कहानी अब आयेज से-
दीदी: ऑश आह प्लीज़ भाई. आराम से दबाना. इधर ये रोहित मेरे होंठो को काट रहा है. मुझे दर्द हो रहा है.
मैं: मेरी जान, आज तुझे जी भर के छोड़ना है. तोड़ा दर्द का मज़ा ले.
रोहित ने दीदी का गाल अपने मूह में ले लिया और चूस्टे हुए काट लिया. जिससे दीदी की चीख निकल गयी.
दीदी: आह मा कुत्ते सेयेल. आराम से करना हरामी.
दीदी के मूह से गाली सुन के रोहित को मज़ा आने लगा. वो हासणे लगा, और दूसरा गाल भी मूह में भर के चूसने और काटने लगा. दीदी के दोनो गालों पर रोहित ने अपनी बीते दी.
नीचे मैने दीदी के दोनो बूब्स ब्लाउस के उपर से दबा-दबा के निचोढ़ दिए. हमे लगभग 20 मिनिट हो गये थे. रोहित लगातार दीदी की छूट मसल रहा था, जिससे दीदी गरम हो जाती. उसने मुझसे कहा-
रोहित: देख आदित्या. तेरे बेहन झाड़ गयी है. इसे भी अब मज़ा आ रहा है.
मैं: हा भाई, साली को छोड़ दो आज.
अब रोहित उठा, और उसने अपनी शर्ट निकाल दी. उसे देख मैने भी अपने सारे कपड़े निकाल दिए. मेरी चड्डी में लंड खड़ा था. रोहित ने भी अब सारे कपड़े निकाल दिए.
रोहित और मैं दीदी के सामने नंगे थे. मेरा 4 इंच का लंड दीदी के सामने था, और रोहित का लंड 7 इंच का था. बहुत तगड़ा लंड था उसका, की मेरे भी मूह में पानी आ गया. मेरा भी मॅन कर रहा था उसका लंड चूस लू.
दीदी रोहित के लंड को देखने लगी. उसे मॅन में लगा होगा आज छूट का बुरा हाल होगा. ऐसा लंड मिला था उसे आज. दीदी हम दोनो को नंगा देख रही थी. अब रोहित ने दीदी के बाल पकड़े, और उसे बेड पर घोड़ी बनाया. हम दोनो उसके मूह के सामने खड़े हो गये. मैं समझ गया रोहित अब लंड से मूह की चुदाई करेगा. मैने कहा-
मैं: भाई, पहले इस रंडी को नंगा कर दे.
रोहित ने दीदी को खड़ा किया बेड पर, और दीदी का ब्लाउस फाड़ दिया. मुझे उसका जानवर-पन्न अछा लगा. दीदी की आँखों में दर्र दिख रहा था, और वो चुप-छाप खड़ी थी. फिर रोहित ने दीदी की गोलडेन ब्रा निकाल फेंकी. अब दीदी हमरे सामने उपर से न्यूड थी.
दीदी के बूब्स झूल रहे थे. गोरे बूब्स पर ब्राउन निपल देख के लंड में झटके आने लगे. रोहित के लंड का टोपा दीदी के बूब्स को देख रहा था. अब रोहित ने दीदी का लहनगा भी निकाल दिया. दीदी ने अंदर ब्लॅक पनटी पहनी थी, जो की गीली थी.
रोहित ने उसे बेड पर बैठने को कहा, और दीदी ने उसकी बात मानी. रोहित ने उसकी टांगे पकड़ के पनटी भी निकाल कर मेरे उपर फेंक दी. मैं दीदी की पनटी पर लगा छूट का रस्स चाटने लगा. दीदी हमारे सामने न्यूड थी. उसकी छूट क्लीन शेव्ड थी.
दीदी की गोरी टांगे और गोरी छूट देख कर हमारे लंड फुल टाइट थे. छूट गुलाबी सी थी. दीदी उससे च्छूपा रही थी. रूम में हम तीनो नंगे थे, जो अब चुदाई का खेल खेलने जेया रहे थे. रोहित ने दीदी के बाल खींच कर उसे बेड पर घोड़ी बनाया, और मूह खोलने को बोला. दीदी ने कहा-
दीदी: देखो रोहित, तुम्हारा लंड बहुत बड़ा है. प्लीज़ आराम से करना.
रोहित: चुप कर साली, चुप-छाप मूह खोल.
दीदी: आदित्या, प्लीज़ तू समझा ना इसे. मुझे दर्र लग रहा है.
मैं: दीदी क्या यार. एंजाय करो ना. जैसा बोलता है करो. कुछ नही होगा, सब अछा होगा. तूने इसकी स्टोरी पड़ी है ना.
दीदी: तभी तो भाई. देख ना इसका लंड काला सा कैसे मुझे देख रहा है.
रोहित: मेरी जान. वो प्यार से तुझे देख रहा है. तू इसे चूस कर अपना बना ले.
रोहित ने दीदी के बाल पकड़े, और लंड उसके मूह पर रगड़ने लगा. गोरे मूह पर उसका लंड देख कर मैं अपना लंड हिलने लगा. बहुत मज़ा आ रहा था. रोहित अपने 7 इंच के लंड से दीदी के फेस पर मारने लगा. उसके फेस पर रगड़ने लगा. एक हाथ से दीदी की गांद दबाने लगा. मैने अपना लंड दीदी के हाथ में दे दिया. दीदी अब 2 लंड के मज़े लेने वाली थी. वो रोहित की हरकटो से गुस्सा होके बोली-
दीदी: सेयेल हरामी. बहुत दूं है ना तेरे लंड में. तो दिखा आज मुझे अपना दूं. मैं भी देखती हू कैसे छोड़ता है तू. कर तू चुदाई मेरी. दिखा अपना दूं.
