फिंगरिंग करती ह्र को एंप्लायी ने चोदा

ही फ्रेंड्स, मेरा नाम सलमान है, और मैं आपको सीधे कहानी की तरफ ले चलता हू. पिछले कुछ महीनो से मुझ पर ऑफीस के काम का दबाव कुछ ज़्यादा था, और मैं तक गया था. मैं अपने कॅबिन में बैठ कर अपनी ज़िंदगी के सारे फैंस्लो के बारे में सोच रहा था, की तभी मुझे हॉल के एंड से एक आवाज़ आई.

ये आवाज़ ह्र राधिका के कॅबिन से आ रही थी. मुझे नही लगा की उस वक़्त ऑफीस में कोई और भी था. फिर मैं उसके कॅबिन के दरवाज़े की तरफ गया, लेकिन वो लॉक्ड था. लेकिन ऑफीस के बंद पर्दे में एक छ्होटा सा गॅप था.

राधिका अपनी कुर्सी पर अपनी आँखें बंद करके बैठी हुई थी. उसके मूह खुला था, और वो अपने होंठ चबा रही थी. उसके टेबल के नीचे से उसका हाथ उपर-नीचे हो रहा था, और वो तेज़ी से साँसे ले रही थी. मुझे अपनी आँखों पर यकीन नही हुआ, की वो औरत ऑफीस में फिंगरिंग कर रही थी.

वो पीछे टेक लगा कर आहें भर रही थी खुद को टच करते हुए. मेरा लंड सख़्त हो गया, लेकिन मैं साँस कंट्रोल करते हुए अंदर देखता रहा.

फिर अचानक राधिका ने उपर देखा, और मुझे देखते हुए हल्के से चिल्लाई. उसने पूरी कोशिश की की वो नॉर्मल दिखे, लेकिन वो पकड़ी जेया चुकी थी. फिर उसने साँस भारी, और बंद दरवाज़े के अंदर से चिल्लाई.

ह्र: क्या तुम अंदर आ सकते हो?

फिर मैं अंदर गया, और राधिका शर्मा गयी. मैं उसको देख रहा था और चुप था. उसने कुछ कहने के लिए अपना मूह खोला, लेकिन उसको शब्द नही मिले. आख़िर-कार उसने बोलने के लिए कुछ ढूँढ ही लिया.

ह्र: ओके, बताओ मुझे की ऐसा नही हुआ इसका दिखावा करने के लिए क्या लगेगा?

मे: मुझे ओवरटाइम नही करना है.

ह्र: ये मुमकिन नही है. हमारे पास सिर्फ़ तुम ही एक डेवेलपर हो, और हमारी डेडलाइन है.

मे: अगर आप चाहती है की मैं काम करता राहु. तो मुझे ब्रेक चाहिए.

ह्र: छुट्टी के अलावा और कुछ माँग लो, और वो मैं तुम्हे दे दूँगी.

ये सुन कर मैं हस्सा.

ह्र: इसमे हासणे वाली क्या बात है?

मे: कुछ ख़ास नही. मैं तो बस सोच रहा था की एंप्लायीस सेक्षुयल हॅरसमेंट की शिकायत ह्र को करते है. मैं किसको बतौ की ह्र अपने ऑफीस में फिंगरिंग कर रही थी.

ह्र (धीरे से): छुट्टी के अलावा मैं और कुछ भी कर सकती हू.

मैने देखा राधिका के डेस्क पर उसका लॅपटॉप खुला पड़ा था. मैं आयेज हुआ, और मैने देखा की उस पर एक क्षकशकश कॅम साइट खुली हुई थी. उस साइट का नाम ववव.ड्सcघिर्ल्स.लिव था.

उसमे एक विंडो ओपन थी, और एक टॉपलेस लड़की कॅमरा के सामने बैठी थी. वो ह्र की तरफ ही देख रही थी.

मे: ये कों है?

कॅम गर्ल: ही, मैं रूमी हू. इस नाइस लेडी को तंग मत करना क्यूंकी तुमने इसको पकड़ लिया है. मेरे पास एक आइडिया है.

मे (उत्सुक होते हुए): क्या आइडिया?

ह्र: शायद मैं जानती हू की उसका क्या मतलब है. ऑफीस में और कोई है?

मे: नही, पिछली कुछ रातों से तो सिर्फ़ मैं ही होता हू. सब घर जाते है मेरे अलावा. तुम यहा क्यूँ हो?

ह्र: मैं तुम्हे बताती हू. तुम बैठ क्यूँ नही जाते.

