छ्होटे लंड से चूड़ी औरत को मिला बड़ा लोडा

फिर मैं उसके पास गया, और कमर पकड़ के किस करने लगा, और उसके चूतड़ दबाते हुए लंड उसकी नेवेल को टच करके उससे रगड़ने लगा. फिर मैने उसका हाथ पकड़ा, और लंड उसको पकड़ाया, और गर्दन पे किस करने लगा.

वो कहने लगी: कितना बड़ा, लंबा, मोटा, और कॅसा हुआ दिख रहा है. मेरी मुट्ठी से भी मोटा है आपका.

मैने पूछा: कैसा लगा तुमको?

वो बोली: एक-दूं स्ट्रॉंग लग रहा है.

मैने पूछा: तुम्हारे एक्स-हज़्बेंड का कैसा था?

उसने कहा: आप से तो छ्होटा ही था. तभी मैं सोच रही थी की मुझे कल इतना दर्द क्यूँ हुआ, और मेरी फटत कैसे गयी. आपका है ही इतना बड़ा, मेरे एक्स-हज़्बेंड से डबल मोटा और उनसे 4 फिंगर लंबा है.

मैने कहा: तुमको मेरा लंड चूसना है?

वो बोली: मुझे नही आता. मैने कभी चूसा नही.

मैने कहा: सब आ जाएगा.

और उसका हाथ पकड़ा, और एक फिंगर लेके उसको सिखाया-

मैं: मान लो ये मेरा लंड है, और तुमको इसे चूसना है.

फिर किस करते हुए उसको उठा के गद्दी पे सुला के होंठ चूमते हुए बूब्स के और नीचे तक गया. फिर मैं उसके बाजू में लेट गया, और अब वो मेरे उपर आई और किस किया. वो धीरे-धीरे मेरी चेस्ट से किस करते हुए नीचे गयी, और मेरे लंड को किस किया, और पकड़ के डार्क पिंक टोपा मूह में लिया और चूसने लगी.

मैने कहा: और मूह के अंदर तक लो.

उसने कोशिश की, और कहने लगी: पहली बार चूस रही हू, और आपका मोटा है तो मूह में आना भी चाहिए ना.

लेकिन धीरे-धीरे अब वो आधा तक चूज़ लगी, और उसके मूह से तोड़ा सा थूक निकल के मेरे लंड पे बहने लगा. थोड़ी देर चूस के वो मेरे बाजू में लेट गयी और मुझे किस किया. किस करते हुए उसको लंड पकड़ाया, और मैने उसकी छूट सहलाना शुरू किया, और वो आँखें बंद करके ह्म ह्म करने लगी.

अब मैं उठा, और उसके पेट की तरफ गया. वो अपनी दोनो टांगे खोल के जैसे मुझे उसकी छूट में लंड घुसने को कह रही हो. क्या छूट दिख रही थी उसकी, कचोरी जैसी फूली हुई. मैने उसकी टाँगो को और फैलाया, और छूट के मूह पे लंड रख के हल्का सा झटका मारा. मेरा मोटा और बड़ा लंड उसकी छूट में पूरा घुसा दिया.

उसने ऑश आहह प्लीज़ विकी धीरे बोलते हुए मारी कमर पकड़ ली. मैने लंड बाहर निकाला, तो उसकी छूट के पानी से पूरा गीला हो गया था. अब फिर से लंड उसकी छूट में डाल के उसे छोड़ना शुरू किया. उसकी आँखें बंद हो गयी, और मूह खुला हो गया था, और वो आहह आअहह म्‍मह करने लगी.

मेरे छोड़ने की आवाज़ रूम की दीवारो से टकरा के हमे सुनाई देने लगी. तो उसने मेरी तरफ देखा और दर्द वाली स्माइल दी और कहने लगी-

वो: कोई सुन लेगा.

मैने कहा: वो तुम टेन्षन मत लो, और चुदाई का मज़ा लो.

और मैने छोड़ना चालू रखा. उसकी छूट से सफेद पानी आ रहा था, जिससे मेरा लंड गीला हो गया था, और उसकी गांद तक गया था. अब मैं उसको चिपक गया, और किस करने लगा. वो मेरे बालों को सहलाने लगी, और तेज़ साँसे छ्चोढते हुए किस करने में साथ देने लगी.

