हेलो, मैं हू इशान. मैं 26 साल का हू. मेरी हाइट 5.9 लंड 6 इंच का है. अब मैं ज़्यादा बोर ना करते हुए सीधा अपनी स्टोरी पे आता हू. कुछ काम ना होने की वजह से मैने डिसाइड किया क्यूँ ना अपनी फोरेस्ट से लगी ज़मीन पे ही फार्मिंग करू, और अपने घर वालो को बता कर वाहा चला गया.
वाहा हमारा एक फार्म हाउस बना था, जिसके पीछे एक बन्जारे भाई बेहन (राजू और पिंकी) रहते थे, जो की जंगल में से लकड़ी बेच के अपना काम चलते थे. तो मैने दोनो को अपने घर पे काम पे लगा लिया.
राजू को फार्मिंग के काम के लिए और पिंकी को घर के काम के लिए. मेरी नीयत में तब तक पिंकी के लिए कुछ भी बुरा नही था. ऐसे ही कुछ दिन निकल गये. फिर एक दिन एक-दूं से पानी गिरने लगा, और राजू का घर आँधी की वजह से टूट गया. फिर मैने उनको अपने स्टोर में रहने बोल दिया.
राजू तो सुबा खाना लेके काम से निकल जाता और शाम तक आता. वही पिंकी काम करने के बाद जब नीचे नहा रही थी, तो मेरी नज़र उस पर एक-दूं से पड़ी. मैं डांग रख गया उसको देख कर.
उसका फिगर 36-30-34 का होगा कम से कम, मगर शरीर पे बहुत बाल थे, और उसको अपने आप को मेनटेन करना नही आता था. तो मैं डिसाइड किया की अब मैं उसको अपनी रखैल बनौँगा.
फिर मैने प्लान बनाया, और राजू को बोला: मुझे मेरे भोपाल वाले घर पे काम से जाना है, बुत वाहा काम के लिए किसी की ज़रूरत है.
तो उसने पिंकी को जाने बोल दिया. इससे मैं मॅन ही मॅन खुश हो गया. जैसे ही हम भोपाल पहुँचे, मैं फ्लॅट की टीवी में पॉर्न चालू करके मूठ मारने लगा. तो पिंकी शॉक हो गयी, और डरने लगी. फिर उसको भी धीरे-धीरे देख के मज़ा आने लगा.
पिंकी: साहब ये सब क्या कर रहे है?
मे: क्यूँ क्या हुआ तुमको इसको देख के?
पिंकी: अजीब सा लग रहा है, कुछ-कुछ हो रहा है.
मे: क्या हो रहा है?
पिंकी: नीचे से पानी निकल रहा है, और खुजली भी हो रही है.
मे: मैं मिटा डू टुमरी खुजली?
फिर पिंकी कुछ नही बोली. मैने उसको अपनी तरफ बुला कर, अपना बॉक्सर उतार कर, मेरे लंड को हिलने बोला. उसको पहले अजीब लगा, तो मैने उसका हाथ पकड़ कर करवाया और फिर उसको आने लगा.
फिर मैने उसकी सलवार और पाजामा उतार दिया तो देखता ही रह गया. इतने बड़े बूब्स, और पिंक कलर की बालों वाली छूट. तो तभी मैने डिसाइड किया की इसका मेकोवर करवा कर इसको अपनी रखैल बनौँगा.
फिर दूसरे दिन मैने सुबा पिंकी को बातरूम में ले-जाके उसकी छूट के सारे बाल ट्रिम कर दिए. मैने देखा तो देखता ही रह गया. एक-दूं टाइट पिंक छूट देख कर मेरे मूह में पानी आ गया. तो मैने अपने आप को कंट्रोल किया, और उसको अपनी पुरानी त-शर्ट और लोवर दिए.
फिर मैं उसको माल में गर्ल्स पार्लर लेके गया, और उनको सब समझा दिया की इसकी वॅक्सिंग, फेशियल, हेर कट, पूरा मेक ओवर करना है.
और मैं वाहा से चला गया. फिर करीब 4 घंटे बाद कॉल आया पार्लर से. शी वाज़ रेडी. मैं जब वाहा गया तो देखता ही रह गया. वो किसी पॉर्न स्तर से कम नही लग रही थी.
