चुदाई के बाद के साइड एफेक्ट्स की कहानी

गाइस अभी तक आपको दीदी का फिगर तो बताया ही नही, याद नही रहा. सो अब बता देता हू. मैने बस दीदी के ब्रा पनटी का साइज़ देखा है, तो नंबर बता रहा हू.

दीदी 34″ साइज़ की ब्रा पहनती है, और शायद 30″ से कम उसकी कमर है, और पनटी 90 सीयेम की. इस हिसाब से उसकी गांद का साइज़ भी 36″ या 38″ है. मैने दीदी की ब्रा पनटी में इन दोनो बहुत मूठ मारी है.

लास्ट पार्ट में जब राहुल और दीदी की चुदाई पूरी हो गयी, तो मैने जल्दी से घर पहुँच कर दीदी की नेवी ब्लू ब्रा में मूठ मारी और बहुत सारा गाढ़ा माल निकाला. फिर ब्रा को धो कर वापस वही रख दिया.

कुछ देर में दीदी घर पहुँच गयी. दीदी को अपसेट देख कर मैने पूछा-

मे: दीदी क्या हुआ, आप उदास दिख रहे हो?

दीदी: नही, ऐसा कुछ नही. बस आज थोड़ी तक गयी हू. मैं रूम में जेया रही हू, तू थोड़ी छाई या जूस ले आ.

मुझे पता था की आज दीदी राहुल का जूस पीने वाली थी. और वो शायद चुदाई के वजह से ताकि हुई थी. फिर मैने और दीदी ने छाई दी.

दीदी ने बोला: आज खाना बाहर से ऑर्डर कर दे.

शाम को खाना खाने के बाद हम दोनो अपने-अपने रूम में सोने चले गये. मैने अपने फोन में दीदी का Wहत्साप्प ओपन किया, तो उसमे बहुत सारे मेसेजस आए हुए थे राहुल के.

राहुल ने हेलो, सॉरी, प्लीज़ एट्सेटरा बहुत सारे मेसेज कर रखे थे. लेकिन दीदी का कोई रिप्लाइ नही था. फिर लगभग 25-30 मिनिट बाद मैने सोने से पहले फिर Wहत्साप्प देखा तो दीदी और राहुल को छत दिखी.

दीदी: सॉरी राहुल, मैने तुम्हे दाँत दिया

राहुल: लेकिन प्रिया, मेरी क्या ग़लती थी, जो तुमने इतने ज़ोर से मुझ पे चिल्लाया.

दीदी: वो बस ऐसे ही. मुझे पहले होश नही रहा, और वो सब कुछ हो गया. तो मुझे बहुत बुरा लगा. और उस टाइम पे बहुत गुस्सा आ गया. इसलिए दाँत दिया.

राहुल: लेकिन ये बताओ मेरी ग़लती थी या नही?

दीदी: नही राहुल, मैं ये नही बोल रही की अकेले तुम्हारी ग़लती थी.

मेरी भी ग़लती थी, मैं बहक गयी और वो सब हो गया. लेकिन तुमको रुक जाना चाहिए था.

राहुल: वही तो, मैं भी बहक गया था. वो सब इतनी देर से आक्टिंग करते-करते लंड बहुत बुरी तरह खड़ा हुआ था. तुमने फील किया होगा. और तुम भी खुद को नही रोक पाई तो मैं कैसे रोक पाता.

दीदी: हा, इट’स ओक, आंड सॉरी.

राहुल: लेकिन प्रिया ये तो बताओ, तुम्हे उस वक़्त हो क्या गया था?

दीदी: राहुल, मैं तुम्हारे साथ वो सब नही करना चाहती थी. तुम मेरे आचे फ्रेंड हो. भाई के आचे फ्रेंड हो. तुमसे मैं नज़रे कैसे मिला पौँगी वो सब करने के बाद?

राहुल: इसमे इतना गिल्ट फील करने की क्या बात है? ये तो नॉर्मल है. तुम भी एग्ज़ाइटेड थी, कर ली खुद की गर्मी शांत.

दीदी: बस करो राहुल. अब इस बारे में मत बात करो, ओक?

राहुल: सच बताओ प्रिया, तुम्हे मेरी कसम, मोहित की कसम.

दीदी: क्या बताना है?

राहुल: जब हम सेक्स कर रहे थे, तो तुम्हे कैसा लग रहा था?

दीदी: राहुल प्लीज़ ना.

राहुल: सच बताओ प्रिया. प्लीज़, बस ये एक ही बात.

दीदी: उस वक़्त मैं तुम में डूब चुकी थी. मुझे कोई होश नही था. मैं बस तुम्हारे साथ कंटिन्यूवस्ली सेक्स करना चाहती थी, की तुम मुझमे डाले रहो, और कभी निकालो ही मत. उस टाइम की फीलिंग मैं बता नही सकती.

राहुल: क्या डाले रहो, किस बारे में बोल रही हो?

दीदी: भोले मत बनो राहुल ज़्यादा.

राहुल: बताओ ना.

दीदी: तुम्हारा लंड.

राहुल: अछा, तुम्हे मेरा लंड अछा लग रहा था, और तुम अंदर ही रखना चाहती थी उसे?