मैं उसकी टाँगो को हाथ का सहारा देके, फैला के, स्पीड बढ़ा के छोड़ने लगा. इस बार मेरे झटके पहले से हार्ड थे. तो वो दर्द महसूस करने लगी, और आहह आहह करते हुए विकी प्लीज़ कहने लगी. उसने आँखें खोलते हुए मेरी और देखा, जैसे वो मुझसे दया की भीख माँगने लगी, जो उसके चेहरे पे सॉफ दिखाई दे रहा था.

अब मैने उसको घोड़ी बनने को कहा, और उसकी कमर पकड़ के घोड़ी बनाई. मैं उसकी कमर को अपनी और खींचते हुए तपा-ताप करने लगा, और वो भी साथ देने लगी. मैने उसे अपनी तरफ खींचा, और घुटनो पे खड़ी करके बूब्स दबाने लगा, और उसकी गर्दन को चूमने लगा.

वो उसी पोज़िशन में आयेज-पीछे करने लगी, लेकिन मैने लंड बाहर निकाला और उसको लिटा दिया और छोड़ने लगा. उसने आहह आअहह करते हुए मेरी पीठ को पकड़ा और धीरे-धीरे मेरी कमर पकड़ के उसकी तरफ खींचते हुए वो भी उसकी कमर उठा के छुड़वाने लगी. उसने उसके पैरों को मेरे छूतदों पे लॉक कर दिया, और मेरे चूतड़ पकड़ के खींचने लगी.

इस बार उसने आअहह करते हुए मेरी रीड की हड्डी को दबाते हुए उससे चिपका लिया. वो झाड़ चुकी थी, लेकिन मेरा बाकी था. और मैने फिरसे छोड़ना शुरू किया. अब मैं भी झड़ने वाला था, तो 5-6 झटके मार के मैने लंड बाहर निकालते ही आहह किया. मेरे लंड ने पिचकारी मारी, जो उसके बूब्स के बीच जाके गिरी, और दूसरी पिचकारी उसके बूब्स के निपल पे गिरी.

ऐसे ही 4-5 पिचकारी छूटी, जो उसके बूब्स, और नेवेल, और पेट पे, और उसकी फूली हुई छूट पे गिरी. अब मैं उसपे ढेर होके चिपक गया. उसने मुझे प्यार से पीठ पे दोनो हाथो से चिपका लिया. अब हम दोनो तोड़ा संभले, और एक-दूसरे को देखा.

मैने उसके माथे और गालो को चूमा और लिप्स लॉक कर दिए. वो भी मेरे बालों को सहलाते हुए किस करने लगी. मैने उसको ई लोवे योउ कहते हुए किस किया. उसने भी ई लोवे योउ टू कहा, और किस करने लगी.

अब मैं गहरी साँसे छ्चोढते हुए उसके बगल में लेट गया. मैने उसके बूब्स को पकड़ते हुए ‘मज़ा आ गया’ ऐसा कहा. वो बोली ‘मेरी हालत खराब करके’. और स्माइल दी.

मैने पूछा: तुमको नही आया मज़ा?

वो बोली: बहुत मज़ा आया, लेकिन दर्द भी बहुत हुआ. पर एग्ज़ाइट्मेंट में दर्द से लिया और धीरे-धीरे भूल भी गयी थी.

फिर हम दोनो बातरूम में गये और बॉडी सॉफ की, और मैने लंड और उसने छूट आचे से धो ली. फिर अपने ही कपड़ो से बॉडी सॉफ की. उसके बाद गद्दी पे लेट के करवट बदल के एक-दूसरे का चेहरा सामने करके नंगे ही बात करने लगे.

मे: नेहा तुमने डाइवोर्स क्यूँ लिया?

वो: वो ड्रिंक बहुत करता था, और कभी-कभी मुझे मारता भी था. मैने मेरे मम्मी पापा को बताया तो वो कहने लगे सब ठीक हो जाएगा. लेकिन वो नही सुधरा. फिर 5 मंत्स बाद मैने मम्मी पापा को कहा मैं इसके साथ नही रह सकती और मैने डाइवोर्स लेने को कहा. उसके 2 मंत्स के बाद डाइवोर्स हो गया और 6 महीने से मम्मी पापा के साथ ही रहती हू.

