चंडीगढ़ की टीचर कविता की चोदा

हेलो दोस्तों आप सबका बहुत प्यार मिला उसके लिए थैंक यू. और २ मोनथस के बाद स्टोरी लिखने के लिए सॉरी. ी वास् बिजी इन ट्रैवेलिंग एंड माय बिज़नेस.

मैं- राहुल; आगे-२७;

हाइट- ५’७″; साइज-६.५″; स्टैमिना- ३० एंड ५० (४ शॉट्स इन १२ हरष.)

तो दोस्तों स्टोरी स्टार्ट करते है. कविता मेरी सोशल मीडिया पर काफी दिनों से ऐड थी. पर कभी बात नहीं हुई ज़्यादा. फिर एक दिन लोखड़ौन में मैंने उसको मैसेज कर दिया और हमारी बाते होने लगी.

उसने पुछा: क्या करते हो?

मैंने बताया: जॉब करता था अब छोड़ दी.

उसने बताया: मैं टीचर हु चंडीगढ़ में

.ी साइड: नीस.

कविता: गफ?

राहुल: नो पहले थी फिर ब्रेकअप हो गया.

कविता: ओह्ह सॉरी.

राहुल: बर्फ?

कविता: हां शामे हेरे.

फिर मैंने ज़्यादा नहीं पुछा और हम ऐसे ही कुछ-कुछ बाते करते रहे. ३-४ दिन बाद उसका मैसेज आया स्कूल टाइम में.

कविता: राहुल तुमने टीचिंग करनी है तो मेरे स्कूल में ओपनिंग है.

ी साइड: हां क्यों नहीं. ी विल के.

फिर हमारा मिलने का प्लान हो रहा था और अचानक से ये बात हुई. तो मैंने ज़्यादा नहीं सोचा और हां बोल दी. २ दिन बाद मैं इंटरव्यू देने गया. प्रिंसिपल एक बहुत ही ख़ूबसूरत ४८ इयर्स की लेडी थी और काफी रिच थी. उन्होंने ओके बोल दिया और नेक्स्ट डे मुझे ट्रायल क्लास लेने के लिए कहा.

मैंने भी एग्री किया.
फिर मैं फ्री था तो मैंने कविता से पुछा-

मैं: कहा है?

उसने बताया की उसका लेक्चर फ्री था. तो मैं स्टाफ रूम में चला गया. अब वह मैं और कविता ही थे.

फिर हमने बाते स्टार्ट की और उसने बोलै की वो यहाँ अकेली रहती थी. मैंने मज़ाक में बोलै-

मैं: फिर तो ाचा है तुम और मैं साथ में rahenge. इससे मुझे food की problem भी नहीं hogi.

और ये सुन कर कविता हसने लगी.
फिर वो बोली-

राहुल: अगर कोई प्यार से पीने को बोले जो तुम जैसा ब्यूटीफुल हो तो थोड़ी बहुत ज़रूर पी लेती हु.

कविता: हहै हांजी ज़रूर. मैं भी कभी-कभी करती हु.

राहुल: हम्म चलो मैं होटल बुक कर लेता हु और वह रुक जाऊंगा.

मुझे लग रहा था की कविता मन करेगी पर उसने बोलै-

कविता: बाद में कर लेना इवनिंग में. इतनी क्या जल्दी है?

राहुल: ठीक है चलो कही घूमने चलते है. यहाँ क्या करेंगे इस रूम में?

कविता: हां यहाँ कुछ नहीं कर सकते.


और ये बोल कर वो हसने लग गयी.

राहुल: ाचा तो और कहा क्या हो सकता है?

और मैंने आँख मार के स्माइल की.

फिर कविता ने अपना बैग उठाया और हम घूमने चले गए.शाम को घूमने के बाद कविता मुझसे बहुत फ्रैंक हो गयी थी. फिर उसने बोल ही दिया-

कविता: होटल रहने दो मेरे घर पर २ रूम है वह रह लो.

और फिर उसने ४ बियर ली और हम उसके घर की तरफ चले गए.सच बताऊ तो मैं सोच रहा था की कंडोम लेलु. पर जब मैंने कविता को बोलै की मुझे एक बार मेडिकल शॉप पर जाना था तो उसने बोलै-

कविता: कोई ज़रुरत नहीं है. ऐसा कुछ नहीं होने वाला.

और ये सुन कर मैं थोड़ा साद हो गया. पर मुझे पता था की आज नहीं तो फिर कभी पर बहुत जल्द ज़रूर होगा. इसलिए मैंने उसको फाॅर्स नहीं किया.

