बेटे ने मां को जिंदगी की बेस्ट चुदाई का मजा दिया

मॉर्निंग में 8 बजे मेरी आंख खुलती है तो मैं अकेला बेड पर नंगा लेटा होता हूं। मम्मी नहीं दिखती, जैसी ही रात की घटना याद आती हैं, मेरा लंड फिर खड़ा हो जाता है।

मैं बाथरूम मैं जाता हूं, तो वहां मम्मी के ब्रा पैंटी पड़े होते है। फिर किचन की तरफ जाता हूं, तो मम्मी मैक्सी में चाय बना रही होती है।

मम्मी की मैक्सी में से बड़े-बड़े कूल्हे और दोनों कुल्हों की दरार में फसी मैक्सी देख कर ( मम्मी ने ब्रा पैंटी नहीं पहनी होती है), मन करता है पीछे से जाकर लंड मम्मी की गांड में घुसा दूं। फिर मैं पीछे से मम्मी को बाहों में भरते हुए “गुड मार्निंग मम्मा”

मम्मा: गुड मॉर्निंग बेटा, और केसी रही रात?

मैं: बिल्कुल स्वर्ग के जैसी।

मम्मी: चल फ्रेश हो जा, मैं चाय लेकर आती हूं।

मैं: मम्मा चाय बाद में पियेंगे, पहले मुझे आपको चोदना है।

मम्मी: पागल हैं क्या, रात की चुदाई से मेरी चूत सूज गई, और मुझसे ढंग से चला भी नहीं जा रहा है। जो करना हैं रात को करेंगे।

मैं फ्रेश होकर आता हूं, और मम्मी के साथ चाय पीने बैठ जाता हूं।

दोपहर को लंच के बाद दुबारा मुझे सेक्स का मन करता है। तो मैं मम्मी के बेडरूम में जाता हूं। मम्मी टीवी देख रही होती है।

मम्मी: क्या हुआ बेटा?

मैं: सॉरी मम्मी, रात को मेरी वजह से…

मम्मी:‌ पागल हैं क्या? इसमें सॉरी वाली क्या बात है? रात को तूने इतने मजे दिए कि दर्द का पता ही नहीं चला।

मैं: और मम्मी आपकी चूत कैसी है अब?

मम्मी: थोड़ी-थोड़ी सूजन है, रात तक ठीक हो जाएगी।

मै: मम्मी मैं सेक कर देता हूं, ताकि जल्दी आराम मिल जाएगा।

मम्मी: ठीक है।

फिर मैं सेक करने वाली थैली लाता हूं, और मम्मी के पैरो की तरफ बैठ कर मम्मी की मैक्सी ऊपर कर देता हूं। मम्मी ने ग्रीन पैंटी पहनी होती है, और उस पर रेड गुलाब के फ्लावर बने होते है। मम्मी ब्रा पैंटी माडर्न पहनती है, जिन्हें देख कर ही लंड खड़ा हो जाता है।

फिर मैं मम्मी की कमर से पैंटी की इलास्टिक पकड़ता हूं तो मम्मी तुरंत अपनी गांड ऊपर उठा देती है, जिससे पैंटी आसानी से खुल जाती है। मम्मी की चूत कुछ फुली हुई सी लगती है, और मैं मम्मी से बात करता हुआ चूत की सिकाई करता हूं।

मैं: मम्मी आप तो सर के लंबे लंड से कई बार चुद चुकी हो। फिर भी आपको इतना दर्द क्यों हुआ? और हां, मुझे भी आपकी चूत थोड़ी टाइट लग रही थी।

मम्मी: बेटा मैं जिससे भी चुदी हूं, उनमें सबसे मोटा लंड तेरा ही है।

मैं: मम्मी, आप कितनों से चुदी हो अब तक?

मम्मी: तीन से शादी से पहले और दो से शादी के बाद।‌ और अब तुम।

मैं: क्या! आप शादी से पहले भी चुदी हो?

मम्मी: हा!

मैं: कब और कैसे?

