ही गाइस, मेरा नाम अशोक है. मैं 43 साल का शादी-शुदा आदमी हू, और बंगलुरु की एक मंक में एक अची पोस्ट पर हू. इससे ज़्यादा अपने बारे में आपको ना बता कर मैं सीधे कहानी पर आता हू.
हमारे ऑफीस में प्रमोशन मिलने की हवा चल रही थी, और किस-किस को प्रमोशन देना था इसकी रेस्पॉन्सिबिलिटी मुझे दी गयी थी. फिर प्रमोशन देने के लिए मैने पर्फॉर्मेन्स चार्ट बना शुरू किया, ताकि डिज़र्विंग कॅंडिडेट को ही प्रमोशन मिले.
जैसे ही बाकी एंप्लायीस को पता चला की प्रमोशन के डिसिशन को फाइनल मुझे करना था, तो सब मुझे बड़ी रेस्पेक्ट शो करने लग गये. उन्ही एंप्लायीस में से एक 27 साल की लड़की की कामना.
कामना पिछले 2 सालों से मेरे ऑफीस में काम कर रही थी. उसके बारे में मैने काई अफवाहे सुनी थी, की ये पैसे के लिए किसी के भी साथ सो जाती थी. उसके बहुत सारे बाय्फरेंड्स है वग़ैरा-वग़ैरा. लेकिन जो भी कहो कामना थी बड़ी चाबुक लड़की.
गोरा रंग, फिट बॉडी 36-28-36 का मस्त फिगर, और पूरी स्टाइलिश. मैने काई बार उसके बारे में सोचते हुए अपनी बीवी की चुदाई भी की थी. लेकिन कामना से मुझे कभी भी कोई ऐसा हिंट नही मिला, जिससे मुझे लगे की वो कॅरक्टर लेस थी.
कामना ऑफीस में ज़्यादातर पेन्सिल स्कर्ट ही पहनती थी. उसमे उसकी गांद मस्त लगती थी. मैं ही नही ऑफीस का हार्ड मर्द कामना के बारे में सोच कर मूठ मारता होगा. अब इतना ज़बरदस्त पीस भगवान ने बनाया था, तो हम जैसे इंसान उसका मज़ा क्यूँ ना ले.
तो हुआ यू की मैं उस दिन घर जाने के लिए ऑफीस से निकला, तो कामना ऑफीस के बाहर खड़ी वेट कर रही थी. उस दिन उसने जीन्स और शर्ट पहनी हुई थी. उसका ज़बरदस्त फिगर इन कपड़ों में उभर कर आ रहा था. उपर से उसकी कॉफी लिपस्टिक देख कर तो मेरी जान निकालने लग गयी. मैने उसको अकेला देख कर गाड़ी रोकी, और उससे पूछा-
मैं: कामना आप यहा क्यूँ खड़े हो?
कामना: सिर वो मेरी कॅब नही आई.
मैं: मैं ड्रॉप कर सकता हू तुम्हे, इफ़ योउ डॉन’त माइंड.
कामना: ओक सिर, थॅंक योउ.
और वो मेरे साथ गाड़ी में बैठ गयी. अब मेरी नज़र रोड पर कम, और कामना की जांघों पर ज़्यादा थी. फिर उसने बात शुरू की.
कामना: सिर मैने सुना है इस बार प्रमोशन की लिस्ट आप रेडी कर रहे हो?
मैं: हा, सही सुना है.
कामना: तो सिर किस बेसिस पर प्रमोशन मिलेगा?
मैं: पर्फॉर्मेन्स के बसे पर. जिसकी जैसी पर्फॉर्मेन्स, उसको वैसा प्रमोशन.
कामना: वैसे सिर मेरा नाम है उस लिस्ट में?
मैं: सॉरी कामना, ये मैं रिवील नही कर सकता.
कामना: सिर वो तो ऑफीस में रिवील नही कर सकते. बाहर तो हम दोस्त है.
मैं उसके मूह से दोस्त शब्द सुन कर हैरान हो गया. तभी उसने मेरे हाथ पर हाथ रखा, और पूछा-
कामना: बताओ ना सिर.
मैं: देखो कामना तुम्हारी पर्फॉर्मेन्स कुछ ख़ास अची नही रही है. तो तुम अपने आप ही समझ लो.
कामना: सिर प्लीज़ ऐसा मत कहिए. मैने बहुत मेहनत की है पूरा साल.
मैं: ई अंडरस्टॅंड कामना. लेकिन वो काफ़ी नही है. तुमसे ज़्यादा अछा करने वाले भी है ऑफीस में, तो प्रमोशन पर उनका रिघ्त ज़्यादा बनता है.