फिर राधिका खड़ी हो गयी, और मुझे उसकी कुर्सी पर बिताया. कॅम गर्ल रूमी ने मुझे देख कर स्माइल करी, और अपने बूब्स को टच करते हुए मुझे आँख मारी. मेरा फिरसे खड़ा हो रहा था, और मेरा लंड दिखने लगा था. ह्र ने मेरा लंड पकड़ लिया, और उसका टोपा सहलाते हुए मेरी आँखों में देखने लगी. उसने अपना डेबिट कार्ड इस्तेमाल किया रूमी को ज़्यादा देर तक रोकने के लिया, और रूमी भी रेडी थी निर्धारित वक़्त से ज़्यादा रुकने के लिए.

ह्र: हम तुम्हारी थकान यही पर अभी डोर कर सकते है. क्या कहते हो तुम?

फिर राधिका मेरी गोद में बैठ गयी और मुझे डीप्ली किस किया. फिर वो पीछे हुई और स्माइल करने लगी. मैने बिना टाइम वेस्ट किए उसके छूतदों पर हाथ रखे, और उन्हे दबाया. उसने मेरी गर्दन पर ज़ोर की साँस छ्चोढी. मैने उसकी गांद फिरसे दबाई, और हम रोमॅन्स करने लग गये.

उसने मेरी गर्दन छाती, और मेरे कान को काटा. मैने लॅपटॉप में देखा तो रूमी हमे देख कर अपने बदन को रग़ाद रही थी, और स्माइल कर रही थी. मैं बहुत दीनो से तका हुआ था, और अपनी ह्र को छोड़ने का ये गोलडेन चान्स मैं गवाना नही चाहता था. फिर मैं खड़ा हुआ, राधिका को घुमाया, और उसको उसी के डेस्क पर झुका दिया. उसने आ भारी लेकिन मुझे रोका नही. जब मैने उसके बाल पकड़ कर खींचे, तो उसने पीछे देख कर स्माइल करी.

ह्र: फक! ये खुद को टच करने से कही बेहतर है. और बेरेहमी से करो!

रूमी: हा, छोड़ो उसको बुरी तरह से. ये सब बहुत हॉट है.

फिर रूमी ने अपनी टांगे खोली, और उसकी छूट बह रही थी. फिर उसने अपनी दो उंगलियाँ छूट में डाली, और आ भारी. मैने राधिका की गर्दन पर किस किया, और उसका टॉप साइड करके उसकी चेस्ट नंगी कर दी. उसकी क्लीवेज उसके टॉप से बाहर नज़र आने लगी. मुझे उसके निपल्स हार्ड होते अपनी उंगलियों पर महसूस हुए.

फिर उसने मेरा लंड पकड़ा, और मैने उसकी गाअंड. उसके बाद मैने उसकी जीन्स खोल दी. राधिका ने ज़ोर की आ भारी, और रूमी हमे देखते हुए अपनी छूट रग़ाद रही थी. फिर मैने अपना लंड बाहर निकाला, जिसको उसने टाइट पकड़ लिया और आ भारी.

ह्र: दिखाओ मुझे क्या है तुम्हारे पास, तुम काम में दबे लोदउ.

उसकी ये लाइन सुन कर मुझे गुस्सा आ गया. मैने उसका फेस लॅपटॉप की तरफ धकेला, और उसकी छूट पर हाथ ले गया. राधिका ने आ भारी, और मैं अपना लंड उसकी गीली छूट के करीब ले आया.

मे: मैं अभी तुम्हे तुम्हारे डेस्क पर छोड़ने वाला हू.

ह्र: तो मेरी छूट को अपने ओवरटाइम का बोनस समझो.

रूमी: फोरप्ले बंद करो और इस कुटिया को छोड़ो.

ह्र: रूमी तुम बहुत बुरी हो.

मैने राधिका की छूट को अपने लंड के टोपे से तंग किया, और फिर उसको छूट में डाल दिया. उसकी छूट ने मेरे लंड पर अपनी पकड़ बना ली, और मेरा लंड अंदर उछालने लग गया. फिर मैं लंड अंदर-बाहर करने लगा, और राधिका मोन करने लगी. मैने रूमी को देखा तो वो आहें भरते हुए फिंगरिंग कर रही थी.

फिर मैने ज़ोर से चुदाई शुरू की, और ह्र चीखने लगी. उसने अपना टॉप भी उतार दिया. मुझे राधिका की छूट पानी छ्चोढती अपने लंड पर महसूस हुई, लेकिन मैने कोई दया नही दिखाई. फिर मैने उसकी एक तंग उपर रखी, और जाँघ को हाथ से पकड़ लिया. मेरा हाथ आयेज पहुँच गया, और मैं उसकी चोक करने लगा. उसने मेरे हाथ पर हाथ रख कर मुझे ज़ोर से उसका गला दबाने को बोला.