मम्मी: जब मैं कॉलेज में थी, तब। मेरी क्लास का लड़का छुट्टी के बाद मेरे साथ सेक्स कर रहा था, तो मैथ्स वाले टीचर ने देख लिया, और मुझे मेरे मैथ्स वाले टीचर के साथ भी सेक्स करना पड़ा। उस वक्त उनके लंड 4″ के होंगे। फिर अपने बॉयफ्रेंड के साथ। उसका लंड 5″ का था। फिर तेरे पापा, जिनसे तो मुझे चुदना ही था, और फिर तेरे सर। तेरे सर और तेरा लंड 6 इंच का है। लेकिन सर का लंड 2″ मोटा ही था। और तुम्हारा तो 3″ मोटा है।

मै: और पापा का।

मम्मी: हम्मम 5″ का।

और धीरे-धीर मेरा लंड खड़ा हो जाता है।

मैं: मम्मी मुझे आपको चोदना हैं।

मम्मी: नहीं बेटा, अभी नहीं, रात को जितना चोदना है चोद लेना।

मैं: ठीक हैं, मम्मी फिर मैं आपकी गांड को चोद लेता हूं।

मम्मी: पागल है क्या? मैंने आज तक गांड में लंड नहीं लिया, अगर तेरा इतना मोटा लंड जाएगा तो मैं तो मर ही जाऊंगी।

मैं: मम्मी कुछ नहीं होगा, मैं आराम से करूंगा।

मम्मी: नहीं-नहीं।

मैं अपने चेहरे पर उदासी लाते हुए।

मैं: प्लीज मम्मी मान जाओ ना। देखो मेरा लंड कितना टाइट हो गया। अगर आपको नहीं करना है, तो मत करो मैं अपने रूम मैं जा रहा हूं।

मम्मी: चल ठीक है, तुझे अगर मेरी गांड मारनी है, तो 2 दिन रुकना पड़ेगा।‌ और हां, मेरी एक शर्त है।

मैं: मम्मी मैं आपकी बड़ी गांड का दीवाना हूं। इसके लिए आप जो बोलोगी मैं कर सकता हूं।

मम्मी: चल ठीक है, इन दो दिनों में कोई सेक्स नहीं।

मैं: चलो ठीक है, लेकिन परसो क्या हैं?

मम्मी: बेटा परसो के दिन आपके पापा से मेरी शादी हुई थी।

मै: ओह! सॉरी मॉम, मैं तो भूल ही गया था।

और नीचे झुक कर मम्मी की चूत पर जीभ लगा देता हूं।

मम्मी: बेटा अभी तुमने प्रोमिस किया था ना।

मैं: हां तो मम्मी, आपने सिर्फ सेक्स के लिए मना किया है। बाकी सब तो मैं कर ही सकता हूं।

मम्मी मुस्कराने लगी, और मैं मम्मी की चूत चाटने लगा। मम्मी की सिसकारियां शुरू हो गई।

मम्मी: बेटा तुम भी ऊपर आ जाओ।

फिर मैं और मम्मी 69 की पोजीशन में आ जाते है। मम्मी मेरा लंड चूसने लगती हैं, और मैं मम्मी की चूत चाटने लगता हूं। 15 मिनट की चुसाई के बाद हमारा पानी निकल जाता हैं जिसे हम पी जाते है।

2 दिन बाद मॉर्निंग में।

मैं: गुड मॉर्निंग मम्मी।

मम्मी: गुड मॉर्निंग बेटा, क्या बात है आज तू बड़ा खुश लग रहा हैं?

मैं: मम्मी आज मेरा सपना जो पूरा होने वाला है।

मम्मी: ओह, तो ये बात है।

मैं: आज आप दो साल बाद दुबारा अपनी शादी की मैरिज एनिवर्सरी सेलिब्रेट करोगी, वो भी अपने बेटे के साथ।

मम्मी: हमम, चलो मेरे लिए भी यह नया तजुर्बा रहेगा।

शाम को-

मम्मी: बेटा, मैं पार्लर जा रही हूं।

मैं: ठीक है मम्मा।

दोस्तों मैं समझ गया कि‌ आज तो मेरी लॉटरी लगने वाली थी। आज तो मजा ही आ जायेगा जब मैं मम्मी की गांड की सील तोडूंगा। फिर जैसे ही मम्मी पार्लर गई, मैं भी फेस मसाज के लिए सैलून गया, और मार्केट से वियाग्रा की टेबलेट ले आया। शाम को मम्मी पॉर्लर से आई, तो‌ मम्मी के चहरे पर चमक थी, और मम्मी बहुत सुंदर लग रही थी।

