मैं अपने रूम मे जाने के बाद मों को अनिल बनकर ही किया व्हातसपप पे. पर मों का रिप्लाइ नही आया, वो ऑफलाइन थी तो मैने फिर दबे पाव जाकर उसके रूम मे देखा. तो पापा नीचे लेते हुए थे ओर मों नंगी उनके उपर चढ़ कर छुड़वा रही थी.
मैने अपने मोबाइल से भी मों को व्हातसपप किया : “ही मों, जाग रही हो क्या?”
पर मों का रिप्लाइ आब्वियस्ली नही आएगा क्योकि वो अपनी छूट की गर्मी को शांत करने मे बिज़ी थी.
पापा: डार्लिंग देर हो चुकी हैं और मई भी तक गया हूँ, कल करते हैं ना आचे से…
मों: प्लीज़ फक मे यार, आज मस्त छोड़ो मुझे कल फिर से छोड़ना!
पापा: आज कल तुम बहुत ही ज़्यादा एग्ज़ाइटेड रहती हो चूड़ने के लिए, बात क्या हैं?
मों: क्यूँ, नही होना चाहिए क्या?
पापा: ऐसी बात नही पर ये चीज़ जवानी मे अची लगती हैं, इस उमर मे ये अछा नही लगता.
(सीन ये था की पापा थके हुए थे और मों मस्त चुदसी थी. कुछ देर बाद पापा झाड़ गये और सो गये पर मों अभी भी प्यासी थी. उसने अपना मोबाइल उठाया तो मैं समझ गया की वो अनिल को मेसेज करेगी.)
मों: ही अनिल.
मे (अनिल): हेलो डार्लिंग, क्या कर रही हो?
मों: कुछ नही, बस अपने हब्बी से आधा चुड़कर बेती हूँ.
मे (अनिल): कोई टेन्षन नही, कल बेटे से झंकार छुड़वा लेना. अब बताओ आज कैसा रहा? बेटे का पानी निकाला की नही लंड हाथ मे लेकर? (मों ने मुझे पूरी स्टोरी बता दी).
मे (अनिल): वाउ, तुम तो एक कदम आयेज निकल गयी.
मों: हन यार, उसका बड़ा लंड हाथ मे देख कर कंट्रोल नही हुआ. मॅन तो किया की उसी वक़्त अंदर ले लू जब वो मेरी छूट के उपर रगड़ता था, तब मॅन मे था की काश वो अंदर डाल दे पर उसने डाला नही.
मे (अनिल): इसका मतलब की तुम अपने बेटे से चूड़ने के लिए रेडी हो?
मों: एस, पति तो आधा छोढ़ कर सो जाता हैं और बेटा अपना पूरा लंड मेरी छूट मे डालने के लिए मारा जेया रहा हैं.
मे (अनिल): तो कल उसके बर्तडे के दिन अपनी छूट उसे गिफ्ट कर दो. ये दिन तुम दोनो के लिए यादगार बन जाएगा.
मों: ह्म.. अब बताओ करना कैसे हैं? क्या प्लान हैं कल का?
मे (अनिल): कल के लिए मेरी तरफ से कोई प्लान नही.
मों: मतलब…?
मे (अनिल): अब तक मैने तुम्हे सिखाया की अपने बेटे से चूड़ना कैसे हैं और कल तुम मुझे दिखावगी की अपने बेटे से असली मे चूड़ते कैसे हैं. योउ जस्ट गो वित आ फ्लो, तेरा बेटा अपने आप ही अपनी मंज़िल ढूँढ लेगा.
मों: ह्म…
मे (अनिल): हन पर एक बात का ध्यान रखना की वो जब भी तुम्हे फक करना चाहे, उसे ये महसूस ना होने देना की तुम भी उसके लंड की उतनी ही प्यासी हो और ना ना करते उससे चुड जाना.
मों: ओक, याद रखूँगी.
मे (अनिल): तो फिर कल के लिए गुड लक और तुम अभी एक काम करो.
मों: क्या?
मे (अनिल): अभी तुम्हारा पूरा हुआ नही तो तुम वॉशरूम जाकर अपने बेटे का नाम लेकर छूट मे उंगली करो. तो तुम्हारे अंदर अगर तोड़ा भी गिल्ट कही बाकी हो तो निकल जाए, गुड नाइट.
मों: ओक, गुड नाइट.
(मई मों से अनिल बन कर जब छत कर रहा था तब अपने ओरिजिनल व्हातसपप से मों को थोड़ी थोड़ी देर बाद : ही मों, सो गयी क्या? क्या कर रही हो? के मेसेज भी डालता था.)
