एक दूसरे की बहन की चुदाई

समीर- यह क्या कह रहा है…?? हमीदा बाजी तेरे से बड़ी हैं, और मोटी भी है वह !
समीर ने यह नहीं सोचा था कि रफ़ीक इस कुत्तागिरी पर उतर आएगा।
रफ़ीक- देख समीर, मैं तेरे फायदे की बात कर रहा हूँ। वहीदा छोटी भी है और उसका किसी से कोई चक्कर भी नहीं है, जबकि हमीदा… कोई लड़का छोड़ा है उसने गली का?..जिसके साथ सोई न हो। जिसका उसने लिया न हो? 4 दिन घर से गायब रही थी, मुझे मालूम है गोवा में आरिफ और अनुज के साथ थी, फोटो देखे हैं मैंने तेरी बहन के चड्डी में और नंगे भी, गोवा के बीच पर.. और तेरी अम्मी कहती रही कि खाला के घर गई है। सोच ले फ़ायदा तेरा ही है।
समीर- बस कर यार मुझे भी सब मालूम है…लेकिन यार हमीदा बाजी नहीं मानेगी…
“तू उसकी फ़िक्र मत कर वह मुझ पर छोड़ दे ! तेरी बाजी (बड़ी बहन) है इसीलिए अब तक कुछ नहीं किया था।”
“ठीक है तू हमीदा बाजी को पटा, मैं वहीदा के साथ कुछ करता हूँ।”
रफ़ीक- तेरी बाजी को मैं अभी लाया 10 मिनट में !
समीर- नहीं उसको पटाना इतना आसान भी नहीं है, नहीं ला सकता तू उसको 10-15 मिनट में।
रफ़ीक- शर्त लगाता है? अगर ले आया तो उसकी तेरे सामने लूँगा।
समीर- चल शर्त लगी।
“ठीक है ! और नहीं ला पाया तो मैं तेरी छोटी बहन वहीदा की तेरे सामने पूरी नंगी करके लूँगा…??”
“ठीक है, अभी आया 10 मिनट में तेरी चुदक्कड़ बाजी हमीदा को लेकर !”
कह कर रफ़ीक चला गया।
इधर समीर ने वहीदा को बुला कर उसको ब्लू फिल्म दिखाना शुरू कर दी, उसे मालूम था कि रफ़ीक शर्त हार जाएगा और वह उसकी छोटी बहन वहीदा की लूँगा।
समीर ने वहीदा को नंगा करके अपनी गोद में बिठा रखा था, उसका हाथ उसकी मासूम छोटी सी योनि को सहला रहा था और वह आः आआह्ह्ह कर रही थी।
समीर ने उसको बेड पर लिटा दिया और उसकी योनि में मुँह लगा दिया था- आह… उई… उम्म… समीर भाई जान… छोड़ दो।
फिर जब वहीदा पूरी तरह जोश में आ गई तो समीर ने उसको कुतिया बनाया बेड पर और उसके पीछे से उसकी योनि पर लंड रख दिया।
अभी लंड का अग्र भाग (टोपी) अन्दर गई ही थी कि तभी दरवाजे की घण्टी बज गई।
समीर ने देखा कि अभी मात्र 15 मिनट हुए थे और शायद रफ़ीक आ गया था।
तय शर्त के मुताबिक समीर कमरे से बाहर निकल कर छुप गया, रफ़ीक हमीदा बाजी के साथ था। बाजी ने पीला कुरता और सफ़ेद सलवार पहन रखी थी।
उसने हमीदा को कमरे में किया और मेरे पास आया, बोला- देखा समीर, मानता है मुझे ! अब शर्त के अनुसार तू खिड़की में से अपनी बाजी की चुदाई का कार्यक्रम देख।
समीर- छोड़ न यार, मैं तो मजाक कर रहा था ! मैं नहीं देखूंगा.. तू जाने दे उसको।
रफ़ीक- देखना तो पड़ेगा ! आखिर शर्त लगाई है तूने मुझसे ! यह ले स्टूल और खड़ा हो जा खिड़की पर !
समीर ने खिड़की से झांक कर देखा हमीदा बाजी मज़े से ब्लू फिल्म देख रही थी।
रफ़ीक कमरे में चला गया, उसने हमीदा बाजी के पहले कंधों पर हाथ रखा और फिर कुछ कुछ सेकंड में उसका सफ़ेद दुपट्टा गले से अलग कर दिया। रफ़ीक ने बाजी को अपने सीने से लगा लिया।
समीर ने सोचा नहीं था कि एक दिन अपनी बड़ी बहन को इस तरह से अपने ही दोस्त से चुदते देखूंगा।
