बीबी की कुँवारी सहेली की चुत मे लंड

मेरे घर के बगल मे एक लड़की रहती है जिसका नाम डॉली है और वो मेरी बीवी की अच्छी सहेली है…..

डॉली एक हसीन और कुवारी लड़की है, उसका रंग गोरा, लंबे-लंबे बाल और सुंदर शरीर है. मैं जब भी पारुल को देखता हूँ, मेरा लॅंड खड़ा हो जाता है और मैं कितने ही बार उसके नाम पर मुठ मारी है.

एक दिन मेरी बीवी ने मुझको कहा की, “डॉली का कंप्यूटर खराब हो गया है तुम कुछ कर सकते हो?”
मैं भी ऐसे ही मौके की तलाश मे था और मैने फ़ौरन बीवी से कहा “डॉली से कहो की अपना कंप्यूटर हमारे घर पर ले आए, मैं कंप्यूटर ठीक कर दूँगा.”

शाम को डॉली अपना कंप्यूटर मेरे घर पर ले आई. मैने उसको चेक कर के देखा और कहा की कंप्यूटर को फॉर्मॅट करना पड़ेगा..

मैने फिर उससे पूछा की कोई इंपॉर्टेंट फाइल तो नही है जिसका बैकअप लेना है
डॉली-कुछ वर्ड फाइल ‘माई डॉक्युमेंट’ फोल्डर मे है. हो सके तो उनका बैकअप ले लीजिएगा…
सबसे पहले मैने उसके कंप्यूटर का सारा डेटा अपने कंप्यूटर मे ट्रांसफर कर लिया….

मुझको उसकी कंप्यूटर मे हिडन फाइल्स मे से कुछ नंगी तस्वीरें मिली और साथ मे करीब 40-50 हिन्दी सेक्सी मूवीज़ . मैने उन फाइल्स को भी अपने कंप्यूटर मे कॉपी कर लिया और फिर उसके कंप्यूटर को फॉर्मॅट कर दिया. उसके

बाद मैने उसकी सब फाइल अपने कंप्यूटर से उसके कंप्यूटर पर कॉपी कर दिया और साथ मे अपनी कंप्यूटर से मेरे कुछ पोर्नॉग्रॅफिक फाइल और मूवीज की फाइल भी कॉपी कर दिया. यह सब काम मे मुझको करीब 2 घंटे लग गये और इस दौरान सोनिया मेरी बीवी से बातें कर रही थी.

मैने सब काम ख़त्मो करने के बाद डॉली को बुलाया और अपने कंप्यूटर को चेक करने के लिए कहा. वो मेरे कामरे मे मेरी बीवी के साथ आई और बोली की अगर आपने चेक़ कर लिया तो ठीक ही होगा.

तो मैने कहा हाँ मेरे ख्याल से आपका कंप्यूटर अब बिल्कुल ठीक है और फिर आपको दिक्कत नही देगा. फिर मैने अपनी बीवी को कंप्यूटर साफ करने के लिए उसकी हेर ड्राइयर लाने को बोला. जैसे ही मेरी बीवी कामरे के बाहर गयी, में पारुल से बोला की आपके वर्ड फाइल सब उसी फोल्डर मे है और आपके कंप्यूटर मे कुछ तस्वीरें भी थी और मैने उनको भी आपके कंप्यूटर मे फिर से कॉपी कर दिया है….

फिर मैने उसके कंप्यूटर पर वो तस्वीर की फाइल खोल दी. वो उन तस्वीरों को देख कर बहुत हैरान हो गयी और तब मैने उससे कहा की आपका कलेक्सन बहुत ही अच्छा है, खास कर मूवीज़ की कलेक्सन.
मैने आपके कंप्यूटर से आपका कलेक्सन अपने कंप्यूटर पर कॉपी कर लिया है. आशा है की आप को बुरा नही लगेगा . मेरे इन सब बातों को सुन कर वो बहुत ही शर्मा गयी और मेरे से नज़ारे चुराने लगी और अपनी नज़र को झुकते हुए बोली, “प्लीज़ यह बात आप किसी से भी नही कहेंगें.” उसकी ज़ुबान कुछ लरखड़ा रही थी…

मैने उससे कहा, “आप बिल्कुल मत घबराईए. मेरे पास ऐसे बहुत सी तस्वीरें और मूवीज़ है और उनमे से मैने कुछ आपकी कंप्यूटर मे कॉपी कर दी है.”
फिर मैने उसको अपने कंप्यूटर स्क्रीन पर देखने को कहा.

