गॅंडू ने लिए थ्रीसम फक का मज़ा

ही मेरा नामे आर्यन है, और ये मेरी फर्स्ट टाइम थ्रीसम की कहानी है. अब मैं आपको अपने बारे में बता डू. तो मेरी आगे 23 है, और मेरी गांद और बूब्स उभरे हुए है. तो कहानी की शुरुआत होती है जब मैं 21 साल का था. उस टाइम पर एक रात को मैं काफ़ी हॉर्नी फील कर रहा था.

तब मैने सोचा की क्यूँ ना ऑनलाइन किसी को बुलाया जाए, और अपनी भूख मिताई जाए. फिर मैं ग्ृींद्र चलाने लगा. कुछ लोगों से बातें की, पर कुछ ख़ास इंटरेस्टिंग नही लगे वो मुझे. वैसे मेरा मॅन आज थ्रीसम करने को हो रहा था, तो फिर मैने सोचा की क्यूँ ना उनको कॉल किया जाए जिनसे मैं पहले भी चुड चुका था.

पर अब मुस्किल ये थी की मुझे उन्हे मानना था थ्रीसम के लिए. क्यूंकी वो दोनो भी एक-दूसरे को नही जानते थे. उनमे से एक का नामे विशाल था और दूसरे का ध्रुव. विशाल काफ़ी क्यूट बंदा था, और ध्रुव तोड़ा रफ था. बुत थे दोनो ही मस्क्युलर, और बड़े लंड वाले बंदे थे.

अब मैने उन दोनो को कॉल किया बारी-बारी और उनसे बात की, और मेरी इक्चा के बारे में बताया. तो विशाल तो मान गया, पर ध्रुव थोड़े नखरे कर रहा था. लेकिन मैने उसे भी रेडी कर लिया. फिर हमने विशाल के फ्लॅट पे मिलने का प्लान बनाया, क्यूंकी वो अकेला रहता था यहा. फिर आधे घंटे मैं ध्रुव मेरे घर आया अपनी कार लेके, और फिर हम दोनो विशाल के फ्लॅट के लिए निकल गये.

वाहा पहुँचने के बाद हम तीनो साथ में बैठे, और फिर थोड़ी बातें-वाते कर रहे थे. तभी ध्रुव से रहा नही गया, और उसने मेरे बूब्स दबाने शुरू कर दिए. फिर उसे देख विशाल ने भी अपने गुलाबी मुलायम लिप्स को मेरे लिप्स पे रख दिया, और मुझे किस करने लगा.

थोड़ी देर बाद ध्रुव ने मेरी त-शर्ट उतार दी और ज़ोर-ज़ोर से मेरे निपल्स को दबाने और चूसने लगा. वो अपने एक हाथ से मेरे बूब्स दबा रहा था, और दूसरे हाथ से मेरी बड़ी गांद को जाकड़ रहा था. मैं और विशाल एक-दूसरे के लिप्स की गहराइयों में कही खो गये थे.

थोड़ी देर किस करने के बाद विशाल ने भी अपना हाथ मेरी गांद पे रखा, और मुझे स्पॅंक करने लगा. ये सब कुछ देर चला. फिर ध्रुव ने हमारी किस तोड़ी, और मुझे नीचे घुटनो पे बैठने को कहा. मैं बैठ गया. फिर वो दोनो मेरे सामने आके खड़े हो गये, और दोनो ने अपने शॉर्ट्स रिमूव कर लिए.

अब दोनो के बड़े लंड मेरे मूह के सामने थे. विशाल का लंड काफ़ी बड़ा था, करीब 7.5 इंच का, और मोटा. वही ध्रुव का 6.5 इंच का था, और उसका भी काफ़ी मोटा था. फिर मैने पहले विशाल के लंड को पकड़ा, और उसके लंड की टिप को अपनी टंग से चाटने लगा. उसके बाद धीरे-धीरे उसके टोपे को चूसा, और फिर आराम से उसका पूरा लंड मूह में लिया, और सक करने लगा.

