बहन के घर में भाई ने उसको ठोका

(कंटिन्युयेशन ऑफ थे लास्ट पार्ट. )

दी: कायरा कहा है?

मे: वो टीवी देखते हुए पिज़्ज़ा खा रही है, उसे टाइम लगेगा.

दी: तुम अभी इस वक़्त क्यूँ आए हो?

मे: तुम्हे आचे से महसूस करने (एक हाथ उसकी टॉप में डाल कर उसके बूब पे रखा) और तुम्हे और आचे से प्यार करने (दूसरे हाथ को उसकी सलवार में डाल कर उसमे फिंगर डालते हुए).

और मैं दी के बूब्स को मसालने लगा, तो उसकी छूट में से तोड़ा पानी रिसने लगा. उसने हल्के से पीछे देखा मेरी आँखों में, तो मैने देर ना करते हुए उसके होंठो पे अपने होंठ रख दिए. और हम किस्सिंग करने लगे. हम दोनो होश खो कर एक-दूसरे को स्मूच करने लगे.

मैं साथ ही दी की छूट को मसलता रहा. कुछ देर बाद हम अलग हुए, तो दी ने अपनी आँखें झुका ली, और पीछे मूड के अपना काम करने लगी. मैं भी किचन से बाहर आ गया, और देखा तो कायरा का पिज़्ज़ा ख़तम होने आया था.

मे: अछा ये तो बताओ, की ऐसा क्या था तुम्हारे मोबाइल में जो तुम्हे वो चाहिए?

कायरा: आप नही समझोगे.

मे: अब बता भी दे, क्या तेरे ब्फ के साथ के फोटो है? (उसे हल्का सा मारा)

कायरा: क्या अंकल आप भी?

मे: है तो बता दे तेरा ब्फ, मैं तेरी मों को नही बतौँगा.

कायरा: नही ऐसा कुछ भी नही. उसमे फोटोस तो है, पर कोई ब्फ की नही. मेरे और मेरी फ्रेंड्स की थी. और…

मे: और क्या कायु? (उसके हाथ को दबाते हुए)

कायरा: उसमे मेरी एक सीक्रेट डाइयरी थी, जिसमे मैं अपनी पर्सनल चीज़े लिखती थी, वो भी चली गयी. और उसका कोई बॅकप भी नही है. (और वो उदास हो गयी)

वैसे मैं अभी कायरा को उसका मोबाइल देने वाला था. पर अब मैने सोचा की क्यूँ ना एक बार पहले मोबाइल में देख लिया जाए, की वो उसकी डाइयरी में क्या लिखती थी. शायद उसने दी के बारे में कुछ सीक्रेट लिखा हो, जो मुझे हेल्पफुल हो.

मैने कॉल लगाने की आक्टिंग करते हुए कहा: हेलो, चाचा. मैने वो मोबाइल दिया था साले करने को? अछा-अछा, तो फिर उसको परसो का बोलिएगा, मैं कल आता हू. अर्रे मैं एक्सट्रा दे दूँगा. हा ठीक है.

कायरा: क्या हुआ?

मे (तोड़ा स्माइल करते हुए): उसने सौदा पक्का कर दिया है. पर मैने बोला की मैं उसे एक्सट्रा पैसे दूँगा, तो वो कल मुझे फोन देगा, और मैं तुम्हे. अब तो खुश?

कायरा: एस अंकल.

मे (कायरा को अपना फोन देते हुए): ये लो मेरा मोबाइल, कुछ देर तक यौतूबे पे वीडियो लेख लो, तुम्हारी मों कुछ डिसकस करना चाहती है, हम किचन में है. उसे मैं संभलता हूँ. तुम हंडसफ़री लगा लो, जिससे तुम्हे डिस्टर्ब ना हो.

कायरा: ठीक है अंकल.

और वो अपने बेडरूम में चली गयी. और वाहा बैठ कर वो वीडियोस देखने लगी. मैने चुपके से किचन में जेया कर जो दी का फोन चार्जिंग में रखा था, उसे उठा लिया.

मेरे पास जो मेरा दूसरा फोन था, उससे मैने दी के नंबर पे व्हातसपप वीडियो कॉल लगाई, और रिसीव कर ली. मेरा फोन मैने दो नोट डिस्टर्ब पे रख दिया, और उसे लेकर कायरा के रूम में गया. उसने मुझे देख कर स्माइल की, और वापस मोबाइल में डूब गयी. मैने मेरा दूसरा फोन वाहा कपड़ों के बीच सेट किया जिससे कायरा आचे से दिखाई दे.

फिर मैने दी के फोन में मेरा कॅमरा और वाय्स मूट कर दिया. और वापस किचन में जेया कर दी को पीछे से हग किया.

