दुल्हन के बेहोश होने पर मा बनी दुल्हन

हेलो फ्रेंड्स, मैं राघव वडिषा से हू, और मैं एक सेक्स स्टोरी लवर हू. आंड डेली सेक्स स्टोरी पढ़ के मज़े से मेरे लंड का पानी निकालता हू.

पिछले पार्ट में आप लोगों का बहुत सारा प्यार और मेल्स भी आई थी. तो अब कहानी शुरू करते है. जिसने मेरा पिछला भाग नही पढ़ा, पहले उसको पढ़िए, बहुत मज़ा आएगा.

सो फ्रेंड्स आपको पता ही होगा, की मेरे शादी रखी से होने वाली थी. और देखते ही देखते मेरी शादी की तारीख भी ठीक हो गयी. रखी और मैं सेक्स के लिए तड़प रहे थे.

अभी डेली रात को फोन सेक्स करना आदत बन चुकी थी. और बीच-बीच में मा भी मुझे सिखाती रहती थी, की कैसे करना है शादी के बाद.

बुत आज तक मा के साथ कभी मैने सेक्स नही किया था, ना मा ने कभी कोशिश की थी, और ना ही मैं भी कभी कोशिश की थी. बुत मा को देखते ही मेरा खड़ा हो जाता था.

दोनो तरफ गर्मी बढ़ चुकी थी, बुत सेक्स नही किए थे. शादी तक मा भी मेरे सामने अपना पानी निकालती थी, और मैं भी जब मौका मिले निकाल लेता था.

फिर हमारा शादी का दिन आ ही गया. जैसे आप सब को पता होगा, की वडिषा में शादी होने के 4त दे को एक पूजा होती है, आंड उसी रात को सुहग्रात मानते है. सो फाइनली हमारी सुहग्रात आ गयी.

मा ने डेकोरेशन वाले को बुला के हमारे रूम आंड बेड को आचे से सज़ा दिया था. बाकी मेहमान भी अब रात को सब चले गये थे. मा ने रखी को सज़ा के मेरे कमरे में दूध देके भेज दिया. मैं बहुत ज़्यादा एग्ज़ाइटेड हो गया था.

रखी जैसे रूम के अंदर गयी, मा ने मेरे को आँख मार के इशारा किया, की तू भी अब अंदर जेया. फिर मैं हस्स के रूम के अंदर गया आंड दरवाज़ा बंद कर दिया. फिर मैने देखा रखी बेड पे बैठी हुई थी. वो भी खूब एग्ज़ाइटेड थी.

जैसे ही मैं उसके पास गया, उसने मेरे पावं आके च्छुए, आंड दूध पीने को दिया. मैने तोड़ा दूध पी कर उसके कान में बोला-

मैं: मुझे तुम्हारे दूध को पीना है.

ये बात सुन के वो शर्मा गयी. मैने उसको बेड पे लिटा दिया, और जैसे मा ने सिखाया था की पहले किस से शुरुआत करना. मैने पहले माथे पे, धीरे-धीरे कान में, आंड फिर गले में किस करना शुरू कर दिया.

इतने दीनो से दोनो सेक्स के लिए तड़प रहे थे. दोनो का सेक्स का पहला एक्सपीरियेन्स था. बुत पूरा नालेज हो गया था दोनो को, की कैसे करना है.

फिर मैने किस करते-करते उसका ब्लाउस खोल दिया आंड सारी निकाल दी. वो अब बस ब्रा आंड पेटिकोट में थी. फिर उसको उल्टा कर दिया, आंड अपने मूह से उसकी ब्रा के हुक खोल दिए, आंड धीरे-धीरे पेटिकोट भी खोल दिया.

वो किस से बहुत ज़्यादा एग्ज़ाइटेड हो गयी थी, और धीरे-धीरे सिसकारी ले रही थी. अब वो बस पनटी में थी. फिर जैसे ही मैने उसको उल्टा किया, उसके टाइट बूब्स उछाल के मेरे सामने आ गये. मैं देख के पागल सा हो गया.

जल्दी-जल्दी मैने अपने कपड़े खोल के फेंक दिए. मैं भी अब बस चड्डी में था. फिर धीरे-धीरे उसके बूब्स चूसने शुरू किया. चूस्टे ही वो आवाज़ करने लगी. मुझे लगा की मा अपने कान हमारे दरवाज़े पे लगा के सुन रही है. फिर भी मैने नज़र-अंदाज़ किया, और मेरे काम में लगा रहा.

अभी मैं एक हाथ में बूब लेके दबा रहा था, आंड एक को चूस रहा था. वो पूरा गरम हो गयी थी. पहली बार किसी ने उसको टच किया था. मेरा भी लंड पूरा टाइट हो गया था. फिर मैने उसकी पनटी निकाल दी, और उसपे हाथ फेरने लगा.

मुझे लगा की उसकी छूट गीली हो चुकी थी. फिर मैने उसको बोला 69 पोज़िशन में आने को. उस टाइम वो इतनी एग्ज़ाइटेड थी, की इमीडीयेट्ली राज़ी हो गयी. उसने जल्दी से मेरी चड्डी निकाल के मेरे लंड को बाहर निकाल दिया.

जैसे मेरा लंड बाहर आया, वो देखते ही दर्र गया. पहली बार इतना बड़ा लंड देख के वो दर्र रही थी. फिर मैने उसको बोला, तो वो मेरे उपर आ गयी. उसकी छूट उसने मेरे मूह पे रख दी, और वो मेरा लंड पकड़ के चूसने लगी.