तब डॉली बोली, “प्लीज़ वो (मेरी बीवी) आ रही है, कंप्यूटर को बंद कर दो.”

फिर मैने कंप्यूटर की धूल हेयर ड्रायर से साफ कर दी और वो अपने कंप्यूटर को ले कर चली गयी. लेकिन उसके जाने से पहले मैने उसको धीरे से कह दिया की. “क्या हमलोग अपने कलेक्सन का एक्सचेंज कर सकते हैं? मुझको मूवीज़ चाहिए और मैं आपको तस्वीरें दूँगा.”
वो कुछ बोली नही और चली गयी…..

उसके बाद हुमारे घर पर करीब एक हफ्ते तक नही आई. करीब एक हफ्ते के बाद वो हमारे घर पर आई.

मैने दरवाजा खोला, लेकिन वो मुझसे बिना नज़ारे मिलाए अंदर चली गयी और मेरी बीवी के पास बैठ कर उससे बातें करने लगी.
कुछ देर के बाद मेरी बीवी मेरे कामरे मे आई और बोली, “डॉली कह रही है की उसको वी जी ए ड्राइवर की फाइल चाहिए और उसने अपनी एक सीडी दी है..
मैं फ़ौरन बात समझ गया और बोला, “उसको रुकने के लिए बोलो और अभी फाइल कॉपी कर देता हूँ.”

जैसे ही मेरी बीवी बाहर गयी, मैने सीडी को अपने कंप्यूटर से खोला और पाया की उसमे कुछ हिन्दी सेक्सी मूवीज़ है.

मैने उन मूवीज़ को अपने कंप्यूटर पर कॉपी कर लिया और मेरे कंप्यूटर पर से कुछ तस्वीरों की फाइल डॉली की सीडी पर भी कॉपी कर दी.
उसके बाद मैने एक टेक्स्ट फाइल उसके सीडी मे बना कर लिखा, “धन्यवाद, मैने आपकी मूवीज़ देखीं वो बहुत ही अच्छी और सेक्सी थे. आपको तस्वीरें कैसी लगी?”
फिर मैं उसके पास गया और उसको सीडी दे दी.
इसके बाद बहुत दिनों तक वो हमारे घर पर नही आई.

मेरी बीवी ने मुझसे बोला की डॉली को फ़्लू हो गया है.

फिर एक दिन सुबह हमारे ससुराल मे किसी की डेथ हो गयी. मेरे ऑफीस मे काम के वजह से मुझको छुट्टी नही मिल सकती थी हम लोगो ने यह तय किया की मेरी बीवी अपने बच्चों के साथ अपने मैके चली जाएगी.

मैं उसी सुबह बीवी और बच्चों को स्टेसन छोड़ने चला गया और उनके जाने के बाद मैं घर वापिस आ गया.

हम लोगों को सुबह सुबह जाते समय डॉली ने देख लिया था और जैसे ही मैं घर वापस आया वो हमारे घर पर पूछताछ करने आ गयी….

मैने दरवाजा खोला और मुझको देखते ही वो शर्मा गयी . मैने उसको हेल्लो बोल कर अंदर आने के लिए बोला.

अपने खाली घर मे डॉली को अकेली देख कर मेरा लंड धीरे धीरे खड़ा होना शुरू हो गया.

डॉली ने मेरी बीवी के बारे मे पूछा तो मैने उसको सारी बात बता दी. मेरी बात सुन कर और यह जान कर की मेरी बीवी घर पर नही है, वो घबरा गयी और मुझसे बोली, “मैं फिर आउन्गी.”

