चुपके चुपके चूत चोदने का मजा

पर मैं तो रात भर चुदाई करने वाला था और वो उठ कर कमरे में चला गया।
काजल दीदी से पूछने लगी- प्रफुल्ल कहाँ सोयेंगे?
एंजेल बोली- जहाँ तू सोती है।
वो इतना कह कर चली गई।

मैं भी उठकर कमरे में चला गया और बिस्तर पर लेट गया। काजल मेरे पास आ कर बैठ गई।
मैंने कहा- दरवाजा बन्द कर लो।
वो बोली- दीदी क्या सोचेगी?
मैंने कहा- उनका दरवाजा भी तो बंद है।

मैंने उठ कर दरवाजा बंद कर दिया और उसे बिस्तर पर लेटा दिया, मैं भी उसके ऊपर लेट गया और उसके होंठों को चूसने लगा।
मैंने उसका दुपट्टा निकाल कर फेंक दिया और ऊपर से ही उसके बोबों को दबाने लगा।

उसे भी मज़ा आने लगा, उसकी आँखें बंद हो गईं।
मैं जोर-जोर से दबाने लगा, उसके मुँह से ‘आहाहाह..’ की आवाज आने लगी।

तभी गेट पर घन्टी बजी..
‘कौन आया होगा इतनी रात को?’ मैंने कहा।

जैसे ही घंटी बजी काजल ने मुझे अपने ऊपर से हटा दिया और हॉल की तरफ बड़ी बहन एंजेल भी उधर ही आ गई।

हम दोनों दोस्त सोचने लगे कि कौन होगा..

ऐंज़ल ने देखा तो पास वाली आंटी थीं।
आंटी बोलीं- आपकी मम्मी का फ़ोन आया था। उन्होंने बोला है कि आप अंजलि दीदी को अपने यहाँ सुला लो।

अंजलि पास वाली आंटी की लड़की थी। वो भी कुंवारी थी.. बस इन लोगों से दो साल बड़ी थी।

वो दोनों मना करने लगीं- हम सो जायेंगे।
पर आंटी नहीं मानी और अंजलि को भेज दिया।

हम दोनों काजल के रूम के बाथरूम में घुस गए।
दीदी सीधे कमरे में ही आ रही थीं।

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हम दोनों एक घंटे तक बाथरूम में ही रहे और दीदी के सोने का इंतज़ार करते रहे।
फिर दीदी सो गईं तो एंजेल ने हमें बाहर बुलाया।
रिंकू तो सीधा एंजेल के कमरे में चला गया।

काजल ने कहा- अब आपको हाल में सोना पड़ेगा। मेरे कमरे में दीदी हैं।

नंगी लड़की
मैं हाल में चला गया.. पर मन कहाँ मानने वाला था। मैंने काजल को भी हाल में ही सुला लिया और फिर अपना काम शुरू कर दिया।

मैंने उसकी कुर्ती उतार दी.. वो मना करने लगी- अंजलि दीदी उठ गईं तो?
मैंने कहा- कुछ नहीं होगा।

मैंने उसकी कुर्ती उतार दी, उसने पिंक कलर की ब्रा पहनी थी। क्या मस्त बोबे थे उसके.. फिर मैंने भी अपना शर्ट और पैन्ट उतार दिया।

फिर मैं उसको किस करने लगा और उसकी सलवार भी उतार दी। उसने पैन्टी भी पिंक कलर की पहनी थी। मैंने वो भी उतार दी और उसे पूरी नंगी कर दिया।

अब तक मेरा लंड भी कड़क हो चुका था। मैंने जैसे ही अपना लंड निकाला।
काजल बोली- बाप रे इतना बड़ा है आपका.. मैंने तो यह पहली बार देखा है। क्या मैं टच करूँ?
मैंने बोला- यह तुम्हारे लिए ही तो है।

वो मेरा हथियार देखने लगी।
मैंने कहा- मेरे लंड को हाथ में लेकर हिलाओ।

वो हिलाने लगी.. मुझे मज़ा आने लगा, मैंने कहा- इस पर एक किस करो।

उसने कुछ नहीं कहा तो मैंने उसको लेटा दिया और उसके पैर को चूमते हुए उसकी चूत पर आ गया। उसकी चूत एकदम चिकनी थी। मैं अपने होंठों से उसकी चूत चूसने लगा।
उसे मज़ा आने लगा, वो ‘आहआह आह आह..’ करने लगी।

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फिर मैंने उसकी चूत में उंगली डाली और अन्दर-बाहर करने लगा।
कुछ ही पलों में वो झड़ गई, मेरी उंगली पूरी उसके पानी में भीग गई।

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