अब हम तीनो टब में थे. मैने पूजा से पूछा-
लखन: कैसा लग रहा है भाभी? क्या आपको मज़ा आया?
पूजा: बहुत अछा लग रहा है देवर जी. शरीर तक गया है, पर मेरा मॅन नही भरा.
मे: तो हम दोनो कों सा आज यही रुकने वाले है मेरी जान.
पूजा ने स्माइल की और बोली: मैं चाहती भी नही की आप दोनो आज रुक जाओ. पर अब बेड पे करेंगे, और तोड़ा प्यार से.
लखन: हा भाभी, आपकी ये इक्चा पूरी होगी. चलो अब चलते है.
पूजा ने लखन का हाथ पकड़ा उसे रोकने के लिए और बोली-
पूजा: देवर जी, कहा जेया रहे हो? मुझे आपकी सेवा की ज़रूरत है.
लखन समझ गया पूजा किस सेवा की बात कर रही थी. वो झट से पूजा की छूट की तरफ आया, और पूजा की कमर को सपोर्ट देके उसके दोनो पैर अपने कंधो पर रख लिए.
पूजा: किस चीज़ का इंतेज़ार कर रहे हो देवर जी?
उसके इतना कहते ही लखन ने पूजा की छूट के दोनो लिप्स को अपने लिप्स से जाकड़ लिया. अब लखन ऐसे किस कर रहा था, मानो वो उसके होंठो को चूम रहा हो. मैं लखन को देख रहा था. वो बहुत ही प्यार से छूट को चाट रहा था.
इधर पूजा बिन जल मछली की तरह तड़पने लगी थी. मैने भी मौका देख के पूजा के मूह में लंड दे दिया. पूजा मेरा लंड चूसने लगी. वो पूरी तरह मदहोश थी. 10 मिनिट ऐसे ही चला, तभी पूजा बोली-
पूजा: प्लीज़ लखन रूको, प्लीज़.
लखन ने रुक कर पूछा: क्या हुआ भाभी?
पूजा: लखन मुझे बेड पे ले चलो.
लखन शरारती मूड में बोला: क्यूँ, फिरसे सॅंडविच बनना है आपको?
पूजा ये सुन के लाल पद गयी और बोली: हा मेरे प्यारे देवर जी.
लखन: ठीक है, पर इस बार तोड़ा वाइल्ड करेगे. और हम दोनो वियाग्रा खाएँगे और तब तक कंटिन्यू छोड़ेंगे, जब तक हमारा मॅन ना भर जाए.
पूजा बहुत गरम थी. उसने बोल दिया: जितनी देर करना है कर लो. अब मैं भी देख ही लेती हू कितना वाइल्ड को सकते हो आप दोनो.
लखन ने पूजा को गोद में उठाया, और बेड पे लिटा दिया. अब लखन पूजा के सर के नीचे पिल्लो लगाने गया, तो उसका लंड पूजा के सर के करीब था. पूजा ने झट से उसे अपनी और खींच के उसका लंड अपने मूह में भर लिया. लखन को ये उमीद नही थी, और वो आ की आवाज़ से सिहार उठा.
लखन: भाभी क्या हुआ? मेरे लंड का टेस्ट ज़्यादा अछा है क्या?
पूजा: देवर जी शिवम के साथ तो कितना भी कभी भी कर लूँगी. आप कहा रोज़ मिलोगे.
मे: हा भाई, देवर का लंड मिलते ही पति को भूल जाओ तुम.
पूजा: ओह मेरी जान, प्लीज़ ना, समझो ना अपनी बीवी को अब तोड़ा और. अब जल्दी से नीचे आ जाओ.
मैं पूजा के बोलने पे उसकी छूट पे किस करने लगा, और वो पूरी रंडी की तरह लखन का लंड चूज़ जेया रही थी. 10 मिनिट तक ऐसे करने के बाद लखन ने लंड मूह से निकाला, और पूजा को लीप किस करने लगा.
पूजा बोली: क्या हुआ देवर जी, रोक क्यूँ दिया? भर दो ना अपने वीरया से मेरा गला.
लखन: नही भाभी, अभी आपको छोड़ना है. वीरया आने के बाद वेट करना पड़ेगा इसलिए.
फिर लखन ने ड्रॉयर से वियाग्रा की चार गोलिया निकली. 2 मुझे दी, और 2 खुद ने खाई, और पूजा को बोला-
लखन: भाभी आप कंबल ओढ़ लो. हम दोनो थोड़ी ड्रिंक कर ले, जब तक वियाग्रा का असर हो जाए. फिर आपको स्वर्ग और नरक दोनो के दर्शन करवाएँगे.
पूजा बोली: ठीक है.
और वो कंबल ओढ़ के सो गयी. हम दोनो ने पेग बनाए, और पीने लगे. अब हम दोनो के 4-4 पेग हो गया थे, और वियाग्रा के असर से लंड मूसल बन गया था.
मे: चल लखन, तेरी भाभी को आज पूरी रंडी बना देते है छोड़-छोड़ के. मुझे चढ़ गयी थी बहुत उस दिन.
