आंटी ओर उसकी बेटी के साथ सेक्स किया

आंटी भी अपने घुटनों के ऊपर जा बैठी और उसने मेरे 7 इंच के लोडे को बहार निकाला. लंड को देख के वो  बोली: अंशु बड़ा हे ये तो!

मैंने कहा: हां और आज मैं तुम्हे अपने इस बड़े लंड से रंडी बना दूंगा.

आंटी: हां तेरे अंकल भी सेक्स भूल ही गए हे तो, आज तू मुझे किसी रंडी के जैसे चोद डाल!

और फिर उसने मेरे लंड को अपने मुहं में ले लिया और चूसने लगी. वो इतने मस्त मजे दे रही थी लंड चूसते हुए की मेरी आँखे बंद हो गई और मैंने सब कुछ आंटी को ही सौंप दिया जैसे. मैंने आंटी के मुहं को पकड़ा और अपने लंड से उसे चोदने लगा मुहं के अंदर. आंटी भी किसी वर्जिन लड़की के जैसे ग्ग्ग्ग ग्ग्ग्ग अह्ह्ह्हह अम्मम्म हम्म्म्म कर के लोडे को चुस्ती गई.

मैंने लंड चटाते हुए कहा: आंटी आप की बेटी भी बड़ी धांसू माल हे. उसे भी अपनी रंडी बनानी हे मुझे.

आंटी ने लंड निकाला और वो बोली, पिया तो एक स्लट लड़की ही हे पहले से.

और फिर मैंने और आंटी ने चूत और लंड के खेल को चालु कर दिया. चुदाई के बाद हम लोग रिलेकस कर रहे थे तभी पिया दी आ गई.

आंटी कुछ नहीं बोली, लेकिन उसे ये सन्नाटा अजीब सा लगा. पिया दी अपने कमरे में चली गई और अपने लेपटोप के ऊपर कुछ करने लगी.

उसके जाने के बाद मैने आंटी को कहा, आंटी मैं पिया दी को चोदना चाहता हूँ आज.

आंटी ने कहा, मैं उसकी माँ हूँ कैसे बोलूं उसे!

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मैंने कहा, आप यहाँ घोड़ी बन जाओ, मैं आप को चोदता हूँ. आप जोर जोर से चिल्लाना ताकि पिया दी के कान तक हमारे सेक्स की आवाज जाए. फिर वो देखेंगी तो शायद हमें ज्वाइन कर लेगी.

आंटी ने मेरी बात मानी और वो वही पर कुतिया बन गई. आंटी को धीरे धीरे ही चोद रहा था मैं लेकिन वो किसी प्रोफेशनल पोर्नस्टार के जैसे चीखें मार रही थी जैसे उसकी चूत सच में फट रही हो. मैंने देखा की पिया दी खिड़की से हम दोनों को देख रही थी. मैंने आंटी की चूत से जानबूझ के पुरे लंड को बहार निकाला ताकि दी उसे देख सके. मैंने लंड को हिला के वापस आंटी की चूत में डाला.

तभी पिया दी ने धडाम से दरवाजा खोला और बोली, अरे तुम लोग ये क्या कर रहे हो!

मैंने कहा: देख नहीं रही हो मैं आंटी को चोद रहा हूँ, तुम्हे चाहिए तो तुम भी आ जाओ!

पिया दी: मोम, यु आर सो स्लटी, हाउ केन यु डू धिस?

आंटी: चूप कर तूं, पढाई के बहाने दो दो लडको को कमरे में घुसा के तू क्या भजन करती हे अन्दर. मैंने देखा हे तुझे आगे पीछे दोनों लेते हुए!

पिया दी हंस पड़ी और वो भी हम लोगो के साथ आ गई. मैंने पहले उसकी चूत चाटी और फिर उसकी माँ के पास उसे भी घोड़ी बना दिया. मैंने बारी बारी अपने लंड को दोनों की चूत में पम्प करता था. पहले आंटी को चोदता था और फिर लंड को निकाल के पिया दी की कच्ची जवान चूत में डालता था.

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दोस्तों मैं जितने दिन वहाँ रहा मैं रोज इन दोनों को चोदा. वो रात में मुझे पीया दी के कमरे में ले जाते थे जहाँ पर हम तीनो फुल मजे से थ्रीसम सेक्स करते थे.

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