मम्मी: बेटा मैं खाना ले आई, पहले खाना खा लेते है, फिर ड्रेस चेंज करके केक काटते है। और हां, तू भी फ्रेश होले।

मैं: ओके मम्मा।

दोस्तों हमने शाम के 7 बज चुके थे। तो आज हमने जल्दी खाना खा लिया, और मम्मी अपने रुम मैं ड्रेस चेंज करने चली गई, और मैं भी तैयार होकर केक काटने की तैयारी करने लगा।

1 घंटे बाद जैसे ही मम्मी आई।

वाह, मम्मी एक औरत कम अप्सरा ज्यादा लग रही थी। लाल साड़ी, लाल ब्लाउज, और होंठ भी एक-दम लाल, ऊपर से मेकअप, मेरी तो आंखे ही नहीं हट रही थी। पूरा लंड लोहे की रोड की तरह टाईट हो गया। जी कर रहा था, यही टेबल पर घोड़ी बना कर पहले एक बार चोद लू, लेकिन सब्र का फल मीठा होता है।

मैं: वाव मम्मी, आप तो इस ड्रेस में बहुत ही ज्यादा सुंदर लग रही हो।

मम्मी: थैंक्स बेटा, चल केक काटते हैं।

फिर मैंने और मम्मी ने केक काटा, और एक-दूसरे को केक खिलाया।

मुझसे सब्र नहीं हो रहा था, तो मैं मम्मी को गोद में उठा कर तुरंत बेडरुम में ले गया।

मम्मी: अरे रुक तो जा, मुझे गिराएगा क्या।

मैं: मम्मी, मैंने आपकी शर्त पूरी की। अब आप अपना प्रोमिस पूरा करो।

मम्मी: अरे हां मुझे पता है। लेकिन आराम से बेटा, हमारे पास अभी पूरी रात है।

मैं मम्मी को बेड लिटा देता हूं, और बाहों में भरकर किस करना स्टार्ट कर देता हूं। मम्मी भी मुझे बाहों मैं कस लेती है, और मेरा साथ देती है।

फिर हम एक दूसरे के होंठो और जीभ को चूसना शुरु कर देते है।

थोड़ी देर बाद मम्मी मेरी जीभ को अपने मुंह में लेकर चूसने लगती है। 10 मिनट बाद मेरी जीभ दर्द करने लगती है, तो मैं मम्मी के मुंह से अपनी जीभ निकाल लेता हूं, और तुरंत मम्मी के ऊपर चढ़ कर मम्मी की जीभ को अपने मुंह में लेकर तेज-तेज चूसने लगता हूं। मेरी इस चुसाई से मम्मी दर्द से तड़प उठती है, और पैरों को बेड पर मारते हुए मुझे अलग कर देती ही।

मम्मी: पागल हैं क्या, ऐसे करते है क्या कोई?

मैं: सॉरी मम्मी, क्या करूं, आपकी जीभ और होंठ आज बहुत रसीले लग रहे हैं।

मम्मी: चल ठीक है अब मेरी बारी, तेरे मोटे लंड का पानी पीना हैं।

मैं: ठीक हैं मम्मी, लेकिन कपड़े खोल लेते है पहले।

फिर मम्मी मेरी टी-शर्ट और पायजामा खोल देती है। और मैं मम्मी के ब्लाउज के बटन खोल कर अलग कर देता हूं। मम्मी की ट्रांसपेरेंट रेड ब्रा से, मम्मी के बूब्स एक दम तने-तने, और उभरे हुए बहुत ही सेक्सी लग रहे थे। मैं ब्रा के ऊपर से ही मम्मी के बूब्स दबाने लगा।