दूसरे हाथ से मैं ध्रुव का लंड हिलने लगा. करीब 5 मिनिट तक विशाल का लंड चूसने के बाद मैने ध्रुव का चूसना शुरू किया. इससे ध्रुव तोड़ा जोश में आ गया, और मेरा मूह पकड़ के छोड़ने लगा. करीब 5 मिनिट तक छोड़ने के बाद उसने मेरे मूह से अपना लंड निकाला. मेरी तो साँस फूल चुकी थी. फिर विशाल ने मुझे खड़ा किया, और मुझे वापस किस करने लगा.

तभी पता नही ध्रुव को क्या हुआ, वो पहली बार नीचे बैठा, और मेरी गांद स्प्रेड करके मेरी गांद चाटने लगा. वो अपनी टंग से मेरी गांद छोड़ रहा था. कभी-कभी वो मेरी गांद के च्छेद पे स्पिट करता, और फिर वही स्पिट से पूरी गांद चाट-ता. मुझे तो बहुत मज़ा आ रहा था. फिर उसने मेरी गांद में उंगलियाँ डालनी शुरू की. पहले एक, फिर दो, और फिर तीसरी उंगली घुसा के मुझे फिंगरिंग करने लगा.

थोड़ी देर फिंगरिंग करने के बाद विशाल ने मुझे वही बेड के कोने पे डॉगी बना दिया, और मेरी गांद के च्छेद पे लंड रख कर रगड़ने लगा. उतने में ध्रुव मेरे आयेज आके मेरे मूह में उसका लंड डालने लगा. मैं ध्रुव के लंड को चूसने लगा. तभी विशाल ने अपने लंड को मेरी गांद में घुसना शुरू किया.

उसने आधा लंड अपनी थूक की वजह से आराम से घुसा दिया, और फिर उसने मेरी कमर को टाइट पकड़ लिया. मैं समझ चुका था की क्या होने वाला था. फिर ध्रुव ने मेरे मूह में अपना पूरा लंड दे दिया, और मुझे पकड़ कर चोक करने लगा. तभी विशाल ने एक ज़ोर का झटका मारा, और पूरा लंड मेरी गांद मैं उतार दिया.

मुझे बहुत पाईं हुआ, पर मैं चिल्ला नही सकता था, और ना ही छ्छूट सकता था. क्यूंकी दोनो ने मुझे काफ़ी टाइट पकड़ रखा था. फिर विशाल ने मुझे छोड़ना शुरू किया, और ध्रुव ने भी साथ में मेरे मूह को फिरसे छोड़ना शुरू किया.

अब विशाल जोश में आके मुझे ज़ोर-ज़ोर से छोड़ने लगा. करीब 15 मिनिट तक वो मुझे अपने बड़े लंड से छोड़ता रहा. लगातार एक ही रफ़्तार से उसने मेरी गांद मारी, और अब वो आलरेडी मेरी गांद के च्छेद को बड़ा कर दिया था. इतना छोड़ने के बाद दोनो ने अपनी पोज़िशन स्वाप कर ली.

अब ध्रुव ने मेरी गांद में अपना लंड घुसाया, और छोड़ने लगा. वो तो इतना जोश में था, की विशाल से भी ज़्यादा स्पीड से छोड़ रहा था. अब पूरा रूम पच-पच की आवाज़ से गूँज रहा था, और विशाल मुझे अपना लंड चुस्वा रहा था. काफ़ी देर तक वो दोनो मुझे ऐसे ही छोड़ते रहे. फिर उन्होने मुझे खड़ा किया, तो मैने सोचा चलो ख़तम हुआ. पर मेरे सर्प्राइज़ के लिए ये तो शुरुआत थी.

फिर विशाल बेड पे बैठ गया, और मुझे बोला की मैं उसके लंड पे बैठ के जंप करू. तो मैं भी बैठ गया और उछालने लगा. ध्रुव भी आयेज आके मुझे अपना लंड चुस्वा रहा था. फिर कुछ देर बाद ध्रुव नीचे उतार गया, और मेरे पीछे आके मेरी गांद को दबाने लगा. वो गांद को स्पॅंक करने लगा. मैं फिर भी रुका नही, और उछालता रहा.

तभी विशाल ने मुझे अपनी तरफ झुकाया और मुझे टाइट्ली होल्ड करके किस करने लगा. ध्रुव अब अपना मोटा लंड मेरी गांद मैं घुसने लगा, तो मैने रोका, और उसे कहा-

मैं: मत कर.