मे: तुम प्रेग्नेंट नही हुई कभी 5 मंत्स में?

वो: शुरू का 1 वीक वो आचे से मेरे साथ रहा था, और 1 वीक में सिर्फ़ 4 बार उसने किया था. और 5 मंत्स में सिर्फ़ 15-17 बार ही किया था.

मे: क्या किया था?

वो: जो हमने अभी किया वो.

मे: क्या किया हमने.

वो शर्मा गयी और कहने लगी: सेक्स.

तो मैने कहा: वो तो इंग्लीश में कहते है. हमारी लोकल लॅंग्वेज में.

वो कहने लगी: चुप! मुझे शरम आती है ऐसा बोलने में.

और मैने उसको किस किया, और उसकी छूट को छूटे हुए कहा: इसको क्या कहते है?

वो मुस्कुराइ और कुछ नही बोली. फिर मैने उसको लंड पकड़ाया और पूछा-

मे: ये क्या है?

वो बोली: चुप ना विकी, मुझे शरम आती है ऐसा बोलने में.

मैने हेस्ट हुए कहा: अंदर लेने में शरम नही आती?

वो बोली: तब तो दर्द के साथ मज़ा भी आता है.

मेरा लंड उसने पकड़ ही रखा था, तो अब वो खड़ा होने लगा. उसने खड़ा होते हुए महसूस किया, तो मेरी और देख के मुस्कुराइ और छ्चोढ़ दिया. फिर 5 मिनिट बाद एक-दूसरे को चिपक के किस करने लगे. लेकिन उसने मुझसे च्चूधया और कहा-

वो: विकी 1 बाज गया. अब मैं जाती हू.

मैने कहा: नेहा नही, मैने वीर्या बाहर इसलिए निकाला क्यूंकी मुझे तुमको फिरसे छोड़ना था.

वो ना कहने लगी, लेकिन उसके बूब्स और कभी छूट को सहला रहा था, और बात भी कर रहा था. वो भी मेरे ऐसा करने से गरम होने लगी थी. मैने उसको समझा के माना ही लिया, और हम फिरसे किस करने लगे. मैं उसके उपर चढ़ गया, और उसकी गर्दन और होंठो को चूमने लगा, और बूब्स दबाने लगा.

फिर एक बूब्स का छ्होटा सा निपल मूह में लिया. इस बार भी वो सस्सह करके सिसकारी निकालने लगी. मैने उसकी तरफ देखा, तो उसने स्माइल की.

फिर मैने कहा: सिसकारी ले रही हो?

वो बोली: बहुत अछा लग रहा है. और मैने फिरसे निपल मूह में लिया, और बूब्स चूसने लगा. ऐसे मैने दोनो बूब्स बारी-बारी चूज़. फिर पेट और नेवेल को किस किया और नेवेल के नीचे किस करते ही उसने दोनो टाँगे फैला दी. मैने फिर उसकी तरफ देखा तो वो मेरे सर पे हाथ रखते हुए छूट की और ले गयी.

फिर मैं उसकी छूट चाटने लगा. वो स्शह आअहह करते हुए कमर उठाते हुए छूट चटवाने लगी, और मैं कभी-कभी उसकी दोनो जांघों को भी चूमता रहता. मैं उपर उतना चाहता था, लेकिन वो फिरसे मेरा सर अपनी छूट पे ले जाके दबा देती थी.

वो बोल रही थी: प्लीज़ विकी, और छातो ना.

फिर मैं उसके बगल में लेट गया, और अब उसने मुझे किस करते हुए चेस्ट पे किस करते हुए मेरे लंड को पकड़ा, और धीरे-धीरे लंड पे मूह ले गयी. उसने लंड पे एक हल्का सा किस किया, और मूह में ले लिया, और चूसने लगी. अबकी बार वो आचे से चूस रही थी, और पहली बार से ज़्यादा देर तक चूसा, और मेरे बाजू में आके लेट गयी.

