बाप के लंड ने बेटी की चूत की गर्मी शांत की

ही दोस्तों, मेरा नाम प्रकाश मेहता है. मैं 50 साल का हू, और पुणे में रहता हू. मेरी हाइट 5’9″ है, और मेरा लंड 6.5 इंच का है. मेरे घर में मैं, मेरी बेटी और मेरी बीवी रहते है. मैं और मेरी बीवी दोनो ही सरकारी नौकरी पर है, तो हमारी फाइनान्षियल कंडीशन ठीक है.

मेरी बेटी का नाम तनीशा है. वो 26 साल की है, और एक विधवा है. ये कहानी मेरी और मेरी बेटी की चुदाई की है. तो चलिए अब मैं आपको बताता हू, की क्या हुआ था, और कैसे हुआ था.

2 साल पहले मेरी बेटी को किसी लड़के से प्यार हो गया. वो लड़का भी मेरी बेटी से प्यार करता था. लेकिन उस लड़के की और हमारी कास्ट सेम नही थी. इसलिए हमने माना कर दिया.

फिर जब बेटी ने कहा की वो उसी से शादी करेगी, तो हमने उससे ज़िद नही की, और उन दोनो की शादी करवा दी. वो लड़का तो हमारी बेटी से बहुत प्यार करता था, लेकिन उसकी फॅमिली ने मेरी बेटी को आक्सेप्ट नही किया था.

लेकिन मेरी बेटी को इसकी कोई परवाह नही थी. क्यूंकी वो लड़का उसके साथ था. क्यूंकी मेरी बेटी ने ज़िद करके उस लड़के से शादी की थी, इसलिए वो हमे भी अपनी प्राब्लम कभी बताती नही थी.

फिर एक दिन उसके सर पर दुखो का पहाड़ टूट पड़ा. उस लड़के का आक्सिडेंट हो गया, और उसकी मौत हो गयी. इससे मेरी बेटी टूट गयी. अब उसके ससुराल वालो ने उसको बहुत तंग करना शुरू कर दिया. अभी तक उन दोनो का कोई बच्चा भी नही था.

फिर हमने सोचा की उसको घर वापस लाना ही ठीक रहेगा, और हम उसको घर ले आए. घर आके उसको थोड़ी शांति मिली. धीरे-धीरे उसने जॉब करनी शुरू की, और उसका दुख कम होने लगा. वक़्त हर घाव भर देता है, और मेरी बेटी के साथ भी ऐसा ही हुआ.

अब तनीशा नॉर्मल हो चुकी थी, और फिरसे खुश रहने लगी थी. वो एक कंपनी में जॉब करती थी, और सॅलरी भी अची थी. एक दिन मैने और मेरी बीवी ने उसको दोबारा शादी करने को कहा. लेकिन उसने माना कर दिया. हमने भी उसको और वक़्त देना ही ठीक समझा.

लेकिन फिर कुछ ऐसा हुआ, की सब बदल गया. एक रात 2 बजे के करीब मेरी नींद खुली. मैने कोई बुरा सपने देखा था, तो मैं दर्र गया था. मैने पानी के जुग को हाथ डाला तो वो खाली था. फिर मैं उठा, और किचन से पानी लेने गया.

रास्ते में तनीशा का रूम पड़ता था. जब मैं उसके रूम के आयेज से निकल रहा था, तो मुझे कुछ आवाज़े सुनाई दी. मुझे लगा की इस वक़्त क्या आवाज़े आ रही थी उसके रूम से. ये सोच कर मैने उसके रूम का दरवाज़ा हल्का सा खोला, और अंदर देखा.

अंदर देखा तो मेरी बेटी फिंगरिंग कर रही थी. उसने त-शर्ट पहन रखी थी, और पाजामा और पनटी उसके पैरों में थे. वो बेड पर बैठी थी, और टांगे खोल कर अपनी छूट मसल रही थी. आचे से शेव करी हुई थी उसकी छूट.

वैसे मेरी बेटी के बारे में बता डू. वो काफ़ी सेक्सी लड़की है. उसका रंग गोरा है, और नैन-नक्श भी आचे है. फिगर उसका 36-30-38 होगा. मैने आज से पहले उसको कभी ऐसे नही देखा था. उसको ऐसे देख कर मेरा लंड खड़ा हो गया था.

वैसे उसको फिंगरिंग करते देख मुझे कोई हैरानी नही हुई. वो एक विधवा थी, और बॉडी की ज़रूरत तो पूरी करनी ही थी उसको. पति के जाने के बाद वो करती भी क्या. वो आहह आ कर रही थी.

