दोस्त की नखराली बहन की चूत फाड़ी

फिर हम दोनों अंदर आ गए और मैंने जल्दी से दरवाजा बंद कर दिया और उसके बाद में बेड पर उसके साथ बैठ गया और फिर हम दोनों बातें करने लगे, बातें करते करते मैंने उसके कंधे पर अपना एक हाथ रखा और उसके होंठो पर किस करने लगा, जैसा कि हम दोनों सिनेमा हाल में और कभी कभी सही मौका देखकर करते थे, लेकिन यह किस 15 मिनट तक चलता रहा और अब मैंने उसकी छाती पर अपना एक हाथ फेरना शुरू कर दिया और मैंने महसूस किया कि उसके बूब्स बहुत ही मुलायम बड़े आकार के एकदम सुडोल थे, जिनको छूकर महसूस करके में आज पहली बार इतना खुश था, लेकिन उसने अपनी तरफ से मेरी इस हरकत का कोई भी विरोध नहीं किया और इसलिए मेरी हिम्मत ज्यादा बढ़ गई. अब में धीरे धीरे से उसकी छाती से होता हुआ उसकी चूत पर सलवार के ऊपर से हाथ फेरने लगा और अब भी मेरे होंठ उसके होंठो से किस कर रहे थे और मेरा एक हाथ उसके बूब्स पर और एक हाथ उसकी चूत के ऊपर चूत को सहला रहा था. अब में धीरे से उसकी गर्दन और उसके बाद उसके बूब्स को उसकी कमीज़ के ऊपर से चूमने लगा, जिसकी वजह से उसके मुहं से एक अजीब सी सिसकियों की अवाजें आने लगी थी, जिनको सुनकर में झट से समझ गया था कि वो अब पूरी तरह से गर्म हो चुकी है. फिर उसके बाद मैंने धीरे से अपना एक हाथ आगे बढ़ाते हुए उसकी कमीज़ के अंदर डाल दिया और ब्रा के ऊपर से उसके बूब्स को सहलाने दबाने लगा, उस वजह से वो अब मदहोश होने लगी और फिर में निप्पल को कसकर निचोड़ने लगा. वह अब बहुत ज़ोर से मोन करने लगी और अब पूरी तरह से गर्म होकर बहुत जोश में आ चुकी थी.

फिर कुछ देर बाद मैंने जल्दी से उसकी कमीज़ को उतार दिया, लेकिन वो अब भी मुझसे कुछ नहीं बोली क्योंकि वह अब पूरी तरह से गरम हो चुकी थी, उसके शरीर में सेक्स का नशा पूरी तरह से चड़ चुका था. फिर इसलिए मैंने ज्यादा समय लगाना ठीक नहीं समझा और मैंने उसकी कमीज़ को उतार दिया, इसके बाद मैंने देखा कि उसने बहुत सेक्सी बिना डोरी वाली काली कलर की ब्रा पहन रखी थी और अब वह मुझसे शरमाते हुए अपने बूब्स को अपने दोनों हाथों से ढककर मुझसे छुपाने लगी थी. फिर मैंने उसको अपनी बाहों में भरकर उसको दोबारा किस करना शुरू कर दिया और में उसके गोरे गरम नंगे बदन को चूमता रहा और वो हल्की सी आवाजे करने लगी और में उसकी ब्रा के ऊपर से दोनों बूब्स को लगातार सहलाता, दबाता रहा. फिर उसी समय मैंने उसकी कमर पर अपना एक हाथ ले जाकर उसकी ब्रा के हुक भी खोल दिए और अब वो मेरे सामने ऊपर से बिल्कुल नंगी थी. फिर में उसके बूब्स को देखकर ललचाने लगा और मैंने उसको जल्दी से बेड पर लेटा दिया. फिर अब में उसके बूब्स को किस करने लगा. मैंने उसके बूब्स को ज़ोर ज़ोर से दबाकर उसकी निप्पल को खींचकर एकदम लाल कर दिया और वो जोश में आकर सिसकियाँ लेते हुए मेरा सर अपनी छाती पर दबाने लगी और करीब 20 मिनट तक उसके बूब्स को किस करने के बाद मैंने बूब्स को निचोड़ते हुए ही उसकी सलवार की तरफ अपना एक हाथ आगे बढ़ा दिया और तुरंत उसका नाड़ा खोल दिया.