फिर वो मुझको एक सीडी देकर बाहर जाने लगी.

मैने कहा “सुनिए,इस सीडी से आपकी फाइल मैं अभी कॉपी कर लेता हूँ और आपको भी अपने कंप्यूटर से कुछ फाइल कॉपी कर देता हूँ,”
वो बोली “मैं बाद मे ले लूँगी”|

मैं यह मौका चूकना नही चाहता था और मैने उससे पूछा, “आप मुझसे डरती हैं क्या?”
डॉली- “ना ना नही, असल मे मुझे घर मे कुछ काम करना है,”
मैने कहा “अब तक सुबह के नौ बज चुके थे मुझे मालूम है की घर पर कोई काम नही है और आप मुझसे डर रही हैं,” लेकिन उसने कोई उत्तर नही दिया और अपना चहेरा दूसरी तरफ घुमा कर मुझसे नज़ारे चुराने लगी.
मैं फिर बोला “आपके आने के पहले मैं चाय बना रहा था. चलिए हमलोग साथ बैठ कर पीते हैं”
उसके कुछ कहने के पहले मैने घर का दरवाजा बंद कर दिया और उससे बोला, “आइए बैठिए में चाय लाता हूँ और फिर हम मिल कर चाय पीते हैं.”

अबतक मैं यह समझ गया था की उसको मेरे साथ रहना पसंद है. मैं डॉली को हमारे कामरे मे लाया और अपने कंप्यूटर को चालू कर दिया. मैने उसकी सीडी को अपने कंप्यूटर मे चलाया और उसमे से मूवीज़ कॉपी करने लगा.

मैने उसको एक कुर्सी दी और बैठने के लिया कहा. वो कुर्सी पर बैठ गयी. मैने अपने कंप्यूटर पर अपनी मूवीज़ कलेक्सन निकाला और उससे बोला, “मैं चाय लाने जा रहा हूँ, तब तक आप अपनी पसंद की फाइल्स कॉपी कर लीजिए.”.

मैं कामरे से निकल कर किचन मे गया और 2 कप चाय बनाने लगा. जब मैं चाय बना कर वापस आया तो वो मेरे कंप्यूटर मे चुदाइ की फिल्म देख रही थी. उसने जैसे ही मुझको देखा उसने जल्दी से फिल्म बंद करने लगी पर बंद ना हुई.

वो घबरा गयी और शरम के मारे फ़ौरन अपने हाथ से अपना चहेरा ढक लिया और चेहरे को दोनो घुटनो के बीच छुपा लिया|

मैने आगे बढ़कर कर चाय मेज पर रख दी और उसके कंधो को पकड़कर उसको कुर्सी से उठाया. वो ज़ोर लगा कर मेरे हाथ हटाना चाहती थी, लेकिन मैने भी ज़ोर लगा कर उसको कुर्सी से उठा लिया.

वो मेरे सामने अपने हाथों से चहेरा छुपा खड़ी हो गयी. मैं उसको खींच कर अपने पास ले आया और उसको अपने बाहों मे भर लिया. .
उसका शरीर कांप रहा था और उसकी साँसे उखड़ रही थी. माने उसकी गर्दन और कान के पीछे किस किया और उसके कान मे धीरे से बोला, “पारुल तुम बहुत ही सुंदर हो. इसके साथ मैने उसके कान को अपनी जीभ से चाटना शुरू कर दिया और वो मेरे बाहों मे खड़ी खड़ी कांप रही थी.
मैने उसके चहेरे से उसके हाथों को हटाया. वो बहुत शर्मा रही थी, उसकी आँख बंद थी और उसके होंठ आधे खुले थे. मैने अपने होंठ उसके होंठों पर रख दिए और उसके मुह मे अपनी जीभ डाल दी और उसको फिर से अपने बाहों मे भर कर खींच लिया.
उसने मुझे जकड लिया और अपनी जीभ मेरे मुह मे डाल दी. मैने अपना दाहिना हाथ उसके चूतरों पर ले गया और उसको और पास खीच लिया.
मेरा लंड अब तक पूरी तरह से तन गया था और उसकी जांघों के अंदर घुसना चाह रहा था. उसने मेरे जीव को अपने दातों से हल्का सा काट लिया और अपने होंठ मेरे होंटो से हटा कर मेरे गर्दन पर काट लिया और काँपती हुए आवाज़ मे बोली, “अगर तुम्हारी बीवी को यह बात पता चल गई तो?” मैं उसके गालो को चूमते हुए बोला, “हमलोग यह बात किसी से भी नही कहेंगे”

