मा और अंकल की चुदाई की मस्त कहानी

लास्ट स्टोरी में आपने देखा की संजय अंकल मम्मी की छूट के पास आ कर भी कुछ नही कर पाए, और हमारा स्टेशन आ गया. अब आयेज देखते है क्या होगा.

अब हम शादी वाले घर पहुँच गये था. तब मैने मम्मी से बोला-

मैं: मम्मी आपको मैने बोला था आप जब भी चूड़ोगी हम उसके पैसे लेंगे. आपकी छूट ऐसे ही फ्री में नही बाँट-ते रहेंगे.

मम्मी: वो मुझे कहा छोड़ पाया बेटा. वो मेरी छूट चाटने वाला ही था, तभी टीटी ने आके सारा खेल बिगाड़ दिया.

मैं: अछा आप उससे नही चूड़ी?

मम्मी: अर्रे हा बेटा, लेकिन बेटा मुझे पैसा लेके नही चूड़ना, बस मज़े के लिया चूड़ना है.

मैं: लेकिन फिर आपकी इतनी अची छूट का हम फ़ायदा कैसे उठाएँगे?

मम्मी: जब टाइम आएगा हम पैसा भी ले लिया करेंगे.

मैं: अछा ठीक है.

मैं समझ गया था की मम्मी अब रंडी बन चुकी थी, और अब कभी भी किसी का लंड ले सकती थी.

फिर हम बातें करते-करते घर के अंदर चले गये. हमे रात को फंक्षन अटेंड करके सुबा निकलना था.

तभी मम्मी मुझे बोली: चल बेटा मार्केट से मेरे लिया कपड़े ले आते है. मेरे पास आचे कपड़े नही है शाम को पहनने के लिए.

फिर हम मार्केट चले गये. मैने मम्मी को कहा-

मैं: आप अपने लिए ब्रा पनटी का सबसे सेक्सी वाला स्टॉक ले लो, और एक शॉर्ट्स और एक स्कर्ट और स्माल टॉप, और एक जिम वाली पॅंट्स ले लो, जो बिल्कुल चिपकी हुई रहती है.

मम्मी: क्या खुराफात चल रही है तेरे दिमाग़ में, जो इतने सेक्सी चीज़े ले रहा है?

मैं: आप बस ले लो, और जब बोलू तब पहन लेना.

फिर मम्मी ने अपने लिए ब्लू कलर की एक सारी ली, और जो कपड़े मैने बोले थे, वो भी ले लिया. अब शाम हो गयी थी, और हम तैयार होके फंक्षन में चले गये. मम्मी ने वही ब्लू कलर के सारी पहनी थी.

हमारे वाहा कोई पहचान का नही था क्यूंकी वो पापा के दोस्त के भाई की शादी थी. तो हमने सोचा खाना खा कर सोने चले जाएँगे, और सुबा घर निकल जाएँगे.

जब हम खाना खा रहे थे, तभी वाहा पापा के फ्रेंड विक्रांत अंकल आ गये, और मम्मी से बात करने लगे. विक्रांत अंकल की बॉडी नॉर्मल सी थी, जैसे दूसरे मर्दों की होती है.

विक्रांत: अर्रे मधु भाभी, जीतू नही आया (जीतू मेरा पापा का नाम था)?

मम्मी: वो तोड़ा काम में बिज़ी थे, इसलिए नही आए

विक्रांत: अर्रे भाभी, आप तो ब्लू सारी में भूत ब्यूटिफुल लग रही हो.

मम्मी (शरमाते हुए): अर्रे विक्रांत भाई साहब, आप भी ना.

विक्रांत अंकल मम्मी के उपर और चान्स मारते, उसके पहले उनकी बीवी उन्हे ले गयी. उसके बाद हम खाना खाने लगे. तभी मैने मम्मी से एक क्वेस्चन पूछा-

मैं: मम्मी आपको बुद्धों से चुड कर मज़ा आता है, या जवानो से चुड कर?