थोड़ी देर बाद मम्मी ने मुझे लिटाया, और मेरी अंडरवीयर अलग खोल दी। मेरा लंड सीधा 90 डिग्री के एंगल पर खड़ा हो गया। फिर मम्मी एक हाथ से मेरे लंड को मसलने लगी, और लंड पर किस करने लगी। अभी तक मम्मी ने मेरा लंड मुंह में लिया नहीं था। सिर्फ लंड के मुंह पर जीभ फिरा रही थी। कभी-कभी ऊपर से ही चाट रही थी।जिससे मुझे अजीब से गुदगुदी होने लगी।

फिर मम्मी ऊपर आई, और मेरी जीभ को चूसने लगी, और मैंने मम्मी के पेटीकोट का नाड़ा खोल दिया, और हाथों को पेटीकोट के अंदर डाल कर मम्मी के बड़े-बड़े कुल्हों को मसलने लगा। जैसे मैंने अपना हाथ मम्मी की गांड के ऊपर फिराया, तो मुझे कुछ अजीब से लगा। जैसे कोई टाईट जी चीज मम्मी की गांड में घुसी हुई हो।

फिर मम्मी वापिस नीचे की तरफ सर को ले गई, और गप्प से मेरे लंड को लेकर चूसने लगी। थोड़ी देर चुसाई के बाद मम्मी खड़ी हुई, तो पेटीकोट मम्मी के पैरो के नीचे गिर गया। मम्मी रेड ट्रांसपेरेंट ब्रा पेंटी बहुत ही हॉट लग रही थी। एक दम गोरा चिकना बदन।

फिर मम्मी मेरे पैरों पर बैठ कर लंड को चूसने लगी। मम्मी के लिपिस्टिक लगे रेड होठों से लंड कि चुसाई को देख कर मुझे कंट्रोल करना मुश्किल हो रहा था, और मैं मम्मी के मुंह में ही झड़ गया। मम्मी भी मेरा पूरा वीर्य गटक गई। और मेरी जांघो पर बैठ कर

बोली-

मम्मी: कैसा लगा ध्रुव?

मैं: मम्मी, मजा ही आ गया आज तो। मम्मी आज तो आपकी बॉडी बहुत गोरी लग रही है।

मम्मी: बेटा मैंने पूरी बॉडी की वैक्स करवाई है तुम्हारे लिए।

मैं: चलो मम्मी अब मैं आपके चिकने गोरे बदन को प्यार करता हूं।

दोस्तों फिर मम्मी लेट जाती है, फिर मैं मम्मी के ऊपर आकर पूरे बदन पर किस करना शुरू कर देता हूं। मम्मी आंखे बंद कर लेती है। फिर मैं अपने हाथ मम्मी की कमर में ले जाता हूं, तो मम्मी अपनी कमर ऊपर कर लेती है, और मैं मम्मी की ब्रा का हुक खोल कर मम्मी के बूब्स को आजाद कर देता हूं।

फिर जीभ को मम्मी के दोनों निप्पलों पर फिराता हूं, जिससे दोनों निप्पल एक-दम खड़े हो जाते है। और अब एक बूब्स को मुंह में लेकर, दूसरे को हाथों से मसलना शुरू कर देता हूं। मम्मी की आंखे बंद रहती है, और तेज-तेज सांसे और हल्की-हल्की सिसकारियां निकालना शुरू कर देती हैं। वो मेरे सिर के बालों में हाथ फेरने लगती है।

आधे घंटे की चुसाई में मम्मी के दोनों बूब्स लाल हो जाते है, और मम्मी मुझे रोक लेती है।

मैं: मम्मी चूसने दो ना, मजा आ रहा है।

मम्मी: बस कर बेटा, दर्द हो रहा है। कल चूस लेना। अभी चूसने को और भी कुछ है।

मैं मम्मी का इशारा समझ जाता हूं, और मम्मी के पैरों की तरफ आता हूं, तो मम्मी खुद अपने कूल्हे ऊपर उठा लेती है। और मैं मम्मी की पैंटी निकाल देता हूं। वाह, मम्मी की चूत तो एक-दम क्लीन शेव्ड, और नीचे गांड में ये क्या घुसा हुआ था स्टील का चमकीला सा।

मैं: मम्मी आज तो आपकी चूत पहले से ज्यादा चिकनी लग रही है।

मम्मी: बताया ना मैंने, पूरी बॉडी की वैक्स करवाई है। तो चूत की भी करवा ली।

मैं: मम्मी आपकी गांड में ये क्या लगा हुआ हैं?

