बेल गाड़ी वाले ने मा को कुतिया बनाया

पिछले पार्ट मे अपने पढ़ा की दूर से एक बेलगाड़ी आती हुई दिखाई दी और पास आई तो उसमे सब मर्द भरे पड़े थे.

अब आयेज…

मा ने शर्मा कर मूह झुका लिया. पर गत्री की कसी हुई पतली कमर उउंम्म.. उसका मुलयूं पेट पल्लू के अंदर और दूध से भारी च्चती देख कर बेल गाड़ी को मा के सामने रोक दिया. और बोला-

“कहा जाएगी..?”

मा- (शरमाते हुए) वो…वो..मुन्ना टेलर के यहा जाना है.

“आछा अपना मुन्ना. आजा बेत जेया”

मा- (शरमाते हुए) इसमे जगह..कहा है.

तभी एक हरामी बोला. अरे भाभी आ तो जाओ देखो कितनी जगह है.

“अरे आजा इश्स धूप मे कब तक खड़ी रहेगी, मॅर जाएगी पसीने से”

और इतना बोल कर बेल गाड़ी वाला मा का पसीने मे भीगा पेट घूर्ने लगा. और मॅन ही मॅन बोला..क्या चिकनी है साली यो औरत, कसम मेरे लोड साली का जिस्म निचोड़ कर छ्चोड़ूँगा एक बार आजा मेरी रानी.

मा की भू धूप मे खड़े हालत कराब हो रही थी. अब क्या ही करती वो. और बेल गाड़ी मे बेत्ने लगी.

“अरे वॉया मत बेत आयेज आ यहा मेरे पास जगह है बहोट”. मा ने देखा वॉया जगह तो है और इन्न सब मर्दो के बीच मे भी नही बेतना पड़ेगा और वो आयेज बेत गयी और बेल गाड़ी चलने लगी. पीछे बेते सब मर्द गत्री की पीछे से उसकी गोरी नंगी कमर घूर रहे थे और लंड भी मसल रहे थे.

तभी एक घड़डा आया और पीछे से किसी ने मा की कमर कासके पकड़ कर दबा दी.

मा- आहहााअहहूूच्च….

“माफ़ कर्दे भाभी..वो घड़ा आ गया था”

मा की सास मॅन ही मॅन चलने लगी और शर्मा कर मूह नीचे कर लिया . अब कैसे च्छुपाए अपनी नंगी कमर को इन्न भूके कुत्टो से. तभी एक और गद्धा आया और मा बेल गाड़ी वेल के साइड मे फिसल गयी.

मा- आआआआअहहूओुच्च..

वो तो वेसए ही मौका देख रहा था…उसने पास आते ही मा की कमर मे हाथ डाल दिया और कासके नोच कर पकड़ ली.

मा- आआआआहह…हुहह..हुहह..हुहह

“तू चिंता मत मैने तुझे पकड़ लिया है अब तू गिरेगी नही”

मा- (शरमाते हुए) जी नही कोई बात नही…मई..ठीक हू…

“अरे कोई बात नही तू गिर गयी तो..चोट लग जाएगी.”

वो माना नही और उन्न सब मर्दो के बीच मे मा कुछ और बोल नही पाई अब बेल गाड़ी वाले ने एक हाथ से गत्री की कमर नोच कर पकड़ रखी थी और एक से बेल की रस्सी. एसी मादक औरत की चिकनी कमर पकड़ कर कैसे कोई पागल नही होगा और ये तो सुबह से बेल गाड़ी चला रहा था और मा का मुलयूं जिस्म उसके हाथ मे था तो कुछ करके मानेगा.

तभी उसने मा की कमर को और कासके पूरा हाथ लगा कर पकड़ लिया और उंगलिया गाड़ दी.

मा- आहह…हुहह…हुहह…हुहह..

“तू प्रेशानि मत हो तुझे कासके पकड़ लिया मैने अब तू नही गिरेगी”. मा को शरम आने लगी क्यूकी उसको रक्त अब ब्दने लगी वो बेल चलते हुए मा की कमर जिसको उसने नोच कर पकड़ा था अब वो दबा रहा था. मा की सास तेज होने लगी.