पर वो कहा सुनने वाले थे. फिर ध्रुव ने कैसे ना कैसे अपना लंड मेरी गांद में घुसा दिया, और वो दोनो अब मुझे डबल पेनेट्रेशन करने लगे. मुझे बहुत पाईं हो रहा था. मैं चिल्ला रहा था, पर वो नही रुके और मुझे छोड़ते रहे.

अब मुझे भी मज़ा आने लगा था, और वो दोनो भी मज़े से छोड़ रहे थे. इतनी चुदाई के बाद फाइनली वो अब झड़ने वाले थे. तो उन्होने अपना लंड मेरे मूह से निकाला, और मुझे पकड़ के नीचे घुटनो पे बिता दिया.

फिर मेरे मूह के पास अपने लंड हिलने लगे, और मैं भी उनकी हेल्प करने के लिए उनके लंड बारी-बारी से चूसने लगा. देखते ही देखते थोड़ी देर में वो दोनो बारी-बारी से मेरे मूह पे झाड़ गये.

मेरा फेस पूरा उन दोनो के माल से भर चुका था. तभी मुझे अपनी फॅंटेसी पूरी करने का ख़याल आया. मेरी फॅंटेसी थी कम स्वाप करना. तो ध्रुव तो ये सब करने से रहा, और विशाल बेचारा क्यूट बंदा जो मैं बोलू करने को तैयार हो जाता था. तो फिर मैने उसे बोला की ये मुझे करना है, तो वो रेडी हो गया, और फिर उसने मेरे फेस से अपना और ध्रुव दोनो का माल चाटना शुरू कर दिया, और पूरा फेस क्लीन करके सारा माल अपने मूह में भर लिया. अब वो और मैं एक-दूसरे को किस कर रहे थे, और कम स्वाप कर रहे थे.

तब ध्रुव को पता नही क्या हुआ, उसने मेरा लंड चूसना शुरू किया, और मुझे कहा की मैं अपना माल उसपे ना गीरौ. पर मैं विशाल के साथ कम स्वापिंग में मदहोश था, तो पता ही नही चला क्या हुआ, और मैने ध्रुव के मूह में अपना कम निकाल दिया. फिर उसने वो थूका, और मुझ पर गुस्सा होके चिल्लाने लगा.

मुझे और विशाल को अलग करके, मेरी गर्दन पकड़ के, गुस्से में उसने मुझे डॉगी बनाया. मैने सोचा अब फिरसे ये मेरी गांद मारेगा पर नही. उसने तो अपना लंड लेके मेरी गांद पे मूतना चालू कर दिया, और उसने अपना सारा मूट मेरी गांद पे निकाल दिया.

विशाल ये देख के काफ़ी गुस्सा हो गया, और उसने ध्रुव को वाहा से चले जाने को कहा. तो ध्रुव गुस्से में वाहा से कपड़े पहन कर चला गया, और यहा विशाल ने मुझे खड़ा किया, और पूछा की मैं ठीक थे.

तो मैने कहा: हा, कोई नही, होता रहता है.

और फिर मैं वापस उसे किस करने लगा. करीब 10 मिनिट किस करने के बाद मैने टाइम देखा तो 12 बाज चुके थे. तो मैने विशाल को पूछा की क्या मैं आज उसके घर रुक सकता था. उसने कहा हा ठीक है. तो हम फिरसे किस करने लगे.

फिर थोड़ी देर बाद हमे भूख लग रही थी तो उसने फुड ऑर्डर किया. अभी फुड आने में टाइम था, तो मैने उससे कहा की मैं फ्रेश होके आता हू.

फिर उसने कहा: हम साथ में नहाते है.

तो मैने भी हा कर दी, और फिर हम बातरूम में चले गये. उस दिन वाहा बातरूम में, और उसके बाद लाते नाइट क्या-क्या हुआ, ये जानने के लिया आपको मेरी इस स्टोरी के अगले पार्ट का वेट करना पड़ेगा. तो दोस्तों ये थी मेरी सेक्स कहानी. कैसी लगी आपको ये हॉट स्टोरी बताईएएगा ज़रूर. मुझे आपके रिव्यूज़ जान कर काफ़ी खुशी होगी. थॅंक योउ फॉर रीडिंग.

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