मम्मी: बेटे गांड को ढीला करने के लिए, बटप्लग लगा रखा हैं, ताकि तेरा मोटा लंड जाए तो ज्यादा दर्द ना हो।

मैं: मम्मी कब लगाया ये आपने?

मम्मी: दो दिन से इसी की प्रैक्टिस कर रही थी। तभी तो चुदाई के लिए मना किया था।

फिर दोस्तों मैं मम्मी चूत के ऊपर और चारों तरफ जीभ फिराने लग गया, और चूत की चुसाई स्टार्ट कर दी। मम्मी भी मेरे सिर पर हाथ रख कर दबाव देने लगी, तो मैं भी जीभ मम्मी की चूत में घुसा कर अंदर से चाटने लगा, और एक हाथ की उंगली चूत में घुसा दी, और दूसरे हाथ की उंगली से क्लोटोरियस को रगड़ने लगा।

मेरी इस क्रिया से मम्मी ज्यादा देर टिक नही पाई, और आह्ह्ह्ह आह्ह्ह्ह् आह आह आह आईईईई आआह्हह की आवाज के साथ झड़ने लगी। मैंने भी मम्मी की चूत का पूरा पानी पी लिया, और साथ ही साथ मेरा लंड भी खड़ा हो गया।

मम्मी: क्या बात है बेटा, आज तक मेरी चूत को किसी ने ऐसे नहीं चाटा। मजा आ गया। चल तू लेट जा, मैं तुझे मजे देती हूं।

मैं लेट गया, और मम्मी मेरे ऊपर आ गई, और पैरों को कमर के साइड में रख कर, मेरे लंड को पकड़ कर चूत के मुंह पर लगा कर धीरे-धीर बैठने लगी। मेरा लंड मम्मी की चूत को चीरता हुआ पूरा अंदर घुस गया। इस दौरान हमारी दोनों की चीख निकल गई। मम्मी थोड़ी देर ऐसे ही बैठी रही।

मम्मी: बेटा, तुम तैयार हो?

मैं: यस मम्मा।

फिर मम्मा धीरे-धीरे उपर-नीचे होकर लंड पर कूदने लगी। थोड़ी देर बाद मुझे भी मजा आने लगा, और मैं भी नीचे से धक्का देने लगा। अब मम्मी ने स्पीड बढ़ा दी, और तेज-तेज मेरे लंड पर चूत मारने लगी। साथ ही मम्मी के बड़े-बड़े बूब्स भी हवा में उछलने लगे। रूम थप थप थप थप थप की आवाजों से गूंजने लगा।

ये सीन मैंने सिर्फ ब्लू फिल्न में देखे थे, लेकिन हकीकत में देख कर मेरे लंड में और जोश आ गया।

फिर मम्मी घूम गई, और दोनों हाथों से मेरे पैरो को पकड़ लिया, और पंजों के बल बैठ कर फिर लंड पर उछलने लग गई। मेरा लंबा मोटा लंड मम्मी की चूत में अंदर-बाहर निकलता साफ दिखाई दे रहा था। और मम्मी की गांड में घुसा हुआ बटप्लग भी दिखाई दे रहा था।

मम्मी और मेरी सिसकारियां निकल रही थी। लेकिन मम्मी के बड़े-बड़े कूल्हे और जांघो के भिड़ने से थप थप थप की आवाज ज्यादा आ रही थी। थोड़ी देर बाद मम्मी‌‌ बोली-

मम्मी: बेटा मैं थक गई हूं, अब तुम करो।

मैं: ठीक हैं मम्मी, आप घोड़ी बन जाओ।

मम्मी बेड से नीचे उतर कर अपने दोनों हाथ बेड पर रख कर घोड़ी बन गई। फिर अपने मुंह में से थूक लेकर चूत पर लगा लिया।

मैं भी बेड से नीचे उतरा, और मम्मी के पीछे खड़ा होकर मम्मी की चूत पर लंड रख कर एक जोर का झटका मारा, और पूरा का पूरा लंड मम्मी की चूत में घुसा दिया। मम्मी के मुंह से चीख निकल गई।