कही ऐसा ना हो ये उनकी चिकनी कमर और मुलयूं पेट को कचा चबा कर चूसने के मूड मे हो. क्यूकी मा जानती थी की कोई भी मर्द उसका मुलयूं पेट और क्मर देख कर उसके पीछे लग जाते थे और किसी तरह उसका कांड करके ही जाने देते थे.

उसके पठार जैसे हाथ अपनी चिकनी मुलयूं नंगी कमर पर महसूष करके मा साँझ गयी ये बहोट भूका है और शयड उनके जिस्म को सही से चबा डालेगा. तभी आयेज 2-3 आदमी और मिल गये और उसको भी बेल गाड़ी मे बिता लिया और 2 को आयेज मा के साथ बिता लिया मा अब बेल गाड़ी वाले के और चिपक गयी और दूसरा मर्द मा का जिस्म देखते ही उसके कासके चिपक कर बेत गया.

वो साँझ गयी की अब इनकी हराकते ब्दने वाली है. और तभी दूसरी साइड बेते हुए आदमी की कोनी मा के चुचो मे घुसने लगी और मा की सास तेज हो गयी. उसकी कमर बेल गाड़ी वाले ने नोच कर पकड़ रखी थी और चुचो मे कोनी घुस रही थी. तभी शर्मा कर मा ने बेल गाड़ी वाले की टरफ़ देखा तो उसकी आँखो मे अपने जिस्म के भारी हवस देख कर उसने शर्मा कर मूह झुका लिया.

धूप तेज थी और मा के जिस्म पर पसीना आ रहा था जिसने भीग कर उसका जिस्म और मादक लग रहा था. तभी साइड मे बेते हुए मर्द ने मा की कोनी उसके चुचो मे कासके घुसा दी अंदर..

मा- आहह….हुहह..हुहह..

“क्या हुआ कैसे दर गयी”

मा- ..आहह..वो…वो..बस ऐसे ही. तोड़ा झटका लग गया था.

“झटके तो तेरी कसी हुई छूट मे मारूँगा कसम से चियर के रख दूँगा साली तुझे…गर्र्र्रर”बेल गाड़ी वाला मॅन ही मॅन बोला. उससे भी अब कंट्रोल नही हो रहा था. उसको अब गत्री का पूरा जिस्म कासके नोचना था फिर चूस चूस कर उसको छोड़ना था. कसम से बहोट तड़प रहा था वो.

उसका हाथ अब गत्री की कमर से उसके पेट पर आने लगा. गत्री की सास तेज होने लगी. तभी 2 सवारी और मिल गयी. अब इनको खा बिताएगा ये मा सोचने लगी. अब उसने उनको भी आयेज बिता लिया और मा को अपनी जगह बिता दिया बेल के पीछे.

मा- मई…यहा कैसे…मई कैसे बेल गाड़ी चलवँगी…?? मुझे नही आती.

“अरे तू चिंता मत कर, मई ही चलौँगा बस तेरे बेत्ने का जुगाड़ कर रहा था. ”

मा- तो आप खा बेतोगे?. मई उतार जाती हू.

“अरे नही तू मत उतार सब हो जाएगे.. पीछे से जैसे ही बेल गाड़ी वाले ने मा की नंगी गोरी चिकनी नंगी कमर देखी…उम्म्म्मममममममम…पसीने मे भीगी हुई….उसका लंड खड़ा हो गया और आँखे लाल हो गयी.

मॅन ही मॅन हवस भारी आवाज़ मे वो बोला..”ग्र….साली क्या चीज़ है…कमर इतनी चिकनी है इसकी छूट कितनी गुलाबी होगी मदारचोड़…इसकी छूट का पानी पीऊँगा आज.”

और वो गत्री के पीछे बेत गया..एकद्ूम चिपक कर भेंचोड़…उम्म्म्मम..दोनो टाँग गत्री के दोनो टरफ़ और पीछे से उसका लंड धोती मे गत्री की गांद मे टच होने लगा.

मा- हुहह..हुहह….हुहह..हुहह…

“क्या हुआ?”