फिर कविता घर में एंटर होते हुए बोली-

कविता: जाओ राहुल उस रूम में अपना सामान रख दो. मैं चेंज कर लू तुम भी कर लो और मेरे रूम में आ जाना.

राहुल: ओके.

फिर मैंने ५ मिनट बाद उसका रूम नॉक किया.

कविता आफ्टर ा मिनट: आ जाओ राहुल.

राहुल: सुनो मैं जोमाटो कर रहा हु. बताओ क्या खाओगी?

कविता: अपने हिसाब से देख लो. मैं तो ज़्यादा नहीं खाउंगी.

राहुल: ओके.

फिर हमने परांठे और पनीर के डिशेस मंगवाए.हम्मे थोड़ा सा खाना खाया और बाते करने लगे.
कविता: ब्रेकअप क्यों हो गया तुम्हारा?

राहुल: अरे यार वो थोड़ा पर्सनल है.

कविता: अब क्या पर्सनल? सुबह तो साथ में रहने को बोल रहे थे.

और वो हसने लगी.

राहुल: यार उसका इंटरेस्ट नहीं था बीएड में और मैं रह नहीं सकता सेक्स के बिना.

कविता: ओह्ह! तो ऐसा कितनी बार किया है?

राहुल: ऐसे नहीं पता बूत हां ५० ६० गिर्ल्फ्रेंड्स रही होंगी.

कविता: क्या! सीरियसली?

राहुल: हांजी.

कविता: मैं नहीं रखने वाली अपने साथ तुम्हे.

और वो हसने लगी.

राहुल: शायद मुझे सच नहीं बताना चाहिए था.

मैं मैं ही मैं सोच रहा था की कही मैंने गलती तो नहीं कर दी.

कविता: चलो कोई नहीं छोड़ो.

राहुल: ाचा तुम अपनी बताओ क्या रहा?

कविता: सेक्स?

राहुल: हां.

कविता: २ टाइम्स बस.

राहुल: ाचा? और बॉयफ्रैंड्स?

कविता: यही था ८ इयर्स से बस.

राहुल: अरे यार सच में? मेरी ऐसी गफ हो तो ८ इयर्स में तो मैं सब कुछ खोल दू.

ये सुन कर कविता शॉकेड होक देखने लगी. फिर वो बोली-

कविता: ज़्यादा मत बनो.राहुल: तुम्हारा भी इंटरेस्ट नहीं है?

कविता: नहीं मेरा तो बहुत है पर..

राहुल: पर क्या?

कविता: यार वो बाहर रहता है और उसका इंटरेस्ट काम है.

राहुल: हम्म होता है कभी-कभी.तभी दूर बेल्ल बजी और खाना आ गया.हमने खाना खाया थोड़ा बहुत और ड्रिंक करने लगे.

मैंने लोअर और टी-शर्ट पहनी थी और कविता ने शॉर्ट्स और टी-शर्ट.

कविता अब रिलैक्स होने के लिए बोल के वाशरूम में गयी और अपनी ब्रा निकाल कर आ गयी.उसकी टी-शर्ट में से ये साफ़-साफ़ दिख रहा था.

मुझे अपने बूब्स को देखते हुए कविता ने नोटिस कर लिया पर कुछ बोलै नहीं.फिर हमने ड्रिंक स्टार्ट कर दी और कुछ ही देर में कविता को हल्का-हल्का सुरूर चढ़ गया.

अब मेरी नज़र कविता के तइस पर जा रही थी पर मैं कण्ट्रोल कर रहा था.मैं चाहता था की कविता पहल करे.फिर वो बोली-

कविता: राहुल उसको मैं पसंद नहीं थी या वो सब?

राहुल: यार वो सब तो सब को पसंद होता है शायद.

कविता: यार फिर मुझमे क्या कमी है?

राहुल: नहीं तो किसने बोलै कमी है? बिलकुल भी नहीं.

और मैंने कविता का फेस पकड़ लिया.

कविता: यार राहुल मुझे गलत मत समझना. मैंने तुम्हे फर्स्ट डे ही अपने घर पर रख लिया.

राहुल: नहीं पागल तुम्हारी लाइफ है. तुम जो चाहो करो. मैं कोण होता हु जज करने वाला.

कविता: हां यार बूत फिर भी.

मैं समझ गया था की अब कविता करैक्टर की वजह से रुकी हुई थी.

राहुल: लिसेन कविता मैंने खुद इतने अफेयर्स और सेक्स किया है की मैं तो जज कर ही नहीं सकता.

कविता: हां तुम तो जोहनी सीन्स हो ना.

और ये बोल कर वो हसने लगी.

अचानक जो हुआ उससे मैं शॉकेड था.