दोस्तों मैंने तब तक भी उसके बूब्स को किस करना बंद नहीं किया और अब उसके मुहं से अजीब अजीब सी जोरदार आवाज़े आ रही थी, इसलिए मैंने सोचा कि कहीं मेरे पड़ोसी उसकी आवाजे सुन ना ले और अगर ऐसा हुआ तो समस्या हो जाएगी, इसलिए मैंने उसके बूब्स किस करते हुए ही सीडी का बटन चालू कर दिया. अब ज़ोर से म्यूज़िक बजने लगा और अब उसकी चीखने की आवाजे किसी को बाहर सुनाई देने का तो काम ही ना था. फिर मैंने उसकी सलवार को धीरे धीरे नीचे उतारनी शुरू कर दी. फिर उसकी सलवार को उतारने के बाद मेंने उसकी चूत को उसकी काली कलर की पेंटी के ऊपर से सक करने लगा और मैंने चूकर महसूस किया कि उसकी पेंटी चूत वाले हिस्से से बहुत गरम एकदम गीली थी. अब वो ज़ोर से सिसकियाँ लेने लगी.

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फिर मैंने धीरे धीरे उसकी चूत को सहलाते हुए उसकी पेंटी को भी उतार दिया और फिर मैंने बहुत ध्यान से देखा तो उसकी चूत बहुत गोरी, चिकनी कामुक चुदाई के लिए बिल्कुल तैयार नजर आ रही थी. में अब उसकी चूत को सक करने लगा. वो अब मेरे सामने बिल्कुल नंगी लेटी हुई थी और कुछ बोल भी नहीं रही थी. फिर में करीब दस मिनट तक उसकी चूत को चूसता रहा और मैंने उसके दोनों पैरों को फैलाकर चूत को चाटने चूसने के मज़े लिए. वो कुछ देर बाद अपनी गांड को हिला हिलाकर मचलने लगी, जिसको देखकर में तुरंत समझ चुका था, कि वो अब झड़ने वाली है. फिर जैसे ही उसकी चूत झड़ने वाली थी तो में सक करने से हट गया और जैसे ही मैंने अपना मुहं उसकी चूत से दूर किया, तो वो बिना पानी की मछली की तरह तड़प उठी और अब वो अपनी चूत में ऊँगली डालकर चुदाई करने लगी. मैंने उसके दोनों हाथ कसकर पकड़ लिए तो वो मेरे आगे गिड़गिड़ाने लगी और वो मुझसे कहने लगी कि प्लीज़ तुम मेरी चूत को ज़ोर से चाटो, निकाल दो इसका पानी उफ्फ्फ्फ़ आह्ह्ह्ह प्लीज मुझे कुछ हो रहा है. फिर मैंने कहा कि साली पहले तो तू बहुत अकड़ती थी, फिर आज क्यों नहीं अकड़ रही है, तूने मुझे कभी छूने तक भी नहीं दिया और जब मैंने थोड़ा सा छुआ तूने मुझसे बात करना बंद कर दिया. फिर वो मेरी बात को सुनकर मुझसे माफ़ी मांगने लगी और दोबारा मेरे सामने गिड़गिड़ाने लगी वो कहने लगी कि में आज उसकी चूत को शांत कर दूँ, मैंने जो आग उसके बदन में लगाई है, एक बार उसको ठंडा कर दूँ, वरना वो पागल हो जाएगी, क्योंकि उसको न जाने क्या हो रहा है और वो मेरी जीभ से उसकी चूत को चोदने चाटने के लिए कहने लगी. फिर मैंने बहुत ध्यान से देखा कि उसकी तड़प अब ज्यादा बढ़ने लगी थी.

