भाई के पुरानी चुदाई के किससे

शाम के 5:15 बाज चुके थे. रोहित ने मुझसे कहा की चलो बाहर जाके हनिमून की शॉपिंग और इंपॉर्टेंट तैयारी कर लेते है. और आज का डिन्नर भी बाहर ही करते है. हम दोनो फ्रेश होके 5:30 बजे घर से निकल गये.

हमने पहले एक केफे में जाके कॉफी ली, और थोड़ी देर बाद हम पार्लर चले गये. वैसे मैं हमेशा दाढ़ी रखता हू. बुत रोहित के कहने पे मैने क्लीन शेविंग की, और हल्की मूचे रखी. रोहित भी हमेशा क्लीन शेव रहता है. बुत मैने उसे सिर्फ़ दाढ़ी ट्रेआं करने को बोला. क्यूंकी मुझे मेरा पार्ट्नर दाढ़ी में चाहिए था, और उसे क्लीन शेव में. दोनो ने एक-दूसरे की बात मान ली.

रोहित हमेशा बॉडी वॅक्स करता है. उसे क्लीन रहना पसंद है. उसने मुझे मेरी बॉडी वॅक्स करने को बोला. मैं तैयार हो गया. बुत उसे मैने बॉडी वॅक्स करने से माना किया.

मे: बेबी मुझे मेरा हज़्बेंड हेरी चाहिए.

रोहित: ऐसा क्यूँ बेबी?

मे: मुझे हेरी लुक पसंद है.

रोहित: ओक बेबी, आज से जो तुम्हारी पसंद वो मेरी पसंद. बुत तुम्हे वॅक्स करना होगा.

मे: हा बेबी, तुम्हारी पसंद वो मेरी भी पसंद.

करीब मेरी 1:30 घंटे के बाद वॅक्सिंग कंप्लीट हुई. वॅक्सिंग के दौरान मुझे काफ़ी दर्द हुआ. बुत मैने सहन कर लिया. वॅक्स करने के बाद हमने ज़रूरी शॉपिंग की, डिन्नर किया, और घर वापस आ गये. घर आने को रात के 11:00 बाज चुके थे. कपड़े चेंज करके फ्रेश होके हम बेड पे चले गये.

हम दोनो बहुत तक गये थे. सेक्स करने का दोनो का मॅन नही था. दोपहर में मैं जब सेक्स करते वक़्त रोहित के लंड पे बैठा था, तब उसके लंड को झटका लगा था, इसलिए दर्द कर रहा था. मैने उसे पाईं किल्लर और आंटिबयाटिक की टॅबलेट दी, और उसे आराम करने को बोला. हम दोनो सोने की कोशिश कर रहे थे, बुत दोनो को नींद कहा आ रही थी.

मे: क्या हुआ बेबी? नींद नही आ रही क्या?

रोहित: नही बेबी.

मे: मुझे भी नही आ रही.

ऐसा कह के हम दोनो एक-दूसरे को देखने लगे. रोहित बड़ा प्यारा लग रहा था. मैने उसे ई लोवे योउ कहा. उसने भी मुझे ई लोवे योउ टू कहा.

मे: कब से कर रहा है ये सब?

रोहित: क्या?

मे: ये सब लड़कों के साथ करना?

रोहित: वो भैया?

मे: रोहित बता दे, अब शर्मा मत.

रोहित: भैया जब जवान हुआ हू तब से.

मे: कैसे किया?

रोहित: जब हमारा पुराना घर था, हम दोनो का कमरा एक ही था. हम दोनो साथ में ही सोते थे. जब आप कपड़े पहन रहे होते या नहा रहे होते तो मैं आपको च्छूप-च्छूप के देखा करता था. मुझे आपकी बड़ी गांद बहुत अची लगती थी. आप नींद में होते तो मैं आपकी गांद पे हाथ रख के सहलाता था. आपकी नींद खुल जाती तो मैं हाथ हटा देता था.

रोहित: आपकी गांद मुझे पागल कर देती थी. बहुत मॅन करता था आपके साथ रोमॅन्स करने का, बुत बहुत दर्र लगता था. इसलिए कुछ नही कह या कर पाता था. बातरूम में जाके मैं आपके नाम की मूठ मारता था.