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मैने अपना हाथ उसकी चूंची पर रख के उसकी चूंची को मसलना शुरू कर दिया.. उसकी चूंची बहुत सख़्त थी और उसकी निप्पल एकदम खड़ी खड़ी थी. और मैने उसकी चूंची को कस कर दबाते हुए उसके होठों को पागलों की तरह चूसने लगा. उसने मेरे मुह मे अपनी जीभ डाल दी मैने उसकी जीभ को थोड़ी देर के लिए चूसा और फिर बोला, “ मेरा लंड को अपने हाथों मे पकड़ कर देखो की वो कैसे तुम्हारी चूत मे घुसने के लिए पागल हो रहा है” और इतना कहने के बाद मैने अपना पैंट उतार दी.
पहले तो डॉली कुछ सकपका गई लेकिन थोड़ी देर के बाद उसने मेरे लंड को अपने हाथों से पकड़ लिया. उसने जैसे ही मेरा लंड अपने हाथों मे पकड़ा, उसकी कपकपी छूट गयी और मुझको अपने दूसरे हाथ से बाँधते हुए बोली, “यह तो बहुत ही लांबा और मोटा लंड है. .”
वो मेरा लंड अपने एक हाथ से पकड़कर हिलने लगी और फिर धीरे से बोली, “मेरी चूत भी इस लंड के लिए बेकरार है. अब जल्दी से मुझको चोदो.”
फिर उसने मेरे लंड पर से अपना हाथ हटा कर मेरा शर्ट उतारना शुरू कर दिया. .
तब मैने उसके ब्लाउस और ब्रा उतार दिया और उसकी चूंची को नंगी कर दिया. फिर मैने उसकी साड़ी और पेटिकोट और पेंटी भी उतार दी.
अब वो मेरे सामने नंगी खड़ी थी. उसने मेरे लंड को फिर से अपने हाथों से पकड़ लिया और मेरे लंड अपनी चूत की तरफ खीचने लगी.
मैं भी अब उसकी चूत को अपने हाथों से मसलने लगा. उसकी चूत मे से लिस लिसा सा पानी निकल रहा था. मैने उसकी चूत मे अपनी उंगली डाल दी और अंदर बाहर करने लगा.
मेरे उंगली की चुदाई से वो बहुत ही गरमा गयी और कहने लगी, “हाय, मेरे राजा, मेरे चूत को तुम्हारे लंड की ज़रूरत है. तुम अपनी उंगली मेरे चूत से हटा कर उसमे अपना लंड घुसा दो. मेरी चूत को अपने लंड से भर दो. मैं चुदाई के लिए मरी जा रही हूँ. जल्दी से मुझको बेड पर डालो, मेरे पैरों को अपने कंधों पर रख कर मेरी चूत की चुदाई कर दो. जलदे से मुझको अपना लंड मेरी चूत को खिलाओ और रगर कर चोदो मुझे.”