कामना: सिर आप जो बोलॉगे मैं करूँगी, लेकिन मेरा प्रमोशन कर दीजिए.
मैं: अब 2 दीनो में तुम क्या करोगी?
कामना: सिर अगर आप चाहे तो मैं आपको खुश कर दूँगी.
उसके ये बोलते ही मैने उसकी तरफ देखा. उसने मुझे एक रंडी वाली स्माइल दी. इससे मैं समझ गया की उसके बारे में जो भी बातें मैने सुनी थी, वो सब सच थी. फिर वो बोली-
कामना: बोलिए सिर. करू खुश आपको?
मैं: हा फिर तो प्रमोशन पक्का.
ये बोल कर मैने गाड़ी एक सुनसान रोड पर लगाई, और अपनी पंत की ज़िप खोल दी. कामना समझ गयी की उसको क्या करना था. वो नीचे झुकी, और उसने मेरा लंड पंत से निकाल कर अपने मूह में भर लिया.
ओह मी गोद, क्या लंड चूस रही थी वो, एक दूं प्रोफेशनल्स की तरह. इतनी हॉट लड़की जब आपका लंड चूस्टी है, तो किसी और ही दुनिया में बंदा पहुँच जाता है.
मैं उसकी गांद पर हाथ फेरने लगा, और उसके चूतड़ दबाने लगा. कुछ देर लंड चूसने के बाद वो सीधी हुई, और उसने अपनी जीन्स और पनटी उतार दी. उसकी छूट एक-दूं पिंक थी, और उस पर बिल्कुल भी बाल नही थे. फिर उसने कार के दरवाज़े पर अपनी पीठ लगाई, और अपनी टांगे मेरी तरफ करके खोल दी.
मैं आयेज झुका, और उसकी छूट चाटने लगा. मैने अपनी बीवी की छूट भी काई बार छाती थी, लेकिन कामना की छूट की तो बात ही अलग थी. कुछ देर छूट चाटने के बाद मैने उसकी शर्ट के बटन खोले, और उसकी ब्रा निकाल दी. अब उसके खूबसूरत और टाइट बूब्स मेरे सामने थे.
मैं उसके बूब्स पर देखते ही टूट पड़ा, और उनको पागलों की तरह चूसने लग गया. कामना बिल्कुल मदहोश हो रही थी. कुछ देर हम दोनो ऐसे ही चुम्मा-छाती करते रहे. अब बारी थी छूट छोड़ने की. मैने अपनी सीट पीछे करने अड्जस्ट की, और कामना को अपने उपर आने को कहा.
वो टांगे खोल कर मेरी गोद में आ गयी. फिर मैने अपने लंड को उसकी छूट पर सेट किया, और उसने धीरे-धीरे नीचे होके पूरा लंड अपनी छूट में ले लिया. क्या गर्मी थी उसकी छूट में.
फिर हम दोनो किस करने लगे, और कामना धीरे-धीरे मेरे लंड पर उपर नीचे होने लगी. हम दोनो की साँसे तेज़ थी, और मूह से आहें निकल रही थी. कामना मेरी आँखों में देखते हुए बोली-
कामना: अब ब्तईए कैसी लगी मेरी पर्फॉर्मेन्स?
मैं: एक दूं फर्स्ट क्लास. अब तो लगता है प्रमोशन देना ही पड़ेगा.
ये सुनते ही उसने मेरा सर अपने बूब्स में दबा लिया, और अपनी उछालने की स्पीड बढ़ा दी. बहुत मज़ा आ रहा था. मैं भी नीचे से उसकी छूट में धक्के मार रहा था. बीच-बीच में मैं उसके चूतड़ मसल रहा था, और उन पर थप्पड़ भी मार रहा था. वो आहह आ श ह्म कर रही थी.
तकरीबन 20 मिनिट हमारी चुदाई चली, फिर मैने अपना माल उसकी छूट में ही निकाल दिया. फिर 5 मिनिट रुक कर हमने अपने कपड़े ठीक किए, और मैने उसको घर ड्रॉप कर दिया. प्रमोशन लिस्ट में मैने उसका नाम भी आड कर दिया.
जब उसको प्रमोशन मिला, तो वो बहुत खुश हुई. उसने मुझसे कहा की अब जब मैं चाहु वो मुझे मज़ा देगी.
तो दोस्तों इस तरह से मैने एक खूबसूरत लड़की के साथ मज़े किए. अगर आपको भी मज़ा आया हो, तो कहानी को लीके और कॉमेंट ज़रूर करे.