हेलो गाइस मैं रघुबीर हू. प्यार से सब मुझे रघु बुलाते है. मैं वडिषा से हू, और मैं जॉब करता हू. मेरी उमर 27 साल है. हाइट 5’9″ है, और डिक साइज़ 7″ है, और मोटाई का पता नही.
लेकिन मुट्ठी में पकड़ना चाहो तो सिर्फ़ बीच वाली उंगली ही टच होती है. तो आप अंदाज़ा लगा सकते हो मोटाई का. मैं इन्सेस्ट लवर हू. इस स्टोरी की हेरोयिन मेरी मा है. तो चलिए शुरू करते है.
मेरी मा का नाम शालिनी है. वो बहुत खूबसूरत है. आगे उनकी 37 है, लेकिन लगती 28-29 की है. हाइट 5’4″, बूब्स 36ब, कमर 29″, बॅक 38″ से बड़ी लेकिन 40 से कम. गोरी है, और वो हाउसवाइफ है. पापा की किराने की दुकान है.
घर में बस मैं, पापा, और मम्मी रहते है. दादी 6 महीने पहले ही गुज़र गयी. मेरे घर में कोई और लड़की ना होने की वजह से जब भी मैं पॉर्न या फिर स्टोरी पढ़ता, तो अपनी मा को इमॅजिन करके मूठ मारता. मैं 12त क्लास से मूठ मारता हू.
मैं काई दिन से प्लान कर रहा था, की कैसे मा को छोड़ू. लेकिन पापा और दादी की वजह से कुछ कर नही पा रहा था. मा को बोलने में भी दर्र लगता था, तो मैने वियाग्रा लेके रखी थी. की अगर कभी मौका मिले तो छोड़ लू (स्टोरी थोड़ी लंबी है, तो इतमीनान से पढ़ना और मज़ा लेना).
तो हुआ यू की एक दिन (दादी के गुज़रने के बाद) मैं किसी काम से पापा की जेब से पैसे निकाल रहा था. तभी उनकी जेब से एक कॉंडम गिर गया. मम्मी वाहा खड़ी थी, तो उस वक़्त उन्होने कुछ नही कहा, और मुझे भी ऑक्वर्ड लगा तो मैं चला आया.
बाद में मम्मी पापा का झगड़ा हो गया इसलिए की क्यूँ पापा कॉंडम रखे थे. क्यूंकी वो मा को बिना कॉंडम के छोड़ते थे. तो फाइनली पता चला की पापा का अफेर चल रहा था. इसलिए मा अलग हो कर सोने चली गयी ग्वेस्टर्म में. मैं मेरे रूम में सो रहा था, और पापा उनके रूम में.
रात में मोहल्ले में चोर के घुसने से थोड़ी देर तक हल्ला मचा, तो मम्मी को दर्र लगने लगा. झगड़े की वजह से वो पापा के पास ना जाते हुए मेरे रूम में आके सोने लगी. तब मैं सो रहा था गहरी नींद में.
रात के करीब 2 बजे मुझे सस्यू लगा तो मैं उठा, और बातरूम गया. आ कर मैं सोने ही जेया रहा था की देखा मा मेरे बेड पे सो रही थी (सोते टाइम भी मा सारी ही पहनती है, हमारे यहा कामन है). तो मैं सर्प्राइज़ हो गया, और खुश भी हो गया. जिसको छोड़ने की तलब मची थी, आज वो मेरे साथ बेड शेर कर रही थी.
तो मैं उनके बाजू में सोने की आक्टिंग करने लगा. उनको देख के ही मेरी नींद उडद गयी थी. कुछ देर बाद मैने उनके हाथ के उपर हाथ डाल दिया और रिक्षन देखने लगा. कोई रिक्षन नही था, क्यूंकी वो नींद में थी. फिर थोड़ी देर बाद हिम्मत जुटाते हुए उनके छाती पर हाथ रखा. मेरा दिल ज़ोरो से धड़कने लगा था.
फिर भी उन्होने कुछ रिक्ट नही किया, तो मैं सारी और ब्लाउस के उपर से ही बूब्स को मसालने लगा तोड़ा-तोड़ा. लगभग 10 मिनिट मसालने के बाद मेरा प्रेकुं निकल गया, और मैं अपने आप को रोक नही पाया, और हिला के सो गया.
फिर अगले दिन सुबा को मैं जब उठा, तो देखा कुछ छींटे मेरे स्पर्म के मेरी पंत के उपर भी थे, और शायद मा ने भी देखा होगा. अगले दिन भी मम्मी पापा के साथ बात नही कर रही थी. दिन जैसे-तैसे आस यूषुयल बीट गया. रात हुई तो खाना खाने के बाद मा कुछ टॅबलेट ली, और फिर सो गयी.