फिर उसने बोला: चले साहब?
तो मुझे होश आया. फिर मैने उसको खूब सारे कपड़े दिलाए, और 2 ट्रॅन्स्परेंट नाइटीस भी. और वाहा से हम फ्लॅट पे आ गये. फिर मैने उसको नहाने के बाद वो नाइट पहन के आने को कहा. 1 घंटे बाद जब वो आई, तो मुझसे रहा नही गया.
मैने सीधा उसको अपनी तरफ खींचा, और उसको किस करने लगा. तो वो माना करने लगी, और कहने लगी-
पिंकी: ये सब सही नही है.
लेकिन मैं नही माना. फिर वो भी कंफर्टबल हो गयी, और साथ देने लगी, और मुझे भी किस करने लगी. फिर धीरे से मैने उसकी निघट्य उतार दी, जिसके अंदर वो पूरी नंगी थी. उसके बाद मैं उसके फुटबॉल जैसे बूब्स चूसने लगा तो उसके मूह से आ आ निकालने लगी.
फिर उसको मैने मेरा लंड चूसने को बोला. अब वो आचे से चूस रही थी, तो मुझे बहुत मज़ा आ रहा था. 20 मिनिट में मेरा भी पानी निकल गया, और उसका भी. तो फिर मैं उसकी छूट को चाटने लगा, जिससे उसका बुरा हाल हो गया था. वो चिल्ला-चिल्ला के आहें निकाल रही थी.
फिर मैने क्रीम अपने लंड पे लगा के उसकी चूत में सेट किया. मगर टाइट होने के कारण नही गया. मैने फिर कोशिश की तो तोड़ा अंदर गया, जिससे वो चिल्ला उठी, और मुझे मारने लगी-
पिंकी: साहब इसको बाहर निकालो.
मगर मैने एक ना सुनी, और फिर 5 मिनिट बाद मैने फिरसे अंदर बाहर करना स्टार्ट कर दिया. अब उनको भी मज़ा आने लगा था. फिर 10 मिनिट की चुदाई के बाद मैने पोज़िशन चेंज की. मैने उसको डॉगी स्टाइल में छोड़ा बहुत.
फिर हम दोनो का पानी निकल गया, और फिर हम दोनो एक-दूसरे के उपर पड़े रहे.
कुछ देर बाद वो बोली: साहब दर्द हुआ, मगर मज़ा बहुत आया.
मैने उसको फिरसे अपना लंड चूसने को कहा. उसने चूस के मेरे लंड को फिरसे खड़ा कर दिया, और फिर मैने उसको अपने लंड पर बैठने को बोला. मैने लंड को उसकी छूट में सेट करके बहुत देर तक छोड़ा. इस बार उसने खून छोढ़ दिया, मगर ना मैं रुका और ना ही उसने मुझे रुकने दिया.
उसके बाद 1 बार और सेक्स किया, और फिर हम दोनो नहाने साथ चले गये. अब जब भी मेरा मान करता है, मैं उसको छोड़ता हू. वो रात में 2 के बाद डेली मेरे रूम आ जाती है, और हम डेली चुदाई करते है.
अब वो मेरी पर्सनल रखैल बन गयी, और वो अनपड़ लड़की होते हुए भी एक सेक्सी मॉडेल जैसे अपने आप को मेनटेन करने लगी है, और मैं जहा भी जाता हू घूमने उसको साथ में लेके जाता हू, उसके भाई को काम का बहाना बता कर. और वाहा ले जेया कर खूब छोड़ता हू.
अब वो भी दिन एक-दो बार मुझसे जब तक छुड़वा ना ले ना, तो उसका खाना नही पचता. बिना चुदाई के वो पागल सी हो जाती है.
मैं अगली स्टोरी में बतौँगा, की कैसे मैने उसकी और उसकी न्यू भाभी की चूत मारी. जल्दी ही पार्ट 2 आ जाएगा. तो बने रहिए इस साइट पे. अगर किसी भाभी, आंटी, जवान लड़की को भोपाल इंडोरे के आस-पास सॅटिस्फॅक्षन चाहिए हो, तो मैल कर सकती है.
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