उसकी गांद पर खून भी था, और मेरे छानते के निशान भी. फिर वो उठी और बातरूम जाने लगी. उससे ठीक से चला नही जेया रहा था. रूपाली नंगी ही धीरे-धीरे से बातरूम में गयी. चुदाई कहानी अब आयेज से-
रूपाली फ्रेश होने बातरूम में चली गयी. मैं नंगा वहीं बेड पर बैठ गया. बाहर से अनिल मुझे देख रहा था. वो खुश होके मुझे और करने को बोल रहा था.
अभी रात की 1 बाज चुके थे. अनिल मुझे ऑल थे बेस्ट करने लगा. मैने भी स्माइल देके हा कहा. 5 मिनिट में उसकी मा आ गयी. रूपाली बोली-
रूपाली: आपको फ्रेश नही होना क्या? आज तो आपने मुझे बहुत दर्द दिया है. मेरा बदन अभी तक दर्द हो रहा है. गांद में सबसे ज़्यादा हो रहा है.
मैं: मेरी जान अभी तेरा पहली बार था ना. धीरे-धीरे आदत हो जाएगी. साली तू भी तो मुझे जोश दिला रही थी.
रूपाली: हा बाबा आह तब तो मज़ा आ रहा था. अब दर्द फील हो रहा है.
रूपाली मेरे पास बैठ गयी. मैने कहा-
मैं: सिगरेट तो लेके आ मेरे रंडी.
रूपाली: आप ही ले लो ना यार. मुझसे उठा नही जेया रहा है.
मैं: साली अभी से फैल गयी. अभी तो रात बाकी है.
रूपाली: अब रहने दो ना प्लीज़. अब करोगे तो मैं मॅर जौंगी. आपका लंड नही सहा जाता है.
मैं: इस बार आराम से करूँगा. चल सिगरेट लेके आ.
रूपाली उठी, और सिगरेट लेके आई. मुझे देख के बोली-
रूपाली: आप ही पियो, और मुझे भी थोड़ी पीला देना.
मैने उसकी छूट पर अपना हाथ रखा, और एक हाथ से सिगरेट का मज़ा लेने लगे.
रूपाली: उहह आह मा धीरे करो ना. हाथ हटा लो आप. आप बहुत ज़ोर से मसल देते हो.
मैं: तेरे छूट बहुत प्यारी है मेरी जान.
मैं सिगरेट पीते हुए उसके होंठो को चूमने लगा. वो बस दर्द में आँख बंद किए हुए थी. और मैं उसे सिगरेट पीला रहा था. तो पीने के लिए मूह खोल देती थी. मुझे उसकी हालत देख कर मज़ा आ रहा था. मैं उसकी छूट के अंदर 2 उंगली भी डाल रहा था. छूट को अंदर से मसल रहा था.
रूपाली: उहह श उम्म्म रहने दो ना अब. सो जाते है ना प्लीज़. कल कर लेना, आज बहुत तका दिया है.
मैं: मेरी जान, सिर्फ़ एक रौंद और करेंगे. फिर सो जाना तू.
रूपाली: आप नही मानोगे ना. बहुत ज़िद्दी हो आप, अपनी बात ही मनवानी है बस.
मैने हेस्ट हुए उसके होंठो को चूम लिया. वो भी चूमने लगी, और बोली-
रूपाली: हा लेकिन आराम से करना प्लीज़.
मैं: हा मेरी रंडी.
मैं अब उसके मोटे नाज़ुक बूब्स चूसने लगा. रूपाली सिसकियाँ लेने लगी.
रूपाली: उम्म्म्म ह ष्ह उहह बेबी.
मैं निपल मूह में लेके चूसने लगा. वो मेरे बाल मसल रही थी. मैं आज इसकी खूब चुदाई करने वाला था. उसके लिए मैं पहले इसे गरम करना चाहता था.
रूपाली के दोनो बूब्स को खूब दबा के चूसा. वो धीरे-धीरे गरम होने लगी थी. मैने 20 मिनिट खूब आचे से उसके दोनो निपल चूज़. बूब्स के चारों तरफ मैने थूक से गीला कर दिया था.
अब वो भी मेरे होंठो को खुद से चूसने लगी. रूपाली मेरे उपर आ गयी, और खुद से मुझे चूमने लगी. दोनो की गरम सिसकियाँ निकालने लगी.
रूपाली: उहह श बेबी उम्म्म्म आप बहुत आचे हो. मुझे गरम कर देते हो. ह आपके होंठ खा जौंगी.
मैं: उम्म्म ऑश मेरी जान. खा जेया, सब तेरा है.
रूपाली अब मेरी चेस्ट को चाटने लगी. उसने चेस्ट और मेरा पेट 20 मिनिट तक खूब दबा के छाता था. मैने कहा-
मैं: चल साली, तू अब अपनी छूट मेरे मूह पर रख.
वो भी हेस्ट हुए छूट लेके मेरे मूह पर बैठ गयी. दोस्तों क्या ग़ज़ब नज़ारा था. रूपाली की गरम और गोरी छूट, साथ में उसके मोटे थाइस ने मेरे मूह को धक लिया था. छूट का च्छेद मेरे मूह में जेया रहा था. मैं भी अब छूट पर ज़ुबान घुमा रहा था. उसकी छूट पूरी गीली थी, और मैं सारा रस्स पी रहा था. रूपाली आँख बंद करके छूट मेरे मूह में दबा रही थी.
रूपाली: उहह ह बेबी एस चूस लो आह आपकी ज़ुबान बेबी.