मे: पहली बार सेक्स कब किया?

रोहित: वो भैया, हमारे कॉलेज का सम्मर कॅंप जंगल में गया था. तब मेरी आगे 19 यियर्ज़ थी. तब किया था.

मे: किसके साथ?

रोहित: जंगल में हमे टेंट लगा कर रहना था. एक टेंट में दो लड़के रहने वाले थे. मेरे टेंट में मैं और मेरा दोस्त किशोर रहने वाले थे. दो-टीन दिन बाद मैं पेशाब करने के लिए शाम को टेंट से बाहर गया था. एक लड़का मेरे पास आया. वो मुझसे 2-3 साल बड़ा था. मैं मूतने लगा तो वो मेरे लंड को घूर-घूर के देख रहा था. मुझे पहले कुछ अजीब लगा. बुत वो घूरते ही जेया रहा था. तो मैने उससे पूछा, “क्या है, क्या देख रहे हो”?

रोहित: मेरा पेशाब करना पूरा हो गया था. मैने लंड को एक-दो झटके दिए, और लंड पंत में डालने ही वाला था, की उसने मेरा लंड हाथ में पकड़ लिया, और तुरंत नीचे बैठ के अपने मूह में ले लिया. मैने अलग होने की कोशिश की, बुत हो नही पाया. उसकी पकड़ मज़बूत थी.

रोहित: अब मेरा लॉडा हार्ड को गया था, और मुझे भी मज़ा आने लगा था. 15 मिनिट तक वो नेरा लोड्‍ा चूस्टा रहा. मेरे आँड को चाट-ता रहा. मैं तो सातवे आसमान पे था. मेरे मूह से आहह आअहह निकालने लगी. 15 मिनिट्स के बाद मेरा माल उसके मूह में ही निकल गया. उसने पूरा माल पी लिया, और मेरे लंड को उसकी जीभ से सॉफ किया. फिर वो खुद खड़ा हो गया, और मेरे होंठो पे किस करके भाग गया.

रोहित: दो दिन बाद वही लड़का मुझे दिखा. हम दोनो ने एक-दूसरे को देखा. मैने उसे आँख मारी, और सबसे डोर जाने लगा. उसे मेरे पीछे आने का इशारा किया. वो भी मेरे पीछे-पीछे आने लगा. हम सब से डोर एक जंगल के कोने में गये. वाहा कोई नही था. वो मेरे पास आया, और मुझे अपनी तरफ खींचा, और मुझे किस किया. मैने उसे अपनी बाहों में लिया.

रोहित: उसने मेरी पंत और अंडरवेर को नीचे किया, और मेरा लॉडा चूसने लगा. कुछ देर लॉडा चूसने के बाद उसने अपनी पंत नीचे की, थोड़ी थूक अपनी गांद पे लगाई, और मेरा लॉडा उसकी गांद पे रखा. फिर मुझे एक धक्का देने को बोला. मैने एक धक्का देके पूरा लंड उसकी गांद में डाल दिया.

रोहित: वो ज़ोर से चिल्लाया, और मुझे रुकने को बोला. मैं 2 मिनिट रुका तब तक उसका तोड़ा दर्द कम हो गया था. उसने मुझे धीरे-धीरे धक्के लगाने को बोला, और मैने धक्के देना शुरू किया. उसे बहुत मज़ा आने लगा.

वो बोला: छोड़ो मुझे, ज़ोर-ज़ोर से छोड़ो. बहुत दीनो से प्यासी है मेरी गांद आअहह आअहह.

रोहित: मुझे भी बहुत मज़ा आने लगा था. करीब 10 मिनिट्स उसकी चुदाई करने के बाद मैं उसकी गांद में ही झाड़ गया. उसने मेरे लॉडा अपनी जीभ से सॉफ किया. हम दोनो ने कपड़े पहन लिए. जाते वक़्त उसने एक काग़ज़ मेरे हाथ में दिया. उसपे उसका नाम और मोबाइल नंबर था.

