लास्ट पार्ट में आपने पढ़ा कैसे मेरे यूके से आए भाई के साथ मेरी ऑनलाइन चाटिंग शुरू हुई. मैं अपने भाई की पिक देख कर हॉर्नी हो रही थी. मुझे कुछ समझ नही आ रहा था.
मैं ये सोच रही थी की मेरा भाई था, फिर भी मेरे माइंड में ऐसे ख़यालात आ रहे थे. तो मेरी देवरानी रूपाली उसको लीके करे उसमे ग़लत क्या था. मैं भाई के साथ छत करके अपनी बॉडी सहला रही थी.
शीला: वाउ विजय. क्या लग रहे हो तुम. अची बॉडी बनाई है. मैं भी तुम्हे कुछ दिखना चाहती हू, अगर तुम्हे देखना हो तो.
विजय: दीदी आप कुछ भी दिखा सकती हो. वी अरे फ्रेंड्स. आप कुछ भी शेर कर सकते हो. मैं किसी को कुछ नही बोलूँगा (विजय की ये बात से मुझे कॉन्फिडेन्स मिल गया).
शीला: क्या तुम मेरी वर्काउट की पिक्स देखना चाहोगे?
विजय: शुवर, मुझे भी देखना है. दीदी आप भी बहुत फिट हो. आपका फिगर बहुत मस्त है.
मैने विजय को स्पोर्ट्स ब्रा और लेगैंग्स में मेरी पिक सेंड की. मैने कुछ ऐसी भी फोटोस सेंड की, जिसमे मेरा पूरा फिगर अछा दिखे. कुछ सेल्फ़िएस में मेरी क्लीवेज भी दिख रही थी.
विजय: वाउ दीदी, योउ लुक सो हॉट यार. आपका फिगर तो बहुत मस्त है. अछा मेनटेन किया है.
मैने फिर कुछ सारी में मेरे फोटोस शेर किए, जिसमे मैं पूरी पटाखा लग रही थी. और कुछ पिक्स मेरी और रूपाली की साथ में थी.
विजय: वाउ दीदी, आप तो बहुत खूबसूरत लग रही हो. आपकी पिक्स बहुत मस्त है.
शीला: पिक्स मस्त है तो रियल में कैसी लगती हू?
विजय: मैने नोटीस नही किया था. पर अब नोटीस करूँगा.
मुझे अब लग रहा था की विजय मेरी तरफ अट्रॅक्ट होगा. मैने फिर उसको गुड नाइट बोल के छत ख़तम की. दूसरे दिन मॉर्निंग विजय को उसके रूम में उठाने गयी, तो मैने देखा उसका लंड उसकी पंत में खड़ा हो गया था. मैने उसके चीक पर टच किया, और बहुत सॉफ्ट्ली उसको जगाया. उसकी आँखें खुली और वो मुझे देखता रह गया.
मैने वाइट ब्लाउस और येल्लो ट्रॅन्स्परेंट सारी पहनी थी. ब्लाउस स्लीव्स था और पीछे से बॅकलेस. सारी ट्रॅन्स्परेंट थी, तो मेरी क्लीवेज दिख रही थी. अब मैं मेरे भाई के सामने पल्लू ठीक करते हुए उसको सिड्यूस कर रही थी. वो सोते-सोते मेरे बूब्स देख रहा था.
शीला: क्या हुआ भाई? कहा खो गया?
विजय: कही नही.
शीला: चलो तुम जल्दी रेडी हो जाओ. मुझे कुछ शॉपिंग करनी है. बहुत शॉपिंग पेंडिंग है.
और मैं विजय को स्माइल देते हुए रूम से बाहर निकल गयी. मैने मेरी देवरानी रूपाली को भी बोल दिया शॉपिंग के बारे में.
वो बोली: ठीक है भाभी, साथ में चलती हू.
रूपाली और विजय दोनो साथ में रेडी हो कर बाहर निकले. रूपाली आज क्या लग रही थी. उसने रेड कलर की सारी पहनी थी, और सिल्वर कलर का ब्लाउस. उसका ब्लाउस मेरे जैसा ही था. उसकी ट्रॅन्स्परेंट सारी में उसकी नेवेल बहुत मस्त दिख रही थी. विजय भी बहुत स्मार्ट लग रहा था. उसने वाइट शर्ट और ब्लू जीन्स पहनी थी. उसकी शर्ट के उपर के 2 बटन खुल्ले थे, और उसकी चेस्ट मस्त दिख रही थी.
