चुदाई बाय्फ्रेंड ओर उसके दोस्त के साथ

कुछ देर में वो दोनों अपने बड़े बड़े लंड निकाल के पुरे नंगे हो चुके थे. रघु अब मेरी चूत के सामने आ के बैठ गया और उसे देख रहा था. वो दोनों ही मेरे दूध की थेली को मसल रहे थे अपने हाथ से. रघु ने मेरी टाँगे खोली और वो चूत को चाटने लगा. मैं समीर के लंड को अपने मुहं में ले के उसे चूसने लगी थी. लंड पूरा गले तक लिया तो वो सिसकियाँ भरने लगा. ह्ह्ह्हह अह्ह्ह्ह अह्ह्ह्ह अह्ह्ह्हह्ह चुसो मेरी जान अह्ह्ह्ह उईई अह्ह्ह! उसकी सिसकियाँ और मोअनिंग मुझे भी गरम कर रही थी. रघु मेरी चूत को पूरा अपने मुहं में भरने की कोशिश में लगा हुआ था. मैं उत्तेजना के चरम सिखर पर थी. फिर वो दोनों ने मेरे भी सब कपडे उतार दिए और अब हम तीनो पुरे न्यूड थे.

रघु बोला, डालिंग अपनी टाँगे खोल के मेरा लंड ले लो अब मेरे से वेट नहीं हो रहा हे.

मैंने उसके लंड को पकड़ा और उसकी गोदी में बैठ गई. रघु का लंड मैंने चूत के ऊपर सही लगाया और वो फट से अन्दर घुस गया. मैं लंड के ऊपर पूरी बैठ गई और वो अन्दर घुस गया. दर्द तो बहुत हुआ लेकिन मजा भी उतना ही आ रहा था.

समीर सामने खड़े हुए अपने लंड को हिला रहा था. मैंने उसके लोडे को वापस मुहं में ले के चूसा और वो मेरे बाल पकड़ के मेरे माउथ को चोदने लगा. निचे रघु मुझे जोर जोर से चोद रहा था. और मैं अह्ह्ह अह्ह्ह्ह कर के अपनी गांड हिला के उसके लंड पर उछल रही थी. समीर अब मेरे पास आ के लेट गया बिस्तर के ऊपर. और वो रघु के लंड को और मेरी चूत को चाटने लगा. रघु का लंड जब मेरी चूत से बहार आता था तो वो लंड के ऊपर जीभ लगाता था और अन्दर जाता था तो वो मेरी चूत को जबान से लिक करता था. मैं भी अपनी गांड हिला हिला के इस दोहरे मजे को ले रही थी.

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फिर रघु ने अपना लंड मेरी चूत में से निकाला. समीर ने अब मुझे घोड़ी बना दिया और अपने लंड को मेरी चूत के ऊपर लगा दिया. एक झटके में ही मेरी चीख निकल पड़ी. मेरी चूत के अन्दर उसका लंड ऐसे फिट बैठा था की मेरे आँख में आंसू आ गए थे. वो एक मिनिट के लिए पॉज कर गया लेकिन फिर अपनी कमर हिला के वो मुझे जोर जोर से चोदने लगा. उसने मेरे बूब्स को अपने हाथ में ले लिए थे. इन्हें दबाते हुए वो मुझे पेल रहा था. मैं भी अपनी गांड को हिला हिला के चुदने लगी थी. थोड़ी देर ऐसे चोदने के बाद समीर ने मुझे कमर से उठा के अपनी गोदी में ले लिए. अपने फेस को उसने मेरे फेस के सामने कर दिया और चोदने लगा.

तब रघु पीछे आ गया और उसने मेरे गांड के छेद के ऊपर अपना लंड लगा दिया और एक झटका दिया. जैसे ही उसका आधा लंड अन्दर गया उसने जोर जोर से धक्के दे के चोदना चालू कर दिया मेरी गांड को. वो दोनों सेंडविच बना के मुझे आगे पीछे दोनों जगह पर चोद रहे थे. मुझे भी इस डबल पेनेट्रेशन का मस्त मजा मिल रहा था.

फिर वो दोनों झड़ने को थे. समीर ने चूत में से लंड निकाला और रघु ने गांड में से. फिर उन्होंने मुझे घोड़ी बना के चूत मारी. दोनों मेरी चूत में ही झड़ भी गए. फिर हम तीनो नंगे ही बेड में लेट गए.

रघु और समीर के लंड कुछ देर में फिर से तन गये. अब की समीर ने कहा मैं गांड मारूंगा. और ये कह के उसने मुझे मिशनरी पोस में लिटा के कंधो के ऊपर मेरी टाँगे रखवा दी. और अपने लंड को उसने गांड में डाला. उसका काफी मोटा था और गांड में दर्द होने लगा था. उसने गांड में पूरा लंड डाला और चोदने लगा. रघु ने आके अपने लंड को मेरे मुहं में दे दिया.

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मैं एक बार फिर से डबल पेनेट्रेशन फकिंग के लिए रेडी हो गई थी.

दोनों ने अब की मेरी गांड और चूत को ठोका और 45 मिनिट तक मैं चुदती रही. जब वो दोनों का पानी निकला तो मैं पूरी के पूरी थक के बेड में लेट गई थी!

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