मैने उसके चूतर पर हाथ रख कर उसको अपनी बाहों मे उठा लिया और उसको बेड पर पटक दिया. उसके बाद मैने उसकी एक चूंची को अपने मूह मे भर कर चूसना शुरू किया और दूसरी चूंची को अपने हाथों से मसलने लगा. डॉली तब मेरे चहेरे को अपने हाथों से अपनी चूंची पर दबाने लगी.
मैं करीब 10 मिनट तक उसकी चूंची चुसता रहा और इस दौरान डॉली मेरे से उसकी चूत मे लंड डालने को कहती रही. मैं उसकी चूत को किस करने लगा.
फिर थोड़ी देर के बाद वो मुझसे बोली, मुझको भी तुम्हारा लंड चूसना है.” और मेरे लंड को अपने रसीली होठों मे भर कर चूसने लगी.
मैने अपनी कामर को हिला कर अपना पूरा का पूरा लंड उसके मूह मे घुसेड दिया. इस समय वो एक खेली खाई रंडी की तरह से मेरा लंड चूस रही थी . मुझे लगा की मेरा पानी छूटने वाला है और मैने डॉली से कहा की मेरा लंड अपने मुँह से निकाल दो. लेकिन उसने मेरे चूतड़ को जोरदार तरीके से पकड़ लिया और मेरा लंड अपने दातों से हल्के हल्के काटने लगी. इस से मेरी गर्मी और बढ़ गयी और मेरे लंड ने उसके मुँह को अपने पानी से भर दिया. उसने मेरे लंड अपने मुँह से बिना निकले ही मेरे लंड का सारा पानी पी लिया और मेरे लंड को अपने जीभ से चाट कर साफ कर दिया.

उसकी इस जबरजस्त चूसाई से मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया. तब उसने मुझको उठने के लिए कहा और मै उठ कर उसके पैरों के बीच बैठ गया.
वो भी उठ गयी और मेरा लंड पकड़ कर बोली, “अब मैं और नही रुक सकती. जल्दी से अपना लंड मेरी चूत मे डाल दो और मेरी चूत को अपने लंड के धक्को से फाड़ दो.”
मैं उसकी टाँगों को उठा कर अपने कंधों पर रख लिया और उसकी चूत के दरवाजे पर पाना लंड टीका दिया. उसकी चूत इस वक़्त बहुत ही गीली और गरम थी.
उसकी चूत के दरवाजे पर लंड रख कर मैं उसके उपर लेट गया और उसकी चूंची को पकड़ कर उसके मुँह मे अपनी जीभ डाल दी.
डॉली ने मुझको अपने हाथ और पैर से कस कर पकड़ कर अपने चूतरो को उठाने लगी |
उसकी चूत मे अपना लंड एक ही झटके से डाल दिया. उसने मेरे गले को काट लिया और चिल्ला कर बोली, “ओईईए हाईईईई तुम ने मेरी चूत फाड़ दी हे,”
उसकी चूत बिल्कुल टाइट थी. उसने अपनी टाँग मेरे कामर पर रख दी. मैं उसकी चूंची को सहलाने लगा और कभी कभी उसकी निपल अपने मुँह मे भर कर चूसने लगा.
डॉली चुप चाप पड़ी रही और थोड़ी देर के बाद अपने सेक्शी आवाज़ मे बोली, “ऊओई , उफ्फ कितना मॉटा लंड है, ऐसे लगता है के गधे का लंड हो.”
मैं बोला, “गधे का लंड इतना छोटा नहीं होता, तुम्हारी चूत ज़्यादा टाइट है इस लिए तुम्हे मेरा लंड मोटा लग रहा है” और मैं अपना लंड उसकी चूत के अंदर बाहर करने लगा.
डॉली मेरी चुदाई शुरू करते ही बोली, “ओह जानू अभी नहीं हिलो मुझे दर्द हो रहा है, पहले मेरी चूत को आपके लंड से दोस्ती कर लेने दो, ज़रा दर्द थोर्रा हो तो फिर इस को चोदना”.

