बेगानी शादी में साली की चुदाई

दोस्तों ये कहानी मेरी साली की हे. चलिए पहले मैं आप को उसका इंट्रो करवा दूँ. उसका बाँधा मस्त एवरेज हे, ना ही पतली ना ही मोटी. उसके बूब्स मीडियम साइज़ के हे. उसकी गांड एकदम चौड़ी और बड़ी हे. उसका कलर भी ठीक ठीक ही हे. उसके दो बच्चे हे. मैं उसके जैसा ही सामान्य बांधे का हूँ और मैं भी उन दिनों किसी की चूत को अपने लंड से शान्ति देने के लिए ढूंढ ही रहा था.

हम लोगों को एक शादी अटेंड करनी थी और हमें वहां पर 3 दिन के लिए रहना था. आप को तो पता ही हे की जब शादियाँ होती हे तो जैसे उनकी लाइन ही लग जाती हे. हमारी तिन फेमिली इन शादियों को अटेंड करने के लिए आई थी. हम लोग अलग अलग कार में लेकिन साथ ही निकले थे. हमारी जर्नी चाली हुई तब मेरा कोई भी इरादा नहीं था उसको चोदने का सच कहूँ तो. हम करीब 2 बजे शादी वाली जगह पर पहुँच गए. हमें एक अच्छे होटल में रूम मिला हुआ था. शादी का फंक्शन चालु होने में कुछ देर थी तो हम लोगों ने सोचा की थोडा सुस्ता लेते हे. हम लोग अपने अपने कमरे में गए और आराम करने लगे.

मेरी साली के दोनों बच्चे सो गए और उसका पति बहार कुछ लेने के लिए गया था. मैं उसके कमरे में कुछ सामान लेने के लिए गया था. मैंने दरवाजे को नोक किया. और मैंने जब उसे देखा तो मैं चौंक गया. उसने ब्रा पहनी हुई थी. और तोवेल से उसने अपने बूब्स को ढंके हुए थे. वो मुझे एक्स्पेक्ट नहीं कर रही थी. उसको शायद ऐसा था की उसका पति वापस आया था. वो मोमेंट हम दोनों के लिए ही थोडा अव्क्वार्ड था. लेकिन हम दोनों के सिवा इस बात का किसी को पता भी नहीं चला क्यूंकि उसके दोनों बच्चे आराम से सोये हुए थे.

मैंने जो लेने के लिए आया था वो लिया और एक भी शब्द कहे बिना अपने कमरे में चला गया. फिर इवनिंग में हम फंक्शन के लिए गए. वो मेरे पास आई और उसने मुझे कहा की दोपहर में जो भी हुआ उसके बारे में प्लीज़ किसी को कुछ भी मत कहना. मैंने कहा घबराओ मत मैं किसी को कुछ नहीं कहूँगा यार.

फिर हम शादी की बातें करने लगे. कुछ देर के बाद वो औरतों के झुण्ड में चली गई. और आधे पौने घंटे के बाद मेरी साली वापस मेरे पास आई और बोली आप मुझे अपनी एक सहेली के घर ले जा सकते हो क्या? मैंने कहा तुम्हारे पति नहीं हे क्या? वो बोली, वो शराब पिने बैठे हे इसलिए मैं उनसे ड्राइविंग नहीं करवाना चाहती हूँ. मैंने कहा ठीक हे चलो फिर. उसकी फ्रेंड का मकान शादी वाली जगह से आधे घंटे की दूर पर था. रस्ते में हम बातें करने लगे और कुछ देर में उसके हसबंड का टोपिक निकल गया. कुछ देर बात करने के बाद मैंने अपने हाथ को उसकी जांघ के ऊपर रख दिया. उसने कुछ नही कहा और ऑब्जेक्ट भी नहीं किया. मैं कुछ देर तक अपने हाथ को उसकी जांघ पर ही फेरने लगा.

यह कहानी भी पड़े  पड़ोस की दीदी की चूत चुदाई का खेल

जिस रस्ते पर से हम जा रहे थे वो अँधेरे वाला और सुनसान सा था. जरा भी ट्राफिक नहीं था उस रस्ते के ऊपर. और मेरी साली ने अपने हाथ को आगे बढ़ा के मेरे लंड के ऊपर रख दिया. मेरा लंड एकदम खड़ा हुआ था जिसे वो अपने हाथ में मसल रही थी और उसके साथ खेल भी रही थी. अब मेरे से जरा भी रुका नहीं गया और मैं कार को साइड में रोका और उसके होंठो को अपने होंठो से लगा के फ्रेंच किस दे दिया उसको. और जवाब में मेरी इस सेक्सी साली ने मेरी जबान को अपने मुहं में ले लिया और उसको चूसने लगी. मैंने धीरे से अपने हाथ को उसके बूब्स पर रख दिया और उन्हें दबाने लगा.

