हेलो फ्रेंड्स, मेरा नाम अजय है. मैं 24 साल का हू. मैं देल्ही में पैदा हुआ, और वहीं पाला-बढ़ा हू. चलिए अब कहानी पर चलते है.
मैं जानता था की मेरे कज़िन ब्रदर की मॅरेज आ रही थी. उसकी शादी अटेंड करने का सिर्फ़ एक ही रीज़न था मेरे पास, और वो थी उसकी दुल्हन. उसका नाम गायत्री था. वो मेरे ही कॉलेज में पढ़ी थी, लेकिन ये मेरे कॉलेज जाने से कुछ साल पहले हुआ था.
कॉलेज में रहते हुए मैने काफ़ी बातें सुनी थी उसके बारे में, की वो जवान लड़कों को सिड्यूस करती थी. उसका एक फेवोवरिट कोना था जहाँ पर जाके वो लड़कों की मूठ मार्टी थी, और चुदाई भी करवाती थी. लेकिन वो काफ़ी पहले की बात थी.
ऐसा लग रहा था की उसने अपनी इमेज चेंज कर ली थी, तब से अब तक. पर एक बात अभी भी नही बदली थी, और वो ये थी की गायत्री बहुत सेक्सी थी अब भी. शादी से एक हफ़्ता पहले वो मेरे कज़िन के साथ आई थी. उसने क्रॉप टॉप के साथ टाइट जीन्स पहनी हुई थी. फॅमिली मीटिंग के दौरान उसने कहा की वो ठीक महसूस नही कर रही थी, और वो बातरूम चली गयी.
मैं उसको बातरूम तक लेके गया. सीडीयान चढ़ते हुए उसकी सेक्सी गांद मेरे चेहरे के बहुत करीब थी. मैने उसको अपना बातरूम दिखाया, और वो अंदर चली गयी. फिर मैं उसके बाहर आने तक उससे बातें करता रहा, और उसके आने तक मेरा लंड खड़ा था.
मैने मूठ मारना शुरू कर दिया अपने बेडरूम के दरवाज़े की तरफ देखते हुए. जैसे ही मैने शुरू किया, उसने बातरूम का दरवाज़ा खोला, और मैने रुकने की कोशिश की. उसने मुझे देख लिया, और बोली-
गायत्री: तुम क्या कर रहे थे?
मैं: कुछ नही.
गायत्री: क्या सच में? ऐसा लग रहा था जैसे तुम मूठ मार रहे थे.
मैं: ह्म, ये मेरा कमरा है, और मेरा खड़ा हो गया था. तो मैने सोचा तुम्हारे आने से पहले इसको शांत कर लू.
गायत्री: ह्म… ये तुम्हारा कमरा है. वैसे अचानक खड़ा कैसे हो गया?
वो मेरी आँखों में देखते हुए मेरे करीब आई, और मैं दरवाज़े पर लग गया. दरवाज़ा बंद हो गया. उसने अपना हाथ मेरे सर के करीब रखा, और मैं पीछे हुआ, और मेरा गला सूख गया घबराहट के मारे.
गायत्री: तुम्हे पता है, मैं एक बार चीखी, तो तुम्हारी फॅमिली तुम्हे बाहर कर देगी.
मैं: मुझे माफ़ कर दो प्लीज़!
गायत्री (हेस्ट हुए): रिलॅक्स, स्वीटहार्ट. मैं ऐसा नही करूँगी.
मैं: सच में?
गायत्री: मेरे दिमाग़ में और कोई प्लान है. ओह गोद! तुम कितने जवान हो.
वो मेरे कान के करीब आई, और जिम शॉर्ट्स पर हाथ सहलाते हुए मुझे तड़पते हुए बोली-
गायत्री: मुझे अपने खड़े हुए समान को देखने दो.
मेरे कज़िन की दुल्हन ने मेरे लंड पर हाथ डाला, और उसको हिलने लगी. मैं बिल्कुल जाम गया था, लेकिन मुझे उसके कोमल हाथो को अपने लंड पर फील करके मज़ा ले रहा था. उसने मेरी गर्दन को चाट-ते हुए मेरे कान में आ भारी मेरी मूठ मारते हुए.