मे: हे रूमी, क्या मैं चोक करू इस कुटिया को?

रूमी: हा बिल्कुल, ये एक बुरी ह्र है.

ह्र: ओह फक! मुझे बहुत गंदा लग रहा है, और मुझे इससे प्यार है.

मैने उसके बाकी के कपड़े उतार दिए, और उसने मुझे रोका नही. फिर मैने उसको पीठ के बाल टेबल पर लिटा दिया, और लॅपटॉप की पोज़िशन बदल दी, ताकि रूमी हमे देख सके. राधिका ने रूमी को देख स्माइल पास की, और मुझे इशारा किया.

मैं आयेज हुआ, और राधिका को तगड़ा किस किया उसका होंठ काट-ते हुए. फिर मैने उसके चूतड़ पकड़े, और उसकी टांगे पुर जोश में खोली. मैने लॅपटॉप में देखा रूमी खुद को बड़े से डिल्डो से छोड़ रही थी. फिर मैने राधिका की छूट में लंड घुसाया, और रूमी के डिल्डो की स्पीड के बराबर उसकी छूट छोड़ने लगा.

मैं आयेज हुआ, और अपनी ह्र और किस किया, और उसकी जीभ के साथ खेलने लगा. मैने उसकी गर्दन पकड़ी, और नीचे ज़ोर-ज़ोर से धक्के देने लगा. ज़ोरदार चुदाई की वजह से राधिका ज़ोर-ज़ोर से मोन करने लगी. रूमी भी मेरी वाली स्पीड से खुद को छोड़ रही थी. मुझे अपने जिस्म से पसीना राधिका के जिस्म पर गिरता दिख रहा था.

फिर मैने उसके निपल्स चूज़ और काटे. वो उपर की तरफ हुई मुझे और एरिया देने के लिए. वो हमारे खाली ऑफीस में ज़ोर-ज़ोर से चिल्ला रही थी मज़ा लेते हुए.

रूमी: ओह फक! मेरा निकल रहा है तुम दोनो को देख कर.

ह्र: ओह फक! मेरा भी निकल रहा है आह आह.

मुझे अपने लंड पर ह्र का बहुत सारा माल महसूस हुआ. लेकिन मैं धक्के देते रहा, और फिर लंड निकाल कर रूमी के सामने ह्र पर अपना माल पिचकारी मार कर निकाल दिया. मैने उसके नंगे जिस्म पर अपना माल माल दिया, और रूमी ये देख कर मोन कर रही थी. वो काँप गयी, और अपने बेड से गिरने ही वाली थी झाड़ते हुए.

उधर रूमी झाड़ रही थी, और इधर मुझे मेरी ह्र ने किस किया. मैने फिरसे अपना लंड उसकी छूट में डाल दिया, और धीरे-धीरे धक्के देने लगा, और वो मुझे किस करने लगी. फिर मैं उसके डेस्क पर बैठ गया, और रूमी बाइ बोल कर जाने लगी. फिर मैं अपना काम करने लगा, और ह्र को कहा-

मे: अब मैं हर रोज़ ओवरटाइम का काम यही बैठ कर करूँगा, बिना पंत के.

ह्र: तो मैं कहा बैठूँगी?

मे: तुम नीचे बैठ कर मेरा लंड चूस सकती हो. या तुम मेरी गोद में बैठ कर रंडी जैसे मेरे लंड पर उछाल सकती हो, और रूमी तुम्हे देखेगी. ये हर रोज़ करो, जब तक की ये प्रॉजेक्ट ख़तम नही हो जाता.

राधिका ने मेरा लंड पकड़ा, और उसको स्माइल करते हुए छाता. उसने लंड को चूमा, और हा में सर हिलाया. फिर वो मेरी गोद में बैठ गयी, और मुझे किस करने लगी. बाकी रात हमने काफ़ी रोमॅन्स किया.

वो वेबकाम सेक्स साइट हमारा तीसरा वर्चुयल पार्ट्नर बन गया बाकी सारे प्रॉजेक्ट के दौरान. हम आज भी उसको उसे करते है. रूमी आज भी हमारी फॅवुरेट मॉडेल्स में से एक है.

तो ये थी मेरी कहानी दोस्तों. अगर आप भी सेक्सी इंडियन मॉडेल्स के साथ वर्चुयल सेक्स के मज़े लेना चाहते हो, और अपना अकेलापन्न डोर करना चाहते हो

यह कहानी भी पड़े  चार लड़कों ने मिलकर खूब चुदाई की


error: Content is protected !!