गत्री कुछ नही बोली. तभी बेल गाड़ी वेल ने मा के हाथ मे बेल को कंट्रोल करने वाली रस्सी डेडी और मा के हाथ बिज़ी हो गये और तभी उसने मा की कमर मसलते हुए कककचह….से उसका मुलयूं पेट पल्लू मे हाथ डाल कर नोच कर पकड़ लिया..

भेंचो….गत्री की आँख बंद हो गयी और सिसकिया निकलने लगी.

मा- (दबी आवाज़ मे) आहह..हुहह..हुहह..हुहह..

“मुझे टा है साली…गरम हो रही है तू…ऐसे ही चुप छाप बेती रह कसम मेरी जान वरना तेरी छूट को बीच कर तेरा पानी निकल दूँगा…उउम्म्म्म”

मा की हालत कराब होने लगी. गर्म तो वो हो रही थी. उसका मुलयूं पेट यूयेसेस ड्राइवर ने कासके नोच लिया और मसल कर खिच रहा था उसकी मुलयूं खाल. वो बेल की रस्सी पकड़ कर बस सिसकिया ले रही थी और अपनी गांद मे पीछे से ड्राइवर का मोटा लंड महसूस रही थी.

मा- हुहह..हुहह…हुहह..आहूहह..

तभी उसने जोश मे और कासके पेट नोच लिया और मा के कान मे बोला-

“तेरा पेट कचा चबा जौंगा साली…बहोट गरम माल है तू. एकबार अपना दूध पीला दे ”

बोल पीलाएगी ना….वरना यही तेरा ब्लाउस खिच लूँगा…साली ये सब तेरा दूध निचोड़ कर तेरे चुचे चबा देंगे…बोल मेरी जान.”

क्या करती बेचारी गत्री पूरी बेल गाड़ी हवस कर कुत्टो से भारी थी और उसका जिस्म भी इश्स बेल गाड़ी वाले कब्ज़े मे था उसने हन करदी. पर उसकी हालत कराब हो रही थी धूप मे बेल गाड़ी पसीना और उपर से उसका मुलयूं पेट उससने नोच रखा था.

और कुछ ही देर मे पूरी बेल गाड़ी खाली हो गयी. और ऐसे ही बेल गाड़ी वाला मा को अपने झोपडे मे लेके आ गया. मा का पेट मसल कर मज़े लेते हुए वो मा को अपने झोपडे मे ले आया. फिर मा उसके झोपडे मे अंदर घुसी ही थी की उसने मा को दीवार पर धकका दिया और कक्च्छ…से उसके पैसना भरे हुए मुलयूं पेट मे मूह घुसा कर काट लिया.

मा- आआआअहहुऊम्म्म्मममममम…उूुउउफ़फ्फ़…

गत्री के मुलयूं पेट से उसका पसीने चूस कर यूयेसेस बेल गाड़ी वाले ने मा की कमर मे उंगलिया गाड़ कर पकड़ ली और उसके मुलयूं पेट को और ज़ोर से दांतो से चबा कर छहुउसने लगा…उउम्म्म्मम..बुरी तरह सिसकिया लेती हुई गत्री उसकी ताक़त और हवस के आयेज हारने लगी और उसने कुत्ते की उसको चूसने शुरू कर दिया.

स्सपप्रर कककच…कककच..कक्च…उउम्म्म्म..उउंम्म…उम्म्म..ससपरर..

स्पपररर..ससपरर..कककच..कक्च्छ..कककच..उउम्म्म्मममममममममममम…

पपकचह..प्पउक्च..उम्म्म्म..ससपरर.कक्च…कककचूंम्म्मममममम

उउम्म्म्मम…प्पउक्च..क्या पेट है तेरा साली…कुटिया….खा जौंगा तुझी….आककचह

मा- आआआआआआआआआआआआआआआअहह..मेरी नाभि…..हुउम्म्म्ममम…म्मरर गयी..

15 मिनिट तक बेल गाड़ी वाले ने कासके चबा कर गत्री का पेट मज़े से छहुउसा और उसकी नाभि पर काट भी लिया. गत्री ने रहट की सास ली की मेरी तरह उसने नाभि को चबा कर भर नही निकाला खा नही गया वरना वो पागल हो जाती.

