चुड़क्कड़ बेटी लॉकडाउन में बाप से चुदी

ही रीडर्स, नाम अमित कुमार है. मैं देल्ही का रहने वाला हू. मेरी उमर 45 साल है, और मैं एक फॅमिली मान हू. हाइट मेरी 5’8″ है, और लंड मेरा 6.5 इंच का है.

मेरी फॅमिली में मैं, मेरी बीवी, और मेरी बेटी है. मेरी बेटी की शादी पिछले साल हो चुकी है, और वो अपने घर में खुश है. ये कहानी लॉक्कडोवन् के वक़्त की है. तो चलिए अब बिना टाइम गवाए मैं अपनी कहानी पर आता हू.

जब पहला लॉक्कडोवन् लगा था, उस वक़्त मेरी बेटी कॉलेज में थी. मेरी बीवी उस वक़्त एक स्कूल में टीचर की पोस्ट पर थी. मेरी अपनी राशन की दुकान है. जिस दिन लॉक्कडोवन् की अनाउन्स्मेंट हुई, उस दिन मेरी बीवी स्कूल के काम से दूसरे शहर में थी. बेटी मेरी घर वापस आ चुकी थी, और मैं भी घर आ चुका था.

फिर मैने बीवी को फोन किया तो उसने कहा उसके स्कूल वालो ने उसके रहने का इंतेज़ां कर दिया था, तो मुझे फिकर करने की ज़रूरत नही थी. तो अब ये वक़्त मुझे और मेरी बेटी को साथ में गुज़ारना था.

मेरी बेटी का रंग गोरा है, और उस वक़्त उसका फिगर 34-30-36 था. वो ज़्यादातर जीन्स त-शर्ट ही पहनती थी, जिसमे से उसकी बॉडी शेप आचे से दिखती थी. वो मेरी बेटी है, तो मैने उसके बारे में कभी ऐसा-वैसा कुछ सोचा नही था. लेकिन लॉक्कडोवन् में सब बदल गया.

मेरी एक ही बेटी है, और शुरू से मैने उसकी हर ज़िद पूरी की. प्यार की वजह से मैने कभी उस पर सख्ती नही की. मेरे इसी प्यार का फ़ायदा उठा कर मेरी बेटी ने अपनी मर्ज़ी की लाइफ जी. जिससे दिल चाहा उससे दोस्ती की. जिस लड़के को पसंद किया उसको अपना बाय्फ्रेंड बनाया, और उसके साथ सेक्स भी किया.

मेरी नाक के नीचे ये सब हो रहा था, और मुझे पता भी नही था. लेकिन लॉक्कडोवन् में एक दिन मुझे सब पता चल गया. शाम का टाइम था, और मैं दुकान बंद करके आ रहा था. राशन की दुकान वालो को तोड़ा टाइम दुकान खोलने की पर्मिशन मिली हुई थी.

जब मैं घर आया, तो मैं गाते खुला हुआ था. इसलिए मैं सीधे अंदर आ गया. मैने अंदर आके अपनी बेटी को आवाज़ लगाई लेकिन मुझे आयेज से कोई रेस्पॉन्स नही मिला. फिर मैं उसके कमरे की तरफ चला गया. उसके कमरे का दरवाज़ा तोड़ा खुला हुआ था.

जैसे ही मेरी नज़र अंदर पड़ी, मेरे होश उडद गये. मेरी बेटी बेड पर आधी नंगी लेती हुई थी, और अपनी छूट में मोटा सा डिल्डो ले रही थी. मैं ये देख कर हैरान रह गया. मुझे समझ नही आ रहा था की मैं उसको रुक का दांतु या क्या करू.

फिर मैं वही खड़ा रह कर उसको देखता रहा. वो बहुत कामुक लग रही थी, और उसको देख कर मेरा लंड खड़ा हो रहा था. तभी उसकी छूट में से बहुत सा पानी निकला, और वो शांत हो गयी. फिर वो उठ कर बातरूम में चली गयी.

मैं भी बाहर हॉल में आके बैठ गया और सोचने लगा. मुझे लगा मुझे उसका मोबाइल चेक करना चाहिए, तो रात में जब वो सो रही थी मैने उसका फोन चेक करा. मेरा दिमाग़ हिल गया जब मैने उसके फोन में चुदाई की वीडियोस देखी. और वो वीडियोस उसकी खुद की चुदाई की थी. वो अलग-अलग लड़कों से चुड रही थी उन वीडियोस में.

