अनजान युवा लड़की की ट्रेन में चुदाई

कुछ देर में मेरा लंड उसकी चूत की दीवारों के बीच में मचलने लगा, मैंने अपनी स्पीड को तेज़ कर दिया।

कुछ ही देर में मामला चरम पर आ गया, मैंने एक ज़ोरदार धक्का दिया और उसके जिस्म से चिपक गया। वो भी अकड़ने लगी और उसने भी मुझे कस कर पकड़ लिया।
मेरा पानी निकल रहा था।

मैं कुछ देर तक वैसे ही उसके ऊपर पड़ा रहा।

मुझे बहुत मज़ा आया था और उसने भी बहुत एंजाय किया था। कुछ देर बाद मैंने उससे पूछा- कैसा लगा?
तो वो मुझे पकड़ कर चूमने लगी और ‘आई लव यू’ कहा।
मैंने उससे कहा- मैं तुम्हारे जिस्म को उजाले में देखना चाहता हूँ.. तुम बहुत सुंदर और बहुत स्वीट हो।

ट्रेन काफ़ी लेट चल रही थी.. जिसकी वजह से मुझे उसके साथ चुदाई करने का एक बार और मौका मिला।

जब मैं नागपुर पहुँचा.. मैंने उसे अपना मोबाइल नम्बर दिया। हम आज भी संपर्क में हैं।

मैं अब जॉब करता हूँ.. जब भी अपने घर पटना जाता हूँ.. उससे ज़रूर मिलता हूँ। वो भी मेरे मेरे आने का इन्तजार करती है।

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