फिर वो निचे को हुई और उसने मेरे पेंट की ज़िप को खोला और मेरे लंड को चूमने लगी. उसने मेरे बॉल्स के ऊपर भी किस दी. और फिर वो मेरे लंड को चाटने लगी. मेरा एक हाथ उसके बूब्स के ऊपर था और दुसरे हाथ से मैं उसकी गांड को दबा रहा था. हमने कुछ देर तक ऐसे ही एन्जॉय किया. और फिर मैंने वापस कार को उसके फ्रेंड के घर की तरफ चला दी. वो पुरे रस्ते मेरे लंड को अपने हाथ में पकड़ के ही बैठी हुई थी. उसने अपना काम वाईन्ड अप किया और फिर हम शादी वाली जगह वापस जाने के लिए निकल पड़े. वापस आते वक्त उसने मेरे साथ बातचीत चालू की.

साली: जीजू आप का लंड बहुत बड़ा हे मुझे अच्छा लगा.

यह कहानी भी पड़े  मेरी बीबी को मेरे भांजे ने कुतिया बनाकर चोदा

मैं: अरे उतना भी बड़ा नहीं हे, एवरेज साइज ही हे.

साली: जो भी हे मुझे बहुत अच्छा लगा.

मैं: मैंने कभी सोचा नहीं था की तुम ये सब करोगी और मेरे साथ ऐसी बातें करोगी.

साली: सच कहूँ तो मैं होर्नी रहती हूँ क्यूंकि मेरे पति का सेक्स अधुरा ही होता हे.

मैं: अरे ऐसे कैसे, वो तो हेंडसम बन्दा हे.

साली: सच कहूँ, वो मुझे महीने में सिर्फ एक दो बार ही चोदते हे. और यही वजह हे की मैं होर्नी रहती हूँ.

मैं: तुम साढू भाई को कहो ना की मुझे डेली चोदो.

साली: मैं कुछ साल पहले ट्राय किया था उसके लिए. मैं उन्के आने से पहले पूरी न्यूड हो के सो जाती थी लेकिन फिर भी वो कुछ नहीं करते थे मेरे साथ में.

मैं: तुम मेरे साथ भी वो कर सकती हो क्या?

साली: क्या?

मैं: मतलब मेरे साथ पुरे रात नंगे सोना!

साली हंस के बोली: देखेंगे!

मैं: मैं उसके लिए वेट करूँगा.

साली: आप प्लीज कार को साइड में रोकेंगे?

मैं: क्यूँ?

साली: मैं वहां पहुँचने से पहले एक बार फिर से आप के साथ मजे लेना चाहती हूँ.

मैं कार को रोक दिया और हम किस करने लगे. उसने मेरी जबान को अपने मुहं में ले लिया और चूसने लगी. और उसका हाथ भी मेरे लंड के ऊपर था. अब की मैंने अपने हाथ उसकी सलवार कमीज में डाला और उसके साथ खेलने लगा. उसकी चूत के ऊपर बहुत सब बाल थे.

मैं: क्या तुम अपनी चूत को साफ़ नहीं करती हो?

साली”: अब किसके लिए साफ़ करूँ उसे कोई देखनेवाला भी तो नहीं हे.

मैं: लेकिन वहां पर साफ रखना चाहिए.

साली ने हंस के कहा, आप ही रूम पर ले जा के वहां क्लिनिग कर देना.

मैं: स्योर हो?

साली: आप एक अलग कमरा ले लेना होटल में हम दोनों उसमे चले जायेंगे तो किसी को डाउट नहीं होगा.

मैं: पूरी नाईट के लिए?

वो हंस पड़ी और उसने कहा, वो देखते हे!

मैं एकदम एक्साइट हो के उसके बूब्स और चूत के साथ खेलने लगा. इस बार लंड को चाटने की जगह वो चूस रही थी. उसने मेरे पुरे लंड को अपने मुहं में ले लिया था. और तभी फोन आ गया और हमें जल्दी से शादी के फंक्शन के लिए निकलना पड़ा.

Pages: 1 2



error: Content is protected !!