“ मैने डॉली की बात सुनते हुए उसकी चूत मे अपना लंड दना दन पेलता रहा और अपने दोनो हाथों से उसकी चूंची मसलता रहा.
मैं इस समय डॉली की चूत एक पागल कुत्ते की तरह चोद रहा था.
शुरू के दस मिनट तक सोनिया ने मुझे चोद्ने मे साथ दिया और बाद मे मेरे कंधों पर पैर रख कर आँख बंद करके चुप चाप पड़ी रही.
थोरी देर के बाद मैं जब झड़ने को हुआ तो मैने अपनी कामर चलाना बंद करके उसको कहा की मैं अब अपना लंड निकल कर तुम्हारे पेट के उपर झड़ने वाला हूँ.
डॉली मेरी बात सुनते ही मुझको और ज़ोर से अपने हाथों से बाँध लिया और बोली, “खबरदार, अपना लंड मत निकलना. तुम मेरे चूत के अंदर ही अपना पानी छोड़ो. मैं टॅबलेट ले लूँगी .
तुम अपने पानी से मेरी चूत को भर दो.
मैने उसकी इन बातों को सुन कर अपने चोद्ने की स्पीड फिर से तेज कर दी और उसकी चूत मे अपना लंड जल्दी जल्दी से अंदर बाहर करने लगा.
थोरी देर के बाद मेरा लंड ने डॉली की चूत के अंदर पिचकारी छोड दी और उसकी चूत मेरे पानी से भरने लगी.
डॉली भी मेरे झड़ने के साथ साथ झड़ गयी.

वो अपनी चूत से मेरा लंड दबा दबा कर कर उसका पानी निकालने लगी. थोड़ी देर के बाद अपना लंड उसकी की चूत से बिना निकले उसके उपर लेटा रहा और डॉली को फिर से चूमने लगा और हाथों से उसकी चूंची को दबाने लगा. मैं कुछ देर के बाद उसकी की एक चूंची अपने मुँह मे भर कर चूसने लगा.

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करीब दस मिनट के बाद सोनिया फिर से मुझको अपने हाथों से बाँध कर मुझको चूमने लगी और थोड़ी थोड़ी देर के बाद मेरे कान पर अपने दाँत से हल्के हल्के से काटने लगी.

मुझे तुम्हारा चुदाई का औजार और तुम्हारा चुदाई का तरीका बहुत पसंद आया . इसके साथ मेरा लंड फिर से खड़ा होने लगा और वो सोनिया की चूत के लिए उछलने लगा. तब सोनिया मेरे सीने मे अपना मुँह छुपाते हुए बोली, “आज तुम मेरी गाड़ मारो. मैं तुम्हारा लंबा और मोटा लंड अपनी गाड़ को खिलाना चाहती हूँ.

मुझे तुम्हारा लोड्‍ा अपनी कुँवारी गाड़ के अंदर लेना है.” मैं उसकी बात सुन कर बहुत उत्तेजित हो गया . मैं उसके होठों को चूमते हुए उससे बोला, “हाँ, मुझे भी औरतों के गाड़ मे लंड पेलने मे मज़ा आता है.

मुझे तुम्हारी मोटी मोटी गाड़ के अंदर लंड डाल कर चोद्ने मे बहुत मज़ा आएगा.

वो बोली, “मेरी बहुत से सहेलियो को भी गाड़ मरवाने का शौक है लेकिन उनके पति भी उनकी गाड़ नही मारते.”

सोनिया ने मेरे लंड को देखते ही उसको अपने मुँह मे भर लिया और उसको चूसने लगी. जब तक सोनिया मेरा लंड चूस रही थी मैं अपनी एक उंगली से सोनिया की गाड़ खोद रहा था.

थोड़ी देर लंड चूसने के बाद डॉली डॉगी स्टाइल मे पलंग पर उल्टी लेट गयी और अपने हाथों से अपने चूतर के फांके को खींच कर अपनी गाड़ मेरे सामने खोल दी.

फिर वो मुझे अपने लंड को उसके मुँह के सामने लाने के लिए बोली. मैने जैसे ही अपना लंड डॉली के मुँह के सामने किया तो डॉली ने उस पर अपने मुँह से ढेर सारा थूक निकल मेरे लोड्‍े पर अच्छी तरह से थूक लगाया.
तब डॉली मुझसे बोली, “आओ मेरे चूत के राजा, अब तक तुमने हमारी चूत का आनंद लिया अब तुम मेरी गाड़ मार कर मुझे गाड़ से लंड खाने का मज़ा दो..
अगर तुमने मेरी गाड़ चोद कर मुझे खुश कर दिया तो मैं अपनी और सहेलियो की चूत और गाड़ तुमको दिलवा दूँगी.
डॉली की इन सब बातों से मैं बहुत उत्तेजित हो गया और उसके पीछे अपना खड़ा लंड ले कर बैठ गया.