मैंने देखा की कविता ने मुझे हुग कर लिया और हाल कुछ ऐसा था की मेरा लुंड खड़ा था और वो कविता को आसानी से फील हो रहा था.

पर फिर भी वो दूर नहीं हो रही थी. करीब ४-५ मिनट बाद अचानक कविता ने अपना हाथ मेरे लोअर में दाल दिया.

इससे मेरा लुंड जो की पहले से टाइट था वो फटने को हो गया. फिर वो बोली-

कविता: यार तुम तो बहुत हार्ड हो.
राहुल: हां मेरी जान तेरी तइस और तेरे टच ने हार्ड कर दिया.

कविता: चुप अब कुछ मत बोलना.

मैंने स्माइल करते हुए मुँह पर हाथ रख लिया.

कविता ने मेरा लोअर वीथिन सेकण्ड्स उतार दिया और मेरे लुंड को बाहर निकाल कर उसको आगे-पीछे करने लगी. फिर वो लुंड को मुँह में ले कर चूसने लगी.

मैं बता नहीं सकता की क्या मंज़र था वो.

कविता जो की बिलकुल सिंपल सी लग रही थी वो ऐसे मेरा लुंड चूस रही थी जैसे की बहुत एक्सपर्ट हो. करीब ८-९ मिनट में ही मैं रिलीज़ होने वाला था. फिर मैंने उसके मुँह से लुंड निकाल लिया और अब सारा स्पर्म कविता की टी-शर्ट पर दाल दिया.

अब कविता की आँखों में साफ़-साफ़ सेक्स दिख रहा था. फिर मैंने उसकी टी-शर्ट निकाल दी और अब कविता सिर्फ शॉर्ट्स में थी. मैं बिलकुल नेकेड बैठ गया और बियर पीने लगा और कविता को भी बियर दी.

कविता अब थोड़े और नशे में हो गयी और आ कर मेरे ऊपर बैठ गयी. वो लेग्स क्रॉस करके मेरे ऊपर बैठी थी.

फिर मैंने बिना देर किये कविता की शॉर्ट्स में हाथ दाल दिया. कविता ने नीचे कुछ नहीं पहना था.फिर मैंने कविता को गॉड में उठाया और बीएड पर लिटा दिया. मैंने उसकी शॉर्ट्स खींच कर निकाल दी.

तब मैंने देखा की कविता की छूट पर एक भी बाल नहीं था और उसने एक टैटू बनवाया हुआ था. मैंने ज़रा भी देर न करते हुए कविता के बूब्स को मुँह में ले लिया और काटने लगा. नशे में होने के वजह से पता नहीं चल रहा था की कितना इंटेंस मोमेंट बन रहा था और कविता के बूब्स पर लव बिट्स ही लव बिट्स बन रहे थे.

अब धीरे-धीरे नीचे जाते हुए मैं कविता के तइस बेल्ली और साइड लोअर एंड नियर वागिना किस्सेस एंड बिट्स दे रहा थी.

लाइट ों थी बूत कविता की आईज बंद थी और कविता अपने बालो को पकड़ के अपने लिप्स कट कर रही थी.

मैंने देखा की कविता बहुत वेट थी और उसकी छूट बहुत टाइट थी.

मैंने करीब ३० मिनट तक पूरी बॉडी पर लव बिट्स दिए और कविता की छूट लीक करने लगा. मुझे करीब ३ मिनट ही हुए थे की कविता का हाई पॉइंट आ गया और उसकी बॉडी एक-दम अकड़ गयी.

उसने अपनी तइस बंद कर लिए और वही झाड़ गयी. अब कविता रिलैक्स थी और शांत भी. कविता ने अपनी एक और बियर निकली और पीने लगी. हम जो भी कर रहे थे बूत हमारी आईज एक-दम एक दुसरे को देख रही थी.

फिर जैसे ही कविता की बियर ख़तम हुई तो वो मुझ पर टूट गयी. वो मुझे पागलो की तरह किश करने लगी. लेग्स क्रॉस करते हुए वो मेरी गॉड में बैठ गयी और मेरे लिप्स बाईट करने लगी.

वो मुझ पर हैवी हो रही थी क्युकी एक तो नशा और ऊपर से लस्ट. अब मेरा एक हाथ कविता की कमर पर था और एक उसकी छूट पर. और मैं उसकी छूट को रब कर रहा था.

कविता ने मेरी नैक और चेस्ट पर इतने मार्क्स दिए थे की मैं और वाइल्ड हो रहा था. मैंने जैसे ही नीचे से कविता की छूट में फिंगर डाली तो कविता एक-दम से सिहार उठी. वो ाःह करके मेरी गॉड से उठने लगी.