हमीदा की पीठ समीर तरफ थी, रफ़ीक ने समीर को आँख़ मारते हुए अंगूठे से उसकी तरफ इशारा किया, उसने बाजी के कुर्ते की चेन खोलना शुरू की और दूसरा हाथ उसका बाजी के चूतड़ों पर था।
यह कहानी आप अन्तर्वासना.कॉम पर पढ़ रहे हैं।
समीर को बड़ा अजीब सा लग रहा था, अपनी बहन को अपने सामने नंगा होते हुए देख रहा था।
हमीदा की पीठ पर उसका हाथ था और हमीदा बाजी उसके होंठो से होंठ लगाए हुए थीं।
तभी रफ़ीक थोड़ा सा अलग हुआ और उसने बाजी की सलवार का कमरबंद (नाड़ा) खोल दिया।
सफ़ेद पटियाला सलवार सरकती हुई फर्श पर जा गिरी, तभी समीर एक आईडिया सूझा, समीर ने वहीदा को अपने पास बुला लिया और उसको गोदी में लेकर खिड़की से अन्दर का नज़ारा दिखाया।
वह खिलखिला कर हँस पड़ी, समीर ने उसको चुप रहने का इशारा किया।
“हमीदा बाजी और रफ़ीक भाई जान भी यह सब खेलते हैं?” वहीदा ने मासूमियत से पूछा।
“हाँ, वे दोनों दोस्त हैं।” समीर ने खिड़की से झांककर देखा- हमीदा बाजी रफ़ीक का लंड चूस रही थी और रफ़ीक खड़ा था।
हमीदा बाजी को देख कर अब समीर के अन्दर सेक्स पैदा होने लगा था। वह उसे अब बड़ी बहन नहीं बल्कि एक जवान खूबसूरत लड़की लग रही थी।
रफ़ीक ने हमीदा को बेड पर पटक दिया था और उसकी काली चड्डी निकाल कर अलग कर दी और उसकी टांगे फैला कर उसकी योनि को चूस रहा था।
हमीदा बाजी सिसकारियाँ भर रही थी, मैंने झट से वहीदा को पकड़ा और उसकी चड्डी निकाल दी और उसकी योनि पर मुँह लगा दिया, उसकी छोटी सी योनि पर हल्का सुनहरा रोंया था और वह पूरी तरह गुलाबी थी।
वहीदा आह हाह अह करने लगी थी। फिर समीर का शानदार लण्ड वहीदा के मुख के सामने था- आह ! गोरा सा, तना हुआ सुपारा जोश से लाल सुर्ख हो रहा था। हाय क्या चीज़ बनाई है ऊपर वाले ने !
समीर ने अपना लंड वहीदा को चूसने को लिए उसके मुँह में दे दिया, दूसरे ही पल उसका लाल सुपारा वहीदा के नाजुक होंठों के बीच दब गया। वहीदा मेरे लंड को लोलीपोप की तरह चूस रही थी। समीर ने खिड़की से झांक कर देखा रफ़ीक ने हमीदा बाजी को कुतिया बनाया हुआ था और वह बाजी की पीछे से चुदाई कर रहा था, बाजी जोर जोर से सिसकारियाँ निकाल रही थी। बाजी की चोटी इधर-उधर डोल रही थी और चूड़ियाँ खन-खन कर रही थी। बाजी का जम्पर (कुर्ता) रफ़ीक ने एकदम ऊपर खिसकाया हुआ था।
रफ़ीक समीर की बहन की ले रहा था ज़बरदस्त चुदाई कर रहा था, बड़ी बहन छोटे भाई के सामने चुद रही थी और समीर चुपचाप देख रहा था।
समीर ने झट से वहीदा को भी कुतिया बना दिया और उसके पीछे से अपने लंड को करने लगा। लेकिन बाजी और वहीदा में बहुत फर्क था, वहीदा मात्र 18 साल की थी जबकि बाजी की उम्र २३ साल की थी। समीर की बहुत कोशिश करने के बाद भी लंड वहीदा की योनि में नहीं गया और ज़बरदस्ती समीर करना नहीं चाहता था।
उधर रफ़ीक बाजी को अपनी गोद में लेकर अपने लंड को अन्दर-बाहर कर रहा था।
बाजी आह अआह कर रही थी, हमीदा बाजी पूरी तरह से सेक्स की आदी थी, कॉलेज का बहाना कर के वह अनुज और आरिफ के साथ 4 दिन तक गोवा में रही थी और जब वापस आने के लिए पैसे ख़त्म हो गए थे तो उन्होंने हमीदा बाजी को कई अंग्रेजों से चुदवा कर पैसे भी कमाए थे।

यह कहानी भी पड़े  थाइलॅंड मे बहन की चुदाई-1

Pages: 1 2 3 4



error: Content is protected !!