मुझे मज़े से काँपते हुए देख गायत्री हासणे लगी, और अपने घुटनो पर बैठ गयी. फिर उसने मेरी शॉर्ट्स खींच कर उतार दी, और रंडी की तरह मेरा लंड देख कर उसके मूह में पानी आ गया. मुझे यकीन नही हो रहा था की ये मेरे कज़िन की बीवी बनने वाली थी.
फिर वो मेरा लंड चूस्टे हुए आहें भरने लगी. मैने भी आहह भारी, क्यूंकी मेरा भी निकलते वाला था. फिर उसने मेरी तरफ देख कर स्माइल करते हुए मेरे लंड पर जीभ घुमाई, और मेरा बहुत माल निकल गया. मेरा माल उसके चेहरे पर, बालों में, और तोड़ा उसके टॉप पर गिर गया.
मैं: ओह शीत! मुझे माफ़ करना.
गायत्री: रिलॅक्स, मुझे ये पसंद है. मुझे टिश्यूस दो.
फिर वो मुझे बातरूम में ले गयी, और सॉफ करने के लिए टवल माँगा. मैने उसको टवल दिया. फिर उसने मेरे हाथ पीछे से अपने छूतदों पर रख दिए.
गायत्री: अपनी जांघों को मेरे छूतदों में टक्कर मारी कुछ वक़्त के लिए. मुझे बहुत अछा लगता है.
फिर मैने अपनी जांघों को उसके छूतदों पर मारा, जब तक वो सफाई कर रही थी. उसके बाद उसने मेरे हाथ अपने बूब्स पर रख दिए, और मैने भूखे भेड़िए की तरफ उनको मसला. वो आ भरते हुए घूमी, और मेरा हाथ अपनी पंत में डाल लिया. मैने उसकी सॉफ्ट छूट को महसूस किया, और उसके गीलेपन्न में खो गया. फिर उसने मेरा हाथ बाहर निकाला, और मेरी गीली उंगलियों को चाटने लगी, और फिर मुझे डीप किस किया.
गायत्री: याद रखो, मैं जल्दी मिलूंगी तुमको, डार्लिंग.
फिर मेरे कज़िन की दुल्हन मेरे कमरे से चली गयी, और मेरे पेरेंट्स को बोली की मैं बड़ा स्वीट और केरिंग हू. शादी 2 महीनो में थी, लेकिन मैं अभी से इसके लिए पागल था. मैं उसको अपने दिमाग़ से निकाल नही पा रहा था.
उसने मुझे कोई नंबर, कोई कॉंटॅक्ट नही दिया, जिससे मैं उस तक पहुँच पाता. लेकिन फिर भी मैं उससे जुड़ चुका था. मैने अपना ध्यान भटकाने के लिए पॉर्न देखा, लेकिन उसमे मुझे मज़ा नही आया. फिर मैने पुरानी गर्लफ्रेंड से सेक्षटिंग करने की कोशिश की, लेकिन वो बिज़ी थी. लेकिन उसने मुझे एक साइट का लिंक दिया, ये बोलते हुए की मैं सेक्षटिंग करने से अछा वाहा विज़िट करू.
मैने लिंक पर क्लिक किया, और उसने सही कहा था. उस साइट पर बहुत सी सेक्सी इंडियन लड़कियाँ है जो आपकी राह देख रही है वर्चुयल सेक्स करने के लिए. उन लड़कियों को देखते हुए मैं खो गया. फिर मैने अपना अकाउंट बनाया, और अपी से पेमेंट करके क्रेडिट्स बाइ किए एक मॉडेल के साथ खेल खेलने के लिए.
उसका जिस्म गायत्री जैसा ही था, और यही मुझे चाहिए था. उसका नाम ‘संजना’ था. मैने उसको एक सेशन के लिए पूछा.
संजना: मैं फ्री हू अभी. मुझे देखना चाहोगे?
मैं: बिल्कुल!