धीरे-धीरे करके मैं अपनी जीभ उसकी छूट में डालने लगा. क्या मादक खुश्बू थी उसकी छूट में. मैं ज़ोर-ज़ोर से चूसने लगा, और उधर वो मेरे लंड को मूह में लेके चूस रही थी.

इतना मोटा आंड लंबा लंड मूह में उसके जेया नही रहा था. फिर भी वो धीरे-धीरे अंदर कर रही थी. मुझे पहली बार लंड चुस्वा के बहुत मज़ा आ रहा था. अब मैने उसकी छूट को चूस-चूस के पानी निकाल दिया एक बार. वो अब बहुत गरम हो चुकी थी. अब उसकी छूट मारने के बारी आई.

फिर मैने उसको नीचे लिटाया, और नीचे एक गद्दा दिया, जिससे की उसकी छूट थोड़ी उठी हुई रहे आंड लंड डालने में आसानी हो. वो लंड डालने की बात सोच के बहुत दर्र रही थी. फिर मैने उसको समझाया और किस करते-करते मेरे लंड को उसकी छूट में घिसना शुरू किया.

अब वो ज़ोर-ज़ोर से मोन कर रही थी. फिर धीरे-धीरे करके एक झटका दिया. उसकी छूट इतनी टाइट थी, की मेरा लंड अंदर नही जेया रहा था. फिर वो ज़ोर से चिल्लाने लगी, और मैने उसके मूह पे अपने होंठ रख के किस किया.

फिर वो थोड़ी देर बाद शांत हुई. तब मैने एक दूसरा शॉट लेने की कोशिश की, और इस बार तोड़ा ज़ोर से धक्का लगाया. इससे मेरे लंड का टोपा अंदर चला गया. बुत वो बहुत ज़ोर से चिल्ला उठी की “मॅर गयी, निकालो जल्दी, निकालो जल्दी”. मैने कुछ नही सुना, और धक्के लगाने शुरू किए.

बुत वो ज़ोर-ज़ोर से रो रही थी. फिर वो बेहोश हो गयी. मैने जैसे उसको हिलाया, देखा तो वो बेहोश हो चुकी थी. इससे मैं दर्र गया, और लंड को बाहर निकाल के सीधा मा को बुलाने चला गया.

जैसे मैने दरवाज़ा खोला, मा दरवाज़े के पास ही सोफा में बैठ के उंगली कर रही थी. मैने उसको सब बताया. उसने मेरे तनने हुए लंड को इशारा करते हुए बोला-

मा: कितनी बार बोला था, की प्यार से करना. इतना बड़ा लंड जब पहली बार जाएगा, तो ऐसी ही हालत होगी.

फिर वो रखी को पानी चिढ़क के होश में लाई, और चादर ओढ़ के उसको सुला दिया. बुत मुझे बहुत गुस्सा आ रहा था. मैं गुस्से में बाहर चला गया. फिर मा थोड़ी देर बाद मेरे पास आके मुझे समझने लगी-

मा: पहली बार ऐसे होता है. तभी तेरे को बोला था प्यार से करने को. देख वो आज और से नही सकती. तो आज के लिए उसको छ्चोढ़ दे.

मैं गुस्से में बोला: इतने दिन वेट की थी इस दिन की. आज तक किसी भी लड़की को नही छुआ था, बुत आज के दिन ऐसे होगा तो मैं क्या करू?

मा मुझे समझा रही थी, बुत उसकी नज़र मेरे खड़े लंड पे थी.

फिर उसने बोला: पहले जैसे तेरा . के निकाल देती हू मैं.

मैने माना किया और बोला: मुझे आज छूट चाहिए कैसे भी करके. नही तो मैं पागल हो जौंगा.

फिर मा टेन्षन में आ गयी. रखी को बोल नही सकती थी, और कोई ऑप्षन था नही उसके पास, इसलिए उसने बोला-

मा: चल एक काम कर, रखी को उठा के मेरे कमरे में सुला दे. और फिर तू अपने कमरे में जेया. मैं कुछ जुगाड़ करती हू.

मैं खुश होके रखी के पास गया, और उसको बाजू में उठा के मा के कमरे में सुला दिया. उसने पाईं किल्लर लिया था, इसलिए वो गहरी नींद में सो रही थी.

फिर मैं अपने बेड पे वेट कर रहा था. कुछ टाइम बाद कोई दुल्हन के गेट-उप में आई मेरे दरवाज़े के पास, और लाइट ऑफ कर दी. फिर मेरे पास आई. मैने सोच रहा था की मा ने किसको भेजा इतनी जल्दी.

फिर मैने उसको अपने पास खीच लिया. खुश्बू उसकी जानी-पहचानी थी. फिर पता चला वो और कोई नही मेरी मा था. मैं डोर हो गया उससे.

मा ने मुझे बोला: मैं अपने बेटे के ख़ुसी के खातिर इतना तो कर सकती हू.

मैं उस टाइम बहुत गरम हो चुका था, और ज़्यादा सोचा नही. सीधा मा के उपर कूद पड़ा. भले ही मा की उमर 45 थी, बुत उसका फिगर किसी 30 साल के भाभी से कम नही है. पुर टाइट बूब्स आंड पतली कमर. मैने फिर जैसे उसने सिखाया था किस करना शुरू किया, और मा भी पूरा साथ दे रही थी.

अब अगले पार्ट में बतौँगा की कैसे हुई मा और बेटे के सुहग्रात.

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