कॅब मेट से चूड़ी शादी-शुदा लड़की की स्टोरी

दोस्तों शुरू से शुरू करते है. मेरा नाम प्रियंका है, आगे 24, हाइट 5’1″, फिगर 36-30-38, और वेट 54 क्ग है. मैने 5-6 क्ग वेट पिछले 4-5 महीने में ही गईं किया है.

तो हुआ ये की मैं देखने में गोरी हू, और लंबे बाल है. मेरे स्कूल और कॉलेज टाइम में बहुत लड़के पीछे पड़े थे. पर मैं सिर्फ़ पढ़ाई पे फोकस करती थी, और घर के काम में.

इस साल फेब्रुवरी में मेरी अरविंद से शादी हुई. अरविंद एक सिविल इंजिनियर है, और बंगलोरे में कन्स्ट्रक्षन कंपनी में इंजिनियर है.

शादी के बाद जब मैं बंगलोरे आई तो मुझे बड़ा अछा लगा. यहा का मौसम, साउत इंडियन फुड, साउत इंडियन लोग सब अछा चल रहा था.

हम पब जाते थे. मैने ड्रिंक्स लेना शुरू किया, और ड्रिंक्स के बाद अरविंद के साथ रोज़ का सेक्स सब बढ़िया चल रहा था. पर कभी-कभी अरविंद जल्दी ही तक जाता था, और मेरा मॅन और करने का होता था. बुत इट वाज़ ओक.

इस पब्स और ड्रिंक्स के चक्कर में खर्चे बढ़ गये. तो मैने, सोचा इंग्लीश आती ही है तो क्यूँ ना कॉल सेंटर जाय्न कर लू. जल्दी ही मुझे एक बॅंक के कॉल सेंटर में जॉब मिल गयी.

मुझे जॉब में मज़ा आने लगा. सॅलरी भी ठीक थी, और वीकेंड्स की पार्टी के लिए पैसे आने लगे. फिर मेरी ट्रैनिंग ख़तम हुई, और मुझे नाइट शिफ्ट में शाम को 5:30 से 2:30 शिफ्ट में डाल दिया गया.

शुरू-शुरू में अरविंद को ठीक नही लगा, पर सॅलरी और फाइनान्षियल गईं देख वो भी ठीक होगा. बस में उसके वापस आने से पहले चली जाती थी, और फिर रात को आके उसके बाजू में सो जाती थी. हमारी सेक्स लाइफ भी बस वीकेंड तो वीकेंड हो गयी थी.

ऑफीस से मेरे घर तक का रास्ता शाम को 1 घंटे का था, और रात को 40 मिनिट्स का. धीरे-धीरे मेरी कॅब में सबसे दोस्ती हो गयी. मेरा लास्ट ड्रॉप था तो मैं रात को लौट-ते वक़्त कॅब में सो जाती और फिर सेक्यूरिटी वाले भैया मेरा घर आने पे जगा देते.

एप्रिल मिड में अरविंद को ऑफीस काम से 1 वीक चेन्नई जाना पड़ा. मेरी नयी जॉब में छुट्टी नही मिली. तो मैं बंगलोरे में ही रही. अरविंद को सनडे को आना था. फ्राइडे नाइट शिफ्ट के बाद सब हस्सी मज़ाक करते हुए आए. सारे ड्रॉप्स के बाद बस मैं और सेल्वा ही बचे थे.

सेल्वा 6 फीट लंबा चौड़ा और डार्क था पर दिकने में अछा लगता था. मेरी सेल्वा से जान-पहचान पहले दिन से थी, क्यूंकी हमने साथ जाय्न किया था, बस टीम अलग थी. वो मेरे अपार्टमेंट के ब ब्लॉक में ही रहता है.

उस दिन हम गली के कॉर्नर पे उतार गये, तो सेल्वा ने मुझे पूछा की क्या मैं बियर पीना पसंद करूँगी, तो उसके रूम पे चल सकती थी. पहले मैने माना कर दिया. पर फिर मुझे लगा की एक बियर में क्या बुराई थी, तो मैं उसके साथ चली गयी.

उसने डोर मत के नीचे से के निकाल के डोर खोला, तो हॉल में दो लड़के सो रहे थे. आयेज फिर एक रूम में एक लड़का सो रहा था, और फिर लास्ट मास्टर बेडरूम सेल्वा का था. हम उसमे गये. बॅचलर होने के बाद भी उसका रूम एक-दूं क्लीन था. सब कुछ अरेंज्ड था. मैं चेर पे बैठ गयी, और वो किचन से पानी और बियर ले आया.