मों ने अपने कपड़े सही किए और अपने रूम को बाँध करके बाहर कॉरिडर मे आई. मई पहले से अपने कमरे मे पहुच गया था. मों बाहर वेल कामन वॉशरूम मे गयी. कुछ देर बाद उसका मुझे ऑनलाइन देख कर रिप्लाइ आया:
मों: अब तक तू सोया नही..?
मे: कहा से मों, तुमने नींद जो उड़ा रखी हैं. मैं कब से तुम्हे मेसेज कर रहा हूँ लेकिन रिप्लाइ ही नही दे रही थी. तबीयत तो अब सही हैं ना? ठंड तो नही लग रही..?
मों: नही बेटा, अभी तो अछा हैं और वो मैं सो गयी थी.
मे: मों, तुम को तो अछा होना ही था. तुमको टॉनिक जो इतना तगड़ा पिलाया हैं.
मों: ह्म बहुत आचे, एक थप्पड़ पड़ेगा.. ज़बरदस्ती मेरे मूह मे डाल दिया था तूने.
मे: अगर तुम उसे उसकी असली जगह मे डालने देती तो ऐसा शायद नही करना पड़ता.
मों: ह्म…
मे: पापा भी पागल हैं जो इतनी सेक्सी वाइफ को सोने दे रहे हैं. अगर मेरी बीवी होती तो हर रोज़ सुहग्रात होती.
मों: ह्म देखेंगे जब तेरी बीवी आएँगी, तब देखते हैं की तू उसे कब तक डेली सेक्स करेगा.
मे: फ्यूचर का वेट क्यू करना हैं आज का देखो. तुम हो ना फिलहाल मेरी बीवी, तुम आ जाओ, तुम्हे अभी छोड़ के दिखा डू.
मों: नही बेटा, मैने तुम्हे कितनी बार उस चीज़ के लिए माना किया हैं, मुझे भी बार बार नो बोलना अछा नही लगता.
मे: तो फिर एस बोल दो ना. मों, कल लास्ट दे हैं हमारे 5 डेज़ मिया-बीवी ड्रामे का और कल मेरा बर्तडे भी हैं. मैं चाहता हू की बर्तडे गिफ्ट मे मुझे तुमसे सेक्स करना हैं.
मों: नही बेटा, वो नही.
मे: क्या मों, हमारे बीच ऑलमोस्ट सब हो तो चुका हैं और तुमने तो मेरा लंड मूह मे लेकर पानी भी पी चुकी हो. तो अब एक और चीज़ देने मे क्या प्राब्लम हैं?
मों: नही बेटा, इस पर तेरे पापा का ही हक़ हैं, मैने तुझे पहले भी कहा था ये. बेटा तू कुछ और माँग ले.
(मैने मों को बहुत कन्विन्स किया पर वो माना ही कर रही थी.)
मे: ओक मों तो फिर ठीक हैं. मेरी विश हैं की मुझे तुम्हे कल सुबह नंगा देखना हैं.
मों: (कुछ सोचने के बाद) ओक, मुझे मंज़ूर हैं.
मे: थॅंक्स पर एक शर्ट हैं की तुम्हे नंगा मे अपने हाथो से करूँगा.
मों: अब ये क्या बात हुई यार?
मे: बस यही बात हैं, या तो मुझे अपनी छूट दो या फिर नंगा करने दो.
मों: ठीक हैं पर तुझे पता हैं ना तुझे क्या नही करना हैं?
मे: नही, मुझे बस इतना पता हैं की मुझे क्या क्या करना हैं.
मों: मतलब?
मे: तुमसे सेक्स के अलावा सब कुछ कर सकता हूँ ना..?
मों: हन बेटा कर लेना, मेरी छूट या गांद मे लंड डालने के अलावा तू कुछ भी कर लेना, ये बर्तडे गिफ्ट हैं मेरी तरफ से, अब तो खुश?
मे: एस मों थॅंक योउ.
मों: अब सो जेया देर हो चुकी हैं, चल गुड नाइट.
मे: ओक मों गुड नाइट (और मैने मोबाइल बाँध कर दिया).
मों अंदर बातरूम मेरे नाम की फिंगरिंग कर रही थी : “आ..आ…फक मे बेटा तेरा लंड कितना बड़ा हैं. अपनी मों को तो ये अंदर तक निचोड़ देगा…आ..आ”. ऐसे वो हल्के मे मोन कर रही. फिर कुछ देर बाद वो झाड़ गयी और वापस अपने रूम मे आकर सो गयी.
