गाड़ी में लिफ्ट लेने वाली लड़की की सामूहिक चुदाई की

मैं आप सब की पुजा शर्मा हूं। यह कहानी मुझे मेरी एक ई-मेल सहेली सपना ने यहां लिखने को बोला है। तो मैं अब सपना बन कर ही कहानी लिख रही हूं।

मेरा नाम सपना है, और मैं हिमाचल प्रदेश से हूं। मैं प्रथम बर्ष की स्टुडेंट हूं। मेरे बूब्स का साइज 32″ और गांड 36″ की है। मैं देखने मे भी बहुत सुन्दर हूं। मेरे घर में मैं, पापा, मम्मी, और मेरा छोटा भाई ही हैं। मैं सब की जान हूं।

मेरा आज तक कोई बॉयफ्रेंड नहीं है, पर हम सहेलियों का एक व्हाट्सएप ग्रुप है, जहां पर कुछ सहेलियां कभी-कभी गंदी फोटो ओर फिल्म भेजती रहती हैं। मैंने उन फिल्म को देख कर कई बार चूत को सहलाया है। सब कुछ अच्छा चल रहा था मेरी लाइफ में, पर एक दिन मेरे साथ जो हुआ अच्छा नहीं हुआ।

एक दिन कोलेज जाने के लिए मैं घर से लेट निकली। बस भी छूट गई। मैं अकेली रह गई। हमारे गांव मे भीड़ भी बस आने-जाने के समय ही होती है, और फिर सड़क सुनसान। मैं वहां खड़ी हुई थी। तभी एक स्कार्पियो गाड़ी मुझे आते हुए दिखाई दी। मैंने गाड़ी को रुकने का इशारा किया।

गाड़ी मेरे से थोड़ी आगे आकर रुकी। गाड़ी में 4 लड़के बैठे हुए थे, जो कि बाहर के दिख रहे थे। मैंने उनको आगे तक जाने के लिए पूछा तो उन्होंने हां कर दी। मैं पीछे वाली सीट पर बैठ गई। तो एक ने मुझे बीच में आने को बोला। फिर मैं उन दोनों के बीच आ गई।

फिर उन्होंने मेरे से नाम पूछा। मैंने अपना नाम सपना बता दिया। फिर और बातें करने लगे। एक ने बियर की बोतल पीते हुए मुझे बोला, “सपना पियोगे”? तो मैंने मना कर दिया। फिर मुझे ऐहसास हुआ सब पिये हुए थे। इस बीच एक ने मेरी जांघ पर हाथ रख दिया, और फेरने लगा।

मैं उसको रोकने लगी, पर तभी दूसरे ने मेरे मुंह को एक दम से अपनी ओर खींच लिया, और मेरे होंठो पर अपने होंठ रख कर किस करने लगा। मैं उसको अपने से दूर करने लगी, पर दूसरे ने मेरे हाथ पकड़ लिए। वो मेरे होंठ पिये जा रहा था। मेरी सांस रुक रही थी, पर उसने मुझे छोड़ा नहीं।

बहुत देर बाद गाड़ी रुक गई। वो मुझे जंगल के बीच ले आए थे। आगे वाले दोनों गाड़ी से नीचे उतर आए, और बियर पीने लगे, और वो दोनों कभी मेरे बूब्स दबाते तो कभी मेरे को चूमते रहे।

जो गाड़ी चला रहा था वो मुझे बोला, “सपना मान जा‌ना, तू भी मजा करेगी और हम भी”। फिर दूसरा बोला, “चल कपड़े उतार सभी”। मैंने फिर अपने सब कपड़े उतार दिये। मैं ब्रा पेंटी मे आ गई। तभी उन दोनों ने मुझे गाड़ी से नीचे उतार दिया। उन्होने गाड़ी में म्युजिक चला दिया, और मुझे भी अपने साथ नचाने लगे। फिर सब ने मुझे पूरी नंगी कर दिया। मैं अपनी चूत और बूब्स हाथों से छुपाने लगी।

फिर सब ने अपने कपड़े उतार दिये। सब के लंड एक से बढ़ कर एक बड़े और मोटे थे। फिर एक मेरी चूत को चाटने लगा, और दो मेरे बूब्स पीने लगे, और चौथे वाला गाड़ी को बन्द कर के एक चादर ले आया और बिछाने लगा। फिर मुझे चादर पर लिटा दिया, और सब मुझ पर टूट पड़े।

