bete ke dost ki maa ki chudai यह सत्य कहानी अभी 6 अप्रैल 2014 की है जब मैं मेरे लड़के को JEE कि एक्जाम दिलाने पास के सहर में ले कर जाने वाला था | जब सुबह 7 बजे घर से निकला तो एक चौराहे पर मेरे लड़के का दोस्त भी अपनी माँ के साथ मिला मैंने सोचा कि सिर्फ लड़का ही जायेगा एक्जाम देने पर जब ओ दोनों मिले तो मेरा लड़का आगे कि सीट से उतर गया और दोस्त कि मम्मी को बोला कि ”आंटी आप आगे के सीट पर बैठ गाये मैं और अंकित पीछे बैठ जाता हु” तो दोस्त कि माँ आगे कि सीट में बैठ गई और बैठते समय मेरे से हाथ मिलाने को आगे बढ़ाया तो मैंने भी हाथ बढ़ा दिया पर जैसे ही उनसे हाथ मिलाया ऐसा लगा जिसे पुरे सरीर में करेंट लगा हो बहुत ही मुलायम हाथ है उनके इतने में उन्होंने कार का दरवाजा लगाया तो मैंने कार स्टार्ट किया और चल दिए | उन मेडम की उम्र करीब 35-38 के आसपास होगी गोरे रंग की है ओ हलके हरे-केसरिया रंग की साड़ी और केसरिया रंग का ब्लाउज पहन रखा था कलाइयों में मैच करती चुडिया पहन रखी थी,खुल्ले बाल थे इस उम्र में भी मोटापा उनके पास नहीं फटका, उनका जिस्म एकदम से फिट है पर बूब्स बड़े बड़े है ओ बड़े मादक अंदाज में तिरछी नजर से कभी कभी मेरी तरफ देखती |
कुछ देर में ड्राइविंग ग्लास को ऐसा सेट कर दिया कि उनके चेहरा दिखने लगा मुझे मेरा ध्यान कार ड्राइविंग देखने में ज्यादा था कुछ देर में टोल नाका आया तो खुद ही अपनी छोटी से पर्स को अपने ब्लाउज से स्तन के पास से निकाला और मुझे देने लगी तो मना कर दिया तो जबरजस्ती मेरे हाथ में 100 कि नोट रख दिया मैंने टोल नाका में पेमेन्ट किया और आगे बढ़ गए ,मेन मिरर ग्लास में देखा तो उनके साडी का पल्लू नीचे गिरा था और ब्लाउज का खुल गया था उनके सेक्सी बूब्स दिखने लगे सेक्सी बूब्स को देखते देखते एक्जाम सेंटर पहुच गया 8 बजकर 20 मिनट पर बच्चे और मैं मेडम के साथ कार से नीचे उतर गए दोनों बच्चे एक साइड में जाकर अपने कोर्स और एक्जाम के बारे में बाते करने लगे तो मैं और ओ मेडम एक पेड़ के नीचे खड़े होकर बाते करने लगे जान पहचान में सबसे पहले उनका नाम पूछा तो पता चला कि मेडम का नाम ‘पूनम खत्री ‘ है पति के बारे में पूछा तो बताया कि ओ दुबई में जाब करते है और तीन तीन साल में एकात बार ही आते है तो मैंने पूछ लिया कि आपका समय कैसे पास होता है तो उदास होकर बोली बस समय काट रही हु
बाते करते करते 9 बज गए बच्चे एक्जाम सेण्टर में अंदर चले गए और हम दोनों कार में जाकर बैठ गए और बाते करने लगे , मैं FM रेडिओ लगा दिया और अपने सैमसंग गैलेक्सी में विडो सांग देखने लगा इतने में पुनम खत्री का लड़का आया और बेग में से 12 वी का ओरिजनल प्रवेश पत्र निकाल कर जाते समय बोला अंकल स्कूल वाले अंदर नहीं ले रहे है मैं जल्दी से अंकित के साथ चला गया और करके वापस आया तो देखा कि पूनम मेरे मोबाइल को अपने हाथ में लेकर कोई बड़े चाव से एक वीडिओ देख रही थी, बीडीओ देखने के बाद बोली बहुत मस्त वीडिओ है आपके पास तो मैंने बोला कौन से है जो आपको अच्छी लगी तो पहले तो सरमाई पर जब मैंने उनसे आग्रह किया तो बोली ये वाले ,मैं उस वीडिओ को देखा तो ओ वीडिओ पोर्न फ़िल्म के थे मैं पहले सरमाया और फिर बोला आपको कहा से मिल गए ये तो बोली ढूढ लिया और उसमे से एक वीडिओ मुझे दिखाया [जिसमे एक ओरत घोड़े से चुदा रही थी]और बोली ऐसी भी ओरते है तो मैंने बोला हां है ना तभी तो इसमें दिख रही है , कुछ देर बाते करने के बाद पूनम बोली चलिए कही बाहर चलते है यहां घुटन हो रही है बहुत भीड़ है [ एक्जाम सेंटर पर करीब 300 लोग इधर उधर फैले हुए थे] तो मैंने बोला किधर चलू तो पूनम बोली कि मैं बताती हु आप यहाँ से तो चले तो मैंने कार स्टार्ट किया और स्कूल के गेट से बाहर निकले तो पूनम ने कहा कि सिटी से बाहर कि तरफ चलते है जहा सुकून से बाते कर सकू तो मैं सिटी से करीब 15 KM बाहर आ गया और एक घने पेड़ कि छाया में कार खड़ी कर दिया और कार से उतर कर कार के ओलट में कार कि सीट का कवर रख कर दोनों नीचे बैठ गए और बाते करने लगे पूनम ओ पोर्न फिल्मे देखे जा रही थी चाव से उनके सारी के पास से गिर गया था उनके मस्त मस्त उन्नत उरोज़ दिख रहे थे ,