लगभग 40 मिनिट बाद जब मैने उठ के देखा, की मा सोई या नही, तब वो गहरी नींद में थी. मैं खुश हो गया और मॅन में सोचने लगा, की जो मैं करने का सोच रहा था, वो तो मा ने खुद ही कर दिया. फिर मैने पापा के रूम जाके चेक किया तो देखा पापा भी गहरी नींद में थे.
इससे मेरी हिम्मत थोड़ी बढ़ गयी और सीधा मैं मा के पास चला गया, और उनसे चिपक के सोने लगा. अब मुझे कोई दर्र नही था वो दवाई की वजह से. मैने एक वियाग्रा की पिल भी खा ली ताकि आचे से छोड़ साकु. फिर मैने धीरे-धीरे मा का पल्लू नीचे किया, और ब्लाउस के साथ मूह में ले लिए उनके बूब्स. उनके बूब्स बहुत सॉफ्ट थे.
थोड़ी देर चूसने के बाद, और एक को मसालने के बाद मैने अदला-बदली की. 10-15 मिनिट चूसने के बाद मैं नंगा हो गया, और मा का ब्लाउस उतार दिया, और एक कॅमरा लेके रेकॉर्ड करने लगा. कॅमरा लगा के मैने तो पहले रूम के सारे दरवाज़े और खिड़कियाँ बंद की. फिर बेड पे कूद पड़ा.
उसके बाद मैने मा की ब्रा उतरी, और दोनो हाथो से आचे से बूब्स को मसालने लगा. मैं बूब्स को चाटने चूसने लगा, और निपल को भी रग़ाद रहा था बीह-बीच में. फिर मैं उनको लीप किस करने लगा और पूरा मूह चाटने लगा.
उसके बाद उनके गले से हो कर नाभि तक छाता. फिर उनके पेटिकोट और सारी नीचे से उठाने लगा, क्यूंकी अगर उतार दिए तो आचे से पहना नही पौँगा, और उनको पता चल जाएगा.
ये सब करते हुए गांद फटत रही थी. लेकिन मज़ा भी आ रहा था. फिर मैं उनकी पनटी तक पहुँचा, और पनटी का मिड्ल पार्ट जो छूट को च्छूपाता है, उसे सूंघने लगा. बड़ी अजीब बदबू थी, लेकिन मज़ा आ रहा था. कुछ देर सूंघने के बाद चाटने लगा पनटी के उपर से.
पूरा गीला कर दिया पनटी को, फिर तोड़ा साइड करके डाइरेक्ट छूट में मूह लगा के चूसने लगा. मैं सर्प्राइज़ हो गया क्यूंकी मा की छूट पे कोई भी बाल नही था. लगता है 2-3 दिन पहले ही शेव की होगी. फिर मैने चूस-चूस के पूरा गीला कर दिया, और एक उंगली डालने लगा.
अभी तोड़ा सा ही डाला था, की मा ने करवट ली. मेरी तो फटत के 4 हो गयी थी. मुझे लगा अभी पकड़ा जौंगा. तो मैं कुछ देर के लिए रुका और फिर सब कपड़े वग़ैरा अड्जस्ट करके सोने जाने लगा.
लेकिन तब तक वियाग्रा का असर होने लगा था. तो मैं एक हाथ से मा के बूब्स को दबाने लगा, और दूसरे से हिलने लगा. लगभग 50 मिनिट के बाद मेरा पानी निकालने वाला था. मैं घूमा ही था के सारा माल जाके मा के पेट, ब्लाउस, सारी, गले और चीक्स पे पड़ा. बहुत माल निकला था तब. मुझे कुछ सूझ ही नही रहा था तब.
2 मिनिट मैं पड़ा रहा. फिर उठ के टिश्यू पेपर लिया, और मा को सॉफ करने लगा. पहले फेस, फिर नेक, फिर सारी, फिर पेट, और आख़िर में ब्लाउस. सब तो सॉफ नही हो पाए. फिर भी जितना कर सकता था किया. अभी भी मेरा मॅन नही भरा था. लंड भी खड़ा था, तो हिम्मत करके उनके लिप्स तक लिया, और तोड़ा मूह खोल के छोड़ने लगा.
इस बार 20 मिनिट ऐसे करने के बाद भी मुझे जोश चढ़ा हुआ था, तो उतार के हिलने लगा दोनो हाथो से. फिर करीब 1 अवर और 20 मिनिट बाद मेरा माल निकला. इस बार तोड़ा कम था पहले से. फिर मैं तक के सोने लगा. मुझे ख़याल ही नही रहा की मा के उपर मैं कम करके सो गया था.
जब सभा मा उठी तो उनके मूह से अजीब बदबू आने लगी. कपड़े भी कुछ-कुछ जगह पर चिप-चिप लगने लगे. उनको समझना बाकी नही रहा की क्या थी वो चीज़े. तो वो सोचने लगी की क्या मेरा ही बेटा ये सब किया है. उनको यकीन नही हो रहा था. फिर वो चली गयी.