बरसात की रात एक लड़की के साथ

अब अनुष्का की जवानी का रस मेरे होंठों पे गिर चुका था, मैंने उसका स्टायल बदल दिया और उसको अपने लंड पे बिठा लिया, अनुष्का मेरा पूरा साथ दे रही थी, हम बीच बीच में बातें भी कर रहे थे।

अनुष्का बोली- सर आप ऊपर आओ!
मैंने कहा- नहीं, तुम ऊपर बैठो, मैं तुम्हारे निप्पल चूसते हुए तुझे मज़ा देता हूँ!

मेरी बात मान कर अनुष्का मेरे लंड पे बैठ गई। अनुष्का की चूत में मैंने जैसे ही लंड डाला तो मैंने पहले दो झटके तो धीरे लगाए। जब तीसरा झटका लगाया तो अनुष्का को थोड़ा दर्द महसूस हुआ तो मैंने उसके होंठ अपने होंठों में ले लिए।

अब अनुष्का की बच्चेदानी तक मेरा लंड जा चुका था, मेरे लंड का हर झटका अनुष्का की बच्चेदानी को छू रहा था।
अनुष्का को भी अब मज़ा आ रहा था, वो खुद अपनी गांड उचका उचका कर मेरा साथ दे रही थी, वो अपनी गांड को कभी ऊपर करती और कभी नीचे।

मैं भी उसे बोल रहा था ‘उन्म्ह… साली… कु.ति.या.. कैसा… लग.. र.हा.. है. आ..ज?
वो बोली- बहुत.. म.ज़ा.. आ.. र.हा. है. जा.नू…
मैंने कहा- ये. ले.. फिर. चु.द सा.ली.. अ.प.ने.. या.र… से… ते.री. .ब.ह.न.. की… चूत.. चो.दुं. तुझे.. क.भी.. दो .दो.. लं.डों.. से.. चु.द.वा.उ.न.. कुति.या.. ते.री.. गां.ड.. औ.र.. चू.त.. में.. ए.क. सा…थ… लं.ड… डा.लू.. ये… चू.त.. ये… ले.. औ.र.. झ.ट…का.. ते.री. .चू.त.. में.. कु.ति.या.. ले.. चु.द.. आ.ह.. उ.ई.. आ.ह. चु.द… चु.द… चु.द.. आ.ह…

अनुष्का भी मजेदार सिसकारियाँ लेती हुई कराहती हुई चुदाई के मज़े ले रही थी और बोल रही थी- उ..ई.. आ.ह. आ.ह.. उई.. चोद.. चो…द.. दो.. आ.ह .लो.. चो.दो.. मे..री .ज.वा..नी .मे.री.. बह.न.. चो.दो. .मे.री.. गां.ड.. और.. चूत.. में .लं.ड.. डा.लो .2.. क्या.. ती.न. .ती.न.. लंड.. डा..ल. दो.. .मेरे..अं.द.र.. लो. मे.री… ज.वा.नी. की.. आ.ग. बु..झा.. दो. मे.रे.. मर्द..उ.ई .अ.ह.. आह.. आ.ह. उ..ई.. ले .चो.द. चो.द.. मे.री. ज.वा.नी. के.. म.र्द. ले.. चो.द .दे.. आज.. अ.प.नी.. कु.ति..या. को.. आ.ह. आ.ह आ.ह. .आः .उ.ई. उ.ई. उई. उ.ई…
अनुष्का इस तरह बोलती हुई चुद रही थी।
एक बार फिर मुझे लगा जैसे अनुष्का की चूत में बाढ़ आ गई हो, मैंने अनुष्का की चूत में जोरदार दो तीन झटके लगाये तो उसकी चूत का पानी मेरे लंड पे निकल गया, आखिर वो फिर झड़ चुकी थी।

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मैंने भी लंड को तेजी उसकी चूत में आगे पीछे करना शुरू कर दिया था, आखिर मेरे लंड का दरवाजा भी खुल गया, मेरा लंड रस भी फ़ूट पड़ा, मेरे लंड की पहली धार जैसे ही निकलने लगी तो मैंने तुरंत अपना लंड अनुष्का की चूत से खींचा और उसके मम्मों पे कर दिया, मेरा रस अनुष्का के मम्मों पर गिर रहा था।

अनुष्का मेरे लंड को अपने मुंह में लेकर चाटने लगी थी, मेरा पूरा लंड रस अनुष्का ने चाट चाट कर साफ़ कर दिया।
आखिर हम दोनों चुद चुके थे।
अनुष्का बोली- साले बेशर्म… आज मुझे भी अपने सामने बेशर्म बना ही लिया?
मैंने उसे किस की और कहा- साली अब तो एक साथ काम करने का भी मज़ा आएगा।

ऐसे बातें कारते हुए हम हँसते खेलते एक साथ नहाए और दूसरे दिन इतवार को भी हमने दिन में कई बार चुदाई की तो फिर शाम को अनुष्का अपने पीजी चली गई।

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