दीदी: अट तट मोमेंट, वो फीलिंग ही कुछ ऐसी थी. हम दोनो एक-दूसरे के खो चुके थे.

राहुल: चलो ये बताओ मेरा लंड तुम्हे कैसा लगा.

दीदी: मैने तो देखा नही. लेकिन टाइट और लंबा सा लग रहा था. काफ़ी देर तक तो दर्द हो रहा था मुझे.

राहुल: तुम्हारे ब्फ से ज़्यादा लंबा क्या?

दीदी: मुझे नही पता, मैने नही देखा.

तभी राहुल ने दीदी को अपने लंड की एक पिक सेंड की. पूरा खड़ा हुआ लंड.

राहुल: अब देख लो, पहले नही देखा तो.

दीदी: राहुल ये क्या है. ये सब मत करो. हमारे बीच एक इन्सिडेंट हो गया तो इसका मतलब ये नही.

राहुल: क्या करू, तुम्हारे बारे में सोचते ही मेरा लंड खड़ा हो गया.

दीदी: तो मुझे ये मत भेजो.

राहुल: तुम नही जानती प्रिया, तुम्हारी क्या-क्या चीज़ लंड खड़ा कर देती है.

दीदी: ऐसा क्या है?

राहुल: सबसे पहले तुम्हारी चाल. तुम मटक-मटक के चलती हो, तो तुम्हारे हिप्स देख के लंड खड़ा हो जाता है.

और फिर तुम्हारे बूब्स भी तो कितने आचे साइज़ के, और अची शेप में है. देखते ही लंड उछालने लगता है.

दीदी: अछा, रहने दो तुम राहुल प्लीज़.

राहुल: और आज तो कमाल हो गया. मैने पहले कभी इमॅजिन भी नही किया था तुम्हारे बूब्स इतने सॉफ्ट और मस्त होंगे.

मेरा तो मॅन कर रहा था की बस तुम्हारे बूब्स ही चूस्टा राहु. इतने मोटे-मोटे और टाइट बूब्स. वाउ यार, और उन पर निपल कितने टाइट हो गये थे. ऐसा लग रहा था जैसा कोई छ्होटा लंड टाइट हो गया हो.

तुम्हारे टाइट निपल्स से पता चल रहा था की तुम भी छुड़वाने के पुर मूड में थी.

दीदी: वो बस उस टाइम एग्ज़ाइटेड थी तो हो गया. ये नॅचुरल है.

राहुल: मैं तो बूब्स ही चूस्टा रहता तुम्हारे. लेकिन नीचे मेरे लंड में आग लगी थी तुम्हारी छूट में जाने की. तो फिर रुकना पड़ा. लेकिन मेरे तो मॅन में ही रह गयी, जी भर कर तुम्हारे बूब्स चूसने और दबाने की इक्चा.

दीदी: अछा तो फिर अपनी बीवी के बूब्स ही चूस्टे रहना.

राहुल: नही बस तुम्हारे. और तुम्हारी छूट तो इतनी टाइट लग रही थी, मानो तुमने कभी सेक्स किया ही ना हो.

वो तो तुम्हारी छूट इतना पानी छ्चोढ़ रही थी, तो लंड आराम से अंदर घुस गया. लेकिन मुझे टाइटनेस पता चल रही थी. अगर तुम्हारी छूट गीली ना होती तो तुम्हे बहुत दर्द होता.

दीदी: ह्म.

राहुल: तुम्हारे ब्फ ने आचे से नही छोड़ा क्या, जो तुम्हारी छूट अभी तक टाइट है?

दीदी: हमने कोई 7-8 बार ही तो किया है. वो भी तुम्हारी तरह इतने तेज़ और बुरी तरह नही करता. और अभी तो किए हुए महीने के लगभग हो चुका था, इसलिए.

राहुल: अगर मेरी तुम्हारे जैसी गफ़ होती, तो मैं तो उसको बहुत छोड़ता. उसकी छूट और चूचियों को तो निचोढ़ लेता.

दीदी: अछा. और तुम लास्ट में अपना लंड मेरे मूह पे क्यूँ रग़ाद रहे थे.

राहुल: वो मैने सोचा की सेक्स से पहले तो लंड नही चुस्वाया, लेकिन बाद में चुस्वा लेता हू. क्यूंकी ये भी तो एक पार्ट होता है सेक्स का.

दीदी: वो सब गंदे लोग करते है.

राहुल: क्यूँ तुमने नही किया क्या कभी?

दीदी: नही मुझे ये सब कभी पसंद ही नही था.

राहुल: तो फिर तुमने असली सेक्स का मज़ा लिया ही नही अभी तक. एक मौका दो, तुम्हे चुदाई क्या होती है आचे से बताएँगे.

दीदी: रहने दो तुम. अछा रहेगा अब तुम सो जाओ. और हा, कुछ और एक्सपेक्ट मत करना. ये बस एक आक्सिडेंटल था. और किसी से ज़िकार मत करना इसका. अब सो जाओ, सुबा शूटिंग पे जाना है.

राहुल: तुम तो सो जाओगी. मुझे तो मेरा लंड सोने देगा नही.

फिर नेक्स्ट दे शूटिंग में क्या हुआ, नेक्स्ट पार्ट में पढ़ते है.

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