(दे 6: जड्ज्मेंट दे)
आज सुबह मे देर से उठा, मों मुझे जगाने नही आई. मैने देखा तो मों नहा कर मस्त सारी पहनकर किचन मे काम कर रही थी.
मों आज सच में मस्त सेक्सी लग रही थी. मैने मॅन बना लिया की अभी इसी किचन मे मों की छूट मे अपना लंड डालूँगा. मुर्गी कूटने को रेडी थी बस तोड़ा चारा ही डालना था.
मई फटाफट हाथ मूह धोकर किचन मे आ गया और मों को पित्से से हग किया. मैने आते टाइम एक वियाग्रा भी खाली जिससे अपनी पहली चुदाई पे मों को इंप्रेस कर साकु क्यूंकी ‘फर्स्ट इंप्रेशन इस लास्ट इंप्रेशन’.
मों: ओह..तुम उठ गये, हॅपी बर्तडे बेटा.
मे: थॅन्स मों, पापा चले गये?
मों: हन वो तुम्हे उठाने ही वेल थे विश करने पर मैने माना किया की तुझे सोने दे. अभी थोड़ी देर मे उनका कॉल आएगा शायद.
मे: ह्म (और मैं मों को हग करते हुए उसके बूब्स को सारी के उपर से टच करने लगा.)
मों: (हाथ हटाए हुए) तुम तो सुबह सुबह रेडी हो गये.
मे: क्या मों आज के दिन तो ऐसा मत करो आज मेरा बर्तडे हैं.
मों: (कुछ सोच के) ओक ठीक हैं, आज के दिन कोई रोकटोक नही, खुश?
मे: सच में…किसी भी चीज़ की नही?
मों: हन बस उसको छ्चोड़ कर.
मे: क्या मों तुम भी (और मों हासणे लगी.)
मे: ओक तो मेरा बर्तडे गिफ्ट…?
मों: तुझे पिछले 5 दीनो मे कितना कुछ मिल चुका हैं, अभी भी तुझे गिफ्ट चाहिए?
मे: हार पर एक चीज़ तो बाकी हैं.
मों: (मुस्कुराते हुए) जो तुझे मिलने से रही.
मे: ह्म…उसके अलावा भी.
मों: उसके अलावा क्या?
मे: मुझे तुमको बिना किसी कपड़े के पूरा नंगा देखना हैं.
मों: (कुछ सोचते हुए) नही बेटा मुझे शरम आएगी. वैसे कल हम दोनो पूरे नंगे हो तो गये थे ना.
मे: हन पर तुमने सब कुछ अंधेरे मे ही करवाया था. मों जब कोई छोटा बचा किसी खिलोने को देख कर ज़िद करता हैं तो उसे वो खिलोना दिखता तो हैं.
मों: इसका क्या मतलब?
मे: जिस छूट के लिए तुम मुहज़े माना कर रही हो, कूम से कूम उसे देखना तो मेरा हक़ बनता हैं ना. और अंधेरे मे तो उसे रगड़ा भी तो हैं.
मों: (तोड़ा सोचकर) ठीक हैं, आज तेरा बर्तडे हैं इसलिए तुझे दिया तेरा गिफ्ट पर सिर्फ़ देखना. (और मों उल्टा घूम के वापस अपना काम करने लगी.)
मे: मों दिखाओ ना यार…
मों: मुझे काम हैं बेटा और तू छोटा बचा तो नही अब, तू खुद ही देख ले. (और मों ने हल्की सी स्माइल दी.)
मैं मों का इशारा समझ गया की आज वो अपने बेटे के हाथो से नंगी होना चाहती हैं. तो मैने भी देर ना करते हुए मों को पीछे से जाकर चिपक गया.
मैं एक हाथ से मों के बूब को प्रेस करता गया और दूसरे साथ से उसकी सारी को निकलता गया. कुछ ही देर में सारी और पेटीकोत, ब्लाउस वगेरह हटा दिया, अब मों सिर्फ़ ब्रा और पनटी मे थी.
वा! क्या गजब का माल लग रही थी पीछे से. बड़ी मस्त गांद, गड्राए हुई झांगे अया..आ. मैने फाटक से अंदर हाथ डाल के मों की पनटी को निकल दिया और उसकी ब्रा को भी आज़ाद कर दिया और उसे उल्टा घुमा दिया.
मे: वा..मों क्या बाला की सेक्सी दिखती हो तुम बिना कपड़ो के. (मों अपना सिर नीचे करके शर्मा रही थी.)
मों: देख लिया हो तो अब बाँध करू?
मे: नही मों इतनी देर मे थोड़ी आचे से देख सकता हूँ.