लखन: भाई भाभी बहुत प्यारी है यार. उन्होने तेरे लिए ये किया है. ऐसे मत बोल, इस बार पूजा को पत्नी समझ के छोड़ेगे, तेरी और मेरी एक वाइफ.
पूजा कंबल में सुन रही थी. उसके मॅन में लखन के लिए और इज़्ज़त बढ़ गयी थी. अब हम दोनो दोनो तरफ से कंबल में घुसे. लखन पूजा की आयेज की और था और मैं पीछे की और.
लखन: पूजा ई लोवे योउ मेरी जान.
पूजा ने झुकी नज़रो से कहा: ई लोवे योउ टू लखन.
और आँखें बंद करके ज़ोर-ज़ोर से लखन को चूमने लगी. लखन ने पूजा की छूट पे लंड को सेट किया, और अंदर डाल दिया. पूजा की आ निकल गयी.
लखन: क्या हुआ जान, दर्द हो रहा है क्या अभी भी?
पूजा: देवर जी आपका लंड इतना सख़्त है, की दर्द दिए बिना नही मानता. पर ये दर्द बहुत सुकून दे रहा है. शिवम मेरी गांद में डालो अपना, और करो जो करना है. ये लास्ट है बस.
लखन: नही भाभी, अब गांद नही, दोनो लंड आपकी छूट में डालेंगे एक साथ. आज की रात और दर्द में नही देखना चाहता आपको.
मे: ओक ब्रदर, तू एक काम कर. नीचे आजा, और पूजा को अपने उपर लेले.
लखन ने ऐसा ही किया. उसका लंड अब भी पूजा की छूट में था. मैं पीछे से पूजा की छूट में अपना लंड डालने लगा. पर पूजा को तोड़ा दर्द हो रहा था. क्यूंकी लखन के लंड ने पूजा की छूट पर क़ब्ज़ा कर रखा था.
पूजा: प्लीज़ शिवम तोड़ा कोशिश करके डाल दो. मेरे अंदर की आग को बुझा दो जल्दी.
मैने झट से पूजा की छूट पे लंड रखा, और पूरी ताक़त से लंड उसकी छूट में भर दिया. ऐसा लगा जैसे उसकी छूट को चियर दिया हो. पूजा ने दर्द को सहन करने के लिए लखन के लिप्स से अपने लिप्स जोड़ रखे थे. अब हम दोनो के मोटे लंड मेरी प्यारी कोमल सी बीवी की छूट में थे. मैं कुछ देर रुका, तब लखन बोला-
लखन: भाभी आप रेडी हो?
पूजा: हा लखन, अब बस रुकना मत दोनो. मैं कितना भी चीखू, करते रहना.
लखन: पर भाभी.
पूजा: प्लीज़ ना लखन पर-वार कुछ नही, मैं यही चाहती हू.
अब हमने धीरे-धीरे आयेज-पीछे करना शुरू किया, और 2-3 मिनिट में ही रफ़्तार पकड़ ली. पूजा बहुत बुरी तरह चीख रही थी आह स्शह, पर रुक नही रही थी. और हम दोनो उत्तेजना और नशे में सब भूल के बस छोड़े जेया रहे थे.
पूजा की पूरी छूट लंड से भारी हुई थी. 15 मिनिट में ही पूजा की पूरी बॉडी पसीने में लत-पाठ हो गयी थी. अब लखन ने मुझे पोज़ चेंज करने का इशारा किया, और एक तरफ करवट लेली. अब पूजा का सही तरह से सॅंडविच बना था हम दोनो के बीच.
लखन: भाभी कुछ बोल क्यूँ नही रही हो?
पूजा: चुप-छाप बस छोड़ते रहो देवर जी. आपका लास्ट चान्स है, और मेरा भी. मुझे भी एंजाय करने दीजिए, आप भी करिए.
लखन ये सुन के पागल सा हो गया और एक करवट और ली. अब मैं नीचे था, और लखन उपर. फिर लखन ने जो छोड़ना चालू किया, रूम में बस पूछ पूछ और पूजा की आहह आहह की आवाज़े थी. पूजा का इस बीच पानी निकल गया. उसने लखन को टाइट हग कर लिया.
पूजा: रुकना मत देवर जी. लखन ने मुझे धक्का दिया और अलग कर दिया.
मे: क्या हुआ?
लखन: तू हट जा शिवम, मुझे मेरी जान के साथ अकेले करना है.
अब मैं हॅट गया, और लखन ने पूजा को कंबल से कवर कर लिया. अब पूजा की चुदाई का नंगा नाच चल रहा था. पूजा बस चूड़ते रहना चाहती थी लखन से. वो अपनी आँखें बंद करके बस एंजाय कर रही थी.
करते-करते 30 मिनिट हो गये थे. पूजा 2 बार और झाड़ गयी थी, और इसी बीच लखन ने पूजा की छूट को भर दिया पूरा. वो भी शांत हो गया था, और पूजा भी. घड़ी में टाइम देखा तो सुबा के 5 बाज रहे थे. आयेज की स्टोरी नेक्स्ट पार्ट में सुनौँगा.
आप कॉमेंट करिए कैसी लगी स्टोरी आपको. आयेज और भी मज़ा आएगा पूजा की चुदाई में.