संजना ने बिना पंत के एक लूस पिंक टॉप पहनी थी. उसने अपनी टाँगें मेरे लिए खोल दी. नीचे उसने ब्लॅक-लेस लाइनाये पनटी पहनी थी, जिसमे से उसकी पिंक छूट दिख रही थी. फिर वो खड़ी हुई, और धीरे-धीरे अपनी छूट को कॅम के पास लेके आई, ताकि मैं उसको पनटी उतारते देख साकु.
फिर संजना पिल्लोस वाली दीवार पर टेक लगा कर बैठ गयी, और अपनी छूट को खोल दिया मुझे दिखाने के लिए. उसने आ भारी, क्यूंकी उसकी छूट से पानी निकल कर उसकी छूट को गीला कर रहा था.
संजना: तुम चाहते हो मैं खुद को टच करू, डॅडी?
मैं: हा…
संजना: तुम शुवर नही लग रहे, डॅडी!
फिर मैने उसको खुद को टच करने का हुकुम दिया. उसने अपनी एक उंगली से कॅमरा में देखते हुए अपनी छूट के दाने को रगड़ना शुरू कर दिया. इससे उसकी शरीर में करेंट सा लगने लगा, और उसको मज़ा आने लगा. जब वो खुद को ऐसे कर रही थी, तो मैने उसकी छूट से पानी निकल कर उसकी जांघों पर बहते देखा. इससे मुझमे और जोश भर गया.
मैने अपनी शॉर्ट्स उतार दी, और कॅम को नीचे कर दिया, ताकि वो मेरा लंड देख सके. उसको लंड पसंद आया. फिर उसने धीरे से मेरे देखते हुए अपनी शर्ट उतार दी, और छूट रगड़ते हुए निपल्स से खेलने लगी.
संजना: ओह फक! तुम्हारा लंड मुझे बहुत अछा लगा बेबी! इसको ऐसे दब्ाओ जैसे मुझे छोड़ रहे हो!
फिर मैने उसके देखते हुए लंड हाथ में दबाया. संजना ने अपने बूब्स पकड़े, और उनको मसालने लगी. फिर वो घूम कर मुझे अपनी गांद दिखाने लगी. उसने गांद पर मारते हुए मोन किया. फिर उसने मूड कर मुझे देखा, और छूट रगड़ती रही.
मैं: उन गीली उंगलियों को अपने अंदर लो.
संजना: ओह फक! अब बोल रहे हो!
फिर उसने अपनी उंगलियाँ अपनी बहती छूट में डाली, और सफेद पानी उसमे से निकालने लगा. वो मुझे मूठ मारते देख ज़्यादा ज़ोर से आहें भरने लगी.
मैं: मुझे तुम्हारी छूट को छोड़ना है, संजना!
संजना: मैं भी यहीं चाहती हू! डाल दो मेरे अंदर! भर दो अपना माल मेरे अंदर!
उसके आखरी शब्द मुझ पर असर कर गये. मैं बहुत बुरी तरह झाड़ा. वो मेरे तगड़े लंड में से माल की पिचकारियाँ निकलती देख रही थी.
संजना: ओह फक! ये बहुत हॉट था. देखो मेरा भी निकल रहा है, आ!
वो अपनी छूट को ज़ोर से रगड़ने लगी और चिल्लाने लगी. मैने देखा कैसे उसकी छूट से माल बह कर फैल गया. उसका बिस्तर गीला हो गया, और कॅमरा पर भी कुछ बूंदे चालक गयी. संजना तेज़ साँसे लेती हुई लेट गयी, और अपनी उंगलियों को टेस्ट करने लगी.
मैं: मुझे ये चाहिए था आ!
संजना (हेस्ट हुए): मुझे जब जी चाहे छोड़ो ऐसे ही.
मैं: मुझे ज़रूरत पड़ेगी जब तक मेरे कज़िन की शादी नही हो जाती.
संजना: हहा! मैं समझ गयी! उमीद करती हू वो लड़की तुम्हारे साथ और गंदी हरकतें करे.
फिर उसने लोगौट कर दिया. संजना को भी कुछ-कुछ पता था की गायत्री के पास बहुत सारे प्लॅन्स थे, शादी से पहले उन 2 महीनो में.
कहानी जारी रहेगी…
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