भाई ने बहन की दर्द भारी गांद चुदाई की

विजय: दीदी, योउ लुकिंग सो हॉट टुडे. मेरे से तो कंट्रोल ही नही हो रहा था. कब से इस पल का वेट कर रहा था (विजय ने लिप्स किस किया. मैने भी हग करके रेस्पॉन्स किया).

शीला: आज तुम भी कुछ कम नही लग रहे थे. ब्लॅक शर्ट पंत में तो डॅशिंग लग रहे थे. आज तो किसी और की भी नज़र तेरे पर थी (विजय ब्लश करने लगा).

विजय: मुझे कों देखेगा? आप भी दीदी कुछ भी.

शीला: चल झूठे, मुझे सब पता है च्छूप-च्छूप के कों तुझे देख रहा था, और तू भी उसका मज़ा ले रहा था. ( विजय ने मुझे प्यार से धक्का दिया)

विजय: अर्रे ऐसा कुछ नही है. आप किसकी बात कर रहे हो?

शीला: हा मैने देखा है आज शालिनी को तुझे लाइन मारते हुए. बहुत चिपक रही थी तुमसे. तुमने भी अपनी बहुत आँखें सेक ली है.

विजय ( शरमाते हुए): अर्रे दीदी, वो, वो ऐसा है है ( वो रुक गया).

शीला: जस्ट चिल ब्रो. तुम इतने हॅंडसम हो की मैं तुमसे रोमॅन्स करने से कंट्रोल नही कर पाई. फिर शालिनी तो हमारी कज़िन सिस्टर है ( मुझे विजय को मोहित के बारे में बताना सही नही लगा).

ऐसे मैं उसको चिढ़ते हुए हमारे रूम में ले गयी. रूम का डोर लॉक करते ही विजय ने मुझे पीछे से हग कर लिया, और मेरी बॅक पर किस करने लगा. और फिर अपने दांतो से मेरे ब्लाउस की डोरी को खींच कर खोल दिया, और मेरी बॅक पर किस करने लगा. मैं तो मदहोश हो गयी.

मोहित की हरकत से और विजय के लुक ने मुझे कब से गरम कर दिया था. मैं अपने दांतो से मेरे होंठ चबा रही थी. मैने साइड से ब्लाउस हटा दिया, और पीछे मूड कर विजय को धक्का मार कर डोर किया. मैं सेडक्टिव पोज़ में बेड पर मेरे दोनो हाथ पीछे करके बैठ गयी.

मैने मेरे बूब्स पर्पल ट्रॅन्स्परेंट सारी में च्छूपा रखे थे. मेरे 34″ साइज़ रौंद बूब्स बहुत मस्त दिख रहे थे, जो मुझे ड्रेसिंग के मिरर में दिख रहे थे. विजय भी मुझे देख कर पागल हो गया था. उसने सीधा बेड पर आ कर मुझे लिटा दिया, और मेरी पूरी बॉडी पर सारी के उपर से किस कर रहा था.

विजय ने जब मेरे पेट पर किस किया तो मेरी छूट ने पानी छ्चोढ़ दिया. वो धीरे-धीरे मेरे बूब्स पर किस करने लगा, और सारी का पल्लू हटा कर आचे से निपल चूसने लगा. मेरे बूब्स और निपल बहुत टाइट हो गये थे. मैने झट से विजय को टाइट हग कर लिया और एक लंबा स्मूच दिया.

फिर मैं भी खड़ी हुई और विजय की शर्ट के बटन खोलने लगी. साथ में उसकी बॉडी पर और चेस्ट पर किस कर रही थी. धीरे-धीरे मैं उसके पेट पर किस करने लगी, और मेरे हाथो से उसकी बॉडी सहलाते हुए घुटनो पर बैठ गयी.

मैने विजय की पंत की ज़िप खोली, और अंडरवेर में हाथ डाल कर लंड बाहर निकाला. लंड तो एक-दूं टाइट था. मैने बिना टाइम वेस्ट किए मूह में भर लिया. मैने लगातार 15 मिनिट लंड चूसा. पता नही क्या हो गया था, मैं लंड मूह से निकाल ही नही रही थी. आख़िरकार जब मैने लंड निकाला, मैं विजय की और देख कर मुस्कुरा रही थी.

विजय ने मेरे फेस पर प्यार से छाँटा मारा. अब उसने मुझे खड़ा किया, और खुद पूरा नंगा हो गया, और मेरी सारी और पेटिकोट निकाल दिए. मैं सिर्फ़ पनटी में थी. मेरी पनटी आयेज से गीली नज़र आ रही थी.

विजय: क्या बात है दीदी, आज बहुत हॉर्नी हो गये हो?

शीला: आज तुझे देखा है तब से मेरे से कंट्रोल नही हो रहा था. कब से मैं झाड़ रही हू. विजय प्लीज़ यार अब कुछ कर, कंट्रोल नही हो रहा.

अब विजय ने मेरी पनटी निकाल कर मुझे बेड पर लिटा दिया, और मेरी छूट चाटने लगा. मैं तो मोन करने लगी. मेरी आ निकल रही थी, और विजय का फेस छूट पर दबा रही थी. विजय ने मुझे फिर एक बार झड़ने पर मजबूर कर दिया और इस बार उसने वो चाट लिया. अब विजय मेरे उपर आ कर मुझे किस करने लगा.