अब मैंने उससे कहा कि में तुम्हारी चूत को एक ही शर्त पर चाट सकता हूँ, पहले तुम्हे भी मेरे लंड को चाटना होगा, उसके बाद में वो सब करूंगा जो तुम मुझसे कहोगी. अब वो तुरंत हाँ कहते हुए मेरी बात को झट से मान गयी और मैंने उससे मेरे कपड़े उतारने के लिए कहा तो उसने जल्दी जल्दी मेरे सारे कपड़े उतार दिए और फिर वो मेरे 6 इंच और 2.5 इंच मोटे लंड को अपनी आखों के सामने देखकर बोली कि यह मेरे मुहं में कैसे जा सकता है, यह तो मेरे मुहं से बहुत बड़े आकार का है. फिर मैंने उससे कहा कि अभी रुक साली में तुझे सब बताता हूँ और फिर मैंने उसके नीचे बैठाकर उसके सर को पकड़कर अपना लंड उसके मुहं में थोड़ा सा डाल दिया उसके बाद धीरे धीरे वो खुद ही लंड को आगे बढ़ाती चली गयी और उसने कुछ ही समय में मेरे पूरे लंड को अपने मुहं में डालकर उसको चाटने- चूसने लगी, लेकिन उसकी आखों से आंसू बह रहे थे और फिर भी वो अपने काम में लगी रही और लंड को अंदर बाहर करके लोलीपोप की तरह चूसती रही और अब उसका एक हाथ मेरे आंड के साथ खेल रहा था, उनको सहला रहा था और में उसके बूब्स के साथ खेल रहा था और उनको निचोड़ रहा था.

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फिर थोड़ी देर चाटने के बाद उसने मेरे लंड को अपने मुहं से बाहर निकाल दिया और वो मुझसे कहने लगी कि अब तुम भी मेरी चूत को चाटो, तो मैंने कहा कि चलो ठीक है 69 की पोजीशन में हो जाओ. फिर वो मुझसे पूछने लगी कि वो क्या होती है? तब मैंने उसको बताया कि 69 क्या होती है और इस तरह हम दोनों 69 की पोजीशन में आ गये और एक दूसरे को सक करने लगे. ऐसा करते हुए में उसकी चूत में उंगली भी डाल रहा था और वो कह रही थी कि मुझे दर्द होता है, लेकिन में लगा रहा, क्योंकि मुझे मज़ा आ रहा था. फिर करीब दस मिनट के बाद उसकी चूत का पानी निकल गया और में उसकी चूत के जूस को पी गया वो मुझे बहुत अच्छा लगा और में लगातार उसकी चूत को चाटता रहा और वो मचलती रही. मैंने कुछ ही देर में उसकी चूत को पूरा चमका दिया, लेकिन अब तक वो दोबारा गरम हो गई थी और वो मेरा सर अपने एक हाथ से अपनी चूत पर दबाने लगी थी. फिर जैसे ही मैंने उसकी चूत को चूसना बंद किया तो वो दोबारा मेरे सामने गिड़गिड़ाने लगी और मुझसे कहने लगी कि प्लीज सक करो. फिर मैंने उससे कहा कि अब में तुम्हे सक नहीं करूँगा बल्कि अब में तुम्हारी चूत में अपना लंड डालकर तुम्हारी चूत को चोदकर शांत करूंगा, जिससे तुम्हे बहुत मज़ा आयेगा और वो सुख मिलेगा जिसको तुमने आज तक कभी प्राप्त नहीं है.

फिर वो कहने लगी कि हाँ वो सब तो ठीक है, लेकिन तुम्हारा इतना बड़ा मोटा लंड मेरी छोटी सी चूत के अंदर कैसे जाएगा, मुझे तो तुम्हारी उंगली अंदर डालने से भी दर्द होता है तो में इसको कैसे सहन करूँगी? तो मैंने उससे कहा कि तुम्हे बिल्कुल भी डरने की ज़रूरत नहीं है. तुम्हे पहली बार में थोड़ी देर दर्द होगा, लेकिन उसके बाद तुम्हें भी चुदाई का सुख और मज़ा आने लगेगा और फिर मैंने उससे कहा कि सभी औरतों की चूत का छेद बहुत बड़ा होता है क्योंकि यहाँ से इतना बड़ा बच्चा भी बहुत आसानी से बाहर निकल जाता है. यह दिखने में छोटा लगता है, लेकिन होता बहुत बड़ा है और पहली बार चुदाई करते समय सभी को थोड़ा सा दर्द जरुर होता है, वैसे मेरा लंड तो तुम्हारी चूत में बहुत आराम से चला जाएगा, क्योंकि तुम एक बार झड़ भी चुकी हो और चूत पूरी गीली है और में इस पर कुछ लगा भी देता हूँ. फिर उसके बाद मैंने तेल लेकर थोड़ा सा अपने लंड पर और बाकी उसकी चूत के होंठो को खोलकर वहाँ पर भी लगा दिया और अब अपना लंड उसकी चूत के अंदर डालने की बजाए में चूत के होंठो पर ही रगड़ने लगा तो वो थोड़ी देर में ही चिल्ला उठी कि प्लीज़ अब इसको अंदर करो ना.

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