छोटे भाई की बीवी यानि भाभी की चुदाई-1

आज के बाद मेरा रोशनी को देखने का नजरिया ही बदल सा गया था। मैं पूरे दिन अपने आपको दोषी मानता रहा था, जैसे मैंने कोई पाप किया हो।

बाद में मैंने सोचा कि अगर चुदने की पहल रोशनी करेगी.. तो कोई बात नहीं, फिर मैं इसको नहीं छोडूंगा, लेकिन मुझे इसको शीशे में उतारने के लिए कुछ तो करना पड़ेगा।

उसी दिन से मैंने उसको अपनी तरफ आकर्षित करने के प्रयत्न चालू कर दिए जैसे कि उसको जिस तरह की बातें पसन्द हों.. उससे वो बातें करना, उसकी पसन्द के खाने की फरमाइश करना, उसकी पसन्द की मूवी देखना।

ये सब करने से उसको मेरा साथ पसन्द आने लगा, पर अभी तक वो मेरे बारे में कुछ उल्टा नहीं सोचती थी और मैंने भी जल्दबाजी करना सही नहीं समझा। अगर बाजी उल्टी पड़ जाती.. तो इज्जत का डर था।

इसलिए 15 से 20 दिन मैंने ऐसे ही जाने दिए। अब दूसरा दांव खेलने का सही मौका तलाशने लगा।

जल्द ही ये मौका भी आ गया.. एक रविवार शाम के खाने पर मोहन ने मुझे और रोशनी को खुश होते हुए बताया कि उसे कंपनी की तरफ से एक ग्रुप को ले कर 20 दिनों के यूरोप टूर पर जाना है।

यह मौका खुद व खुद सामने से मेरी तरफ आ गया था, अब अगला दांव खेलने की बारी थी।

कुछ दिनों बाद वो दिन आ गया.. जब मोहन टूर के लिए निकल गया.. उसी दोपहर को मैंने अपना दूसरा दांव खेल दिया। घर में मैं और रोशनी अकेले थे.. मौका देख मैंने बाथरूम के दरवाजे के नीचे की तरफ एक छोटा होल बना दिया था।

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आप सोच रहे होंगे यह क्या चूतियापंथी हुई, पर इसका मतलब आप को बाद में पता चल जाएगा।

दोपहर का एक बजा होगा, रोशनी मेरे कमरे में आई- भईया, आपका खाना लगा दूँ?
मैंने कहा- नहीं मेरा सर दर्द हो रहा है.. मैं एकाध घंटा आराम करना चाहता हूँ, तुम मुझे एक घंटे बाद उठा देना.. तब खा लूँगा।
रोशनी- ठीक है भईया!

इतना कह कर वो रसोई में चली गई। मैं अभी अपना दूसरा दांव खेलने को तैयार था, मैंने अलमारी में से लुंगी निकाली और पहन कर सोने का नाटक करने लगा। मैंने लुंगी को इस कदर सैट किया कि वो घुटनों की ऊपर हो गई, जिससे मेरा हथियार साफ दिखाई दे। मैंने अंडरवियर भी निकाल दिया था।

मैं अपने हथियार का साईज तो नहीं बताऊँगा.. पर अगर अपने देश में लंड की साईज ओर मोटापे का कम्प्टीशन हो, तो मैं गोल्डमेडल ला सकता हूँ।

उसके बाद मैंने अपने मोबाईल का वीडियो रिकॉर्डिंग ऑन करके चाजिंग में लगा दिया, इसमें मेमोरी कार्ड अधिक क्षमता का लगा था.. जो लगातार दो घंटे की वीडियो बना सकता था।

इससे मैंने ये सोचा था कि जब रोशनी कमरे में आकर जाए, तो उसकी हरकत को मैं बाद में देख सकूँ।

एक घंटे बाद पाँव के पायल छनकने की आवाज मुझे अपने कमरे की तरफ आती सुनाई दी। पायल की आवाज कमरे की अन्दर आकर रुक गई, मैं भी सोने की एक्टिंग बखूबी कर रहा था।

थोड़ी देर बाद पायल की आवाज कमरे से जाने लगी, मैं अब भी वैसे ही पड़ा रहा।
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थोड़ी देर बाद बाथरूम के दरवाजे की खुलने की आवाज आई और जैसे ही दरवाजा बंद हुआ, मैं फट से खड़ा होकर बाथरूम के दरवाजे के पास जाकर खड़ा हो गया। मैंने बाथरूम के दरवाजे में नीचे जो होल बनाया था, उसमें से अन्दर का नजारा देखने लगा। रोशनी अपनी चुत में उंगली डाल कर जोर-जोर से हिला रही थी और दूसरे हाथ से अपने बड़े मम्मों को मसल रही थी। वो ये सब करते हुए मेरा नाम लेकर ‘आहें..’ भर रही थी।

अब तो रास्ता एकदम साफ था.. पर पक्का करने के लिए मैंने जो मोबाईल वीडीयो ऑन करके चार्जिंग में रखा था उसमें एक बार देखने की सोची, जिससे पता चले कि मेरे लंड को देख कर रोशनी के भाव क्या थे।

मैंने मोबाईल में देखा और जो देखा.. उसको देख कर तो मेरे होश ही उड़ गए। रोशनी मेरे कमरे में आई और जैसे ही उसकी नजर मेरे लंड पर पड़ी, वो थोड़ी देर तो वहीं खड़ी रही, बाद में वो थोड़ी देर मेरे मुँह को ताकती रही कि मैं सो रहा हूँ।
यह कन्फर्म होते ही वो आहिस्ता से मेरे बिस्तर के पास आई.. और वो अपना मुँह थोड़ा नीचे झुकाकर मेरे लंड के पास ले गई और एक लंबी सांस लेकर उल्टे कदम बाथरूम की तरफ चली गई।

अब तो कोई गुंजाइश ही नहीं थी कि रोशनी मुझमें इंटरेस्टेड है।

तभी मुझे बाथरूम से नल से पानी बहने की आवाज आई.. तो मुझे पता चल गया कि अभी रोशनी बाहर आएगी। मैं तुरंत जैसे था, वैसे ही सोने की एक्टिंग करने लगा।

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