेरे शहर भी आ जौंगी.
सोनू: बिल्कुल आ जाना बुआ आप.
अमृता: तेरे को मैं सकचाई बता रही हू. आज जब मैं आई, और तेरे को देखी, तभी मेरा तेरे से चूड़ने का मॅन बन गया था. बस तोड़ा हिचकिचा रही थी.
सोनू: वो तो जब आप मेरे से मिली थी, मैं तभी समझ गया था. बुआ इसीलिए तो मैं आज बहाना करके आपके पास सोने आया.
अमृता: चल अछा किया, लेकिन तू बहुत अची चुदाई करता है. सच में मेरी छूट की सारी आग बुझ गयी तेरी चुदाई से.
सोनू: अर्रे बुआ अब बस आप बोलना की कब आपकी आग बुझानी है, मैं तुरंत बुझा दूँगा.
अमृता: हा बोलूँगी.
फिर हम लोग बात करते-करते नंगे ही लिपट के सो जाते है.
आयेज क्या हुआ अगले पार्ट में पता चलेगा. सेक्स कहानी पढ़ कर फीडबॅक ज़रूर दे