दी: अर्रे, हटो अभी. कायरा आ जाएगी.

मे: नही आएगी ( और मैने दी का मोबाइल वाहा खिड़की में रख दिया, जिसमे कायरा की लिव वीडियो आ रही थी). वो अपने कमरे में है, हम उसे देख सकते है.

दी: ह्म. पर इरादा क्या है तुम्हारा?

मे: वही, जो आज दिन में तुम्हारा था. और एक बात बताओ, कभी किचन में सेक्स किया है?

दी (सिर नीचे झुका कर): नही.

मे: तो फिर. आज वही करने वाले है हम. (और मैने गॅस बरनर को ऑफ कर दिया, और दी के रसीले होंठो पर अपने होंठ रख दिए).

दी: कायरा आ जाएगी, अभी रिस्क है.

मे: रिस्क है तो इश्क़ है. और तुम्हारे जैसी सेक्शी औरत को छोड़ने के लिए मुझे ये रिस्क मंज़ूर है.

और मैं दी को स्मूच करने लगा. उसके बूब्स और उसकी छूट को मसल के उसे गरम करने लगा. वो मुझसे डोर हटना चाहती थी, पर मैं उसको गरम करना चाहता था. दी की चुदाई से ज़्यादा इंपॉर्टेंट मेरा दी का ब्रेनस्टॉर्मिंग करना था. जिससे वो मुझे मेरे दूसरी इंस्था ईद पे मेसेज करे. मैं दी का हाथ अपनी पंत में डाल कर अपने लंड को मसलवाने लगा.

कुछ देर बाद दी अपने आप से मेरा लंड मसालने लगी, और उसकी छूट भी गीली होने लगी. इससे पहले की दी का मूड चेंज हो जाए, या कायरा आ जाए, उससे पहले मैने भी देर ना करते हुए दी को किचन काउंटर पे घोड़ी बनाते हुए झुकाया, और उसकी सलवार को तोड़ा नीचे किया.

टाइम, प्लेस और सिचुयेशन को देख कर दी के कपड़े निकालने से बेटर उनकी छूट को मारना था. इसलिए मैने कपड़ों को तोड़ा सा ही नीचे किया. फिर दी की चड्डी को पकड़ कर, खींच कर एक साइड कूल्हे पे सत्ता दिया, जिससे उसकी मुलायम छूट का रास्ता ओपन हो पाए. उसे हटते ही मेरे लंड को उसकी मंज़िल दिखने लगी.

मैने भी अपनी पंत और अंडरवेर को तोड़ा सा ही नीचे किया था, और फिर एक झटके में मेरे लंड को दी की छूट में समा दिया. अब मेरे दो ही काम थे, एक दी की छूट मारना, और दूसरा छूट मारते हुए उसका ब्रेनस्टॉर्मिंग करना.

मैं दी की छूट में घपा-घाप लंड पेल रहा था, और वो भी इसे एंजाय कर रही थी. मैने एक हाथ से उसको झुकाए रखा था, और एक हाथ से उसके बूब्स दबा रहा था. मेरी आँखें थोड़ी-थोड़ी देर बाद दी के मोबाइल पे कायरा को भी वॉच कर रही थी, जिसमे कायरा मोबाइल में कुछ देख रही थी.

मे: आ दी, क्या मस्त छूट है तुम्हारी. जीजू की जगह मैं होता तो इस प्यारी छूट को हमेशा पास रखता, और रोज़ उसके मज़े मारता. आ…

दी: ह्म.

मे: दी, तुम्हे भी मज़ा आ रहा है ना?

दी: एस भाई. तभी तो यहा किचन में छुड़वा रही हू आ (दी भी थोड़ी-थोड़ी देर कायरा को मोबाइल पे चेक कर रही थी)

मे: तुम बुरा ना मानो तो एक बात काहु तुमसे?

दी: बोल भाई. जिस चीज़ के लिए कोई सिस्टर अपने ब्रदर से सबसे ज़्यादा बुरा मानती है, वो तो तू ऑलरेडी मेरी ले रहा है. तो बात से क्या डरना? आ आ (दीदी हल्के से मोन कर रही थी)

मे: वो तो है दी. मैं कह रहा था की क्या सच में तुम मुझसे दूसरे बच्चे के लिए ही चुड रही हो? उसके लिए मेडिकल साइन्स ने बहुत अड्वान्स हो गया है? तो सच में क्या तुम उसी चीज़ के लिए, आज चुडवाया था?

दी: तुम्हे क्या लगता है?