छूट के भोंसडे में ज़ुबान घुमा रहा था. कभी छूट के दाने को चूसने लगता. रूपाली पूरी हिल जाती थी. वो काफ़ी ज़्यादा गरम हो गयी थी. 10 मिनिट छूट को चाटने के बाद वो ज़ोर-ज़ोर से सिसकियाँ लेते हुए झड़ने लगी.
रूपाली: ह मा ऑश बेबी मैं झाड़ रही हू. बहुत मज़ा देते हो आप. प्लीज़ और चूस लो ना.
मैं भी उसकी गांद को मसल-मसल कर छूट को मूह में दबाने लगा. रूपाली की हालत खराब थी. वो एक ह के साथ झाड़ गयी. मैं छूट में ज़ुबान घूमते हुए छूट का गरम रस्स पी गया. सारा रस्स चाट-चाट कर सॉफ कर दिया.
रूपाली: ऑश मा ऑश ह मज़ा आ गया. बहुत तका दिया है आज बेबी.
मैं: साली मज़ा आया ना तुझे? कभी किया है ऐसा तूने?
रूपाली: नही बेबी, आपके साथ ही करना अब सब कुछ.
मैने कहा: चल अब लंड को चूस कर गीला कर दे. तेरी फिर से गांद मारनी है.
रूपाली तुरंत छूट मूह से हटा कर उल्टी हो गयी. उसने गांद मेरे मूह पर रख दी, और मूह में लंड ले लिया. 69 पोज़िशन में आ गये थे हम. मैं भी उसकी मोटी गांद का च्छेद चाटने लगा.
गांद चुदाई से उसका च्छेद काफ़ी बड़ा हो गया था. रूपाली मज़े से लोड्ा चूज़ जेया रही थी. कभी वो मेरे बॉल्स को भी चूस लेती थी. मेरे मूह से ष्ह निकल जाता था. वो जोश में और आचे से चूसने लगी. मैं भी उसकी गांद का च्छेद चाट रहा था. साथ में छूट भी मसल रहा था. उसके मूह से सिसकियाँ निकल जाती थी.
रूपाली: ह उहह बेबी उहह एस एस ऑश बहुत अछा लगता है. जब आप ऐसे प्यार देते हो.
अनिल अपनी मा को मेरा लोड्ा चूस्टे हुए, बाहर से बड़े मज़े लेके देख रहा था. उसकी मा नंगी मेरे उपर लोड्ा बहुत आचे से गले तक लेके चूस रही थी. उसने 20 मिनिट तक लंड को खूब आचे से चूसा था. फिर वो बोली-
रूपाली: सुनो ना बेबी, आप उल्टे लेट जाओ ना. मुझे कुछ करना है.
मैं भी उसकी बात मानते हुए झट से पलट गया. रूपाली मेरी गांद की तरफ गयी. दोनो हाथो से मेरी गांद पकड़ कर मसल रही थी. एक-दूं से उसने अपना मूह मेरी गांद में घुसा दिया.
मैने कहा: ये क्या कर रही है? तू खुद से गांद चाट रही है?
रूपाली: ह्म. आप कर सकते हो तो मैं नही. मुझे भी चाटनी है आपकी गांद. आप चुप-छाप लेट जाओ.
रूपाली फिर ज़ुबान निकाल कर मेरी गांद चाटने लगी. मुझे भी बहुत मज़ा आ रहा था. वो बड़े आचे से दोनो तरफ से गांद को चाट रही थी.
मैं: उम्म्म बेबी साली ये सर्प्राइज़ तेरा मुझे पागल बना रहा है.
रूपाली ह्म करके गांद का च्छेद चाट रही थी. उसने बहुत आचे से गांद का च्छेद छाता. करीब 10 मिनिट गांद छाती उसने.
रूपाली ने गांद चाट कर पूरी गीली कर दी थी. फिर मेरे थाइ भी चाटने लगी. उसकी सॉफ्ट गोरी ज़ुबान मेरी टाँगो पर चलती तो मेरे मूह आह श उम्म्म निकल जाता था. मैने कहा-
मैं: वाह मेरी जान. बहुत मज़ा आ रहा है आज. तूने खुश कर दिया साली.
रूपाली: थॅंक्स बेबी सब आपके लिए कर रही हू. आप भी मुझे खुश करते हो ना.
उसने दोनो पैर और पैर उंगली भी छाती. 15 से 20 मिनिट उसने बड़ा मज़ेदार फोरप्ले किया था. अब मैने कहा-
मैं: साली तूने मुझे बहुत ज़्यादा जोश दिला दिया है. तेरे गांद मारने का टाइम आ गया है. अब तुझे छोड़ना है बस.
रूपाली: ठीक है. छोड़ लो आप. आपको कों रोकेगा अब? गांद मारनी है बस. यही काम है आपके इस काले बदमाश को.
हम दोनो हासणे लगे. रूपाली मेरे पास आई, और मुझे चूमने लगी. मैं भी उसकी ज़ुबान चूसने लगा. जिसमे मेरे गांद का स्वाद लगा हुआ था.
दोस्तों अगले भाग में पढ़ना कैसे मैने उसकी 32″ की गांद का भोसड़ा बनाया. किसी गर्ल भाभी को मुझसे रियल सेक्स चाहिए. किसी को लोंग टाइम रिलेशन्षिप चाहिए जैसे रूपाली के साथ हुई. तो मुझे आप गम0288580@गमाल.कॉम पर मैल करे. आप गूगले छत भी कर सकते हो. थॅंक्स.