एक ने मेरे मुंह मे लंड डाल दिया, और मेरा मुंह चोदने लगा। एक मेरी चूत को चाटने के साथ चूत में उंगली भी डाल रहा था। मेरे दोनों बूब्स को दोनों ने चूस-चूस कर लाल कर दिए। मेरी चूत ने कब पानी छोड़ दिया मुझे पता ही नहीं चला। वो मेरी चूत के पानी को चाट कर बोला, “अब रंडी तैयार है चुदाई के लिए”।

जिसने मेरे मुंह मे लंड डाला था, वो लंड निकाल कर मेरी चूत पर आ गया और दूसरे ने मेरे मुंह मे अपना लंड डाल दिया। फिर उसने मेरी चूत के मुंह पर लंड लगा दिया, और एक जोर का धक्का मारा। लंड मेरी चूत चीरता हुआ अंदर जाने लगा। मेरी आंखों के सामने अंधेरा छा गया। मैं दर्द से तड़पने लगी।

वो कुछ देर वैसे ही रुका रहा। फिर उसने एक ओर धक्का मारा, और लंड मेरी चूत के अन्दर पूरा चला गया। मैं बेहोश सी हो गई। मुझे कुछ पता नहीं रहा। जब होश आया तो वो मेरी चूत को चोद रहा था। मुझे भी अब दर्द कम हो रहा था, तो मैं भी गांड उठा कर लंड अंदर लेने लगी।

जब वो लंड बाहर निकालता, तो उसका लंड पूरा लाल हो कर बाहर आता। तभी दुसरा बोलने लगा, “सपना रंडी, देख तेरी चूत अब सब के लंड लेने वाली हो गई है। देख तेरी चूत खुल गई”। लंड मुंह मे होने के कारण मैं कुछ भी बोल नहीं पा रही थी, बस चुदाई का मजा ले रही थी।

मेरी चूत पानी छोड़ चुकी थी, और उसका भी निकलने वाला था। तो उसने अपना सारा पानी मेरी चूत के ऊपर ही निकाल दिया। फिर दूसरा आ गया। उसने पहले मेरी पेंटी से मेरी चूत को साफ किया। फिर लंड को उसने भी मेरी चूत मे डाल कर चुदाई शुरु कर दी। मैं चुदाई का मजा लेते हुए गांड उठा कर लंड अंदर लेने लगी। मैंने उसको अपनी बाहों में भर लिया।

वो लगातार मुझे चोदे जा रहा था बिना रुके। मेरी चूत में पहले से अब दर्द कम हो रहा था। उसने भी काफी देर तक मेरी चूत की चुदाई की। फिर वो मेरी चूत के अन्दर ही झड़ गया। फिर तीसरा नीचे लेट गया और एक ने मुझे उठा कर उसके लंड पर बिठा दिया। उसका लंड मेरी बच्चेदानी तक चला गया।

वो मुझे गांड से उठा कर चोदने लगा। फिर एक ने मेरे मुंह मे लंड डाल दिया। मैं भी अब लंड पर उछलते हुऐ लंड चूत में लेने लगी और उसका लंड चूसने लगी। सच बोलूं अब मुझे भी बहुत मजा आने लगा। मैं सच मे एक रंडी की तरह यह सब कर रही थी। काफी देर की चुदाई के बाद उसके लंड ने पानी छोड़ दिया।

अब चौथे ने मुझे कुतिया बना कर मेरी चूत मे पुरा लंड उतार दिया। वो मुझे बालों से पकड़ कर चोदने लगा। उसका लंड मुझे उन सब के लंड से बड़ा लगा। उसके धक्के से मैं पूरी हिलने लगी। मेरे बूब्स भी जमीन से रगड़ खाने लगे। मेरे मुंह से आवाज़ें निकलने लगी। सब मुझे चुदता हुआ देख रहे थे।

मैं अब सच में सपना ना रह कर सपना रंडी बन गई थी। आज मैंने 4 लंड से अपनी चूत जो चुदवाई थी। उसने मुझे काफी देर तक चोदा। फिर अपने लंड के पानी से मेरी चूत को पूरा भर दिया। मैं थक कर लेट गई। वो सब फिर से बियर पीने लग गए।

फिर से एक बार सब ने मेरी चुदाई की। फिर मैंने अपने आप को साफ किया, और कपड़े पहन लिए। उनमें से एक ने अपना फोन नंबर दिया और बोला, “फिर चुदाई करवानी हो तो कॉल करना। फिर उन सब ने मुझे मेरे घर जाने के समय पर मुझे वहीं उतार दिया। मैं घर आ गई।

कैसी लगी मेरी कहानी सब ज़रुर बताना। अगली कहानी लेकर फिर हाजिर हूंगी।

यह कहानी भी पड़े  जालिम लंड पापा का

error: Content is protected !!