उसका नाम विकास था, और जाते वक़्त उसने मुझसे कहा: जब भी वक़्त मिले, फोन करना.

रोहित: मैने हा कहा और हम अपने-अपने टेंट में चले गये. दो दिन बाद मेरा मूड बनने लगा, तो मुझे उसकी याद आने लगी. मैने उसे कॉल की.

विकास: कों?

रोहित: तुमने मुझे नंबर दिया था. मेरा नाम रोहित है.

विकास: ओह याद आया.

रोहित: हम दोनो ने पहले नॉर्मल बातें की. फिर उसने मुझसे कहा की-

विकास: मेरा समीर नाम का फ्रेंड है, और वो मेरे साथ मेरे टेंट में रहता है. वो तुमसे छुड़वाना चाहता है. तुम आओगे क्या रात में मेरे टेंट में?

रोहित: ओक.

रोहित: और मैने फोन काट दिया. मैं रात होने की वेट करने लगा. रात का डिन्नर करके जैसे ही 8 बाज गये, मैं उसके टेंट में गया. मेरे टेंट में जाने के बाद हमने ही-हेलो किया. फिर एक-दूसरे को इंट्रोड्यूस किया, और इधर-उधर की बातें की. समीर मेरे लिए पानी लेके आया. मैने पानी पी लिया, और थोड़ी देर बैठ गया.

रोहित: अब वो दोनो मुझे किस करने लगे. मेरे कपड़े पुर उतार के मुझे बॉडी किस करने लगे. अब मैं सिर्फ़ अंडरवेर में था. समीर और विकास दोनो एक ही टेंट में रहते थे, तो किसी के आने का कोई दर्र नही था. उन दोनो ने भी अपने-अपने कपड़े निकाल दिए, और मेरा अंडरवेर निकाल के दोनो मेरे लॉड को चूसने लगा. एक लॉडा चूस्टा, तो दूसरा आँड को चाट-ता. मुझे बहुत मज़ा आने लगा. करीब 15 मिनिट दोनो ने लॉड को चूसा.

रोहित: बाद में समीर डॉगी स्टाइल में हो गया. और विकास उसकी गांद चाट के उसे गीली करने लगा. विकास ने मेरा लॉडा मूह में लेके गीला किया, और मेरा लॉडा समीर के गांद पे रख कर धक्का मारने को बोला.

समीर: मेरा पहली बार है तो तोड़ आराम से करना प्लीज़.

रोहित: मैने हा कहा, और एक ज़ोर का धक्का देकर पूरा लॉडा समीर की गांद में पेल दिया, और रुक गया. समीर चिल्ला रहा था, सो विकास ने उसका हाथ समीर को मूह पे लगाया. समीर का दर्द कम होने के बाद करीब 15 मिनिट्स तक मैने उसकी चुदाई की, और उसकी गांद में ही झाड़ गया. विकास ने समीर की गांद और मेरा लंड उसकी जीभ से सॉफ किया. मैने कपड़े पहने, 5 मिनिट वाहा रुका, और वापस अपने टेंट में आ गया.

रोहित: टेंट पे जाके मैने कुछ देर किशोर से बातें की, और हम दोनो सो गये. करीब रात के 12 बजे मुझे अपने लंड पे कुछ महसूस हो रहा था. मैने देखा तो किशोर मेरे लंड को सहला रहा था. हम दोनो की नज़ारे मिली, और मैने उससे पूछा-

रोहित: क्या कर रहे हो?

किशोर: जो तुम उन दो लड़कों के साथ कर थोड़ी देर पहले कर रहे थे.

(मैं शॉक हो गगे)

रोहित: तुम्हे कैसे पता?

किशोर: तुम्हे आने में देर हो रही थी, तो मैं उधर आ गया था. वाहा मैने सब देख लिया.

रोहित: तो फिर अब?

किशोर: मेरे साथ भी तुम वही करो, जो उनके साथ कर रहे थे.