हम दोनो देवरानी जेठानी को देख कर मेरा भाई ब्लश कर रहा था. जब हम माल गये तो सब लोग हम तीनो को घूर रहे थे. सारे माल में हम ही सेंटर ऑफ अट्रॅक्षन थे. मैने नोटीस किया की रूपाली विजय से तोड़ा चिपक के चल रही थी, तो मैं भी उसको चिपक के चलने लगी. आज सब सोच रहे होंगे की बंदे की क्या किस्मत थी, जो एक साथ 2-2 सेक्सी हॉट भाभियाँ थी उसके पास.
पहले तो हमने ने घर के लिए कुछ ज़रूरी समान लिया. बाद में रूपाली और मैने डिसिशन लिया की हम दोनो को अंडरगार्मेंट्स और कुछ नाइट वेर लेने थे. हम जब इननेरवेार की शॉप पर जाने लगे, तो विजय बाहर रुक गया.
मैने पूछा: क्या हुआ?
वो शर्मा रहा था, और रूपाली भी ब्लश कर रही थी. मैने उसका हाथ पकड़ा, और अंदर ले गयी. फिर मैने उसको बोला की मुझे दीदी नही नामे से बोलना और रूपाली को भी नामे से बुलाना. मैने रूपाली को आँख मारी वो भी शर्मा गयी.
रूपाली मेरे पास आ कर धीमे से बोली: भाभी आप पागल हो गयी हो क्या?
अब मैने योगा के लिए थोड़े सूट्स लिए. रूपाली ने भी नाइट वेर लिया.
मैने रूपाली से कहा: आज कुछ फॅन्सी लेते है.
फिर हम दोनो सेक्सी हनिमून टाइप निघट्य देखने लगी. रूपाली बहुत शर्मा रही थी.
मैने कहा: देख ले, जिग्नेश भाई को मानने में काम आएगी.
मेरा भाई विजय डोर से हमे देख रहा था. जब मैं उसकी और देखती, तो वो नज़रे घुमा देता था. मैं समझ गयी थी, की वो हम दोनो को नोटीस कर रहा था. हम देवरानी जेठानी ने 4-5 सेक्सी ब्रा पनटी भी ले लिए. हम दोनो को ये सब पसंद है. फराक इतना है की आज हम साथ में शॉपिंग कर रहे थे.
अब मैं विजय के पास गयी, और उसके अंडरवेर का साइज़ पूछा. वो बहुत शर्मा रहा था. मैने वाहा जो सेल्स गर्ल थी उसको सीधा कह दिया ली इनके लिए मस्त अंडरवेर दिखाओ. सेल्स गर्ल को लगा की वो मेरा हज़्बेंड था.
तो वो बोली: मेडम आपके हज़्बेंड का साइज़ क्या है?
उसके ये बोलने पर रूपाली को हस्सी आ गयी.
रूपाली ने आन्सर दे दिया: 90सीयेम.
मैं तो शॉक्ड हो गयी.
फिर विजय ने कहा: हा 90 सीयेम दिखाओ.
शीला ( उसके पास जेया कर): वाह रूपाली, तुम तो बंदा देख कर उसकी चड्डी का साइज़ पता कर लेती हो.
रूपाली: अर्रे भाभी जब से आपके भाई यूके से आए है. मैं ही तो उनका अंडरवेर मशीन में डालती हू.
शीला: हा आज कल तुम बहुत कुछ नोटीस करने लगी हो. अर्रे कोई बात नही, इतना तो चलता है.
वो शर्मा गयी. अब मैने रूपाली को कहा-
शीला: तुम अंडरवेर पसंद करो.
मेरे भाई विजय को कुछ समझ ही नही आ रहा था, ये सब क्या हो रहा था. रूपाली भी थोड़ी घबरा रही थी, तो मैने उसकी हेल्प की, और 4-5 मस्त अंडरवेर ले लिए. फिर हम मोविए देखने गये. कोविद के बाद पहली बार ऐसे बाहर घूमे थे. मैं और रूपाली दोनो बहुत खुश थी.