फिर मैंने उसकी कमर को टाइट पकड़ा और उसकी नैक पर किश करने लगा.मेरी और कविता की किस्सेस इतनी इंटेंस थी जिससे हमारी बॉडी पर इतने मार्क्स पद गए थे की कैसे भी कपडे पहन ले छुपा नहीं सकते.

फिर जैसे ही मैंने फिंगर निकली तो कविता ने कान में बोलै-

कविता: अब दाल दे ना बहनचोद.

राहुल: ाचा जी इतनी वील्डनेस.

और मैंने कमर वाला हाथ हटा के उसके बाल पकडे. और नीचे से लुंड उसकी छूट पर सेट कर लिया. फिर मैंने लुंड अंदर पुश किया. छूट काफी टाइट थी उसकी तो हल्का सा ही गया अंदर. कविता इससे चिल्ला उठी.

कविता: ाःह मारेगा क्या राहुल? जलन हो रही है. निकाल लो इसको.

राहुल: नहीं कुछ नहीं होगा. ऐसे ही रहो हिलो मत आराम से करूँगा.

कविता: मममहह.. ूमम..

कविता और मैं अब किश कर रहे थे और खोये हुए थे. तभी मैंने कविता के शोल्डर पकडे और नीचे से और पुश किया. इससे कविता होश खो बैठी. अब मेरे लुंड का ५ इंच उसकी छूट में था और उसकी आँखें फैट रही थी. और वो मेरी कमर पर नेल्स मार रही थी.

उसको दर्द बहुत हो रहा था और मेरी बैक से ब्लड भी निकाल दिया उसने. बूत आईटी वास् वर्थ आईटी.

कविता अब होश खोने लगी और मैं उसको धीरे-धीरे छोड़ रहा था. नीचे से स्लो-स्लो पुशेस उसको होश में रखने के लिए काफी थे. वो अब एक्साइट होने लगी थी जैसे-जैसे उसका दर्द काम हो रहा था.

अब कविता भी मुझे पकडे हुए थी और हम दोनों पसीने से भरे हुए थे. अब मैंने कविता को उठा कर बीएड पर लिटा दिया और उसके ऊपर आ कर उसकी चुदाई शुरू कर दी. मैं चाहता था कविता मेरे लोडे के हर इंच को फील करे जो की अब ६.५ इंच उसको पूरा का पूरा फील हो रहा था.

छूट बहुत टाइट होने की वजह से उसको बहुत दर्द हो रहा था और मेरे धक्को की वजह से भी. अब कविता बहुत ज़्यादा मोअन कर रही थी.कविता: ुउउम्म राहुल आठ अहह.उस साले ने मुझे डिच किया न बहिन का लोढ़ा. अहह फ़क में राहुल हर्डर.

और ये सब बोलते बोलते हुए वो मेरी कमर पर नेल्स मार रही थी. मैं कविता के कान के पास जाके उसको किश और उसके एअरलोबेस पर बाईट करने लगा.कविता इतनी एक्ससिटेड हो गयी की उसने इधर-उधर हाथ मारा और बियर की बोतल गिरा दी. फिर एक-दम से उसका ओर्गास्म हो गया. कविता बिलकुल भरी हुई थी. अब हम दोनों हलके-हलके नशे में थे. शायद इसीलिए मेरा नहीं हो रहा था.

तभी कविता को याद आया की सुबह तो क्लास थी उसकी. और जब हमने एक-दुसरे को देखा तो पाया की कोई चांस नहीं था की हम सुबह जा सके क्लास में.फिर हमने डीडे किया की हम नहीं जायेगे और बाकी बची रात को एन्जॉय करेंगे.दोस्तों आप ज़रूर मुझे मेल करे ताकि मैं आपके लिए आगे की स्टोरी लिख सकू. एंड हां नेक्स्ट डे जब हम दोनों नहीं गए तब प्रिंसिपल का मेरे पास मैसेज आया की “आप आज आये नहीं”. फिर मैंने बोल दिया-

मैं: मम इमरजेंसी हो गयी थी घर पर और मुझे रात को ही जाना पड़ा.

दोस्तों मैंने ये नहीं सोचा बोलते हुए की मम ने मेरा सुबह का स्टेटस देख लिया था. जो की था “किते अवेसमे नाईट”.

फिर मम ने बिना कुछ बोले कॉल कट कर दी. कुछ एक मंथ बाद मैं फिर गया और अभी प्रिंसिपल के साथ बात बन सकती थी. तो देखते है कब तक बनेगी और आपके लिए नई स्टोरी आएगी. मुझे मेल करना न भूले. थैंक्स एंड एन्जॉय डार्लिंग्स.
[email protected]


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