रोहित: मैने किशोर को आँख मारी और उसे अपनी बाहों में ले लिया. वो मुझे किस करने लगा, और मैं उसका साथ देने लगा, 10 मिनिट तक किस्सिंग करने के बाद उसने मेरी अंडरवेर निकली, और और मेरा लॉडा चूसने लगा. वो मेरा लॉडा अंदर लेके चाटने लगा. अब मैने उसे पीठ के बाल सुलाया, उसकी टांगे उपर की, और उसकी गांद पे मैने थूक लगाया.

तो वो बोला: आराम से करना, मेरा पहली बार है.

फिर मैने उससे कहा: पहली बार है तो क्यूँ करवा रहा है?

किशोर: मैने तुम तीनो को सेक्स करते हुए देखा तो मेरी भी इक्चा हुई ट्राइ करने की. और तुम्हारा मोटा और लंबा लॉडा देख के मैं डांग रह गया. मुझे तुम्हारा लॉडा बहुत पसंद आया. इसे एक बार अपनी गांद में लेने का मॅन कर रहा था.

रोहित: तो ठीक है, लॉड को तोड़ा और मूह में लेके गीला कर, ताकि तेरी गांद में आराम से चला जाए.

रोहित: उसने ऐसा ही किया. मैने बहुत सारा थूक उसकी गांद पे लगाया, और एक ही झटके में पूरा लंड उसकी गांद में उतरा. वो चिल्ला रहा था, और निकालो-निकालो बोल रहा था. बुत अब मैं कुछ भी सुनने के मूड में नही था. मैने उसे ज़ोर से पकड़ा, और दो मिनिट रुक गया.

रोहित: कुछ देर बाद उसका दर्द कम हुआ, तो उसको छोड़ने लगा. 15 मिनिट की चुदाई के बाद उसकी गांद में झाड़ गया. मैने उसे लॉडा मूह में लेके सॉफ करने को बोला. उसने लॉडा मूह में लेके सॉफ किया, और हम दोनो चिपक के सो गये. पूरा महीना जैसे मुझे वक़्त मिलता, मैं उन तीनो की गांद बजता रहता.

रोहित: एक महीना तीनो को छोड़-छोड़ कर तीनो के गांद का भोंसड़ा बना दिया. हम चारो ने पुर एक महीने सेक्स का आनंद लिया, और बहुत एंजाय किया. एक बार मैने समीर और विकास दोनो की गांद साथ में मारी. 5 मिनिट विकास की गांद मारता, 5 मिनिट समीर की. ऐसे करके दोनो की आधे घंटे तक चुदाई की. बुत मैं उन दोनो को मिलने जाता तो किशोर नाराज़ हो जाता था.

रोहित: किशोर मेरे टेंट में ही रहता था, तो उसकी तो रोज़ या एक छ्चोढ़ के चुदाई करता था. एक महीने बाद सब अपने-अपने घर चले गये. मैं भी हमारे घर वापस आ गया. कुछ दिन बाद मैने जिम जाय्न कर लिया. मेरी बॉडी मसकुलर बनने लगी.

रोहित: वैसा भैया, मैं कॉलेज का टॉपर स्टूडेंट हू. हॅंडसम, गुड लुकिंग, और मस्क्युलर हू. स्पोर्ट्स की वजह से मेरी बॉडी आत्लेटिक टाइप है. मुझ पर सब मरते है. कॉलेज के बहुत सारे लड़के मेरे लिए तरसते थे, और मुझे पत्ता के अपनी गांद मुझसे मरवाते. लड़कियाँ भी मुझ पर बहुत मारती थी. बुत मैं ना तो उनको भाव देता, और ना मैं उनमे ज़्यादा इंटरेसटेड था.

मे: तो फिर लड़की के साथ कभी किया की नही?

रोहित: कभी कोई लड़का नही मिलता और मेरा मूड हो जाता, तो एक शर्त पे लड़की को छोड़ता था.

मे: कों सी शर्त?

रोहित: लड़कियाँ बहुत नखरे करती है. इतनी आसानी से लॉडा मूह में नही लेती. जो लड़की मेरा लॉडा मूह में लेने को तैयार होती, उसी को सिर्फ़ मैं छोड़ता. महीने में कम से कम मैं 2 ये 3 लड़कों को छोड़ता हू.

