बाप के बाद बेटे की चोदा मा को

पिछले पार्ट मे अपने पढ़ा की मों ने मुझसे आने को कहा की अब तुम्हारी बारी आओ राहुल और जैसे ही मई उठा मों के उपर लेटने के लिए.

अब आयेज..

मों – बेटा उसके लिए अंडरवेर उतरनी पड़ेगी.

मैने सुनते ही दोनो के सामने अंडरवेर उतरी जिसे देख कर दोनो खुश हुए, की पूरे परिवार में किसी ने भी नीचे के बाल कटवाए नही थे. सब ने घने बाल रखे हुए थे. वाहा मैं भी इतना गोरा था की मेरा लंड भी गोरा देख कर मम्मी बोली-

मों – देखा, मैं कहती थी ना राहुल का गोरा ही होगा. पता है बेटा, हम अक्सर सोचते थे, की हर मर्द का लंड कला होता है. तेरे पापा का ही देख ले, कितना कला है. (दाद के आखों में देखते हुए) लेकिन टेस्टी है. ई लोवे इट

दाद – अरे अब खड़ा क्यू है? रेडी तो है तेरा लंड, शुरू कर पुश उपस.

मैं भी उसी तरफ करने लगा जहा पहले तो मम्मी ने इतने सालो बाद मेरे लंड को छुआ था और उसपे उनका थूक लगाया. इस बार बचपन की तरह ये सिर्फ़ नुणु नही था. बड़ा 6 इंच का गोरा मोटा लंड हो चुका था. जो मम्मी हाथ लगते ही समाज चुकी थी.

उसके बाद पापा के दिखाए गये स्टेप्स फॉलो करता गया और फिर जब मैं ठीक से नीचे नही जा रहा था, तो पापा ने पीछे से मेरी गंद को दबाया जिससे मेरा लंड मम्मी के छूट में घुस जाता. और इतना करने के बाद मैं समाज चुका था की किस तरह करना है. लेकिन क्यू की वो मम्मी तो तो शरम सी आ रही थी जो मा तो समाज जाती है बेटे की हर बात.

उसके बाद मों ने मेरी गंद पे प्यार से हाथ रखा और मुझे खुद की तरफ पुश किया.

मों – कम ओं राहुल बेटा, प्लीज़ कर ना. इस बार पूरा अंदर दल ना. उफ़फ्फ़.

और इसी तरह करने के बाद मुझे मज़ा आने लगा और मैं पुश उपस के ज़्यादा रेप्स मरने लगा. कुछ देर बाद हम उठे àउर हम अलग अलग वर्कआउट्स ऐसे ही बिना कपड़ो के करने लगे. वाहा मम्मी आज बिल्कुल अलग मूड में थी जो कभी पापा के गोद में बैठ ती, तो कभी मेरे गोद में बैठ कर लंड अंदर दल देती.

अब तक तो मों खुद ही मुझे छोड़ रही थी तो मैने इतना ध्यान नही दिया. फिर जब एक बार मम्मी ने अपनी बड़ी सी गोरी गोरी गांद मुझे दिखाई और कहने लगी की पीछे से लंड अंदर डालु, तो मुझे मम्मी के गंद में कुछ नज़र आया.

राहुल – मम्मी ये आपके आस में क्या डाला हुआ है,?

दाद.- बेटा इसे अनल प्लग कहते है, जिसकी वजह से सेक्स करते टाइम, ये होल पहले से ही बड़ा होता है. मेहनत नही करनी पड़ती

मों – वो इसलिए बेटा, क्यू की हुँने शादी के बाद ही डिसाइड किया था की मैं तेरे पापा को गांद सिर्फ़ सनडे’स को दूँगी. और उसके बाद हम हर सनडे को अनल सेक्स करते है.

राहुल – वाउ मम्मी. आप दोनो कितने कूल हो. लेकिन आपको दर्द नही होता?

और दाद ने फस गये वाला रिक्षन दिया. मुझे समाज नही आया ऐसा क्या था.

दाद – अरे राहुल ये मम्मी के सामने मत बोलना. जब मैने भी उससे पूछा था तो तेरी मम्मी ने ज़बरदस्ती मेरे गंद में अनल प्लग लगा कर महसूस कराया था.