मम्मी: आह‌ बेटा, आराम से।

मैं: ठीक है मम्मी।

और अब मैंने मम्मी की कमर पकड़ी, और जोर-जोर से धक्के मार कर मम्मी को चोदने लगा। कमरा फिर मम्मी की सिसकारियां और थप थप की आवाजों से गूंजने लगा।

मम्मी:आह्ह्ह्ह आह आह आह आहा हां चोदो मेरी चूत को इस मोटे लंड से।

उनकी आवाजें मुझे और जोश दिलाने लगी।

10 मिनट की चुदाई के बाद मेरा झड़ने वाला था, तो मैंने लंड निकाल लिया, और मम्मी को बेड पर पीठ के बल लिटा दिया।

जैसे ही मैं मम्मी के ऊपर आया, तो मम्मी ने अपने दोनों पैर हवा में उठा लिए। फिर खुद ही एक हाथ से मेरे लंड को पकड़‌ कर अपनी चूत के मुंह पर रख कर‌ बोली।

मम्मी: बेटा एक जोर के धक्के में पूरे लंड को घुसा दे।

मैंने भी अपनी पूरी ताकत लगा कर एक धक्का मारा, और लंड झटके से मम्मी की चूत में। मम्मी एक लंबी सी आईईईई की आवाज निकालते हुए मुझे खींच कर मुझे किस करने लगी।

मम्मी: बेटा अब तेज-तेज धक्के मार कर चोदो मुझे। बस मेरा निकलने ही वाला है।

मैं: मेरा भी निकलने वाला है मम्मी, दोनों साथ ही झड़ेंगे।

फिर मैंने दोनों हाथों से मम्मी के बूब्स को पकड़ा, और धक्के मारने लगा।

मम्मी: हां बेटा ऐसे ही,‌ओर जोर से चोदो। मैं झड़ने ही वाली हूं।

और मम्मी भी अपनी गांड उठा-उठा कर नीचे से धक्के देने लगी। मेरी भी सिसकारियां निकलने लगी।

मैं: आ आआ मम्मी तुम्हारी गुलाबी कसी हुई चूत बहुत मेरे लंड को जला रही है। मैं भी आने वाला हूं।

मम्मी: मेरा निकलने वाला है जोर-जोर से चोदो मुझे। हां-हां चोदो-चोदो मेरी चूत को अपने लंबे लंड से। अपने गर्मा-गर्म रस से मेरी चूत भर दो, चोदो जोर से, मेरा पानी छुटने वाला है।

मम्मी ने दोनों पैरो से मुझे जकड़ लिया, और मुझे कस कर बाहों में भरते हुए झड़ने लगी, और साथ ही मैं भी जड़ने लगा। 1 मिनट बाद हमारी पकड़ ढीली हुई, तो मैं मम्मी के ऊपर ही लेटा रहा। हम एक-दूसरे के होंठो को चूसते रहे।

10 मिनट बाद उठे तो पूरी बेडशीट हमारे रस से गीली हो गई थी।

मम्मी खड़ी हुई और बाथरूम जाने लगी, तो देखा अभी भी उनका पानी निकल कर जांघों पर बह रहा था।

फिर मैं और मम्मी बाथरूम जाकर वापस बेड पर आ गए और बातें करने लगे।

मम्मी: मजा आ गया आज तो। जिंदगी में पहली बार ऐसी चुदाई हुई है।

मैं: मुझे भी आपकी कसी हुई चूत को चोद कर मजा आ गया।

मम्मी: चल सो जाते है, थक गया होगा तू।

मैं: मम्मी, अभी कहां, अभी 12 ही बजे है। अभी तो मुझे आपकी गांड भी मारनी है, आपने प्रोमिस किया था।

मम्मी (मुस्कराते हुए): अच्छा इतनी ताकत है मेरे बेटे में। चल ठीक है थोड़ा आराम कर लेते है, फिर मार लेना।

अगले पार्ट में कैसे मैंने मम्मी की गांड की सील तोड़ता हूं पढ़िए।

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