कनाडा में दोबारा ग्रुप सेक्स की मस्ती-1

तभी पतिदेव ने लंड को पूरा बाहर निकाला और फिर अंदर डाला, मुझे इसमें बहुत मजा आ रहा था।

गांड में लंड
6-7 बार इसी तरह से करने करने के बाद उन्होंने अचानक लण्ड को मेरी गांड में फंसा दिया पर डेढ़ माह से मेरी गाण्ड ने लण्ड नहीं लिया था इसलिये गांड थोड़ी सी टाइट हो गई थी तो लंड पूरा अंदर तक नहीं जा पाया था।
पर चूत के रस से गीला होने की वजह से आधा तो अंदर चला ही गया था।

और दूसरे झटके में तो पूरा अंदर तक चला गया, मुझे बहुत ही ज्यादा असहनीय दर्द हो रहा था पर चादर मुँह में थी तो आवाज ज्यादा नहीं निकली।
अब पतिदेव को भी मेरे दर्द का अहसास हो गया तो उन्होंने और भी बेरहमी से मेरी गांड मारनी शुरू कर दी और बहुत ही तेज झटके लगा दिए।

ऐसा नहीं है कि मुझे मजा नहीं आ रहा था, पर दर्द भरा मजा आ रहा था।
दर्द से मेरे आँसू निकल आये थे।

5 मिनट तक उन्होंने मेरी गाण्ड को बेरहमी से चोदा उसके बाद उन्होंने मुझे सीधा किया और मेरे आंसू पौंछकर मुझे किस करने लगे और मुझे गोदी में बैठाकर लंड चूत में फंसा दिया और खड़े होकर धक्के लगाने लगे।

पर मैं दर्द की वजह से उनकी कमर को ठीक तरह से नहीं जकड़ पा रही थी, पर हाँ जितना जकड़ सकती थी जकड़ ली और मजे लेने लगी।
कभी वो मुझे ऊपर नीचे करते तो कभी मुझे स्थिर करके खुद झटके देते मेरे आनन्द की सीमा नहीं रहती।

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कुछ देर ऐसे ही चोदने के बाद मुझे बिस्तर पर सीधा लेटाया और मेरे ऊपर आकर मेरी चूत चोदने लगे।

कुछ देर बाद मेरी चूत ने दूसरी बार पानी छोड़ दिया और अब पतिदेव भी झड़ने वाले थे तो उन्होंने भी गति तेज कर दी और लंड निकाल कर मेरे मुख को चोदने लगे और मुख चोदते हुए मेरे मुँह में ही सारा माल निकाल दिया, मैं वो सारा माल निगल गई।

पर मेरी गांड में अभी भी दर्द हो रहा था, पतिदेव मेरे मम्मों को चूस रहे थे और मैं उनके बालों को सहला रही थी।

इसके बाद उन्होंने मेरी चूत और गाण्ड को एक बार और चोदा।

मैं भी डेढ़ माह बाद चुदकर काफी हल्का महसूस कर रही थी पर 2 बार की चुदाई में ही उन्होंने मेरी गांड को बुरी तरह सुजा दिया था।
रात को हम दोनों नंगे हो सोये, सुबह जब उठी तो मेरी गाण्ड बहुत तेज दर्द कर रही थी।

अचानक ही पतिदेव मेरी चूत को चाटने लगे, मेरी आँख भी ठीक से नहीं खुली थी पर मैं उन्हें रोकना भी नहीं चाहती थी, मेरे दो बार झड़ने तक उन्होंने मेरी चूत को चाटा।
मैं और भी हल्की हो गई थी, मेरा गुस्सा भी शांत हो गया था।

मैं नंगी ही बाथरूम में ब्रश करने गई तो पतिदेव भी मेरे पीछे आ गए और ब्रश करते हुए ही मेरे मम्मों को मसलने लगे।

ब्रश करने के बाद उन्होंने मुझे साथ नहाने के लिए बोला।
तो मैंने हाँ कह दिया!
मना क्यों करूंगी?

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मेरे पति ने मुझे बहुत अच्छे से मेरे नंगे बदन को मल मल कर नहलाया और खुद भी नहाये।
कपड़े पहन कर हम बाहर आये और चाय पी।

उसके बाद उन्होंने फिर मुझे कनाडा जाने के लिए मनाया पर मैंने बेमन से हाँ कह दिया।

ऑफिस जाकर मैंने लुइस से सम्पर्क किया और कुछ दिनों में कनाडा आने को बोल दिया।

कुछ दिनों बाद जब मैं कनाडा पहुंची तो लुइस मेरा एयरपोर्ट पर मेरा इन्तजार कर रहा था।
बाकी कहानी अगले भाग में!

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