मे: अगर तू लड़की में इंट्रेस्टेड नही है, तो तेरे शादी का क्या?

रोहित: मेरी शादी तो हो चुकी है?

मे: कब, कहा, किससे?

रोहित: कल, आप से.

मे: क्या तुम उस शादी को मानते हो?

रोहित: मेरे लिए वो शादी 100% सॅकी है. क्या आप उस शादी को झूठ मानते हो?

मे: मुझे लगा मम्मी पापा आने तक का नाटक होगा.

रोहित: नाटक होगा आपके लिए, मेरे लिए नही.

ये कह कर वो मुझसे नाराज़ हो गया.

मे: सॉरी बेबी, बुत हमारी फॅमिली और सोसाइटी इसे कभी नही मानेगी.

तुम्हारी और मेरी शादी लड़की के साथ करवा के ही मानेंगे, तब हम क्या करेंगे?

रोहित: वो सब मैने सोच लिया है.

मे: क्या?

रोहित: देखो भैया 3-4 साल बाद मेरी डिग्री कंप्लीट हो जाएगी. मैं इधर से डोर कही दूसरी सिटी में जॉब देख लूँगा. और आपने श्रेया से ब्रेक-उप के बाद जॉब छ्चोढ़ दी है. मैं आपके लिए भी उधर ही जॉब देख लूगा. उधर हम दोनो साथ में रहेंगे.

रोहित: और रही लड़की से शादी की बात, तो मेरी उमर अभी कम है. मैं घर पे कह दूँगा की मैं 30 का होने के बाद शादी करूँगा. अभी 30 का होने को 9 साल बाकी है. और आप कह देना की श्रेया के बाद मैं किसी के साथ शादी नही करूँगा. ज़्यादा फोर्स किया तो कह देना आप भी 30 के हो जाओगे तब शादी करोगे. आपके 4 साल चले जाएँगे.

मे: ओक देखते है आयेज क्या होता है. और बता आयेज कुछ अपने सेक्स एक्सपीरियेन्स के बारे में.

रोहित: मुझे लड़के बिना मेहनत के मिल जाते थे, और बहुत सारे लड़के मुझसे छुड़वाने के लिए बेकरार रहते थे. इसलिए मेरा अहंकार बढ़ गया था. मैं उन लड़कों को बहुत कम समझने लगा था. मैं उनसे किस्सिंग, बॉडी प्ले, रोमॅन्स नही करता था, और सिर्फ़ लॉडा चुस्वता और उनकी गांद मारता था.

मे: फिर?

रोहित: फिर एक दिन मुझे योगेश नाम का लड़का मिला. मैं उससे मिलने गया. उसने बिना किस्सिंग, बॉडी प्ले, और रोमॅन्स के सेक्स के लिए माना किया, और मुझे वापस जाने को बोला. इस बात पे हम दोनो का बहुत झगड़ा हुआ. आख़िर में मुझे मेरी ग़लती का एहसास हुआ. तब से मैं बॉटम के साथ रेस्पेक्टफुल सेक्स करता हू.

मे: बॉटम क्या होता है?

रोहित: बॉटम मतलब जो लड़का गांद मरवाता है, बॉटम, और जो लड़का गांद मारता है वो टॉप.

मे: मतलब मैं बॉटम हू, और तुम टॉप?

रोहित: आप मेरी जान हो भैया. हम दोनो में टॉप बॉटम कुछ नही रहेगा भैया. सिर्फ़ एक नॉर्मल हज़्बेंड वाइफ वाला रिश्ता रहेगा. ओक?

मे: ओक! चल अब सो जाते है, कल की तैयारी भी करनी है. सुबह जल्दी उतना है.

रोहित: ओक डियर. चलो अब सो जाते है. गुड नाइट मी लोवे.

मे: सेम तो योउ.

ऐसा कह के हम दोनो ने एक-दूसरे को बाहो में भर लिया, एक दूसरे को किस किया, और सो गये.

तो बे कंटिन्यूड…

यह कहानी भी पड़े  कहानी जिसमें पड़ोस के अंकल ने एक मां को चोदा


error: Content is protected !!