मों – बिल्कुल सही. लगता है आज राहुल की बरी है हहे

राहुल – सॉरी मम्मी. नेक्स्ट टाइम नही पूछूँगा.

मों – वो तो मैं जानती हू. लेकिन भूल से भी ये भूल ना हो, इसलिए टुजे महसूस करना ज़रूरी है. आंड बिलीव मे बस ज़रा सा दर्द होगा. लेकिन अछा लगेगा.

दाद – एस राहुल, तेरी मम्मी अब एक्सपर्ट है इसमें. इतना प्यार से डालेगी की मज़ाक मस्ती में समाज भी नही आएगा

राहुल – योउ शुवर दाद?

मों – तेरी मा पे भरोसा नही है क्या?

राहुल – है ना मम्मी.

मों – अछा चल पीछे से प्लग निकल

फिर मैने पूरे ध्यान से मम्मी के गंद से अनल प्लग निकाला और मम्मी को दिया. लेकिन मम्मी ने मुझे ही फिर से दे दिया चाटने के लिए

राहुल – नई मम्मी प्लीज़

मों – तुझे भी तो पता चलेगा की तेरी मों कितनी अची है.

दाद – मैं छत लू?

मों – आप चुप रहिए. आज राहुल की बरी है

उसके बाद मैं मों के अनल प्लग को पूरा मूह में लिया और चाटने लगा. जैसा सोचा था वैसे तो नही लेकिन मज़ा आ रहा था. जिसके बाद मम्मी ने मुझे पलट के झुकने को कहा.

उसके बाद उस पोज़िशन में आने के बाद, मम्मी ने पहले तो मेरी गांद पकड़ी, और पूरे फील लेने लगी. फिर मों ने झुक कर पहले तो मेरे आस के आस पास किस किया फिर मों ने मेरे गंद को स्प्रेड किया और पहले तो थूक लगाया. उसके बाद अपने प्यारे पतले फिंगर्स से उसको मेरे गंद पे स्प्रेड किया. उसके बाद मम्मी ने कुछ मिनिट मेरी गांद छाती जो मेरे लिए नया एक्सपीरियेन्स था लेकिन मज़ेदार था.

फिर मों ने वही अनल प्लग लिया और मेरे अंदर डालने लगी. लेकिन सच में बस शुरू शुरू में दर्द हुआ, लेकिन उसके बाद पता ही नही चला की ऐसा कुछ हुआ है. उसके बाद मम्मी ने पूरा अनल प्लग मेरे अंदर दल दिया और मुझे गले लगा लिया.

मों – राहुल, टुजे अब सहें शक्ति मिल चुकी है. बड़ा हो गया है तू.

दाद – मुझे तो बड़ा दर्द दिया था. राहुल को इतने प्यार से?

मों – मेरा एक लौटा बेटा जो है. है ना? (फिर मों मुझे स्मूच करने लगी)

वाहा दाद भी आ गये वो दोनो ने भी स्मूच किया और मों ने अपनी ब्रा उतार दी. बाइ गोद इतने सुंदर बूब्स और बाद पतले से ब्राउन निपल्स देख कर मेरा और पापा का लंड तो तुरंत खड़ा हो चुका था.

राहुल – मम्मी और कितनी देर अंदर रखोगे?

मों – बस अब स्टीम लेते है, फिर निकल देना. दर्द तो नही हो रहा ना बेटा,?

राहुल – इतना नही मम्मी

दाद – हा चलो स्टीम लेते है आज मा बाप और बेटा . हॅपी फॅमिली

फिर हुँने एक दूसरे को गले लगाया और ऐसे ही नंगे हम स्टीम रूम में चले गये. वाहा पहले तो पापा बैठ गये बेंच पे. और मम्मी ने उनके लंड के उपर बैठने का फ़ैसला किया.