और जैसे ही नाभि को छहुउस कर वो टा, भेक्त्ि हुई गत्री को देख कर उसने बॉल पकड़ कर टेबल पर घोड़ी बना दिया…और सारी खिच कर…उसकी मोटी गोल सफेद गाअंड के बीच मे उसकी कसी हुई गुलाबी फाक देख कर वो शॉक हो गया.

“हुहह…हुहह..मदारचोड़…साली अप्सरा है तू…इतनी गुलाबी कसी हुई फाक है तेरी…भेंचोड़….का औरत है. तेरी छूट को चबा कर तेरा र्ष्स पे जवँगा. उसका लंड बुरी तरह फड़कने लगा.

कचााटतत्त्ताआआआआआआआअक्क…एक जोरदार थप्पड़ उसने मा की गोल मादक गांद पर दे मारा..

मा- आआआआआआआआआआआआआआआअहह….

इतनी मादक गांद और छूट देख कर उसके मूह से पानी निकलने लगा और उसने सिद्धा मा की फाक पर चूसना शुरू कर दिया. उउम्म्म्मम..अपनी गुलाबी कसी हुई फाक उसकी जीभ लगते ही गत्री और भेकने लगी.

मा- आअहहुउऊुुुुुउउम्म्म्मममममम..आहह..आहहूऊंम…अफ…….आहह…आहहूऊम्म्म्मम..

उउम्म्म्मममम….उउम्म्म्मम..

और बेल गाड़ी वेल ने भी मा की गुलाबी फाक को छहुउस कर उसका र्ष्स पीना शुरू कर दिया.

“उउंम्म.स्पस्र.र..प्पुउच्च…प्पउक्च..प्पउक्च..प्पउक्चहपुक्च्छ’

“..प्पउक्च…प्पउक्च…प्पउक्च…प्पुउक्क…ससपरर..स्परर….

स्परर..स्रप्रप्प..प्पुउच्च..प्पुकच्छ…प्पउक्च..प्पउक्च..प्पुउच्च…ससपरर..

पागलो की तरह चूस्ते हुए उसने मा की गुलाबी फाक को जोश मे आके काट लिया..

ककककककककचह…..

मा- आआआआआआआआआआआआआआआआआआआअहुउफफफफफफफफफफफफफफ्फ़……..

“साली…भेंकीलोड़ी…आज तो तू…ये ले.. और एक फड़कता हुआ लंड मा की फाक मे घुस गया.

मा- आआआआआआआवउुुुुुुुुुुुुुुुउउफ़फ्फ़…….उम्म्म्ममममम…

बेल गाड़ी वाले का लंड ज़्यादा लंबा नही था पर मोटा था. मा की गुलाबी फाक थोड़ी खुल गयी और कमर पकड़ कर उसने मा को कुत्ते की तरह छोड़ना शुरू कर दिया…

फचह…फचह…फच…फच..फचह..घप्प्प्प..घप्प्प्प..घपाआ

आआआआआआआआआआआआआहह….मरड़चोड़…..आओउम्म्म्ममममममम..

ग्घहप्पा….घपाआ..घप्प्प्प..घप्पाा..ग्घहप्प्प्प…घपाा…घप्प्प्प्प…ग्घहपाआ

फफच..फच..फच..फच्छ….धप्पाआ..द्धप्प्प….धप्प्पाा…द्धप्प्प्प…

“क्या औरत है तू भेंचोड़…..ये ले…

फचह…फचह…फच…फच..फचह..घप्प्प्प..घप्प्प्प..घपाआ

आआआआआआआआआआआआआहह….मरड़चोड़…..आओउम्म्म्ममममममम..

ग्घहप्पा….घपाआ..घप्प्प्प..घप्पाा..ग्घहप्प्प्प…घपाा…घप्प्प्प्प…ग्घहपाआ

फफच..फच..फच..फच्छ….धप्पाआ..द्धप्प्प….धप्प्पाा…द्धप्प्प्प…

कुटिया बन कर चूड़ते हुए मा मुस्कुराने लगी. बेल गाड़ी वाला उसमे झटके मारता जा रहा था और गत्री मुस्कुराते हुए.

यह कहानी भी पड़े  किचन में मारी मा की गांद


error: Content is protected !!