मैने जाकर मों के मूह को चूमने लगा और उसके बूब्स को दबाने लगा, वो भी साथ देने लगी. मई भी जल्दी से अपने कपड़े उतार कर नंगा हो गया.
मों: ये क्या कर रहा हैं??
मे: वोही जो ह्यूम पहले कर लेना चाहिए था.
मों: नही बेटा ये ग़लत होगा. किसी को पता चल गया तो बहुत बदनामी होगी, तेरे पापा मार डालेंगे मुझे.
मे: मतलब की तुम्हे दर सिर्फ़ लोगो का हैं, मुझसे चूड़ने के लिए रेडी हो…
मों: अरे तू समझा कर बेटा, तेरे पापा को मैं चीट नही कर सकती.
मे: एक बात बताओ, तुम्हारी लाइफ मे ज़्यादा इंपॉर्टेंट कौन हैं, तुम्हारे पेरेंट्स या पति?
मों: ऑफ कोर्स, सबके पेरेंट्स ही होते हैं.
मे: तो जब तुमने कॉलेज मे अपने ब्फ से अपनी सील तुडवाई थी तब क्या तुमने अपने पेरेंट्स की पर्मिशन से किया था? क्या तुमने उन्हे चीट नही किया था उस वक़्त?
(मों चुप थी)
मे: और आज भी तुम उनकी नॅज़ारो में एक सांकारी बेटी हो, क्यूंकी उन्हे अभी तक वो पता नही. इसी तरहा तुम पापा की नज़रो में हमेशा सांकारी बीवी ही बनी रहोगी और मई संस्करी बेटा. (मों तोड़ा सा कन्विन्स्ड दिख रही थी)
मों: मगर बेटा…
मे: अगर मगर क्या मों? ये जो तुमने ब्रा खरीदी थी उस दिन (मों की निकली ब्रा को हाथ मे लेकर) उसके पहले तुमने एक ऑरेंज कलर की ब्रा ट्राइ की थी, याद हैं ना?
मों: हन, वो मुझे पसंद आई थी पर साइज़ तोड़ा छोटा था और एक ही पीस था तो वापस रख दिया और ये ब्लू वाली ले ली थी.
मे: तुम्हारे ही बगल के ट्राइयल रूम मे से एक लड़की बाहर आई, उसने वोही ऑरेंज वाली ब्रा को ट्राइ किया और उसे वो ब्रा फिट आने पर उसे पॅक करवा के चली गयी.
मों: तो?
मे: और ये तूने ब्लू वाली जो खरीदी हैं, उसको भी कितनो ने ट्राइ किया होगा ना?
मों: हन पर मैने उसे आचे से वॉश करके ही पहना हैं. तू कहना क्या चाहता हैं आख़िर?
मे: मों, तो तू बस आज अपनी छूट को एक ब्रा की तरहा मान ले और एक बार उसे मुझे ट्राइ करने दे. ऐसा तो हैं नही की एक बार मुझसे चूड़ने से तेरी छूट छोटी हो जाएगी या पापा को पता चल जाएगा.
मों: नही बेटा (और वो वापस उल्टा घूम गयी).
मे: (पीछे से उसे दबोचते हुए) मैं जानता हूँ की पापा तुझे आचे से सॅटिस्फाइ नही कर पाते और तुम्हारी फिंगरिंग भी सुनी कल बातरूम मे. अपने बेटे के लंड को इमॅजिन करके छूट मे उंगली कर सकती हो पर बेटे का लंड छूट मे नही ले सकती, हैं ना?
मों: बेटा तू समझा कर, एक बार हम इस पे चल पड़े तो वापस लौटना नामुमकिन हैं.
मे: मुझे कोई परवा नही.
मों: हुमारा रिश्ता भी हुमेशा के लिए बदल जाएगा, मैं तुमसे नज़रे नही मिला पौँगी.
मे: एक बार अपनी छूट से लंड मिलवा दो फिर ज़िंदगी भर तुम प्यार भारी निगाहो से देखोगी. और हुमारे रिश्ते के साथ साथ तुम्हारी सेक्स लाइफ भी चेंज हो जाएगी.
मों: नही बेटा तुम सेक्स के अलावा कुछ भी कार्लो, मैने तुम्हे कल बोला भी था ये.
तो मैने भी नीचे झुका कर अपना मूह मों की छूट मे डाल दिया और अपनी ज़ुबान से मों की छूट को चाटने लगा. मों आ…आ करने लगी और मेरे सिर के बालो को सहलाने लगी.
बाकी की कहानी अगले एपिसोड मे जो इस स्टोरी की सीज़न 1 का फाइनल एपिसोड होगा.