तभी मेरे दिमाग़ में आया की ये ग़लत है, और मुझे उसको ऐसे नही देखना चाहिए था. ये सोच कर मैं किचन की तरफ जाने लगा. लेकिन मेरे दिल का कोई कोना मुझे आयेज नही जाने दे रहा था. इसलिए मैं वही रुक गया.

तनीशा फिंगरिंग करते हुए अपने पति का नाम ले रही थी. तभी अचानक उसने मेरा नाम लेना शुरू कर दिया. वो कह रही थी-

तनीशा: ओह पापा, ई लोवे योउ पापा. छोड़ो ना मुझे पापा. मैं बहुत प्यासी हू. आपकी बेटी विधवा हो गयी पापा. अब उसकी छूट आपकी है. छोड़ो और ठंडा करो उसको पापा. आहह पापा ज़ोर से करो.

मेरे लिए उसके ये शब्द हैरान करने वाले थे. वो ये सब बोल कर अपनी छूट को और ज़ोर से मसालने लगी. मुझे लगा की वो ठीक ही तो बोल रही थी. किसी पराए मर्द से बेहतर है, मैं ही अपनी बेटी को छोड़ कर संतुष्ट करू.

ये सोच कर मैं बिना नॉक किए उसके रूम में चला गया. मुझे देख कर वो घबरा गयी, और चादर से खुद को ढकने लग गयी. वो बोली-

तनीशा: पापा आप यहा क्या कर रहे हो? और आपको नॉक करना चाहिए था.

मैं: बेटी जो मैने देखा, उसके बाद नॉक करने की ज़रूरत नही थी.

तनीशा: क्या मतलब?

तभी मैने अपना पाजामा और अंडरवेर नीचे किए, और अपना खड़ा हुआ लंड बाहर निकाल लिया. मेरी बेटी मेरा लंड देख कर हैरान हो गयी. वो बोली-

तनीशा: पापा आप क्या कर रहे हो?

मैं: बेटी तूने सही कहा. अब तेरा पति नही रहा, तो तेरी छूट को मेरे लंड की ज़रूरत पड़ेगी. अब तू क्या चाहती है, तू देख ले.

ये सुन कर तनीशा कुछ सेकेंड्स सोचती रही. फिर वो मुस्कुराइ, और मेरे पास आके मेरा लंड हाथ में पकड़ लिया. उसने अपना मूह आयेज बढ़ाया, और अपने होंठ मेरे होंठो से चिपका दिए. अब हम दोनो बाप-बेटी एक-दूसरे के होंठ चूस रहे थे.

फिर एक हाथ से मेरा लंड हिला रही थी, और मैं एक हाथ से उसका चूतड़ मसल रहा था. 10 मिनिट की किस के बाद वो मेरा लंड खींच कर मुझे बेड के पास ले गयी. फिर वो बेड पर घुटनो के बाल बैठ गयी, और मेरा लंड अपने मूह में डाल लिया. अब वो किसी रंडी की तरह मेरा लंड चूसने लगी.

वो नीचे से नंगी थी. मैने पीछे से उसकी छूट में उंगली करनी शुरू कर दी. फिर मैने उसकी त-शर्ट निकाल दी, और खुद भी नंगा हो गया. मैने उसके मूह को ज़ोर-ज़ोर से छोड़ना शुरू किया, और उसकी थूक से मेरा लंड पूरा चिकना हो गया.

फिर उसने लंड मूह से निकाला, और टांगे खोल कर बेड पर सीधी लेट गयी. वो मुझे बोली-

तनीशा: पापा छोड़ो मुझे प्लीज़.

उसके ये बोलते ही मैं उस पर कूद पड़ा. मैने लंड उसकी छूट पर सेट किया, और एक ही धक्के में पूरा लंड उसकी छूट में घुसा दिया. उसकी चीख निकली, और मैने उसकी ठुकाई शुरू कर दी.

वो चीखती गयी, और मैं उसको छोड़ता गया. धीरे-धीरे उसकी चीखें आहों में बदल गयी, और वो मुझे किस करते हुए अपनी छूट छुड़वाने लगी. 10 मिनिट में उसकी छूट ने पानी छ्चोढ़ दिया. फिर मैने अपना लंड उसकी छूट से निकाला, और उसके मूह में डाल दिया.

5 मिनिट तक मैने कुटिया की तरह उसका मूह छोड़ा. उसके बाद उसके मूह को माल से भर दिया. फिर मैं हांफता हुआ उसके साथ लेट गया.

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