डॉली ने अपना चहेरा छुपा लिया और अपने हाथों से अपने चूतर खोल कर मेरे सामने अपने गाड़ की छेड़ पूरे तरह से खोल दिया.
मैं उसकी गाड़ के छेद पर अपने मुँह से थोडा थूक लगाया और अपने लंड को उसकी गाड़ के छेद पर रख कर रगड़ने लगा. डॉली मेरी तरफ अपना चेहरा घूमकर बोली, “देखो, आज मैं पहली बार अपनी गाड़ को लंड खिला रही हूँ.
मेरी गाड़ अभी तक बहुत टाइट है, इसलिए पहले बहुत धीरे धीरे मेरी गाड़ मारना. नही तो मेरी गाड़ फॅट जाएगी और मुझको बहुत दर्द होगा.”
करीब पाँच मिनट तक रगड़ने के बाद मैने अपना लंड डॉली की गाड़ के छेड़ मे घुसेड़ना चाहा, लेकिन उसकी अभी तक कुँवारी होने की वजह से काफ़ी टाइट थी और उसमे मुझको अपना लंड घुसेड़ने मे काफ़ी तकलीफ़ महसूस होने लगी.

फिर मैने अपने दाहिने हाथ से अपना लंड सोनिया की गाड़ के छेद पर लगा कर अपने बाएँ हाथ से उसकी एक निपल को ज़ोर से मसल दिया.
मेरे निपल मसलने से सोनिया ज़ोर से चीखी “ऊई” और इस समय उसने अपने गाड़ को ढीला छोड़ दिया और मैने अपना लंड का सुपरा एक ज़ोर के धक्के से उसकी गाड़ की छेद के अंदर घुसेड दिया.
डॉली बोली, “नो न्न्न्न्न प्लीज़” सोनिया की गाड़ और मेरा लंड थूक से बहुत चिकना हो गया था.
मेरा सुपरा उसकी गाड़ मे धँस चुका था और मैं उसकी दोनो चूंची कस कर पकड़ कर एक धक्के के साथ अपना पूरा लंड उस की कसी हुई गाड़ के अंदर उतार दिया.
मेरा पूरा का पूरा लंड डॉली की गाड़ मे एक झटके के साथ घुस गया. सोनिया ज़ोर से चीखी, “ऊऊईईईई ऊओीईई ओह ओह ओई मा मैं मर गयी. ऊईई मेरी गाड़ फॅट गयी ऊ ऊ ही मा ओई मेरी गाड़ फॅट गयी. प्लीज़ बाहर निकाल लो.”

डॉली इतना ज़ोर से चीखी थी की मुझको डर लगने लगा की कोई सुन ना ले. मैने उसके मुँह पर हाथ रखना चाहा, लेकिन डॉली ने अपना मुँह तकिये मे घुसा दिया. वो अब भी मारे दर्द से सूबक रही थी और बोल रही थी, “मेरी गाड़ फाड़ डी, ऊईई मेरी गाड़ फॅट गयी, बाहर निकालो नहीं तो मैं मॅर जाऊंगी.”

मैने उसकी चुचियों को फिर से अपने दोनो हाथों से पकड़ कर मसलने लगा.
डॉली फिर से मुझसे बोली, “प्लीज़ बाहर निकालो वरना मैं मर जाऊंगी.”

मैने उसकी चुचियों को थोड़ा ज़ोर दे कर दबाया और उससे बोला, ”मैं तुम्हे मरने नहीं दूँगा, बस थोड़ी देर मे ठीक हो जाएगा”. और अपना लंड और अंदर तक उसकी गाड़ मे डाल दिया|

“ओह नहीं बिल्कुल मत हिलो, मुझे दर्द हो रहा हे, बस आराम से अंडर डाल कर पड़े रहो.” डॉली बोली|

अब मैं उसकी गाड़ मे अपना लंड धीरे धीरे अंदर-बाहर करने लगा. डॉली की गाड़ इतनी टाइट थी की मुझे लंड को अंदर-बाहर करने मे काफ़ी ताक़त का इस्तमाल करना पड़ रहा था. मैने अपना हाथ उसके पेट के नीचे ले जाकर उसकी चूत मे अपने उंगली डाल दी.