मम्मी: मैं दो जवानो से चूड़ी हू, एक तू और एक तेरा पापा. तुम दोनो 10 मिनिट भी टिक नही पाते. लेकिन जो बुद्धों ने मेरी जवान छूट के मज़े ले लेकर छोड़ा है, वो मज़ा मुझे कही नही मिल सकता.

मम्मी: मुझे गंदे बुद्धों से चूड़ने में ज़्यादा मज़ा आता है. जो आदमी जितना गंदा और बदसूरत होगा, मुझे उससे चूड़ने में उतना मज़ा आएगा.

मम्मी की ऐसी बातें सुन के मेरा लंड फंफना उठा. लेकिन तभी वाहा पे संजय अंकल आ गये, जो हमे ट्रेन में मिले थे.

संजय: अर्रे बेटा, तुम यहा.

मम्मी: अर्रे अंकल जी, आप भी यहा किसके साथ आए हो?

संजय: मेरा घर विक्रांत के पड़ोस में ही है.

मम्मी: अछा, आप दोनो पड़ोसी हो. और विक्रांत मेरे हज़्बेंड के फ्रेंड है. मेरे हज़्बेंड वो आ नही पाए, तो मैं और मेरा बेटा आ गये साथ में.

संजय: बेटा तुमसे ट्रेन में सही से मुलाकात नही हो पाई थी. तो तुम एक काम करो, मेरे घर चलो. और तुम कभी यहा आओ तो मेरे घर भी आ जया करना.

उन दोनो को देख के मेरे दिमाग़ में एक आइडिया आया. की क्यूँ ना मम्मी की पॉर्न वीडियो बनाई जाए, और उसको पॉर्न वेबसाइट्स पे डाल के पैसा कमाए जाए.

मैं: मम्मी चलो संजय अंकल का घर भी देख के आते है कैसा है.

मम्मी समझ गयी थी की अब क्या होने वाला था. तो मम्मी ने भी चलने के लिए हा बोल दी.

अब हम तीनो संजय अंकल के घर आ गये थे. संजय अंकल के घर मैं कोई नही था. सब शादी में गये हुए थे. फिर मैने मम्मी को बोला-

मैं: मम्मी आप संजय अंकल के साथ घर देखो. तब तक मैं वॉशरूम से आया.

मम्मी: ठीक है.

अब मैने थोड़ी डोर जाके च्छूप के मोबाइल का कॅमरा ओं कर लिया. संजय अंकल ने मम्मी की गांद पे हाथ रख के बोला-

संजय: बेटा ट्रेन में तो तुम बच गयी थी. अब यहा कैसे बचोगी?

मम्मी (मुस्कुराते हुए): अछा तो आप कर क्या लोगे?

फिर अंकल ने मम्मी के लिप्स पे किस करके बोला: चलो उपर चलो, बताता हू मैं क्या कर लूँगा.

फिर वो दोनो उपर जाने लगे. अंकल का हाथ मम्मी की गांद पे ही था. फिर मैं भी धीरे-धीरे उनके पीछे जेया रहा था.

अंकल मम्मी को आपने बेडरूम में ले गये, और अंदर आते ही मम्मी को अपने से चिपका के किस करने लगे. मम्मी भी अंकल का पूरा साथ दे रही थी. अब वो एक-दूसरे के जीभ से खेल रहे थे.

फिर मम्मी ने अंकल से पीछा हॅट के अपने सारी पेततक्ोआट उतार दिया, और ब्रा पनटी भी उतार के अपने आप को पूरा न्यूड कर लिया.

अब अंकल ने मम्मी की छूट को मसालते हुए मम्मी को बेड पर लिटा दिया. फिर अंकल मम्मी के पैर की उंगली मूह में लेके चूसने लगे. थोड़ी देर बाद अंकल बोले-

संजय: साली रंडी, तेरी इतनी मस्त छूट की खुसभू सूंघ के इसको बिना चखे चला गया. पर मेरी किस्मत थी की तेरी छूट मेरे पास खुद आ गयी.