हमारे नंगे जिस्म एक-दूसरे से चिपक गये थे. विजय ने ऐसे ही मिशनरी पोज़िशन में चुदाई शुरू कर दी. मैं तो खुशी से झूम रही थी. 10 मिनिट की चुदाई में मैं फिर से झाड़ गयी. अब विजय ने मुझे उल्टा किया, और घोड़ी बना कर पीछे से चुदाई शुरू कर दी. वो मेरी बॅक सहला रहा था, और स्पीड से थोक रहा था.

मैं झाड़ चुकी थी उस कारण से छाप-छाप की आवाज़ आ रही थी, जो इस माहौल को और बेहतर बना रही थी. मुझे विजय ने कहा-

विजय: दीदी आज आपकी गांद मारने का मॅन कर रहा है. आज सारी में आपकी गांद का शेप सेक्सी दिख रहा था. तब से मेरा बहुत मॅन कर रहा है.

मैने भी उसको हा में सर हिला दिया. पर मैं बहुत दररी हुई थी. विजय का लंड बहुत हेवी है. पर सोच लिया की मेरा भाई चला गया फिर ऐसा लंड कहा से मिलेगा. तो कुछ भी हो जाए मैं हर एक चीज़ एंजाय करना चाह रही थी.

विजय को मेरी पर्मिशन मिलते ही उसके फेस पर बड़ी सी स्माइल आ गयी. उसने मुझे नीचे झुका कर घोड़ी बना दिया, और मेरी गांद के च्छेद को चाटने लगा.

मैं: विजय तुम बहुत गंदे हो. ऐसा भला कोई करता है क्या?

विजय: ऐसी सेक्सी गांद मिल जाए तो कुछ भी करूँगा.

ये कहते ही उसने मेरी गांद के च्छेद में थूक भर दिया. गांद के च्छेद पर मुझे उसकी जीभ ने बहुत मज़ा कराया. पूरी बॉडी में करेंट दौड़ गया. मुझे गूसेबूमप्स आ गये. अब विजय ने उसका मोटा सा लंड मेरे गांद पर सेट किया, और पुश किया. मैने अपने दोनो हाथ में बेडशीट थाम ली.

जैसे ही लंड अंदर गया, मेरी चीख निकालने वाली थी. पर मैने अपना एक हाथ मुट्ठी में दबा दिया. मुझे सच में बहुत दर्द हुआ. मैं चिल्ला भी नही सकती थी. मों दाद का बेडरूम पास में था, तो उनको शक हो जाता. मैं रोटी रही, और दर्द सहती रही.

थोड़ी देर होल्ड करके विजय ने एक धक्का मारा, और पूरा लंड गांद में उतार गया. तब ऐसा लगा, कोई गरम रोड अंदर घुसा दी हो. मुझे गांद में बहुत तनाव हुआ. स्किन फटत रही हो ऐसा फील हुआ. थोड़ी देर बाद गरम कुछ बह रहा है ऐसा लगा, वो मेरा ब्लड था.

मैं रिलॅक्स हुई, तो विजय ने धक्के मारने शुरू कर दिए. मैं तो धीमी आवाज़ में आ आ कर रही थी. 2-3 मिनिट बाद मुझे भी मज़ा आने लगा. फिर तो मैं खुद गांद पीछे करके लंड लेनी लगी.

मैने विजय से कहा: प्लीज़ यार, ज़ोर से छोड़ो.

उसने तो फिर ऐसी स्पीड में गांद मारी, मुझे ठीक से साँस भी नही लेने दे रहा था. मैं मदहोश हो कर मोन कर रही थी. मैं बहुत खुश थी. मेरा सागा भाई मेरे जिस्म की आग को ठंडा कर रहा था. ऐसे ही 15-20 मिनिट गांद की चुदाई के बाद विजय झड़ने वाला था.

मैने उसे गांद में झड़ने को बोला. वो बहुत स्पीड में गांद में स्ट्रोक लगाने लगा. तक तक की आवाज़ आ रही थी. वो मेरे बाल पकड़ कर मुझे बेंड करके छोड़ने लगा. बहुत मज़ा आ रहा था. मैं तो चरम सुख पा कर तक गयी थी. गांद की चुदाई से छूट का पानी निकल गया.

विजय ने फिर उसका गरम माल मेरी गांद में छ्चोढ़ दिया. मुझे तो बहुत ही मस्त फील हो रहा था. विजय ने मेरे बाल छ्चोढे और मेरे उपर निढाल हो कर गिर गया. कुछ देर तक वो मेरे पर हानफते हुए पड़ा रहा. मैं भी अब उसको हग करके सो गयी. थोड़ी देर बाद मेरी आँख खुली तो मीं वॉशरूम जाने लगी. मुझसे खड़ा भी नही हुआ जेया रहा था, गांद में बहुत पाईं हो रहा था.

मैं जैसे-तैसे वॉशरूम गयी और फ्रेश हो कर बाहर आई. मैने विजय को उठाया, और उसको दूसरे रूम में शिफ्ट कर दिया. नेक्स्ट मॉर्निंग मुझे बहुत पाईं हो रहा था, पर मुझे वो दर्द बहुत मीठा लग रहा था. ये दर्द मेरे और मेरी भाई के बीच के नये रिश्ते का एहसास करा रहा था. मैं बहुत लकी थी की मुझे विजय जैसा भाई मिला था, जो मेरी प्यास बुझा रहा था.

जब मैं फ्रेश हो कर रेडी हुई, तो मुझे शालिनी का कॉल आया. शालिनी से क्या बातें हुई, मैं आपको नेक्स्ट पार्ट में बतौँगी. आपको स्टोरी कैसी लगी प्लीज़ कॉमेंट करे और मूडछांगेरबोय@गमाल.कॉम पर मैल करे.

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