हम किस करने लगे, और मैं उसके उपर आ गया, और उसकी टांगे फैला के लंड उसकी छूट में डाल के छोड़ने लगा. मैने ज़ोर से धक्का मारा, तो उसको तोड़ा दर्द हुआ. उसकी आँखें बड़ी हो गयी, और वो आहह करके चिल्लाई. फिर वो कहने लगी-

वो: विकी थोड़े आराम से नही कर सकते क्या?

और थोड़ी देर की चुदाई के बाद मैने थोड़ी स्पीड बधाई, और ज़ोर-ज़ोर से छोड़ने लगा. फिर एक बार लंड बाहर निकल आया. उसने लंड पकड़ा और छूट पे रखा और शर्मा के स्माइल की.

मैने उसको किस किया और पूछा: कैसा लग रहा है?

उसने कहा: बहुत दर्द हो रहा है. लेकिन अछा भी लग रहा है.

मैने पूछा: मान क्या कर रहा हू?

वो कुछ नही बोली और कहा: चुप!

मैने फिरसे पूछा: बोलो ना नेहा, मैं क्या कर रहा हू?

उसने हल्की सी स्माइल दी और शरमाते हुए कहा: आप मुझे छोड़ रहे हो, और क्या.

मुझे उसके मूह से ये सुन के बहुत अछा लगा. और मैने पूछा-

मे: मैने क्या घुसाया है तुम्हारे अंदर?

वो बोली: प्लीज़ विकी, मुझे शरम आती है.

मैने कहा: मुझसे ही तो कहना है, किसी और को नही.

वो बोली: आपने अपना लंबा मोटा और बड़ा सा लंड मेरी छूट में घुसाया है.

ऐसा कह के उसने शरमाते हुए उसके दोनो हाथ उसके चेहरे पर रख दिए, और फिर मैने उसके चेहरे से हाथ हटाए.

वो बोली: विकी क्या-क्या बुलवाते हो आप मुझसे.

मे: अब तुमको मुझसे शरम नही रखनी चाहिए.

और हम किस करने लगे, और उसने कमर उठा के मुझे छोड़ने का इशारा किया. मैने छोड़ना चालू किया. फिर उसको घोड़ी बना के छोड़ा. फिर मैं लेट गया, और उसको लंड पे बैठ के चूड़ने को कहा.

वो बोली: मुझे नही आता कैसे करते है.

मैने कहा: तुम उपर आके लंड को अपनी छूट में डालो, और बैठ के उपर-नीचे करो.

वो लंड के उपर बैठ गयी, और चूड़ने लगी, और थोड़ी देर बाद उसने स्पीड बढ़ा के चूड़ना शुरू किया. फिर 5-6 बार ऐसा करके वो मुझसे लिपट गयी, और पेट को झटके देने लगी. उसकी छूट से पानी निकल रहा था, और वो झाड़ चुकी थी. वो मुझसे चिपक के तेज़ साँसे ले रही थी. थोड़ी देर बाद वो संभली, और मुझे किस किया और कहने लगी.

वो: विकी, ज़िंदगी में पहली बार आज मेरी ऐसी ज़बरदस्त चुदाई हुई है.

मैं उसकी और देखता ही रहा, और वो भी शर्मा गयी और कहने लगी-

वो: अर्रे बाप रे, मेरे मूह से कैसे ये शब्द निकल गया.

और वो मेरे गले लग गयी.

मे: चुदाई शब्द तो तुम जानती ही हो, लेकिन तुम कहना नही चाहती.

वो शर्मा के मुझसे चिपकी रही, और वो ही पोज़िशन में मैं करवट बदलते हुए उसके उपर आया, और उसकी टांगे मैने कंधे पे रखी और छोड़ने लगा. फिर मैने स्पीड बधाई तो उसे लगा की मैं झड़ने वाला था. तो वो मेरी कमर पकड़ के अपनी तरफ खींचते हुए आअहह म्‍मह करते हुए छुड़वाने लगी.

10-12 झटके मार के 2 लास्ट झटके मारे, तो उसने मेरी कमर पकड़ के अपनी छूट पे खींचा, और मेरा वीर्या अंदर खाली करवाया. बस फिर हम थोड़ी देर चिपके रहे थे. हमने किस किया, अलग हुए, और घर जाने को चुपके से निकल पड़े. अब आगे की स्टोरी नेक्स्ट पार्ट में.

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