मैने विजय को मेरे और रूपाली के बीच में बिता दिया. उस टाइम मल्टिपलेक्स में सिट्टिंग का 30 पर्सेंट पीपल को मोविए देखना अलो था. और उपर से कोविद था, तो ज़्यादा लोग नही थे. मैने नोटीस किया की विजय मेरी और रूपाली की चुपके से क्लीवेज देख रहा था, और उसका लंड पंत में टाइट दिख रहा था. फिर हम डिन्नर करके रात को घर वापस आ गये. रात को मेरे भाई का मेसेज मुझे आया.
विजय: ही दीदी.
शीला: ही, आज भी तुम सोए नही? क्या कर रहे हो?
विजय: आप भी तो नही सोए. आप क्या कर रही हो?
शीला: वो आज जो सब निघट्य और कुछ अंडरगार्मेंट्स लिए वो चेक कर रही हू.
विजय: श ऐसा है.
शीला: हा, अभी वही कर रही हू. मैने तुझे जो अंडरवेर दिया है, वो तूने चेक कर लिया?
विजय: नही दीदी.
शीला: अर्रे तुम वो चेक कर लो, और मुझे दिखाओ.
विजय: ठीक है, फिर आप भी मुझे.
शीला: क्या मैं भी?
विजय: वो आपकी निघट्य देखनी थी.
शीला: चल ठीक है, मेरे रूम में आजा.
मैने बहुत सेक्सी पिंक कलर का बाबयडॉल्ल निघट्य पहना था, जो मेरी गांद से 3 इंच नीचे था. ऐसा की अगर नैन झूकू तो पूरी पनटी दिख जाए. और आयेज से डीप नेक था, जो ब्रा को भी एक्सपोज़ कर दे. मैने नीचे पिंक कलर का सेक्सी ब्रा पनटी का सेट पहना हुआ था.
जब विजय आया, मैं डोर के पास खड़ी थी. जैसे विजय अंदर आया मैने रूम लॉक कर दिया. विजय ने मुझे मूड कर देखा, और वो देखता ही रह गया. मैं इंडियन पोर्नस्तर जैसी लग रही थी.
शीला: ऐसे क्या देख रहे हो?
विजय: दीदी आपका ये लुक पहली बार देख रहा हू. आप सच में बहुत ब्यूटिफुल हो.
शीला: सिर्फ़ ब्यूटिफुल?
विजय: अर्रे मैं कैसे बतौ?
शीला: क्यूँ मैं तुम्हे सेक्सी नही लगती इसमे?
विजय ( शॉक्ड): हा दीदी आप बहुत सेक्सी लग रही हो.
अब मैने विजय को अंडरवेर दिखाने को बोला. वो बहुत शर्मा रहा था.
शीला: अब क्यूँ शर्मा रहा है? मैं तेरे सामने ऐसे नही हू. वी अरे नाउ फ्रेंड्स, जस्ट चिल ब्रो.
और मैने उसका शॉर्ट्स उतार दिया और उसका त शर्ट भी. अब मेरा भाई मेरे सामने सिर्फ़ अंडरवेर में था. उसका अंडरवेर तोंग टाइप था. वो अपने दोनो हाथो से लंड च्छुपाने लगा. मैने उसके हाथ हटा दिए, और मेरी कमर पर रख दिए.
शीला: देख विजय दर्र मत. ये बात हम दोनो के बीच में रहेगी.
और मैने उसको टाइट हग कर दिया.
विजय: दीदी पर ये ग़लत है. हम भाई-बेहन है.
शीला: ठीक है, तुझे ग़लत लग रहा है ( उसके लंड की और इसरा करते हुए), तो आ खड़ा क्यूँ हो गया है?
उसका खड़ा लंड तोंग में एक्सपोज़्ड हो गया था. मैने उसकी और देख कर नॉटी स्माइल पास की, और उसको पकड़ कर रूम के बाहर करने लगी.
शीला: तू जेया भाई. तुझे सब ग़लत लग रहा है.
आपको क्या लगता है मेरा भाई बाहर जाएगा, या मेरे साथ कुछ करेगा? जानने के लिए अगले पार्ट का वेट करे.