डॉली बिस्तर पर निढाल पड़ी रही और मुझको गाली देने लगी, “भोसड़ी के, बहन चोद, पराई गाड़ मुफ़्त मी चोद्ने को मिल गई है इसलिए मेरी गाड़ फाड़ रहे हो” मैं उसकी बातों का ध्यान ना देते हुए उसकी गाड़ मे अपना लंड पेल पेल कर चोद्ता रहा.

थोरी देर के बाद डॉली को भी मज़ा आने लगा और अपनी गाड़ मेरे लंड के धक्को के साथ आगे पीछे करने लगी.

थोरी देर उसकी गाड़ चोदने के बाद मुझे लगा की मेरा पानी छूटने वाला है. मैं उसकी चूतर पकड कर मेरे और पास खींच कर बोला, “ओह जानू, मैं अब छूटने वाला हूँ.”
डॉली ने तब अपने कामर को मेरे और पास ला कर मेरे लंड को अपनी गाड़ के और अंदर लेती हुई बोली, “अब मज़ा आ रहा है,
अपने लंड को मेरी गाड़ के अंदर छूटने दो और मेरी गाड़ को अपने लंड के जूस से भर दो,” और इसके के साथ ही मैं दो चार और तेज़ तेज़ धक्के मार कर डॉली की गाड़ के अंदर अपने लंड का पिचकारी छोड़ दिया.

डॉली भी मेरे झड़ने के साथ ही अपनी चूत का पानी छोड दिया.

मैं थोरी देर तक उसकी पीठ के उपर पड़ा रहा और फिर उसकी गाड़ मे से अपना लंड निकाला.

मेरा लंड उसकी गाड़ मे से “फक्क” की आवाज़ से बाहर निकल आया. डॉली जल्दी से उठ कर बाथरूम की तरफ भागी और थोरी देर के बाद मैं भी बाथरूम मे चला गया.

डॉली बोली “मेरी चूत को तुम्हारा लंड बहुत पसंद आया.”
लंबी चुदाई से हम दोनो अबतक बहुत थक चुके थे और इसलिए हम दोनो एक दूसरे को अपने बाहों से बाँध कर सो गये. करीब 12 बजे हम लोगों की आँख खुली.
हम दोनो नंगे ही सो रहे थे और आँख खुलते ही मेरा लंड फिर से डॉली की चूत मे घुसने के लिया खड़ा होने लगा.

हम लोगों ने एक बार फिर से जम कर चुदाई की, और फिर डॉली ने नंगी ही उठ कर हमारे किचन मे जाकर हम लोगो के लिए लंच तय्यार किया.
लंच तय्यार होने के बाद हम लोगों ने नंगे होकर ही डाइनिंग टेबल पर बैठ कर लंच लिया. अब तक करीब 3.30 बज रहे थे. डॉली बोली, “मेरी जान, जाने का तो मन नही है, लेकिन क्या करूँ जाना पड़ेगा. ”
मैं बोला, “ठीक है, अभी अपने घर जाओ, लेकिन कल मेरे घर अपनी चूत और गाड़ ले आना. मैं फिर तुम्हारी चूत और गाड़ को मेरा लंड ख़िलाउँगा. आओगी ना लंड खाने?”
डॉली बोली, “ज़रूर मेरे चोदु राजा, कल मैं फिर से तुम्हारा प्यारा लंड अपने चूत और गाड़ को खिलाउंगी,” और इतना कह कर डॉली अपने घर अपनी चुदी चूत और फटी गाड़ लेकर चली गयी|

इस प्रकार ये कहानी समाप्त हुई तो दोस्तो कैसी लगी आपको ये कहानी कृपया अपने कॉमेंट से ज़रूर बताए..



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