कलिग की वाइफ को चीटिंग करते हुए पकड़ा

cheating-hot-bhabhi-ko-chodaहेलो दोस्तों मेरा नाम मनीष हे और मैं मुंबई से हूँ. आज मैं आप लोगो के साथ अपने एक कलिग की वाईफ का किस्सा शेयर करने के लिए आया हूँ जो एक अकाउंटिंग फर्म में काम करती थी. मैं और मेरा ये दोस्त और कलिग सेंट्रल गवर्नमेंट आर्गेनाईजेशन में काम करते हे. और तब मेरी पोस्टिंग मुंबई में ही थी. हमारे अपार्टमेंट सेम बिल्डिंग में ही थे. हमारी शिफ्ट ड्यूटी रहती थी और अक्सर नाईट भी करनी पड़ती थी हम लोगो को.

मेरे इस दोस्त का नाम नंदा था और उसकी बीवी बड़ी ही खुबसुरत थी और उन्हें एक बच्चा भी था. वो लोग हिमाचल के थे.

कुछ महीने साथ में काम करने के बाद हम लोग काफी घुल मिल चुके थे. और तहवार, बर्थडे वगेरह पर एक दुसरे के घर आना जाना लगा रहता था. मैंने उसकी बीवी के क्लीवेज को काफी बार देखा था और उसके बूब्स सच में काफी बड़े और प्रशंसनीय थे. उसका नाम शीतल था और उसकी एज करीब 28 साल की थी. और उसकी बॉडी का शेप एकदम मस्त था. मैं उसे भाभी कह के बुलाया था और वो मुझे मनीष भाई कहती थी. बारिश के मौसम में हुए इस इंसिडेंट ने पुरे दो साल के लिए मेरी लाइफ को जैसे बदल ही दिया.

उस दिन मेरी ऑफ थी और मैं शोपिंग के लिए निकला था. कुछ सामान घर से थोड़ी दूर से भी लाना था. सामान कार में रखने के बाद मैं पान वाले के पास खड़े हो के सिगरेट पी रहा था.  तभी मैं शीतल भाभी को किसी आधेड़ आदमी के साथ टेक्सी में जाते हुए था. मुझे पहले भ्रम सा लगा लेकिन कपडे भी उसके ही थे. मैंने फट से पैसे दिए सिगरेट के और अपनी कार को उस टेक्सी के पीछे लगा दी. वो लोग एक होटल के पास रुके जहाँ निचे रेस्टोरेंट और बार थी और ऊपर कमरे किराए पर मिलते थे. वो दोनों फट से टेक्सी से उतरे और अन्दर चले गए.

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मैं पीछे गया और सिक्यूरिटी वाले से बात की. मैंने उसे कुछ पैसे दिए तो उसने कहा की वो लोग अक्सर हमारे होटल में आते हे साहब. मैंने उसे कहा की वो लोग कौन से रूम में हे? वो बोला रुको मैं चेक करता हूँ. उसने होटल के बेल बॉय से बात की और मुझे कमरा बताया. मैं बहार खड़े हो के ही सिगरेट पिने लगा.

डेढ़ घंटे के बाद शीतल भाभी निचे आई और वो रोड के ऊपर टेक्सी के लिए खड़ी हो गई. मैं कार ले के उसके पास चला गया. उसने मुझे देखा तो एकदम चौंक पड़ी और फिर एकदम नोर्मल एक्टिंग करने लगी. मैंने कहा भाभी आप यहाँ, चलो मैं घर ही जा रहा हूँ! वो बोली नहीं नहीं मैं टेक्सी में चली जाउंगी मनीष भाई. मैंने कहा, चल बैठ जा सीधे से! वो बैठी और मैंने कहा, कौन था वो बूढा जीसके साथ रूम नम्बर 435 में मजे करने आई थी तू?

मैं उसे अब तक आप कहता था आज पहली बार तुम और तू पर आ गया था. वो बोली कौन, कैसा रूम?

मैंने कहा, तेरे पति को बताऊंगा तो वो सब सीसीटीवी फुटेज ले लेगा. वो डर और सहम उठी. मैंने कार स्लो की और उसे कहा, मेरे नजदीक आओ. उसके पास ऐसा करने के सिवा कोई और चारा भी नहीं था.

मैंने कहा, तुम यहाँ महीने में दो तिन या फिर चार बार आती हो वो मैं जान चूका हूँ. चलो अब सीधे से मेरे लंड को पकड़ो! वो बोली, आप ऐसा क्यूँ कर रहे हो?

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मैंने कहा तू लंड लेने ही तो आती हे यहाँ, तो वैसे मैं तेरी मदद ही कर रहा हूँ. फिर मैंने पूछा कौन हे वो बूढा?

शीतल भाभी बोली, वो मेरा पुराना बोस हे. मेरी प्रेग्नन्सी के पहले मैं उसकी कंपनी में काम करती थी. मेरी एक गलती की वजह से उसे बड़ी लोस हुई तब से वो मुझे यहाँ ले के आता हे.

मैंने कहा, अब तुम उसके वहां काम नहीं करती फिर उसका लेने आती हो?

भाभी ने कहा, उसके पास मेरी कुछ क्लिप्स हे इसलिए आना पड़ता हे.

मैंने कहा, ओह आई सी, मैं इस झमेले से निकाल सकता हूँ, बदले में मुझे देना पड़ेगा तुम्हे, लेकिन मैं फ़ोर्स नहीं करूँगा, नॉर्मली सेक्स देती रहना और हम दोनों की उलझन दूर हो जायेगी.

उसने मेरी पेंटी के ऊपर हाथ रखा और मेरे लंड को सहलाने लगी. मेरा कडक हो गया था. फिर मैंने सोचा की अब कुछ करना ही पड़ेगा, क्यूंकि लंड बेताब हुआ था. मैंने एक कच्ची सडक पर ले ली कार और एक सुनसान सी जगह पर रोक दिया. सब खिड़कियाँ बंद कर के मैंने एसी चालु कर दिया. फिर मैंने अपने लंड को पेंट से निकाला और कहा, ये लो भाभी. उसने मेरे लंड को पकड़ा और हिला दिया.

वो मुठ्ठी में लंड को पकड़ के ऐसे हिला रही थी की मुझे लगा की मैं झड़ ही जाऊँगा. मैंने कहा, मुहं में ले लो इसे. शीतल भाभी मेरे करीब आ गई और उसने निचे हो के लंड को मुहं में दबा दिया. अह्ह्ह क्या मस्त फिलिंग थी भाभी को लंड चटाने की. कुछ ही पलों में उसके मुहं में पिचकारियाँ छुट गई और वो सब पी गई. मैंने कपडे ठीक कीये और कार को हमारे रेसिडेंट की तरफ चला दी. कुछ देर में हम वहां पहुंचे.

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