मम्मी: मैं भी आपसे चूड़ना चाहती थी. इसलिए मैं वॉशरूम की साइड गयी थी. लेकिन वो छूतिए टीटी ने सारा खेल बिगाड़ दिया, और मैं गरम की गरम रह गयी.

संजय: कोई बात नही डार्लिंग. लेकिन अब तो सिर्फ़ तू है, और मैं हू.

फिर आखिकार संजय अंकल ने अपनी जीभ मम्मी की छूट से टच की, और छूट चाटना चालू कर दिया. संजय अंकल मम्मी के ग-स्पॉट को चाट रहे थे. मम्मी क्ज जांघें इससे काँप उठी, और मम्मी को बहुत मज़ा आने लगा.

मम्मी: अंकल जी, इतना अछा चाटना कहा से सीखा है आपने? प्लीज़ अब मत रुकना, भगवान के लिए चाट-ते रहो प्लीज़.

अंकल ने 15 मिनिट तक मम्मी की छूट चाटने के बाद जासे ही मम्मी की छूट से मूह हटाया, तो अंकल के होंठो से मम्मी की छूट का चिपचिपा माल तपाक रहा था.

संजय: तेरे जैसी छूट का स्वाद तो कही नही मिलेगा मधु बेटा.

अंकल ने फिर अपने सारे कपड़े उतार दिए, और फिर अपनी दो उंगलियाँ मम्मी की छूट में डाल के मम्मी के बूब्स चूसने लगे.

मम्मी: अंकल जी आप तो बिल्कुल बच्चो के जैसे बूब्स चूस्टे हो.

संजय: मेरी जान, तेरे बूब्स है ही इतने स्वादिष्ट की इनको बच्चो जैसे चूसने में ही मज़ा आ रहा है.

फिर अंकल मम्मी का हाथ उपर करके उनके बगले चाटने लगा.

मम्मी: छातो अंकल जी, यहा भी छातो. मज़ा आ रहा है.

संजय: लो बेबी डॉल, तुम्हारी छूट तैयार हो गयी है मेरा लोड्‍ा लेने के लिए.

फिर संजय अंकल ने मम्मी की गीली छूट पे अपना लोड्‍ा सीधा रख के एक बार में अंदर डाल दिया.

मम्मी: आअहह ऊहह फक!

अंकल ने मम्मी के उपर लेट के मिशनरी पोज़िशन में छोड़ना चालू कर दिया. वो मम्मी की गुलाबी छूट में अपना काला लंड बहुत तेज़ से अंदर-बाहर कर रहा था. फिर 15 मिनिट बाद अंकल ने मम्मी को अपने हाथ में उठा कर खड़े-खड़े छोड़ना चालू कर दिया.

मम्मी: अंकल जी इतनी उमर होने के बाद भी आपके हाथो में बहुत ताक़त है.

संजय: अर्रे मेरी जान, तू तो फूल जैसी हल्की है.

अंकल 10 मिनिट बाद मम्मी के अंदर ही झाड़ गये. फिर अंकल ने मम्मी को बेड पे रख दिया, और उनके पास लेट गये.

संजय: क्या मज़ा आया बेटा तेरे को चुड के? मॅन कर रहा है तेरे को अपने घर की रानी बना डू, और पूरा दिन रात छोड़ता राहु.

तभी अंकल का फोन आ गया. शायद उनकी बीवी थी, और वो घर आ रही थी. तभी अंकल ने मम्मी को सारी पहनने को बोला. मम्मी ने जल्दी से सारी पहन ली और शायद वो अपना नंबर भी एक्सचेंज कर रही थी.

इधर मेरी वीडियो भी पूरी तैयार हो गयी थी. मैं शादी वाले घर आके लेट गया.

अब आयेज की स्टोरी में पढ़िए कैसे मम्मी पोर्नस्तर बन गयी.

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