फिर हम लोग बात करने लगे. बीच-बीच में उसके रूम्मटेस के ख़र्राटों की आवाज़ आ रही थी. फिर उसने दरवाज़ा बंद कर दिया, और मैं भी पैर पसार के बेड पे बैठ गयी. हमने बात की, टीवी देखा, और दो-टीन बियर भी निपटा दी.

बियर का नशे में मुझे सेल्वा क्यूट लगने लगा. हम नेत्फलिक्ष पे मोविए देख रहे थे, और उसमे सडन्ली एक सेक्स सीन आ गया. सेल्वा जल्दी से रिमोट ढूँढने लगा.

रिमोट मेरे पैर की तरफ था. उसने उठाने के लिए हाथ बढ़ाया और उसका हाथ मेरी थाइस को टच किया. उसका हाथ जैसे ही थाइस पे पड़ा, मैने उसके हाथ पे हाथ रख के रोक दिया.

उसको समझते देर नही लगी और वो मेरे पास आ गया. उसके बाद मैने उसको करीब आने दिया, और वो मुझे लिप्स पे किस करने लगा. मुझे अछा लग रहा था, और मैं उसका साथ देने लगी. मैने टॉप और जीन्स पहने था. उसने मेरे टॉप में हाथ डाला. उसका हाथ इतना बड़ा और मर्दाना था, की मुझे मज़ा आने लगा.

जैसे-जैसे वो मेरे बूब्स को दबा रहा था, मुझे मज़ा आ रहा था. उसने मेरी टॉप और ब्रा उतार दिए, और मेरे बूब्स को चूसने लगा.

मैने सब भूल के अपने आपको उसको सौंप दिया था. मुझे बियर के नशे में या उसकी मस्ती में पता ही नही चला की कब उसने मेरे सारे कपड़े उतार दिए.

वो जो कर रहा था मैं करने दे रही थी. उसने कमरे की लाइट दीं कर दी. फिर उसने अपना लंड मेरे हाथ में पकड़ाया. मैने बोला-

मैं: बहुत बड़ा है तुम्हारा.

उसने बोला: 9 इंचस का है.

उसके बाद पहले उसने मेरी पुसी में उंगली डाल दी. मैं पानी-पानी थी. थोड़ी देर उंगली करते-करते वो मेरे बूब्स को चूसने लगा, और मेरे को ऑर्गॅज़म हो गया. पर वो नही रुका.

उसके बाद उसने मेरे कान में बोला: कॉंडम नही है, डाल डू क्या?

मैं बस ह्म ही कह पाई की उसने 9 इंच का सुपरा मेरी छूट में घुसा दिया. उसने काफ़ी ज़ोर से घुसाया. पहली बार मैं दर्द के मारे चीख रही थी, और आवाज़ ज़्यादा तेज़ ना हो उसने मेरे मूह पे हाथ रख दिया. फिर सेल्वा ने उस 9 इंची से मेरी छूट को रग़ाद डाला. और फिर उसका कम पूरी तरह से मेरी छूट में भर गया.

उसके बाद वो मुझे सीने से लगा के बाजू में लेट गया. हम दोनो सो गये. 6 बजे मेरी आँख खुली तो मैं बेड पे पूरी नंगी पड़ी थी, और सेल्वा मेरे नीचे बालों में हाथ फेर रहा था. मुझे गिल्टी फील हो रहा था, पर अछा भी लग रहा था की मैने कभी इतना अछा सेक्स नही किया. सेल्वा का लंड फिरसे खड़ा था.

मैने उसको बोला: ई वॉंट तो गो होमे.

वो बोला: ओक, पर ये खड़ा है इसको बिता दो.

मैं समझ गयी की हे वांटेड आ ब्लो जॉब. मैने 9 इंची को चूसना शुरू कर दिया. करीब 10 मिनिट की लंड चुसाई के बाद उसका कम मेरे मूह पे निकला जिसको मैं पी गयी.

उसके बाद हमने लवर्स की तरह किस किया. उसने मेरी ब्रा का हुक लगा दिया. मैने सारे कपड़े पहने, और बाल बना लिए.

जब हम रूम से बहार निकले तो मैने देखा की हॉल में 2 लड़के सिर्फ़ अंडरवेर में सो रहे थे. और दूसरे बेडरूम का दरवाज़ा बंद था. घर के बहार एक और गर्ल्स सॅंडल रखे थे, मतलब दूसरे बेडरूम में भी एक लड़की रही होगी. उसके बाद मैं अपने फ्लॅट पे आ गयी.

आपको कहानी कैसी लगी बताईएएगा ज़रूर.

यह कहानी भी पड़े  मा और अंकल की चुदाई की मस्त कहानी


error: Content is protected !!