दीदी के जोश को देख कर रोहित में भी जोश आ गया. फिर उसने दीदी के मूह में लंड भर दिया. दीदी उसके लंड को चूसने लगी. उसकी आँखें रोहित की आँखों से कॉंटॅक्ट कर रही थी. दीदी एक हाथ से मेरा लंड हिला रही थी.
रोहित 5 मिनिट तक बिना रुके दीदी के मूह में छोड़ रहा था. इससे दीदी के आँसू आने लगे. फिर मैने उसका लंड निकाला जो गीला था. अब मैने दीदी के मूह में अपना लंड दे दिया. मेरा छ्होटा था जिससे दीदी को प्राब्लम नही हो रही थी.
दीदी मेरे लंड को चूसने लगी. मेरा लंड फुल टाइट हो गया, और 5 से 7 मिनिट में मैं दीदी के मूह में झाड़ गया. मैने लंड उसके मूह में दबाए रखा.
दीदी रोहित के लंड को पकड़ के हिला रही थी. रोहित भी तब तक दीदी की गांद पर छानते मारने लगा, और गांद दबा रहा था.
इससे दीदी के आँसू निकल रहे थे. गांद पर मारने से दीदी को दर्द हो रहा था. मेरा लंड तो झाड़ गया. दीदी ने सारा पानी पी लिया. फिर मैं साइड में बैठ गया. दीदी मेरे लंड को देखते हुए बोली-
दीदी: बस निकल गया तेरा दूं. कर ली तूने चुदाई मेरी?
मैं: साली तेरी चुदाई के लिए मैने रोहित को बुलाया है. देख कैसे तेरे गांद लाल कर दी है.
रोहित का लंड अभी खड़ा था. उसे देख कर दीदी बोली-
दीदी: इसे भी तेरी तरह अभी ठंडा कर दूँगी.
रोहित: साली रंडी, तेरी गांद फाड़ने के बाद ही ठंडा होगा ये.
दीदी: तो देखा ना तू अपना दूं सेयेल.
मैं सोफे पर बैठ गया, और उन दोनो को देखने लगा. दीदी रोहित के सामने बेड पर घोड़ी बनी हुई थी, और रोहित उसकी गांद मसल रहा था. दीदी गंदी गाली देके रोहित को वाइल्ड बनाने पर तुली हुई थी. मेरा मॅन रोहित के बड़े लंड को मूह में लेने को हुआ.
रोहित ने दीदी का गला पकड़ा, और दीदी ने अपना मूह खोला. फिर रोहित ने अपना मोटा लंड उसके मूह में तूस दिया. रोहित ने पूरा लंड दीदी के मूह में डाल कर रोक दिया. दीदी के गले तक लंड जेया रहा था.
दीदी के आँखों से आँसू आने लगे. रोहित ने दीदी का गला पकड़ के लंड में दबा दिया. इससे दीदी का मूह उसके पेट में डब गया. मुझे ये देख कर बड़ा मज़ा आ रहा था. रोहित बिना रुके दीदी की चुदाई कर रहा था. दीदी के मूह से सिसकियाँ सुनाई दी.
दीदी: उहह उहह ऑश.
10 मिनिट तक रोहित ने बिना रुके मूह चुदाई कर रहा था. जिससे दीदी की हालत खराब हो गयी. जब रोहित अपना लंड दीदी के मूह में घुसता तो दीदी के बूब्स हिल जाते, और दीदी के आँसू निकल जाते थे. दीदी के मूह से थूक तपाक रहा था.
अब दीदी से रहा नही गया, और दीदी अपने दोनो हाथो से रोहित को पीछे हटाने लगी. रोहित ने 2 मिनिट बाद दीदी के मूह से लंड निकाल दिया. दीदी बेड पर घोड़ी बन के ही बैठी रही. फिर झुक के हाँफने लगी.
दीदी: उहह आह उफ़फ्फ़ मा. सेयेल तूने मुझे मरवा दिया आज आदित्या. मेरी जान निकाल दी है इसने तो.
मैं: क्यूँ साली आया मज़ा? बहुत बोल रही थी दूं दिखा. देख अब रोहित के लंड का दूं.
तेरी आज जाम के ठुकाई होगी.
दीदी बेड पर बैठ गयी. वो पानी पीने लगी. मैने सोचा मैं भी रोहित का लंड चूस लू. बहुत मस्त लग रहा है. मैं उठा और बेड पर दीदी के पास बैठ गया. रोहित वही बेड के नीचे नंगा खड़ा था. दीदी और मुझे देख रहा था.
मैने कहा: रोहित, तेरा लंड मुझे पसन्द आया है. क्या मैं भी चूस ली प्लीज़?
रोहित: क्यूँ, तू क्या गे है?
मैं: नही यार. तेरा लंड इतना ज़बरदस्त दिख रहा है. चूसने का मॅन हो रहा है.
मैने उसका मोटा लंड हाथ में पकड़ लिया. वाकाई में बहुत मस्त डुमदार लंड था. आज तो दीदी की हालत खराब होने वाली है. मुझे अछा लगा. दीदी मुझे देख कर हस्स रही थी. वो रोहित को देख कर आँख मार कर बोली.
दीदी: रोहित, तुम इसका भी मूह छोड़ दो. इसे भी पता चले चूसना कितना मुस्किल है ये बड़ा लंड.
मैं घुटनो पर बैठ गया, और उसके लंड को पूरा में ले लिया. रोहित बस खड़ा था, और दीदी के बूब्स दबा रहा था. दीदी उसका हाथ अपने बूब्स में दबा रही थी. मैं पूरा गरम गीला लंड मूह में चूसने लगा.
अब नेक्स्ट पार्ट में मिलेगा पढ़ने को.
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थॅंक्स ड्के.