उसके बाद मों ने मुझे अपनी गोद में बैठने को कहा जहा पापा मम्मी के शोल्डर्स को लीक कर रहे थे और आगे से मों मेरे शोल्डर्स को छत रही थी. उनके हाथ एक मेरे कमर पे मुझे पकड़े हुए, और दूसरा मेरे खड़े लंड पे

जहा मम्मी बार बार थूक लगती और मेरा लंड प्यार से मसालती. नीचे मम्मी पापा सेक्स कर रहे थे जो मुझे महसूस हो चुका था. मम्मी मुझे भी आपके साथ सेक्स करना है.

मों – बेटा मुझे भी आज दोनो बाप बिटो का एक साथ लेना है. मेरे लिए इससे ज़्यादा प्यार और कुछ नही है. मेरे जान हो तुम दोनो. ई लोवे योउ.

फिर दाद और मों ने स्मूच किया और मों ने मुझे अपने तरफ मूह कर के मुझे भी स्मूच किया.

मों – राहुल, घूम जा, और मुझे छोड़ आगे से. तेरे पापा से तो गंद में लंड डाले बिना रहा नही जाएगा.

दाद – पता है राहुल, तेरे मम्मी के गंद में ज़्यादा तार अनल प्लग होगा, या तो मेरा लंड. कुछ ना कुछ तो होगा ही

राहुल – पापा इतना मज़ा आता है गंद मरने में?

मों – राहुल टुजे ये भी महसूस करौंगी मैं. डॉन’त वरी मेरा बेटा.

उसके बाद मों उठी और पलट कर पापा के गोद में बैठ गयी. मम्मी ने पापा का लंड छूट में लिया था और मुझे पीछे से गंद में डालने को कहा. मैने भी अपना लंड पकड़ कर सीधे गंद में दल दिया.
और क्यू की अनल प्लग डाला हुआ था पहले, आसानी से घुस गया

करीब 5 6 मिनिट हम ऐसे ही चुदाई करते रहे, जिसके बाद हुँने स्टीम रूम से बाहर आने का फ़ैसला किया जहा साँस लेने में दिक्कत सो हो रही थी.

फिर हम बाहर आकर सेक्स करते रहे, और कभी पापा गंद मरते तो कभी मैं लेकिन मज़ा बोहोट ज़्यादा आ रहा था.

दाद – जान मेरा निकालने वाला है

राहुल – हा मम्मी मेरा भी निकलेगा.

मों – एक कम करोगे? आज दोनो एक साथ मेरी छूट में लंड डालो और अंदर ही माल निकालो ना प्लीज़

राहुल – लेकिन मम्मी इससे तो पापा और मेरा लंड टच होगा ना. अजीब लगेगा

मों – मेरे लिए इतना नही करेगा बेटा?

दाद – राहुल कुछ सेकेंड्स की बात है. ई नो अजीब है लेकिन तेरे मों की खुशी के लिए कुछ भी कर सकते है.

मों – आजा ना राहुल बेता, प्लीज़ मम्मा के लिए?

राहुल – ओके मम्मी.

मों – ये हुई ना बात. चलो आओ दोनो.

उसके बाद एक चेर पे पहले पापा बैठे और उसके उपर मम्मी पापा की तरफ पीठ रखते हुए. पापा ने पहले ही अपना लंड अंदर दल दिया था छूट में जहा मों ने मुझे सामने से डालने को कहा.

मैने उनकी बात सुनते हुए उनकी छूट में जहा पहले ही पापा का लंड था, अपना भी घुसा दिया. लेकिन सच बतौ तो इतना कुछ अजीब भी नही लगा. आफ्टर ऑल मम्मी के लिए इतना तो बनता है ना.

करीब 5 मिनिट तक हम ऐसे ही साथ मम्मी की छूट मरते रहे, और उसके बाद हम दोनो ने 1 2 3 कहते ही पूरा रस अंदर एक साथ छोड़ दिया. और मों के चेहरे पे खुशी की कोई कीमत नही थी.

उसके बाद हुँने शवर लिया और कपड़े पहें कर घर आ गये.

तो दोस्तो आपको ये कहानी कैसी लगी, मुझे नीचे दिए गये मैल द्वारा ज़रूर बताए.

यह कहानी भी पड़े  मई और मेरी सेक्सी बहन


error: Content is protected !!