मे: अगर ये ओन्ली रीज़न नही है तो, मुझे तो लगता है शायद, तुम सेक्स के लिए मेरे पास आई थी. तुम्हे आचे लंड और चुदाई की ज़रूरत थी, इसलिए शायद तुम आज आई थी. (और मेरा लंड अंदर तक धक्का मारा, जिससे दी की हल्की चीख निकल गयी.

मेरी नज़र मोबाइल पे पड़ी, तो देखा की कायरा खड़ी हो रही थी. मैने सोचा की ये बेहन की लोदी अभी क्यूँ रूम से निकल रही थी. अभी तो दी से बात-चीत शुरू हुई थी. और ये लड़की रंग में गंध मचाएगी.

पर उतने में उसे वापस बेड पे बैठती हुई देखा, तो मेरी जान में जान आई. शायद उसने अपने बेडरूम का गाते क्लोज़ किया.

दी: आ… अगर सेक्स ही चाहिए, तो अडोस-पड़ोस में या सोशियल मीडीया पे कोई भी लड़का मिल जाएगा. तुझे ही क्यूँ चूज़ किया?

मे: इसके लिए (और अपना लंड निकाल के उसकी गांद पे टच किया). शायद तुमने कही देखा होगा,मेरे डुमदार लंड को. शायद इसलिए, और दूसरा ये की तुम भाई के साथ कभी भी एंजाय कर सकती हो, जैसे अभी कर रही हो. बगल के रूम में बेटी मोबाइल देख रही है, और तुम यहा किचन में घोड़ी बन कर अपने भाई का लंड ले रही हो. ये सिचुयेशन हब्बी या भाई दोनो में से कोई एक ही दे सकता है. शायद इसलिए.

दी: ह्म… आ…

मेरी नज़र मोबाइल में कायरा के उपर पड़ी, तो मैं हैरान रह गया. वो मोबाइल में देखती हुई अपना हाथ अपनी त-शर्ट में डाल कर सहला रही थी. मेरा तो जैसे दिमाग़ चकरा गया. मा तो मा, पर बेटी भी कम नही थी. इससे पहले की दी की नज़र उस पर पड़े, मैने दी की पोज़िशन को चेंज कर दिया, जिससे वो मोबाइल को ना देख सके. ये देख कर मैं और भी जोश में आ गया और दी की छूट तेज़-तेज़ मारने लगा.

वाहा पे कायरा को शायद टाइट त-शर्ट में मज़ा नही आ रहा होगा. इसलिए उसने अपने त-शर्ट को उतार दिया. अब वो ब्रा में थी, और अपने बूब्स को मसल रही थी. कुछ देर बाद अपनी टाँगो को भी उसने फैलाया, और उनके बीच में रौंद पिल्लो डाल कर, चुदाई जैसा आक्षन करनी लगी.

ये देख कर मैं और भी एग्ज़ाइटेड हो गया. और दी को और ज़्यादा पेलने लगा. कायरा ने नीचे उंगली डालने के लिए अपने हाथ को नीचे लोवर में डाला की वाहा मोबाइल में वीडियो ब्लॅक आनी लगी. मतलब की किसी चीज़ से मोबाइल गिर गया होगा शायद. तो फिर मैं दी को वापस पुरानी पोज़िशन में ले आया, तो उसने मोबाइल को देखा.

दी: भाई, ये वीडियो क्यूँ नही आ रही?

मे: अर्रे ये क्या हुआ? शायद फोन गिर गया होगा?

दी: तो फिर जल्दी से ख़तम करो, कायरा कभी भी आ सकती है.

मे: अर्रे दी थोड़ी देर और प्लीज़.

दी: भाई, समझा करो. अभी रिस्क नही ले सकते. ऐसे मौके तो बाद में भी आएँगे. आ, फिलहाल तुम ख़तम करो.

मे: ओक, पर खाली तुम्हारे मूह में करूँगा.

दी (कुछ सोचने के बाद): ठीक है.

और दी ने अपनी छूट को मेरे लंड से अलग करके कपड़े पहन लिए, और नीचे बैठ गयी. फिर मेरे लंड को कपड़े से सॉफ किया, और मूह में लेकर चूसने लगी. कुछ देर बाद उसने मेरे लंड का पूरा पानी अपने मूह में भर लिया, और उठ कर उसे सींक में खाली करके अपना मौत वॉश कर दिया.

मे (अपने कपड़े पहनते हुए): ये तो चीटिंग है. तुमने पानी को पिया क्यूँ नही.

दी: बात मूह में निकालने की हुई थी, स्वॉलोयिंग की नही( और वो हासणे लगी).

मे: तुम्हे मैं देख लूँगा अगली बार. मैं अभी कायरा के रूम से मोबाइल लेकर आता हू, तुम अपनी कूक्क्िंग चालू रखो.

यह कहानी भी पड़े  उषा की कहानी


error: Content is protected !!