मुझे बड़ा दुख हुआ ये जान कर की मेरी छ्छूट की वजह से मेरी बेटी रंडी बन चुकी थी. फिर मैने उससे बात करने का सोचा. अगले दिन सुबा मैं उसके कमरे में गया. वो नहा चुकी थी, और उसने नाइट सूट पहना हुआ था. त-शर्ट के नीचे उसने ब्रा नही पहनी थी, और उसके निपल्स सॉफ दिख रहे थे.

नीचे उसके लेगैंग्स पहनी थी, जिसमे उसकी जांघों और गांद की शेप सॉफ दिख रही थी. वो पूरा रंडी माल लग रही थी. फिर मैने उसको कहा-

मैं: मुझे तुमसे कुछ बात करनी है.

बेटी: बोलिए पापा.

मैं: मैने तुम्हारे फोन में तुम्हारी सेक्स वीडियोस देखी है. मुझे उनकी एक्सप्लनेशन चाहिए.

मेरी बात सुन कर पहले तो वो हैरान हुई. फिर वो कुछ सोचने लगी और बोली-

बेटी: पापा मैं आपको काफ़ी दिन से बताना चाह रही थी.

मैं: क्या?

बेटी: पापा मुझे अलग-अलग लड़कों से चुड कर चुदाई की आदत लग गयी है. इतने दिन से घर पर रह कर अब मुझसे कंट्रोल नही हो रहा. अब इससे अछा मैं आस-पास के किसी अंकल के नीचे लेतू, आप मुझे शांत कर दीजिए.

मैं: ये क्या बोल रही हो तुम!?

बेटी: हा पापा, अपनी बेटी की हेल्प करो.

ये बोलते ही वो घुटनो पर बैठ गयी, और इससे पहले मैं कुछ सोच पाता, उसने मेरा पाजामा अंडरवेर समेत ही नीचे कर दिया. अब मेरा ढीला लंड उसके सामने था. उसने झट से लंड पकड़ा, और अपने मूह में भर लिया. मेरी समझ में नही आया की मैं क्या करू.

मेरा दिमाग़ मुझे उसको डोर करने को बोल रहा था, लेकिन मेरा दिल कर रहा था की जो हो रहा था होने डू. अब दिल दिमाग़ पर हावी हो गया, और मेरा लंड खड़ा होने लगा. वो किसी रंडी की तरह मेरा लंड चूस रही थी. फिर मैने उसके सर पर अपना हाथ रखा, और धक्के मारने लगा.

कुछ देर लंड चुसवाने के बाद मैने उसको खड़ा किया, और बेड पर धक्का दे दिया. फिर मैने उसकी लेगैंग्स और पनटी उतार दी. उसकी छूट एक-दूं क्लीन थी. मैने देखते ही उसकी छूट पर अपना मूह लगा दिया, और चूसने लगा. वो आहें भरने लगी, और उसने अपनी त-शर्ट उतार दी. अब वो पूरी नंगी थी.

फिर मैने भी अपने कपड़े उतार दिए, और उसके उपर आके उसकी छूट में लंड सेट करने लगा. मैने उसके होंठो पे होंठ लगाए, और ज़ोर का धक्का मारा. मेरा पूरा लंड पहली बार में मेरी रंडी बेटी की छूट में चला गया. फिर मैने धक्के मारने शुरू किया.

मेरी बेटी ने अपनी टांगे मेरी कमर पर लपेट ली, और गांद उठा-उठा कर चूड़ने लगी. बड़ा मज़ा आ रहा था अपनी औलाद को छोड़ने में. मैं साथ-साथ उसके बूब्स चूस रहा था. वो मुझे अपनी आगोश में लेके छुड़वा रही थी. आधा घंटा मैने उसको ऐसे ही छोड़ा, और फिर उसकी छूट में ही निकल गया.

मैने पुर लॉक्कडोवन् में, और उसके बाद भी अपनी बेटी को बहुत छोड़ा. फिर पिछले साल मैने उसकी शादी करा दी.

कहानी अची लगे तो कॉमेंट ज़रूर करे.

यह कहानी भी पड़े  सारी पहनी बेटी पर बाप की गंदी नज़र

error: Content is protected !!